दस्त या डायरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसे बीमारी कहना सही नहीं होगा। दस्त कभी भी किसी को भी लग सकते हैं। फिर चाहे वो कुछ गलत खा लेने की वजह से हो या फिर शरीर में पानी की कमी के चलते। दस्त से पीड़ित व्यक्ति को बार-बार मल त्याग करने जाना पड़ता है। या सामान्य मॉल से अत्यधिक पतले और प्रकृति में ढीले, नरम और थोड़े पानी वाले होते हैं। कुछ मामलों में, दस्त से तेज दुर्गंध आ सकती है। यह आम तौर पर तीन दिनों से अधिक नहीं रहता है। वहीं अगर आप दस्त के गंभीर लक्षणों से पीड़ित हैं तो आपको चिकित्सा सहायता लेने की आवश्यकता पड़ सकती है। मगर डॉक्टर से सलाह करने से पहले बेहतर होता है कि हम घरेलू तरीकों से घर पर ही दस्त रोकने के घरेलू उपाय आजमा कर देख लें। हम यहां आपको पतले दस्त रोकने के घरेलू उपाय (loose motion ka ilaj) बता रहे हैं। डिप्थीरिया के लक्षण
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दस्त होने के लक्षण – Symptoms of Loose Motion in Hindi
दस्त के लिए घरेलू उपाय जानने से पहले बेहतर होगा हम दस्त होने के लक्षण (Symptoms of Loose Motion in Hindi) के बारे में जान लें। हम यहां आपको दस्त के लुक लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आता है तो यह दस्त है। यह लक्षण कुछ इस प्रकार हैं:
– ढीला पानी वाला मल
– पेट में दर्द
– पेट में ऐंठन
– आंत्र गति पर नियंत्रण का नुकसान
– पेशाब करने की अत्यावश्यकता
– बुखार
– मल में रक्त और बलगम
– शरीर में एनर्जी की कमी
– प्यास न लगना
– चक्कर आना
दस्त होने के कारण – Causes of Loose Motion in Hindi
आमतौर पर दस्त तब होते हैं जब आंतें अत्यधिक तरल पदार्थ का स्राव करती हैं या यह शरीर के तरल पदार्थों को अवशोषित करने में विफल रहता है, जिससे तरल पदार्थ की अत्यधिक हानि होती है और डिहाइड्रेशन हो जाता है। इसके अलावा भी कुछ ऐसे कारण हैं, जिस वजह से आपको दस्त लगने की शिकायत हो सकती है।
– खान-पान की खराब आदतें
– फूड पॉइज़निंग
– किसी तरह का संक्रमण
– दवाओं के दुष्प्रभाव
– किसी प्रकार के भोजन से एलर्जी
– संवेदनशील आंत की बीमारी
– दूध से बनी चीज़ें न पचा पाना
– बिना पाश्चुरीकृत या कच्चे दूध का सेवन
दस्त रोकने के घरेलू उपाय – Dast Rokne ke Gharelu Upay
दस्त लगने पर शरीर निढाल पड़ जाता है। शरीर की सारी ऊर्जा जैसे दस्त के साथ पानी बनकर बाहर निकल जाती है। कमजोरी इतनी अधिक हो जाती है कि बिस्तर से उठने तक का मन नहीं करता। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि दस्त का इलाज (loose motion ka ilaj) जल्द से जल्द किया जाए। हम यहां आपको दस्त रोकने के घरेलू उपाय (loose motion home remedies in hindi) बता रहे हैं।
जीरा पानी – (Jeera: Home Remedy for Loose Motion in Hindi)
जीरा पानी एक सूदिंग और माइल्ड ड्रिंक है, जो गैस को शांत करता है और हल्के दस्त के मामलों में राहत देता है। इसके लिए जीरे को उबलते पानी में डालकर ठंडा करके सेवन करें। यह ड्रिंक न सिर्फ बड़ों के लिए बल्कि शिशुओं और 6 महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए भी सुरक्षित है।
नारियल पानी – (Coconut: Dast ka Gharelu Upchar)
टेंडर नारियल पानी दस्त के लिए सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है, और 5 इलेक्ट्रोलाइट्स – पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम और फास्फोरस के गुणों से भरपूर होता है। दस्त के दौरान टेंडर नारियल पानी का सेवन करने से तरल पदार्थ की कमी पूरी हो जाएगी और आपको ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलेगी।
दही – (Curd: Loose Motion ka Ilaj)
दस्त के लिए दही एक उत्कृष्ट उपाय है क्योंकि इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंत और आंतों के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक होते हैं। जैसा है वैसा ही सेवन करें या शहद के साथ मिलाएं। आप चाहें तो दही में 1 चम्मच ईसबगोल भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर – (Apple Cider Vinegar: Home Remedy for Loose Motion in Hindi)
एप्पल साइडर विनेगर दस्त के लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है। इतना ही नहीं यह पेट दर्द से भी राहत दिला सकता है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं। अब स्वाद के लिए शहद डालें। सबको अच्छी तरह मिलाएं और तुरंत पी लें। इस मिश्रण को आप कुछ दिनों तक दिन में दो बार पी सकते हैं।
केला – (Banana: Loose Motion Rokne ka Tarika)
दस्त होने पर कच्चा केला खाएं। केले का सेवन दस्त के लिए आजमाया हुआ और परखा हुआ उपाय है और आप जल्द ही बेहतर महसूस करेंगे। अगर आप कच्चा केला खाना पसंद नहीं करते हैं, तो आप एक कच्चे केले को दही के साथ मिलाकर एक स्मूदी तैयार कर सकते हैं। आप 2 -3 केले खा सकते हैं या केले और दही की स्मूदी का सेवन दिन में दो बार कुछ दिनों तक कर सकते हैं। केले पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जिनका सेवन करने पर शरीर में तरल पदार्थों की भरपाई होती है।
अदरक – (Garlic:Home Remedy for Loose Motion in Hindi)
गैस्ट्रिक और पेट की समस्याओं से राहत के लिए प्रसिद्ध, अदरक लूज मोशन के घरेलू उपाय में से एक है, जिसका सेवन आप तब कर सकते हैं जब आप दस्त का अनुभव कर रहे हों। स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए आप अदरक का पानी या अदरक की चाय पी सकते हैं।
नींबू पानी – (Lemon:Loose Motion ke Gharelu Upay)
बात जब दस्त रोकने के घरेलू उपाय (loose motion ka ilaj) तो नींबू पानी के बिना अधूरी रहती है। नींबू का रस दस्त के इलाज के लिए अद्भुत काम करता है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस एक गिलास पानी में आधा नींबू का रस निचोड़ लें। चीनी और नमक डालें और अच्छी तरह मिलाकर पियें। बेहतर परिणाम के लिए आप दिन में दो या तीन बार नींबू पानी पी सकते हैं।
कैमोमाइल टी – (Chamomile Tea:Loose Motion ka Ilaj)
कैमोमाइल टी एक लोकप्रिय ड्रिंक है और इसे पीने से वयस्कों को दस्त से राहत मिल सकती है। इसे बनाने के लिए एक बर्तन में एक कप पानी डालकर उबाल लें। अब इसमे कैमोमाइल टी डालें और इसे कुछ मिनटों के लिए उबलने दें। छान कर ठंडा होने दें। शहद डालें और तुरंत सेवन करें। आप इस चाय को दिन में लगभग तीन बार पी सकते हैं। कैमोमाइल में एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट दर्द को कम कर सकते हैं और दस्त को रोकने में मदद कर सकते हैं।
ब्लूबेरी टी – (Blueberry Tea:Loose Motion Treatment in Hindi)
ब्लूबेरी टी पेट की समस्याओं के लिए एक लोकप्रिय घरेलू उपचार है और इससे आपको दस्त से भी राहत मिलेगी। इसे बनाने के लिए एक मग गर्म पानी में ब्लूबेरी की जड़ मिलाएं। आप टी बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लगभग 8 से 10 मिनट तक ऐसे ही रहने दें। पानी को छान लें और उसमें शहद मिलाएं। अब सबको अच्छी तरह मिलाएं और गर्मागर्म पीएं। आप इस चाय को दिन में कम से कम तीन बार पी सकते हैं। ब्लूबेरी में एंथोसायनिन और पॉलीफेनोल जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो पाचन तंत्र को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं और दस्त की समस्या का मुकाबला कर सकते हैं।
मेथी के बीज – (Fenugreek: Home Remedy for Loose Motion in Hindi)
दस्त से लड़ने में मेथी दाना बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसका सेवन करने के लिए मेथी के दानों को लगभग 15 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। इन्हें पीसकर बारीक पेस्ट बना लें और एक गिलास पानी में मिलाकर सेवन करें। आप एक ब्लेंडर का उपयोग करके सूखे मेथी के बीज को पाउडर के फॉर्म में भी बना सकते हैं। एक गिलास पानी में पाउडर मिलाएं और पीएं। आप इसे कुछ दिनों के लिए दिन में दो या तीन बार पी सकते हैं, खासकर खाली पेट। मेथी के दानों में अधिक मात्रा में म्यूसिलेज होता है जो मल में अधिक मात्रा में जोड़ने और दस्त का इलाज करने में मदद करता है।
शहद और दालचीनी – (Honey and Cinnamon:Dast ka Gharelu Upchar)
शहद और दालचीनी का यह नुस्खा दस्त के लिए बेहद कारगर है। इसके लिए एक कप गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और शहद मिलाएं। अच्छी तरह से हिलाएं और तुरंत सेवन करें। आप इस उपाय को दिन में दो से तीन बार एक दो दिन तक आजमा सकते हैं। दालचीनी और शहद का मिश्रण आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में मदद कर सकता है जो दस्त का कारण बनते हैं। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आमतौर पर दस्त के साथ होने वाले लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पेट में मरोड़ और दस्त की दवा – Loose Motion Medicine in Hindi
कई लोगों को दस्त रोकने के घरेलू उपाय (loose motion ke gharelu upay) असर नहीं करते हैं या फिर उन्हें इसका असर देर में होता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से सलाह लेकर पेट में मरोड़ और दस्त की दवा (Loose Motion Medicine in Hindi) का सेवन कर लें। हम यहां आपको दस्त की कुछ दवाओं का सुझाव दे रहे हैं।
लोट्रोनेक्स – Lotronex (alosetron)
दस्त रोकने की टेबलेट (loose motion treatment in hindi) में Lotronex (alosetron) नाम की दवा असरदार दवाओं में से एक है। यह आंतों में सेरोटोनिन नामक रसायन की क्रिया को बनने से रोकती है। साथ ही आंतों के माध्यम से मल की गति को धीमा कर देती है। डॉक्टर द्वारा सुझाये जाने के बाद आप इस दवा का सेवन दस्त में कर सकते हैं।
नॉरफ्लेक्स टीज़ेड Norflox-TZ
Norflox-TZ Tablet 10s एंटीबायोटिक दवाओं के समूह से संबंधित है, जिसका उपयोग दस्त और बैक्टीरिया, अमीबिक या मिश्रित मूल के पेचिश के इलाज के लिए किया जाता है। डायरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें दस्त आना सबसे आम समस्या है साथ ही इससे शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है। ऐसी स्थिति में आप डस्टर से सलाह लेने के बाद इस दस्त रोकने की टेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दस्त लगने को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s on Loose Motion in Hindi
सवाल- दस्त होने पर क्या खाना चाहिए?
जवाब- दस्त होने पर केला खाएं या फिर दिए गए उपाय आजमाकर देखें।
सवाल- दस्त होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?
जवाब- अंगूर, कटहल, बीन्स, बथुआ, कद्दू जैसी चीजें दस्त होने पर नहीं खानी चाहिए।
सवाल- पतले दस्त को कैसे रोके?
जवाब- इसके लिए आप एक कटोरी दही में एक चम्मच ईसबगोल मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
सवाल- बार बार दस्त लगने का क्या कारण है?
जवाब- शरीर में पानी की कमी होना बार बार दस्त लगने का कारण बनता है।
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