हाई ब्लड शुगर तब होता है जब आपका शरीर पर्याप्त या प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग नहीं करता है। यह एक एक हार्मोन है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है और आपकी कोशिकाओं में प्रवेश करके उनकी एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है। हाई ब्लड शुगर (hyperglycemia) डायबिटीज से जुड़ा हुआ है। अगर आपको डायबिटीज यानि मधुमेह है, तो ब्लड शुगर लेवल कम करना सिर्फ कुछ समय के लिए कारगर नहीं है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, यह हृदय, गुर्दे, आंख और तंत्रिका रोगों सहित डायबिटीज की जटिलताओं को रोकने या देरी करने में मदद करता है। अब सवाल यह उठता है कि शुगर कंट्रोल कैसे करे (how to control diabetes in hindi)। तो हम आपको यहां शुगर कम करने के उपाय (how to control sugar level in hindi) के बारे में बता रहे हैं। हिचकी का इलाज
जब आपके रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, तो यह आपके अग्न्याशय को इंसुलिन छोड़ने का संकेत देता है। इंसुलिन आपकी कोशिकाओं को अनलॉक करता है ताकि ग्लूकोज प्रवेश कर सके और आपकी कोशिकाओं को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक ईंधन प्रदान कर सके। कोई भी अतिरिक्त ग्लूकोज आपके लीवर और मांसपेशियों में ग्लाइकोजन के रूप में जमा हो जाता है। यह प्रक्रिया आपके रक्तप्रवाह में ग्लूकोज की मात्रा को कम करती है और इसे खतरनाक रूप से उच्च स्तर तक पहुंचने से रोकती है। जैसे ही ब्लड शुगर का लेवल सामान्य हो जाता है, वैसे ही आपके अग्न्याशय से इंसुलिन का स्राव भी होता है। शुगर लेवल बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ हम आपको यहां बता रहे हैं। फैटी लीवर के उपचार
– पर्याप्त इंसुलिन या मधुमेह की ओरल दवा का उपयोग नहीं करना
– इंसुलिन को ठीक से इंजेक्ट न करना या एक्सपायर्ड इंसुलिन का उपयोग करना
– डायबिटीज होने पर अपने खाने का ध्यान न रखना या मीठी चीज़े ज्यादा खा लेना
– अधिक एक्टिव न रहना या आलस में रहना
– कोई बीमारी या संक्रमण होना
– स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाओं का उपयोग करना
– घायल होना या सर्जरी होना
– भावनात्मक तनाव का अनुभव करना, जैसे पारिवारिक संघर्ष या कार्यस्थल की चुनौतियां
शुगर यानि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो हर घर में किसी न किसी एक को जरूर निकल आती है। जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने से कभी-कभी इसके लिए दवा की आवश्यकता समाप्त हो सकती है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो बढ़ती चली जाती है यही वजह है कि आपका यह पता होना बेहद जरूरी है कि इसे कैसे कंट्रोल किया जाए। हम आपको यहां शुगर कम करने के घरेलू उपाय (sugar ke gharelu nuskhe in hindi) बता हैं, इन्हें अपनाकर आप अपना शुगर लेवल कंट्रोल कर सकते हैं। पैनिक अटैक क्या होता है
करेले में दो बहुत ही आवश्यक यौगिक होते हैं जिन्हें चारैटिन और मोमोर्डिसिन कहा जाता है, जिनमें ब्लड शुगर को कम करने वाले गुण होते हैं। करेले का जूस रोज सुबह खाली पेट पिएं। इसके अलावा, आप इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए अपने आहार में प्रतिदिन करेले से तैयार एक व्यंजन को शामिल कर सकते हैं। जानिए पेट साफ कैसे करे
जामुन को हाइपोग्लाइकेमिक गुणों के लिए जाना जाता है, जो ब्लड में शुगर को कम करने की क्षमता रखता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच पिसे हुए जामुन के बीज का पाउडर मिलाएं। अच्छी तरह से हिलाएं और इसे नियमित रूप से खाली पेट पिएं। आप चाहें तो सीधा जामुन भी खा सकते हैं। यह भी आपके शुगर लेवल को कम करने में बेहद सहायक साबित होगा।
नीम का कड़वा पत्ता डायबिटीज के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय है क्योंकि वे फ्लेवोनोइड्स, ट्राइटरपेनॉइड, एंटी-वायरल यौगिकों और ग्लाइकोसाइड से भरे हुए हैं, जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। नीम का पाउडर बनाने के लिए कुछ सूखे नीम के पत्ते लें और उन्हें एक ब्लेंडर में मुलायम होने तक पीस लें। अधिकतम लाभ के लिए आप इस चूर्ण का दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं।
दालचीनी डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मदद करती है और इंसुलिन गतिविधि को ट्रिगर करके शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को कम करती है। अध्ययनों से पता चला है कि यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करती है जो टाइप -2 मधुमेह के मामलों में रब्लड शुगर के लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर रोजाना पिएं। आप चाय, स्मूदी और मिठाइयों में दालचीनी भी मिला सकते हैं।
मेथी का उपयोग डायबिटीज को कंट्रोल करने, ग्लूकोज की मात्रा में सुधार करने, और ब्लड शुगर के लेवल को कम करने और ग्लूकोज पर निर्भर इंसुलिन के स्राव को उत्तेजित करने के लिए भी किया जा सकता है। यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों को कंट्रोल करने में कारगर है। दो बड़े चम्मच मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट इस पानी को बीजों के साथ पी लें।
ब्लड शुगर लेवल को कम करने में लहसुन भी एक सहायक भूमिका निभाता है। इसके लिए आपको बस कुछ हफ्तों तक लगातार लहसुन का उपयोग करना है। इससे आपकी शुगर कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है। इसके लिए सबसे बेहतर है रोज़ सुबह लहसुन की एक या 2 कली का सेवन करना। अगर ऐसा कर पाना आपको नामुमकिन लग रहा है तो अपने लिए सब्जी बनाते समय आप उसमें भी लहसुन दाल सकते हैं।
अमरुद का सेवन भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी सहायक है। खासतौर पर टाइप 2 शुगर के मरीजों के लिए अमरुद खाना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है बस हर रोज़ एक अमरुद का सेवन करें। आप चाहें तो इसमें नमक या चाट मसाला बुरक कर भी खा सकते हैं।
अदरक का नियमित रूप से सेवन करने से ब्लड शुगर के लेवल को कम करने और इंसुलिन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके लिए एक इंच अदरक लें और एक बर्तन में एक कप पानी डालकर उबाल लें। 5 मिनट तक उबालें और छान लें। इसे रोजाना 1 से 2 बार पिएं।
कॉफी गुण पाए जाते हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। मगर इसके लिए आपको हर रोज बिना चीनी और दूध के कॉफी का सेवन करना पड़ेगा, तभी आप डायबिटीज बच सकते हैं। इसे बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच कॉफी पाउडर मिलाएं। अब इसका सेवन करें। बेहतर परिणामों के लिए हर रोज़ एक कप कॉफी का सेवन करें।
सवाल- हाई शुगर कितना होता है?
जवाब- 160-240 mg/dl – यह ब्लड शुगर का सबसे हाई लेवल है।
सवाल- खाली पेट शुगर कितनी होनी चाहिए?
जवाब- खाली पेट शुगर की मात्रा 70-110 के बीच होनी चाहिए।
सवाल- शुगर में कौन सा जूस पीना चाहिए?
जवाब- करेले, गाजर, चुकंदर और पालक का जूस शुगर के मरीजों के लिए बेहतर माना जाता है।
सवाल- शुगर फ्री फल कौन से हैं?
जवाब- आड़ू, जामुन, पपीता और कीवी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छे फल माने जाते हैं।
सवाल- शुगर में कौन से फल नहीं खाने चाहिए?
जवाब- शुगर में केला, चीकू, अंगूर, आम और लीची आदि फल नहीं खाने चाहिए।
सवाल- खाना खाने के 2 घंटे बाद शुगर कितनी होनी चाहिए?
जवाब- खाना खाने के 2 घंटे बाद स्वस्थ लोगों का ब्लड शुगर लेवल करीब 130 से 140 mg/dl के बीच होना चाहिए।
अगर आपको यहां बताए गए शुगर लेवल कम करने के उपाय (how to control sugar level in hindi) पसंद आए तो इन्हें जरूरत पड़ने पर आजमाकर जरूर देखिएगा और साथ ही इसे अपने डायबिटिक दोस्त या किसी परिवार वाले के साथ शेयर करना न भूलें।