व्रत के दौरान सबसे पहली बात जो दिमाग में आती है वह है साबूदाना। जिस दिन भी व्रत होता है साबूदाना (Tapioca in Hindi) तो जरूर से भिगो दिया जाता है। उपवास में अक्सर अन्य भोजन छोड़ कर लोग साबूदाना खाना पसंद करते हैं। क्योंकि ये हल्का और स्वादिष्ट होता है और इसे खाने से पेट भी तुरंत भर जाता है। वैसे साबूदाने का इस्तेमाल आप सिर्फ व्रत में ही नहीं बल्कि अन्य समय में भी कर सकते हैं। क्योंकि व्रत के अलावा भी हेल्द के लिए साबूदाना खाने के फायदे ही फायदे (Sabudana ke Fayde) हैं। साबूदाना में डाइटरी फाइबर के गुण होते हैं जोकि सीधे मानव शरीर के भीतर कई स्थितियों में सुधार के लिए अच्छा होता है। इसके गुणों से अभी तक कई लोग अनजान ही है। अगर आप भी नहीं जानते इसके गुणों के बारे में जरूर जानिए। इसीलिए यहां हम आपको साबूदाना कैसे बनता है, साबूदाना के फायदे, साबूदाना खाने के नुकसान सबकुछ विस्तारपूर्वक बताने जा रहे हैं ताकि आप इसका भरपूर फायदा उठा सकें। जानिए दलिया खाने के फायदे और नुकसान
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साबूदाना क्या है? – (Tapioca in Hindi)
साबूदाना एक सफेद मोती की तरह दिखने वाला स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है। बहुत से लोगों इस बात की कंफ्यूजन रहती है कि आखिर साबूदाना कैसे बनाता (sabudana kya hota hai) है। तो आपको बता दें कि भारत में साबूदाना टैपिओका स्टार्च से बनाया जाता है। इसे सागो पाम नाम के एक पेड़ से बनाया जाता है। सागो दक्षिण भारत में काफी होता है और वैसे ये पौधा अफ्रीका का होता है। इसे बनाने के लिए इस सागो पौधे के तने के बीच के हिस्से यानी गुदे को निकाल लिया जाता है। यह एक तरह का ‘टैपिओका रूट’ होता है, जिसे कसावा भी कहा जाता है और इसी से साबूदाना बनता है। पहली नज़र में यह बहुत तरल दिखता है। फिर इसे मशीन की मदद से मोती का आकार दिया जाता है। हालांकि साबुत साबूदाना बहुत हार्ड होता है, लेकिन पकने के बाद यह पारदर्शी और मुलायम हो जाता है। साबूदाना बाजार में दो साइज में उपलब्ध है, छोटा और बड़ा। इसके अलावा साबूदाना का आटा भी बाजार में उपलब्ध था। इसका उपयोग केवल व्रत में खाने के लिए ही नहीं बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। साबूदाने का सही मात्रा में सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ (sabudana benefits in hindi) होते हैं। इसमें कई पोषक तत्व भी होते हैं। व्रत के दिनों में साबूदाने का खूब प्रयोग किया जाता है। यह तो सभी जानते हैं। लेकिन कई अन्य खाद्य पदार्थ भी इससे बनाए जाते हैं।
साबूदाना खाने के फायदे – Sabudana ke Fayde in Hindi
साबूदाने में बड़ी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। साबूदाना शरीर को कैलोरी प्रदान करता है। शरीर को वह ऊर्जा मिलती है जिसकी उसे आवश्यकता होती है। साबूदाना के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और इसका सेवन स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। साबूदाने में कई पोषक तत्व होते हैं। साबूदाने में 10.99 ग्राम पानी होता है। इसमें 358 कैलोरी होती है। यह प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट भी प्रदान करता है। साबूदाना में 20 मिलीग्राम कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, पोटेशियम, तांबा और सेलेनियम भी होता है। जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है। साथ ही साबूदाने में विटामिन-6 भी पाया जाता है, जो आपके शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जिनकी शरीर को जरूरत होती है। जिससे शरीर को फायदा होता है और आप स्वस्थ रहते हैं। आइए एक नजर डालते हैं आपकी सेहत के लिए साबूदाने खाने के फायदे (sabudana benefits in hindi) पर।
प्रेगनेंसी में साबूदाना खाने के फायदे
साबूदाने में उच्च मात्रा में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और फोलिक एसिड होता है जो शिशु में विकार पैदा होने से रोकते हैं। साथ ही शरीर में ऊर्जा भी पैदा करता है। इसीलिए आप बेफ्रिक होकर प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी डाइट में साबूदाना की खिचड़ी, उपमा या फिर खीर शामिल कर सकते हैं। खासतौर पर इसमें मौजूद पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है।
दूध में साबूदाना खाने के फायदे
अगर किसी मसल्स पेन और हड्डिया कमजोर होने की शिकायत है तो ऐसे में दूध में साबूदाना खाने के फायदे ही फायदे हैं। दूध में साबूदाना में मौजूद कैल्शियम और विटामिन के से हड्डियों में ताकत बनी रहती है और साथ मसल्स की ग्रोथ भी इंप्रूव होती है। इसीलिए साबूदाना और दूध की खीर बना कर इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।
मस्तिष्क के विकास में सहायक
साबूदाना सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं बल्कि हमारे दिमाग के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें दिमाग से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करने के गुण होते हैं। इसमें फोलेट होता है, जोकि हर उम्र के लोगों के दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। यह मस्तिष्क विकारों सहित अन्य बीमारियों के इलाज में भी फायदेमंद है। इसका उपयोग मस्तिष्क के विकास के लिए भी किया जा सकता है।
पाचन में सुधार लाने के लिए
अगर आपको पाचन संबंधी कोई समस्या है तो आप साबूदाने का सेवन जरूर कर सकते हैं। साबूदाने में मौजूद फाइबर और प्रोटीन पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। फाइबर शरीर से मल निकालने में मदद करता है और कब्ज जैसी बीमारियों को दूर करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाए
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए साबूदाना फायदेमंद होता है। साबूदाना कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। एक तरफ जहां कैल्शियम आपकी हड्डियों के विकास के लिए फायदेमंद होता है। दूसरी ओर, आयरन ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डियों के विकारों के इलाज में मदद करता है। मैग्नीशियम हड्डियों को फ्रैक्चर से भी बचाता है और उन्हें कई समस्याओं से लड़ने की ताकत देता है।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को करे कंट्रोल
साबूदाना हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर, पोटेशियम और फास्फोरस आपके बढ़ते रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। फास्फोरस भी निम्न रक्तचाप का कारण बनता है। लेकिन यह हाई ब्लड प्रेशर के लिए भी फायदेमंद होता है। साथ ही साबूदाने में मौजूद पोटैशियम दिल की समस्या वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में मदद करता है।
ब्लड सर्कुलेशन दुरुस्त करने के लिए
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार के लिए साबूदाना का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसमें मौजूद फोलेट आपको अपने संचार तंत्र को मजबूत करने में सक्षम बनाता है। इसके अलावा, फोलेट या फोलिक एसिड रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और रक्त प्रवाह को अधिक कुशल बनाता है। अगर आपको दिल की कोई समस्या है तो वह कम हो जाएगी। यह हृदय रोग से दूर रखने में भी फायदेमंद है।
एनर्जी के लिए बेस्ट है
क्या आप काम करते समय जल्दी थक जाते हैं और क्या आपको अपने शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है? अगर ऐसा है तो आपको साबूदाने का सेवन करना चाहिए। साबूदाना न केवल आपको ऊर्जा देता है बल्कि आपको लंबे समय तक काम करने की ताकत भी देता है। इसमें ऊर्जा, कैलोरी और प्रोटीन होता है और थकान दूर करता है।
एनिमिया की दिक्कत को करे दूर
थकान, कमजोरी और सीने में जकड़न एनीमिया के लक्षण हैं। आयरन की कमी शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी और कमजोरी के कारण होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए आप साबूदाने का सेवन कर सकते हैं। इस रोग के लिए साबूदाना सर्वोत्तम औषधि है। साबूदाना आयरन से भरपूर होता है। यह एनीमिया और इसकी परेशानी से राहत देता है।
गर्मी से बचाए
व्यायाम के दौरान हमारा शरीर अतिरिक्त ऊर्जा के रूप में ग्लाइकोजन (वसा) का उपयोग करता है। इससे हमारे शरीर की गर्मी बढ़ जाती है। उस समय साबूदाने का सेवन आपके शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट शरीर में चयापचय के स्तर को संतुलित करते हैं और शरीर को ग्लूकोज के रूप में ऊर्जा प्राप्त करने में मदद करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप ग्लाइकोजन का कम उपयोग होता है। यह शरीर की गर्मी को कम करने में मदद करता है।
साबूदाना खाने का तरीका – Sabudana Khane ka Tarika
अच्छी सेहत और अच्छे स्वाद के लिए आप दिन भर में लगभग एक कप साबूदाना जरूर खा सकते हैं। इससे भी ज्यादा साबूदाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए साबूदाना कम मात्रा में खाएं। अन्यथा इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। आपके शरीर के लिए यह जानना भी जरूरी है कि साबूदाना कितना और किस रूप में पच सकता है। इसी तरह साबूदाने का सेवन करना चाहिए। साबूदाने का उचित उपयोग स्वास्थ्य और स्वाद (sabudana ke fayde in hindi) को बनाए रखता है। साबूदाना का सेवन आप किसी भी समय कर सकते हैं। आइए देखें कि आप साबूदाने को अपनी डाइट में कैसे शामिल कर सकते हैं और साबूदाना खाने का तरीका (Sabudana Khane ka Tarika) क्या है –
- दूध में साबूदाना खाने के फायदे बहुत है तो आप इससे खीर बना सकते हैं।
- साबूदाने का इस्तेमाल मिठाई के रूप में कर सकते हैं
- साबूदाना का दलिया व्रत के लिए बनाया जाता है, आप चाहें तो इसका उपमा भी बना सकते हैं।
- भीगे हुए साबूदाने को आप भून भी सकते हैं और नाश्ते में इसमें नमक और मसाले भी मिला कर खा सकते हैं।
- साबूदाने के वड़े और पकौड़े भी खा सकते हैं।
साबूदाना के नुकसान – Sabudana ke Nuksan
साबूदाना निश्चित रूप से आपके शरीर के लिए अच्छा होता है। साबूदाना खाने के फायदे भी है और साथ ही इसके नुकसान (sabudana khane ke fayde aur nuksan) भी। वो तब जब इसकी मात्रा अधिक हो तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। चूंकि भारत में साबूदाना टैपिओका से बनता है, तो ये जान लें कि विभिन्न रूपों में टैपिओका खाने के कई फायदे होने के बावजूद, कसावा बहुत जहरीला हो सकता है अगर यह सही से पकाया नहीं गया है। तो आइए जानते हैं क्या है साबूदाना खाने के नुकसान के बारे में-
- साबूदाना में कैलोरी की मात्रा अच्छी होती है, जो वजन बढ़ाने के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन अगर आप इसका ज्यादा सेवन करते हैं तो आपको मोटापे जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं। वहीं इसके अधिक सेवन से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की पथरी और कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा होता है।
- इसमें मौजूद कैल्शियम किडनी की समस्या के साथ-साथ हड्डियों की समस्या भी पैदा कर सकता है। इसलिए ज्यादा खाने से बचें।
- कसावा साइनाइड पैदा करता है, जो मनुष्य के लिए एक अत्यंत जहरीला कंपाउंड है। इसके ओवरडोज से मस्तिष्क और हृदय को नुकसान हो सकता है और व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है।
- साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। तो इसका अधिक सेवन आपको मधुमेह का रोगी बना सकता है या फिर अगर आपको पहले से डायबीटिज है तो ये ब्लड शुगर लेवल को और बढ़ा देगा। इसीलिए साबूदाना खाने के नुकसान से बचने के लिए इसका महीने में 2 से 3 बार सेवन भी बहुत है।
साबूदाना से जुड़े सवाल-जवाब FAQs
क्या व्रत में साबूदाना खाया जाता है?
व्रत में साबूदाना खाने को लेकर अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि इसे खाना चाहिए कि नहीं? तो हम आपको बता दें कि ये इसे सागो पाम नाम के एक पेड़ से बनाया जाता है। हालांकि बाद में इसकी स्टार्च और ग्लूकोज से कोटिंग की जाती है ताकि ये सफेद दिखे, इसके अलावा इसमें ज्यादा कुछ मिक्सिंग नहीं होती है। इसीलिए आप चाहें तो इसे व्रत में खा सकते हैं।
साबूदाना खाने से वजन बढ़ता है क्या?
साबूदाना में कैलोरी की मात्रा अच्छी होती है, जो वजन बढ़ाने के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन अगर आप इसका ज्यादा सेवन करते हैं तो आपको मोटापे जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं।
क्या साबूदाना मांसाहारी है?
कई लोगों को कहना है कि साबूदाना बनाते वक्त तब पौधे के गूद को पानी में रखा जाता है तो इतने दिन तक पानी में रहने पर इसमें कीड़े लग जाते हैं। लेकिन बाद में इसे अच्छे से सुखाया और मशीन में साफ किया जाता है। साबूदाना भी एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे व्रत के दौरान शुद्ध शाकाहार मानकर आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल खाने में करते है।
साबूदाना में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
साबूदाना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व पाये जाते हैं। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की प्रमुखता होती है और इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम व विटामिन सी भी होता है।
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान साबूदाना का सेवन कर सकते हैं?
जी हां, आप बेफ्रिक होकर प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी डाइट में साबूदाना की खिचड़ी, उपमा या फिर खीर शामिल कर सकते हैं। खासतौर पर इसमें मौजूद पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है।
साबूदाना कब नहीं खाना चाहिए?
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर और मोटापे की शिकायत है तो साबूदाना का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ये समस्याएं और भी ज्यादा विकराल रूप ले लेती हैं।
साबूदाना खाने से क्या नुकसान होता है?
साबूदाने के अधिक सेवन से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की पथरी और कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा होता है। इसी के साथ साबूदाना का ओवरडोज आपके मस्तिष्क और ह्वदय पर भी बुरा प्रभाव डाल सकता है।
उपवास और साबूदाना का आपस में गहरा संबंध है। साबूदाना खाने से शरीर को भरपूर एनर्जी मिलती है इसीलिए व्रत में साबूदाना खाने के फायदे (sabudana ke fayde in hindi) बहुत है। साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना वड़े, साबूदाना खीर, साबूदाना पापड़, साबूदाना चकली जैसे विभिन्न प्रकार के साबूदाना तैयार किए जाते हैं। अगर आप साबूदाना खाने का सही समय, साबूदाना कब खाना चाहिए और साबूदाना खाने का तरीका (Sabudana Khane ka Tarika) जानते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद हैं। नहीं तो साबूदाना पचने में मुश्किल होता है, इस वजह से ये फायदा करने के साथ ही नुकसान (sabudana ke fayde aur nuksan) भी कर सकता है। इसीलिए साबूदाना सीमित मात्रा में ही खाएं।
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