नीम, तुलसी, एलोवेरा के गुणों से आप बखूबी परिचित होंगे जो बहुत-सी बीमारियों का इलाज हैं। ये वास्तव में ये पौधे नहीं बल्कि जड़ी-बूटियां हैं। इसी तरह की बहुत फायदेमंद दवा है गिलोय। गिलोय को आमतौर पर एक आयुर्वेदिक मेडिसिन माना गया है। यह एक लता या बेल जैसी होती है और आसानी से पार्क आदि में पनप जाती है। इसके पत्ते पान के पत्ते की तरह होते हैं। इसे अमृता के नाम से भी जाना जाता है। गिलोय से आप अनेक बीमारियों का इलाज कर सकते हैं, इनमें से प्रमुख बीमारियों के बारे में यहां जानें
Table of Contents
झुर्रियां व मुहांसे करे गायब – For Acne And Pimples
मोटापा घटाए – Reduce Weight Loss
गियोय से होने वाले दूसरे फायदे – Other Benefits Of Giloy
साइड इफेक्ट – Side Effects Of Giloy
सेहत के लिए गिलोय के फायदे – Giloy Benefits in Hindi
लगभग सभी तरह के बुखार जैसे डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया आदि से बचाव के साथ इनसे होने वाले साइड इफेक्ट से राहत दिलाने में गिलोय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सामान्य बुखार में 4-5 इंच गिलोय का टुकड़ा, 2-3 तुलसी के पत्ते व इतनी ही काली मिर्च का काढ़ा बनाकर पीएं। डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने पर एलोवेरा जूस, अनार का जूस और पपीते की पत्तियों का रस गिलोय के रस के साथ लेने से आराम मिलता है।
दस्त से छुटकारा
दस्त लगने पर गिलोय को पीसकर, निचोड़कर उसका जूस पीएं। जल्द ही दस्त से छुटकारा मिल जाएगा।
पीलिया में लाभकारी
गिलोय के चार-पांच पत्ते और पांच इंच लता लेकर इनका जूस एक दिन छोड़कर दस दिनों तक पीएं, चाहे तो इसमें मिश्री मिला लें। पीलिया ठीक होने के साथ ही आगे कभी दोबारा भी नहीं होगा।
डायबिटीज का बेहतर इलाज
अगर आपको डायबिटीज है तो गिलोय एक अच्छा उचार है। एक महीने तक गिलोय की लता के पांच-छह इंच टुकड़े को कूटकर छान लें और इसका सुबह-सुबह लें। एक महीने में ही टेस्ट करवाने पर फर्क पता चल जाएगा। टाइप टू की डायबिटीज में गिलोय बहुत असरदार है।
कैंसर से राहत
गिलोय का प्रयोग कैंसर को रोकने के लिए किया जाता है। इससे बनी कुछ दवाइयां भी मार्केट में उपलब्ध हैं। कैंसर से बचाव के लिए इसका काढ़ा बनाकर पीएं। काढ़ा बनाने के लिए मुट्ठी भर गेहूं के दानों को अंकुरित कर पांच से सात दिनों तक पानी में डालकर सात से आठ इंच तक धन को बड़ा होने के बाद काटकर पीस लें। अब गिलोय के तने या लता का सात-आठ इंच टुकड़ा लेकर इसमें आठ-आठ तुलसी व नीम के पत्ते मिलाकर पीस लें। इन दोनों के मिक्सचर को मिलाकर सुबह के समय सप्ताह में तीन बार पीएं।
झुर्रियां व मुहांसे करे गायब
गिलोय फेस पर आई झुर्रियों व मुहांसों को खत्म करने का अच्छा ट्रीटमेंट है। इसके लेप को पंद्रह मिनट तक फेस पर लगाने के बाद ठंडे पानी से धो लें। जल्द ही फर्क नजर आएगा।
खून की कमी करे दूर
रोजाना सुबह-शाम गिलोय का रस घी या शहद के साथ लेने से शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है क्योंकि गिलोय इम्युनिटी और डिजीज रजिस्टेंस पावर को बढ़ाता है जिससे हमारा बीमारियों से भी बचाव होता है।
दमा से दिलाए राहत
गिलोय का रस दमा के इलाज में बहुत फायदेमंद है। अस्थमा से होने वाली तकलीफों जैसे छाती में जकड़न, खांसी, सांस में घरघराहट आदि में गिलोय आराम देता है। नीम व आंवला के साथ इसके मिक्सचर को खाने से असर जल्दी होता है।
गठिया से हो निजात
गिलोय वातरोगी गठिया से राहत दिलाने का काम भी करता है। इसके लिए अरंडी के तेल के साथ गिलोय का प्रयोग करना चाहिए। घी के साथ भी इसको लिया जा सकता है। रुमेटी गठिया के लिए गिलोय का अदरक के साथ प्रयोग करें।
आंखों की रोशनी बढ़ाए
गिलोय का प्रयोग आंखों की रोशनी बढ़ाकर चश्मे के बिना देखने में हेल्प करता है। गिलोय को पानी में उबालकर, ठंडा करके आंखों की पलकों पर लगाएं, जल्द ही असर दिखाई देगा।
मोटापा घटाए
गिलोय और त्रिफला के चूर्ण को सुबह-शाम शहद के साथ लेने से मोटापा कम होने लगता है या गिलोय, हरड़, बहेड़ा, आंवले का काढ़ा बनाकर शिलाजीत के साथ रेगुलर पीने पर भी बढ़ता मोटापा रुक कर धीरे- धीरे कम हो जाता है।
गिलोय के नुकसान – Giloy ke Nuksan
आमतौर पर गिलोय के प्रयोग से कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन फिर भी किसी चीज की मात्रा जरूरत से ज्यादा नहीं लेनी चाहिए जिससे किसी तरह के नुकसान की कोई आशंका रहे। अगर आप डायबटीज के मरीज हैं तो गिलोय का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। कई बार इसके प्रयोग से कब्ज और ब्लड प्रेशर कम होने की संभावना रहती है। प्रेगनेंट व बेबी को फीड कराने वाली महिलाएं भी इसका सेवन डॉक्टर से पूछ कर ही करें। तो फिर देर किस बात की आप भी चमत्कारी गिलोय से लाभ उठाइए और अपनी हेल्थ संबंधी समस्याओं से निजात पाइए।
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