केवड़ा के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं। इसका उपयोग इत्र, लोशन, तम्बाकू, अगरबत्ती आदि में सुगंध के रूप में किया जाता है। साथ ही इसकी पत्तियों से चटाई, टोप, टोकनियां, पत्तल आदि बनाई जाती हैं। केवड़ा हर रूप में उपयोगी साबित होता है। केवड़ा कई तरह की बीमारियों में भी काम आता है। खास बात ये है कि केवड़े के तेल की मालिश गठियावात को समाप्त करने मे मददगार होता है।
केवड़ा के आयुर्वेदिक गुण – Ayurvedic Benefits of Kewra
केवड़ा के हेल्थ बेनिफिट्स – Health Benefits of Kewra
केवड़ा के ब्यूटी बेनिफिट्स – Beauty Benefits of Kewra in Hindi
स्किन के लिए केवड़ा के फायदे – Kewra Benefits for Skin
केवड़ा जल का इस्तेमाल चेहरे पर कैसे करें – How to Use Kewra Water on Face in Hindi?
बालों के लिए केवड़ा के फायदे – Kewra for Hair
केवड़ा के घरेलू नुस्खे – Home Remedies of Kewra in Hindi
केवड़ा के नुकसान – Side Effects of Kewra in Hindi
क्या होता है केवड़ा? – What is Kewda Flower in Hindi?
केवड़ा क्या होता है (kevda kya hota hai)? केवड़ा खुशबूदार वृक्षों की एक प्रजाति है। ये ज्यादातर घने जंगलों में पाया जाता है। इसके पेड़ पतले, घने, लंबे होते हैं और इसके पत्ते कांटेदार। केवड़े के पेड़ की दो प्रजातियां पाई जाती हैं एक सफेद और दूसरी पीली। सफेद को केवड़ा कहते हैं और पीली प्रजाति को केतकी कहते हैं। केतकी बहुत ही सुगंधित होती है और उसके पत्ते भी कोमल होते हैं। केवड़ा को दूसरी भाषाओं में गंधपुष्प, धूतिपुष्पिका, केंदा, केउर, गोजंगी, केवर, नृपप्रिया आदि के नाम से भी जानते हैं।
उड़ीसा में केवड़े के फूल (kevde ka phool) को फूलों का राजा कहा जाता है। केवड़ा का फूल कैसा होता है? केवड़ा का पौधा 18 फीट तक बढ़ता है और एक बार में 30 से 40 फल देता है। इसका फल शुरूआत में सफेद रंग का होता है इसीलिए इसे सफेद कमल भी कहा जाता है। आयुर्वेद में लगभग 12 हजार औषधीय जड़ी- बूटियों का उल्लेख मिलता है, जिसमें से केवड़ा भी एक है। आधुनिक शोधों व अनुसंधानों ने सिद्ध कर दिया है कि केवड़ा में अनेक औषधीय गुण हैं, जिनका कोई जवाब नहीं है। आइए जानते हैं इस सुगंधित पौधे के फायदे और नुकसानों के बारे में –
केवड़ा के आयुर्वेदिक गुण – Ayurvedic Benefits of Kewra
- केवड़ा जल क्या होता है (kewra water kya hota hai)? केवड़े का फूल से केवड़ा जल (Kewra Water) और केवड़ा तेल (Kewra Oil) बनाया जाता है, जोकि स्वाद से लेकर स्वास्थ्य तक कई रूप में गुणकारी होता है।
- केवड़ा जल का उपयोग मिठाई, स्वीट सिरप और कोल्ड ड्रिंक्स आदि में सुगंध के रूप में भी किया जाता है।
- इसकी सुंगध एक तरह से मानसिक शांति प्रदान करती है।
- इसमें एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसके कारण ये किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से रोकता है।
जानिए घी के स्वास्थ्य संबंधी फायदे
- केवड़ा की खास बात ये है कि इसके सेवन से थोड़े में ही संतुष्टि का आभास होने लगता है।
- केवड़ा का तेल का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दृष्टि से बड़ा ही लाभकारी है। इसे सिर दर्द व गठिया जैसे रोगों का उपचार किया जाता है।
- इसके फूल में शरीर के सौंदर्य को बढ़ाने वाले गुण भी पाये जाते हैं।
- केवड़ा के पत्ते विषनाशक होते हैं। इसका इस्तेमाल जहर के असर को कम करने के लिए भी किया जाता है।
- यही नहीं केवड़ा की पत्तियों का उपयोग चेचक, खुजली, कुष्टरोग, ल्यूकोडर्मा के उपचार में भी किया जाता है। केवड़ा की पत्तियों को पीस कर इसके लेप को स्किन पर लगाया जाता है और ये बहुत ही कारगर उपचार साबित होता है।
- केवड़ा के पत्तों को उबाल कर एक तरह का काढ़ा बनाया जाता है जिसके रोजाना सेवन से रोगमुक्त भी रहा जा सकता है।
- यह शरीर, वायु और वातावरण को भी सुवासित रखने का कार्य करता हैं।
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केवड़ा के हेल्थ बेनिफिट्स – Health Benefits of Kewra
सिरदर्द में फायदेमंद – Beneficial in Headache
कितना भी सिर दर्द क्यों न हो रहा हो, केवड़ा का तेल के इस्तेमाल से ये दर्द मिनटों में दूर भाग जायेगा। जी हां, सिर में दर्द होने पर केवड़ा के तेल से मालिश करें, बहुत आराम मिलेगा।
बुखार में फायदा – Beneficial in Feaver
बुखार के दौरान शरीर में थकावट इतनी बढ़ जाती है कि इंसान अपने आप को और भी ज्यादा बीमार महूसस करने लगता है। ऐसे में अगर उसे केवड़े का रस 40 से 60 मिलीलीटर की मात्रा में पिला दिया जाये तो उसका बुखार भी उतर जायेगा और शरीर में तरावट भी आ जायेगी।
जोड़ों के दर्द से राहत
केवड़ा का अर्क शरीर के हर तरह के दर्द खासतौर पर जोड़ों के दर्द से राहत देता है। रोजाना केवड़े के तेल से मालिश करने से गठिया जैसे रोग भी जड़ से समाप्त हो जाते हैं।
पीरियड में लाभकारी – Beneficial in Periods
अगर किसी महिला को सामान्य से ज्यादा रक्तस्त्राव यानि कि हेवी फ्लो की शिकायत है, तो केवड़ा की जड़ को पानी में घिसकर चीनी के साथ पीने से पीरियड में होने वाली हेवी फ्लो की परेशानी दूर होती है।
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पेट संबंधित बीमारियों में
पेट की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए केवड़ा बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल पेट में जलन, पेट दर्द, गैस, ब्लोटिंग आदि की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
तनाव करें दूर
एक्सपर्ट बताते हैं कि केवड़ा तनाव दूर करने का सबसे प्रभावी और प्राकृतिक उपाय माना जाता है। दरअसल, केवड़ा के पत्तों में एंटी- स्ट्रेस एजेंट पाये जाते हैं जो कि हमारे तनाव और मानसिक असंतुलन को ठीक करते हैं। इसके अलावा इसकी खुशबू मानसिक विश्राम देती है।
कैंसर से बचाव – Prevent Cancer
कई शोधों में केवड़ा को कैंसर के इलाज में भी कारगर बताया गया है। दरअसल, केवड़ा में कुछ ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट पाये जाते हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने में मदद करती है।
भूख बढ़ाने के लिए
केवड़ा भूख बढ़ाने में भी सहायक है। केवड़ा का अर्क अगर नियमित रूप से खाने में इस्तेमाल करते हैं तो भूख पहले की तुलना में अधिक बढ़ जाती है।
केवड़ा के ब्यूटी बेनिफिट्स – Beauty Benefits of Kewra in Hindi
केवड़ा एक पारदर्शी तरल पदार्थ है, जो लगभग गुलाब जल के समान होता है। केवड़ा पानी को हम सभी एक अच्छे फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में जानते हैं। केवड़ा में बेस्ट एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। गुलाब जल की तरह ही केवड़ा पानी भी स्किन के लिए अच्छा होता है। केवड़ा का इस्तेमाल स्किन को चमकदार, मुलायम और बेदाग बनाने के लिए भी किया जाता है। आइये जानते हैं केवड़ा के ब्यूटी बेनिफिट्स के बारे में –
स्किन के लिए केवड़ा के फायदे – Kewra Benefits for Skin
- ये एक अच्छे क्लींजर के तौर पर काम करता है और स्किन से गंदगी और अशुद्धियों को बड़ी ही कुशलता से बाहर निकालता है।
- एक अच्छे टोनर के रूप में भी काम करता है
- ये स्किन के खुले छिद्रों को बंद करता है।
- चेहरे की चमक बढ़ाता है।
- केवड़ा में मौजदू एंटी एंजिग गुण स्किन को पोषण देते हैं। इससे आपकी त्वचा लंबे समय तक जवां बनी रहती है।
- केवड़ा जल (kewra jal) कम बजट में बेहतरीन रिजल्ट देता है।
- केवड़ा जल की सबसे बड़ी खासियत है कि ये स्किन के दाग-धब्बों और मुहांसों को कम करता है।
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केवड़ा जल का इस्तेमाल चेहरे पर कैसे करें – How to Use Kewra Water on Face in Hindi
केवड़ा जल (kevda jal) एक बहुत ही बेहतरीन क्लींजर माना जाता है जोकि रोम छिद्रों में जमे एक्सट्रा ऑयल और गंदगी को हटाने में मदद करता है। ये मुंहासे और फुंसियों को रोकने में मददगार है। केवड़ा जल का इस्तेमाल (kewra water uses in hindi)आप बिल्कुल गुलाब जल की तरह ही कर सकते हैं। चेहरा धोने के बाद इसे टोनर की तरह इस्तेमाल करें। साथ अपने फेसपैक में भी आप केवड़ा जल का उपयोग (kevda jal ka upyog) कर सकते हैं।
केवड़ा कांतिवर्धक फेसपैक
केवड़ा कांतिवर्धक फेसपैक बनाने के लिए आपको चाहिए आधा कटोरी बेसन, एक चम्मच चंदन का पिसा हुआ बुरादा, दो चम्मच ग्लिसरिन , एक चम्मच पिसी हल्दी, एक चम्मच केवड़ा जल, आधा चम्मच दूध और सात-आठ बूंद नीबू के रस की मिलाकर लेप बना लें। इस उबटन को नहाने से आधा घंटे पहले लगाकर सुखा लें फिर नहा लें, इस उबटन से त्वचा के छिद्रों में फंसा मैल आसानी से निकल जाएगा तथा स्किन मक्खन सी मुलायम हो जाएगी।
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बालों के लिए केवड़ा के फायदे – Kewra for Hair
बालों की समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी और फायदेमंद है। ये बालों की बहुत सी समस्याओं का समाधान करता है। रूसी को खत्म करने लिए केवड़ा के तेल से बालों की मालिश करें और 30 मिनट पर बाल धो लें। इससे बालों से रूसी एकदम गायब हो जायेगी। साथ ही केवड़ा के फूलों का अर्क भूरे और सफेद बालों को काला करने में भी मदद करता है।
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केवड़ा इत्र – Kewra as a Perfume
केवड़ा को प्राकृतिक इत्र के रूप में भी जाना जाता है। अगर आप बिना परफ्यूम के भी महकना चाहते हैं तो इसके लिए आप केवड़ा को अपना सकते हैं। ये महंगे से महंगे परफ्यूम की खुशबू को पीछे छोड़ देगा। केवड़ा को परफ्यूम की तरह इस्तेमाल करने के लिए आप चाहें तो नहाने के लिए बाल्टीभर पानी में केवड़ा वॉटर और 2 से 3 मोगरे के फूल को डालकर भी नहा सकते हैं। इसके बाद पूरा दिन आपके शरीर से भीनी- भीनी महक तन- मन को ठंडक का एहसास कराती रहेगी। दरअसल, केवड़ा एक बेहतरीन खुशबूदार फूल है। इसके इत्र की तासीर शरीर को नैचुरली ठंडा रखती है। गर्मियों में केवड़े के पानी से नहाने पर शरीर की जलन खत्म होती है।
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खाने-पीने की चीजों में केवड़ा जल का उपयोग
- केवड़ा जल के लाभ बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं। केवड़ा जल का उपयोग भारत में विशेष रूप से उत्तरी भाग और दक्षिण पूर्व एशिया में सॉफ्ट ड्रिंक्स और डेजर्ट का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। खस का शरबत, केवड़ा जल के उपयोग करने से ही बनता है।
- रसगुल्ला, रस मलाई और ऐसी कई मिठाईयों पर केवड़ा जल डाला जाता है, जिससे उनमें सुंगध और टेस्ट दोनों ही उम्दा क्वालिटी का आए।
- मुगल व्यंजनों में भी खासतौर पर बिरयानी में केवड़ा जल का इस्तेमाल भोजन को सुगंधित करने के लिए किया जाता है।
कैसे स्टोर करें
इसे ठंडी सूखी जगह पर स्टोर करें। सामान्य तापमान में इसे कम से कम एक साल के लिए और ठंडी जगहों में 3 से 4 साल के लिए केवड़ा को स्टोर करके रखा जा सकता है। बस ध्यान रखें कि जिस बोतल में केवड़ा जल रखा है उसमें हवा अंदर जाने की बिल्कुल भी जगह न हो।
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केवड़ा के घरेलू नुस्खे – Home Remedies of Kewra in Hindi
- अगर किसी के कान में दर्द हो रहा हो तो केवड़े के इत्र की दो बूंदें कान में डालने से आराम मिलता है।
- अगर बालों में से पसीने की बदबू आ रही हो तो केवड़ा जल से बालों में हल्का स्प्रे कर लें।
- महिला को गर्भ ठहरने के दूसरे महीने से चौथे महीने तक केवड़ा का सेवन करने से गर्भपात नहीं होता है।
- अगर खुजली बहुत ज्यादा हो रही है तो उस जगह पर केवड़ा जल लगा लें, खुजली मिनटों में बंद हो जायेगी।
- चेहरे से दाग- धब्बे मिटाने के लिए विटामिन E के तेल का इस्तेमाल करने के लिए इसमें केवड़ा का तेल भी मिक्स करें और चेहरे पर रात में सोने से पहले लगाएं और सुबह उठकर चेहरा धो लें।
- अगर पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है तो गाय के दूध में 6 ग्राम केवड़ा की जड़ को घिसकर शक्कर मिलाकर सुबह और शाम पीने से ये समस्या जल्द ठीक हो जाती है।
- केवड़े के पानी से स्नान करने से पसीने की दुर्गंध से भी छुटकारा मिलता है।
- केवड़ा के तेल से मालिश करने से कमजोर तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है और नसों को कमजोर होने से बचाता है।
- रोजाना 2 से 3 ग्राम केवड़ा की जड़ का पाउडर गुनगुने पानी के साथ लेने से डायबिटीज़ में भी फायदा मिलता है।
- हाईब्लप्रेशर की समस्या है तो केवड़ा का सेवन करने ये स्तर सामान्य हो जायेगा।
- केवड़े के तेल से रोजाना कमर की मालिश करने से कमर दर्द में राहत मिलती है।
केवड़ा के नुकसान – Side Effects of Kewra in Hindi
केवड़ा का इस्तेमाल आज के समय से नहीं, बल्कि पुराने समय से होता आ रहा है। वैसे ज्यादातर लोगों को इससे कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है। इसीलिए केवड़ा का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें। ज्यादा इस्तेमाल करने से हो सकता है कि इसकी खुशबू आपको परेशान करने लगे।
केवड़ा के बारे में पूछे जाने वाले आम सवाल और उनके जवाब – FAQ’s
सवाल – केवड़ा का स्वाद कैसा लगता है?
जवाब – पैंडनस फूल दलदली क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बढ़ता है, और दिलचस्प बात यह है कि केवड़ा एक नर फूल है जिसका उपयोग पानी में फ्लेवर के लिए किया जाता है। केवड़ा स्वाद में गुलाब जल के समान, लेकिन थोड़ा रसीला होता है। मीठा और नमकीन दोनों ही तरह का स्वाद होने के कारण इसका इस्तमाल दोनों तरह के पकवानों में किया जाता है।
सवाल – बिरयानी में केवड़ा जल कैसे मिलाया जाता है ?
जवाब – जब एक बड़े बर्तन में एक चावल की परत और एक परत चिकन की डालें और उसके बाद धनिया और मसाले से गार्निशिंग करें। इसके बाद ऊपर से केवड़ा जल छिड़का जाता है।
सवाल- केवड़ा सिरप कैसे बनाते हैं?
जवाब- घर पर केवड़ा सिरप बनाने के लिए एक बर्तन लें उसमें आधा गिलास पानी में चीनी घोलें, फिर नींबू का रस डालें। इसके बाद इसमें एक उबाल लाएं। अब इसमें केवड़ा एसेंस डालें और ठंडा होने दें, फिर इस मिश्रण को बोतल में डाल कर स्टोर कर लें।
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