पहले बाल सफेद होना उम्र और अनुभव की पहचान होता था, लेकिन आज के दौर में ये बात बेमानी सी हो गई है। ऐसा इसलिए कि अब कम उम्र में बाल सफेद होना बहुत आम होता जा रहा है। आज कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण अनेक हैं। बच्चों में भी यदि एक या दो बाल पके हुए नजर आए तब तो कोई बात नही, लेकिन अगर बाल तेजी से सफेद हो रहे हैं तो ये जानना जरूरी हो जाता है कि बच्चों के बाल सफेद होने के कारण क्या हैं, कम उम्र में बाल क्यों सफेद होते हैं और बाल सफेद होने से रोकने के उपाय क्या हैं।
Table of Contents
- किस उम्र में होते हैं बाल सफेद
- कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण
- बच्चे या बड़े, कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण दोनों में ही एक जैसे हैं-
- इन टिप्स को अपनाकर बाल को समय से पहले ग्रे होने से बचा सकते हैं
- बाल सफेद होने से रोकने के लिए अपनाएं ये उपाय – baal safed hone se kaise roke
- बाल सफेद होना कैसे रोके-
- सफेद हुए बालों के लिए बनाएं नैचुरल डाई
- घर पर बनाएं नेचुरल हेयर डाई
- कम उम्र में सफेद बाल को लेकर किए जाने वाले सवाल-जवाब
किस उम्र में होते हैं बाल सफेद
यूं तो हमारे देश में 35 से 40 साल की उम्र में लोगों के बाल सफेद होना शुरू होने लगते हैं। लेकिन अगर बाल 25 साल की उम्र से पहले सफेद होने लगे तो ऐसे लोगों को कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय पर जानकारी बटोरना शुरू कर देना चाहिए। आजकल 8 साल की उम्र के बच्चों में भी सफेद बाल देखे जा सकते हैं।
कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण
कम उम्र में बाल सफेद होने के कई कारण होते हैं, जैसे-
- विटामिन बी12 की कमी
- धूम्रपान
- स्ट्रेस
- थायराइड
- जेनेटिक्स
- ऑटो इम्यून बीमारियां
बच्चे या बड़े, कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण दोनों में ही एक जैसे हैं-
1. विटामिन बी 12 की कमी
विटामिन बी 12 की कमी को कम उम्र में या समय से पहले बाल सफेद होने का सबसे कॉमन कारण माना जाता है।
2. धूम्रपान
25 साल के पहले बाल के सफेद होने के कारणों में कुछ विशेषज्ञ धूम्रपान की आदत को भी कारण मानते हैं।
3. स्ट्रेस
आजकल हर उम्र के लोगों की लाइफ में तनाव है। तनाव को भी असमय बाल सफेद होने का बड़ा कारण माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार तनाव के वक्त बनने वाले हार्मोन बाल को रंग देने वाले सेल मेलैनोसाइट को प्रभावित करते हैं। हालांकि इस दिशा में हुए ताजा रिसर्च इस बात की ओर भी इशारा करते हैं कि अगर जीवन से स्ट्रेस कम हो जाए तो बाल का सफेद होना रुक जाता है।
4. थायरॉइड
जब शरीर में थायरॉइड ग्लैंड्स में हार्मोन कम बनने लगता है यानि हाइपोथाइरॉइड की स्थिति में भी बाल समय से पहले सफेद होने लगते हैं।
5. जेनेटिक्स
अगर परिवार में माता पिता या उनके माता पिता में किसी के बाल समय से पहले सफेद हुए थे तो बहुत मुमकिन है कि इसका असर अगले जनरेशन में भी दिखे। असमय बाल ,सफेद होने के मुख्य कारणों में जेनेटिक्स भी शामिल है।
6. ऑटो इम्यून बिमारियां
ऑटो इम्यून बिमारियों में शरीर का इम्यून सिस्टम शरीर पर ही अटैक करता है। अलोपेसिया और विटिलिगो जैसी बीमारियों में अक्सर बाल जल्दी सफेद होने लगते हैं।
इन टिप्स को अपनाकर बाल को समय से पहले ग्रे होने से बचा सकते हैं
1. विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में मीट, डेयरी प्रोडक्ट और फोर्टिफाइड सीरियल्स शामिल करें। डाइट में सोयाबीन, ब्रोकली, ओट्स, मछली आदि भी शामिल करें।
2. रोजाना कम से कम 40 मिनट एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज शरीर को अंदर से फिट रखता है और इससे कई तरह के हार्मोन भी संतुलित रहते हैं।
3. तनाव से दूर रहने के लिए लाइफ स्टाइल में योग को शामिल करें। योग को तनाव कम करने के साथ कई तरह से शरीर के लिए फायदेमंद माना गया है।
4. बचपन से ही छोटे बच्चों को ताजा फल और सब्जियां खाने की आदत डालें। बड़ों को भी इन चीजों को नियमित अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
5. आजकल टीन एज में आते ही बच्चे धूम्रपान ट्राई करने की शुरुआत करने लगते हैं। असमय बाल सफेद होने के कारणों में ये भी अहम है और धूम्रपान के दुष्परिणामों से बचने के लिए इससे दूरी बनाना ही एकमात्र उपाय है।
बाल सफेद होने से रोकने के लिए अपनाएं ये उपाय – baal safed hone se kaise roke
बाल को असमय सफेद होने से रोकने के लिए कई तरह के घरेलू चीजों को यूज करके बाल का ख्याल रखा जा सकता है। कई लोग इन घरेलू चीजों को बाल को घना करने या बाल को बढ़ाने के तरीके के रूप में इस्तेमाल करते हैं और लंबे, घने बाल के साथ उनके बाल काले भी बने रहते हैं। अगर आपके परिवार में असमय बाल सफेद होने की हिस्ट्री है या आप ने सिर पर दो-चार काले बाल देखे हैं तो इन घरेलू उपायों से बाल को लंबे समय तक काला बनाए रखा जा सकता है।
- आंवला के साथ मेथी
- ऑयल में करी पत्ता
- मेहंदी में कॉफी
- तोरई का तेल
- प्याज का रस
- शिकाकाई पाउडर
बाल सफेद होना कैसे रोके-
1. आंवला के साथ मेथी
1 से डेढ़ कप नारियल, जैतून या बादाम के तेल में 6 से 7 आंवला मिलाकर कुछ मिनट के लिए उबालें। इसमें मेथी का पाउडर डालें और तेल को ठंडा होने दें। इस तेल से आंवला छानकर हटा लें और इसे स्टोर कर सकते हैं।
इस तेल से स्कैल्प में अच्छी तरह मालिश करें और रात भर छोड़ने के बाद सुबह माइल्ड शैम्पू से बाल धो लें। आंवला और मेथी, दोनों ही बाल को काला करने के साथ बाल में ग्रोथ, मजबूती और चमक लाने के लिए भी उपयोगी है।
2. ऑयल में करी पत्ता
एक से डेढ़ कप नारियल तेल में 15 से 25 करी पत्ता मिलाएं और इसे कुछ मिनट उबलने दें। तेल को तब तक उबालें जब तक कि उसका रंग गहरा या काला न हो जाए। इसे छानकर स्टोर कर लें और ,सप्ताह में दो या तीन बार बाल और स्कैल्प पर लगाएं। रात भर रहने देने के बाद सुबह शैम्पू करें।
करी पत्ता न सिर्फ बाल को काला बनाता है, बल्कि ये बाल को मजबूत बनाते हैं और बाल का झड़ना भी रोकते हैं।
3. तोरई का तेल
बहुत कम लोग जानते हैं कि तोरई से बाल को सफेद होने से रोका जा सकता है। इसके लिए 200 एम एल के हिसाब से 3 से 4 तोरई को काटें और छाया में 4 दिनों तक सूखने दें। अब लोहे के पैन या किसी भी बर्तन में तेल गर्म करें, इसमें तोरई के टुकड़े डालें। आप इसके साथ तेल में मेथी और कलौंजी में पका सकते हैं। जब तुरई तेल में मिक्स होने लगे तो इसे आंच से हटा दें। इस तेल में साथ में करी पत्ता भी मिलाया जा सकता है।
इस तेल से सप्ताह में 2 से 3 बार स्कैल्प मासज करें और सुबह बाल धो दें। तुरई में ऐसे एंजाइम्स होते हैं जो मेलाइन को एक्टिवेट करके बाल का रंग काला बनाए रखते हैं।
घर में बने ये तेल बाजार में मिलने वाले बेस्ट हर्बल हेयर ऑयल के सामने कहीं ज्यादा सस्ते और कारगर हैं।
4. मेहंदी में कॉफी
मेहंदी नेचुरल कंडीशनर होने के साथ बाल को काला रंग भी देता है। मेहंदी ंमें कॉफी पाउडर मिलाने से उसका रिजल्ट और भी अच्छा होता है। इसके लिए पहले गर्म उबलते पानी में एक चम्मच कॉफी पाउडर मिलाएं। अब जब ये ठंडा हो जाए तो इसी कॉफी से मेहंदी का पेस्ट बनाकर कुछ घंटे के लिए छोड़ दें। इस पेस्ट में एक चम्मच कोई भी तेल जैसे नारियल, जैतून या सरसों मिलाकर पूरे बाल में लगा लें। एक घंटे बाद बाल धो दें।
5. प्याज का रस
2 से 3 टेबलस्पून प्याज के रस में नींबू और ऑलिव या नारियल तेल मिलाएं। इसे स्कैल्प पर मासज करें और एक घंटे बाद धो दें। प्याज का रस बाल की ग्रोथ बढ़ाता है और साथ ही बाल का रंग भी काला रखने के लिए भी उपयोगी है। नींबू बाल में चमक देता है। इतना ही नहीं बालों के लिए प्याज के तेल के फायदे अनेक हैं। इन्हें आप बाजार से खरीद सकते हैं या नारियल तेल में मिलाकर घर पर ही बना सकते हैं।
6. शिकाकाई पाउडर
सदियों से बाल का ख्याल रखने के लिए शिकाकाई का इस्तेमाल किया जाता रहा है। ये एक नैचुरल शैम्पू है और नियमित इस्तेमाल से बाल को काला, मजबूत और घना करता है।
शिकाकाई के पाउडर को दही में मिलाकर हेयर पैक बना सकते हैं। इसे मेहंदी, दही के साथ मिलाकर भी बाल पर लगाया जा सकता है। हालांकि बाजार में बाल काले करने का शैम्पू मिलता है, लेकिन इनसे शिकाकाई जैसे नैचुरल शैम्पू की तुलना नहीं की जा सकती है।
सफेद हुए बालों के लिए बनाएं नैचुरल डाई
हमारे यहां किचन में कुछ ऐसे मसाले और जड़ी बूटियां मौजूद होती हैं जो बाल को प्राकृतिक रूप से काला रंग देते हैं। इनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये बाल को सिर्फ काला नहीं करते हैं, बल्कि ये बाल को हेल्दी, शाइनी और स्ट्रॉन्ग भी बनाते हैं। सफेद बाल काले करने का नेचुरल तरीका में मेहंदी के अलावा और भी कई चीजें शामिल हैं, जैसे-
- दही, काली मिर्च और नींबू
- भृंगराज तेल
- गुड़हल के फूल
घर पर बनाएं नेचुरल हेयर डाई
1. दही, काली मिर्च और नींबू
आधा कप दही में एक टेबलस्पूल ताजी पीसी हुई काली मिर्च लें और नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को बाल और स्कैल्प में मसाज करते हुए लगाएं। एक से डेढ़ घंटे बाल बाल धो दें। काली मिर्च बालों को काला करने के साथ बालों की ग्रोथ बढ़ाने में भी मदद करती है।
2. भृंगराज
भृंगराज का इस्तेमाल बालों को मजबूती देने से लेकर उन्हें लंबा करने तक किया जाता रहा है और यही कारण है कि मार्केट में ऐसे कई नेचुरल और हर्बल तेल है जिसमें भृंगराज होता है। घर पर बाल को काला करने के लिए भृंगराज को गुनगुने नारियल तेल में बिलकुल कम आंच पर रखकर गर्म करें। इसे बाल और स्कैल्प पर मालिश करें और एक घंटे बाद धो दें।
इसे सप्ताह में तीन बार यूज करके आप बालों को काला रंग दे सकते हैं।
3. गुड़हल के फूल
गुड़हल के फूल में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स की अधिकता होती है जो कि बाल के रंग को बनाए रखने वाले मेलेनिन के लिए जरूरी होते हैं। गुड़हल का फूल और पत्तियां सदियों से आयुर्वेद में बाल को स्वस्थ और खूबसूरत रखने के लिए किया जा रहा है।
गुड़हल के फूल और पत्तियों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रखें। सुबह से इसी पानी से अपने बाल को रिंज करें। गुड़हल के फूल को पीसकर मेहंदी में मिक्स करके बाल में लगा सकते हैं। तेल में भी गुड़हल के फूल को पका कर रख सकते हैं। गुड़हल के फूल के पाउडर को भी हिना या दूसरे हेयर पैक में यूज कर सकते हैं।
कम उम्र में सफेद बाल को लेकर किए जाने वाले सवाल-जवाब
1. क्या सफेद बाल को तोड़ने से बाल तेजी से सफेद होते हैं?
अब तक ऐसा कोई शोध नहीं हुआ जो ये प्रूव करता हो कि सफेद बाल को तोड़ने से बाल तेजी से सफेद होते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार हम स्कैल्प में मैजूद हेयर फॉलिकल को एक से दो नहीं बना सकते इसलिए ऐसा नहीं है कि एक जगह से बाल उखाड़ने पर वहां दो बाल आएंगे। फिर भी विशेषज्ञ सफेद बाल को उखाड़ने से मना करते हैं क्योंकि इससे हेयर फॉलिकल के नष्ट होने का डर रहता है और ये गंजापन का कारण बन सकता है।
2. क्या आयुर्वेद में सफेद बाल के लिए इलाज है?
विशेषज्ञ मानते हैं कि आयुर्वेद में ऐसे कई इलाज हैं जो बाल को असमय सफेद होने से रोक सकती हैं। इसके लिए खुद से दवा ढूंढकर खाने से अच्छा है कि किसी आयुर्वेदिक इंस्टिट्यूट में विशेषज्ञ से मिलें और बताई जाने वाली दवाइयां ही खाएं।
3. क्या सफेद बाल जल्दी टूटते हैं?
सफेद बाल छूने में रफ और ड्राई लगते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कमजोर होते हैं। सफेद बाल के रफ होने का कारण स्कैल्प का ड्राई होना है, जिसकी वजह से बाल भी ड्राई होने लगते हैं।
4. क्या सफेद बाल फिर से ब्लैक हो सकते हैं?
सफेद बाल को पूरी तरह से ब्लैक नहीं किया जा सकता है, लेकिन बाल को तेजी से सफेद होने से रोका जरूर जा सकता है। बहुत सारे देशों में ऐसे ट्रीटमेंट और लेजर तकनीक हैं जो बाल के सफेद होने से रोक देती है। वैसे ऐसे किसी भी ट्रीटमेंट के पहले डॉक्टर और ट्राइकोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए। अच्छी, पोषक डाइट और घरेलू नुस्खे कुछ लोगों पर अच्छा काम करते हैं।
5. क्या स्ट्रेस से बाल असमय सफेद होने लगते हैं?
सफेद बाल को लोग मजाक में स्ट्रेस हाइलाइट्स भी बोलते हैं। साल 2021 में हुए एक शोध के शुरुआती नतीजों में ये बात सामने आई है कि स्ट्रेस बाल को सफेद तो करता है, लेकिन सुकून में रहने पर और स्ट्रेस को मैनेज करने पर सफेद बाल फिर काले हो जाते हैं।
वैसे भी स्ट्रेस कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है और इसका नकारात्मक असर स्किन और बाल दोनों पर दिखता है।