आयुर्वेद में गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण रूप में औषधि के तौर पर दर्ज किया गया है। इसकी जड़ से लेकर फूल तक, हर एक चीज किसी न किसी बीमारी के लिए रामबाण है। देखने में गुड़हल का फूल बहुत ही खूबसूरत होता है। इसे आपने अक्सर अपने घर की बागवानी में या फिर पार्क में लगे देखा होगा। वैसे तो आमतौर पर गुड़हल का फूल लाल रंग का ही देखने को मिलता है लेकिन आपको बता दें कि इस फूल का रंग गुलाबी, सफेद, पील और बैंगनी भी होता है। गुड़हल का वैज्ञानिक नाम हिबिस्कस सब्दरिफा (Hibiscus Sabdariffa) है। इसको हिबिस्कस फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। इस फूल में कई तरह के पोषक तत्व भी पाये जाते हैं जैसे कि – कैल्शियम, आयरन, वसा, विटामिन सी और फाइबर। गुड़हल के फूलों का इस्तेमाल कई तरह की दवाओं में किया जाता है। भगवान की पूजा में इस्तेमाल होने वाला ये पवित्र फूल बालों के अलावा त्वचा यानि कि स्किन और डेली रुटीन से जुड़ी अनेक परेशानियों व रोगों में भी फायदेमंद होता है। बालों के लिए गुड़हल के फूल के फायदे
Table of Contents
वजन घटाने (वेट लॉस) में गुड़हल का उपयोग – Gudhal for Weight Loss
बाल झड़ने की दवाई – Ayurvedic Medicine for Hair Fall
सेहत की लिए फायदेमंद है गुड़हल का फूल – Hibiscus Benefits for Health in hindi
गुड़हल का फूल इस्तेमाल करने के नुकसान – Side Effects of Hibiscus Flower in Hindi
गुड़हल (हिबिस्कस) के फायदे – Gudhal ke Fayde
वजन घटाने (वेट लॉस) में गुड़हल का उपयोग – Gudhal for Weight Loss
वेट लॉस के लिए गुड़हल का इस्तेमाल उसकी चाय की तौर पर किया जाता है। क्योंकि गुड़हल की चाय में नैचुरल फैट बर्न करने के गुण होते हैं। गुड़हल में भरपूर एंटी-ऑक्सिडेंट पाए जाते है, जो शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में सुधार करता है। साथ ही इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको हाई ब्लडप्रेशर और लीवर से जुड़ी समस्याओं से भी बचाने में मदद करते हैं।
जानिए मोटापा घटाने के लिए बाबा रामदेव के घरेलू नुस्खे…
ऐसे बनाएं गुड़हल की चाय
2 कप पानी में गुड़हल के फूल लें और उसकी सूखी पत्तियों को डाल दीजिए। पानी को उबालें, जब पानी आधा रह जाए तब इसे उतार कर छान लें। इसके बाद इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें और शहद मिला दीजिए। गुड़हल की स्वादिष्ट चाय तैयार है। इसे रोज दिन में 2 से 3 बार ये चाय पीने से आपको अपने शरीर में फर्क खुद ही नजर आ जायेगा। अगर आपके लिए इस तरीके से चाय बनाना मुश्किल है तो आप किसी भी हर्बल ब्रांड का हिबिस्कस टी का पैकेट बाजार या ऑनलाइन ले सकते हैं।
मासिक धर्म ( पीरियड) से जुड़ी समस्याओं में गुड़हल के फायदे
आमतौर पर बहुत सी महिलाओं को पीरियड (Periods) लेट आने की समस्या होती है लेकिन ऐसा बार-बार होना या लंबे समय तक न आना सही नहीं है। हर महिला को पता होता है कि उसके पीरियड्स महीने के किस तारीख को होंगे। क्योंकि अक्सर पीरियड साइकिल 28 दिन का होता है, 28 या 30 दिन के बाद फिर से पीरियड्स आते हैं। वहीं जब 28-30-40 दिन हो जाते हैं और उसके बाद भी पीरियड्स नहीं आते हैं। तो अनियमित पीरियड की इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनी डॉक्टर के पास जाने से पहले आप गुड़हल की पत्तियों की चाय भी ट्राई कर सकती हैं। दरअसल, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की कमी होने के कारण हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं जिसकी वजह से पीरियड कभी मिस हो जाते हैं या फिर देरी से आते हैं और कभी-कभी तो इतना हैवी फ्लो होता है कि शरीर में कमजोरी आ जाती है। ऐसे में गुड़हल की चाय पीने से इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
अगर आपके पीरियड भी समय पर नहीं आते तो आजमाएं ये 8 घरेलू नुस्खे
एंटी एंजिग में गुड़हल का उपयोग – Gudhal for Anti Aging
लंबे समय तक जवां तो हर कोई दिखना चाहता है लेकिन आजकल के खराब लाइफस्टाइल की वजह से झुर्रियां समय से पहले ही चेहरे पर दस्तक दे देती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गुड़हल की पत्तियां एंटी- एजिंग (Anti-Ageing) की समस्या के लिए औषधि का काम करती हैं। दरअसल, गुड़हल की पत्तियों में फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) को हटाने की क्षमता होती है। जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और हमारी स्किन जवां की जवां बनी रहती है।
जानिए एंटी एंजिग हटाने के घरेलू नुस्खों के बारे में …
हेयर केयर में गुड़हल का उपयोग – Gudhal ka Phool for Hair
जो लोग बालों से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं उनके लिए गड़हल काफी मददगार साबित होता है। बालों का झड़ना, रूखा होना हो या फिर ग्रोथ की समस्या हो तो ऐसे में गुड़हल की पत्तियां बहुत काम आती हैं। आप चाहे तो गुड़हल के फूल और पत्तियों से बने पेस्ट का नैचुरल हेयर कंडीशनर के तौर पर भी उपयोग कर सकते हैं। इससे बाल मुलायम, चमकदार तो बनेंगे ही साथ हेल्दी भी नजर आयेंगे। आवंला पाउडर और गुड़हल की पत्तियों को मिलाकर पीस लें और इसे बालों पर लगाकर मालिश करें फिर देखिए कैसे आपके बालों का झड़ना एकदम ही बंद हो जाएगा और साथ ही बाल घने भी दिखेंगे।
बाल झड़ने की दवाई – Ayurvedic Medicine for Hair Fall
पतंजलि केश कांति एंटी डैंड्रफ क्लींजर
ये एक आयुर्वेदिक शैंपू है जो बालों से रूसी नष्ट करके उन्हें मुलायम एवं चमकदार बनाता है। इसके अलावा यह बालों की और सिर यानि स्कैल्प पर जमी गंदगी को साफ करता है। अगर आप केमिकल हेयर केयर प्रोडक्ट से निराश हो चुके हैं तो गुड़हल से तैयार किये पतंजलि के हेयर केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पतंजलि हेयर कंडीशनर कलर प्रोटेक्शन
गुड़हल से तैयार किया गया पतंजलि का ये प्रोडक्ट बेजान बालों में जान डाल देता है। यह बालों को मजबूत, चमकीला, और स्वस्थ भी बनाता है| इसे इस्तेमाल करना भी आसान है, बस बाल धोने के बाद इस हेयर कंडीशनर की 2 से 5 ग्राम की मात्रा लेकर इसे अच्छी तरह बालों पर लगाएं और 1-2 मिनट के लिए लगा रहने दें। इसके बाद बालों को सादे पानी से अच्छी तरह धो लें।
याददाश्त बढ़ाने में गुड़हल का उपयोग
गुड़हल का शर्बत मेमोरी पावर यानि याददाश्त बढ़ाने का सबसे बेस्ट तरीका है। खासतौर पर बच्चों के दिमागी विकास के लिए। ये दिल और दिमाग दोनों के लिए एनर्जी बूस्टर के रूप में काम करता है। अगर बढ़ती उम्र के साथ- साथ अगर आपकी मेमोरी लॉस यानि कि याददाश्त कमजोर हो रही है तो गुड़हल का शर्बत आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
कैसे बनाएं गुड़हल का शर्बत
सबसे पहले गुड़हल की 8 या फिर 10 पत्तियां और फूल दोनों को सुखाकर पीस लें और उसका पाउडर बना लें और किसी एयर टाइट डब्बे में बंद करके रख लें। और दिन में कम से कम 2 बार इस पाउडर का शर्बत बनाएं या फिर इसे दूध के साथ लें। दिमाग कंप्यूटर से भी तेज दौड़ने लगेगा।
सेहत की लिए फायदेमंद है गुड़हल का फूल – Hibiscus Benefits for Health
बालों और स्किन के अलावा गुड़हल का फूल और पत्तियां हमारे सेहत के लिए भी काफी फायेदमंद होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
हाई ब्लड प्रेशर – उच्च रक्त चाप
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में पता लगा था कि गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय हार्ड ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए औषधि का काम करती है। इसका सेवन करने से दिल की गति सामान्य हो जाती है और शरीर रिलैक्स महसूस करता है। अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो उसे दिन में कम से कम 2 बार गुड़हल की चाय का सेवन जरूर करना चाहिए।
एनीमिया – Anemia
ज्यादातर महिलाएं ब्लड लॉस और आयरन की कमी से एनीमिया का शिकार हो जाती हैं। लेकिन आपको बता दें कि गुड़हल के फूल से एनीमिया जैसी समस्या ठीक हो जाती है। इसके लिए एक महीने तक रोजाना दूध के साथ एक चम्मच गुड़हल का पाउडर लेना फायदेमंद रहता है।
सर्दी, खांसी और जुकाम – Cough & Cold
गुड़हल की चाय सर्दी, जुकाम और खांसी से परेशान लोगों को राहत पहुंचाने का काम करती है। दरअसल, इसमें ज्यादा मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। जोकि सर्दी से शरीर को बचाता है।
कोलेस्ट्रोल – Cholesterol
गुड़हल की चाय हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर बनाए रखने में काफी मददगार साबित होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व धमनी में पट्टिका यानि कि पैलेक्यू को जमने से रोकती हैं। इसे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नैचुरल तरीके से कम हो जाता है
मधुमेह या डायबिटीज – Diabetes
एक रिसर्च में सामने आया है कि गुड़हल डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद दवा के रूप में काम करती है। क्योंकि गुड़हल की खट्टी चाय शरीर में पहुंच कर कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसरॉइड्स को कम करती है। जोकि डायबिटीज या मधुमेह जैसी बीमारी को रोकने में मदद करता है।
किडनी स्टोन – Kidney Stone
अगर आपको किडनी स्टोन है तो इसमें भी गुड़हल की चाय फायदेमंद रहेगी। इससे किडनी स्टोन की समस्या में लाभ मिलेगा। इसके लिए रोजाना रात में खाना खाने से 1 घंटा पहले चाय का सेवन करें।
मुंह के छाले – Cold Sores
मुंह के छाले में गुड़हल के 4- 5 पत्तियां चबाने से फायदा होता है। इससे लार ज्यादा बनती है और पाचन शक्ति बेहतर हो जाती है।
मुंह के छालों से लिए अन्य घरेलू नुस्खे जानने के लिए यहां क्लिक करें ….
गुड़हल का फूल इस्तेमाल करने के नुकसान – Side Effects of Hibiscus Flower
ऐसा जरूरी नहीं है कि गुड़हल का उपचार हर किसी के लिए फायदेमंद ही साबित हो। इसके सेवन के नुकसान भी हैं। तो आइए जानते है कि गुड़हल का सेवन किन लोगों को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।
गर्भवती महिलाओं को तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए गुड़हल का सेवन
गुड़हल की चाय उन महिलाओं के लिए नुकसानदायक होती है जोकि गर्भवती यानि कि प्रेगनेंट हैं या फिर किसी तरह का फर्टिलिटी ट्रीटमेंट चल रहा है। क्योंकि इससे शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर कम हो जाता है और पीरियड आ सकते हैं। गर्भपात होने की भी आशंका हो सकती है।
‘प्रेगनेंट होने के लिए रोज सेक्स करना चाहिए’ जाने ऐसे ही कुछ मिथ और उनके फैक्ट्स
हार्मोंस ट्रीटमेंट लेने वालों के लिए भी है नुकसानदायक
जी हां जो महिलाएं हार्मोन उपचार करवा रही है या फिर उसकी दवाई ले रही हैं उनके लिए भी गुड़हल का प्रयोग नुकसानदायक ही है। साथ गर्भनिरोधक गोलियां ले रही महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
ड्राइव करते समय न करें इसका सेवन
अगर आपको गाड़ी ड्राइव करनी है तो उसके 1 घंटे पहले या उस समय गुड़हल का किसी भी रूप में सेवन न करें। क्योंकि इसका सेवन करने के बाद नींद आने लगती है। इसीलिए इस बात का खासतौर पर ध्यान रखें।
लो ब्लड प्रेशर के मरीज न करें इसका सेवन
निम्न रक्तचाप यानि कि लो ब्लड प्रेशर के लोगों को गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए। ये उनके ब्लड प्रेशर को और भी कम कर सकती है। जिससे उनकी तबियत बिगड़ जाने का खतरा रहता है।
भूलकर भी न करें खाली पेट इन चीजों का सेवन
पिस्ता के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits Of Pistachios
बालों को काला बनाए रखने का तेल