शहद में विटामिन ए, बी, सी, आयरन, कैल्शियम, सोडियम, फास्फोरस और आयोडीन होता है। रोजाना शहद खाने से शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। आयुर्वेद में शहद को संपूर्ण गुणों से युक्त आहार का दर्जा दिया गया है। शहद एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है जिसे हम आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। बहुत से लोग दूध और शहद को मिलाकर इसका सेवन करते हैं। कुछ तो अपने व्यंजनों में शहद भी शामिल करते हैं। शहद में स्वाद (shahad khane ke fayde) के अलावा कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। शहद का सही मात्रा में सेवन करने से चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ होते हैं। शहद का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी किया जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को शुद्ध करने में मदद करते हैं। तो आइए जानते हैं शहद के फायदे (shahad ke fayde) के बारे में –
रात को सोने से पहले शहद का सेवन करने से आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जो स्वस्थ रहने में मदद करता है। रात को अच्छी नींद लेने के लिए शहद फायदेमंद हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शहद में वृद्धि के लिए लाभकारी हार्मोन होते हैं। अगर आप सोने से पहले शहद का सेवन करते हैं तो इससे आपकी नींद की समस्या कम हो जाएगी।
दिल की बीमारियों से दूर रहने के लिए शहद का सेवन करें। इसके लिए रोजाना सुबह में एक गिलास गुनगुने पानी में शहद मिलाकर इस मिश्रण को पी लें। शहद (shahad khane ke fayde) फेनोलिक यौगिकों से भरपूर होता है। जो एक प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। यह तत्व हृदय रोग के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
सर्दी-खांसी से छुटकारा पाने के लिए शहद का सेवन अमृत माना जाता है। शहद का सेवन सुबह उठने के बाद और सोने से पहले करना चाहिए। एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच शहद या शहद मिलाकर पिएं। शहद में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। यह घटक गले के संक्रमण को कम करने में मदद करता है। गले में खराश, गले में खराश, तेज सर्दी और खांसी से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार शहद का सेवन करना चाहिए।
हर उम्र के लोगों को सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। अत्यधिक काम का तनाव, अवसाद, अपर्याप्त नींद और कई अन्य कारण सिरदर्द का कारण बनते हैं। कभी-कभी दर्द असहनीय होता है। एक शोध के अनुसार शहद के सेवन से सिर दर्द में आराम मिलता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करते हैं। गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीने से सिर दर्द में आराम मिलती है।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी शहद का सेवन करना चाहिए। एक कप गर्म पानी में शहद और आधा नींबू का रस मिलाकर इस मिश्रण को पी लें। शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
अगर आप रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी में एक चम्मच कच्चा शहद मिलाकर पिएंगे तो यह आपके शरीर की चर्बी को कम करने में मदद करेगा। डॉक्टर भी आपके वजन को नियंत्रण में रखने के लिए इस उपाय की सलाह देते हैं। इतना ही नहीं अगर आप जिम जा रहे हैं तो आपको वहां जाने की सलाह भी दी जाती है। शहद सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में से एक है।
बहुत से लोगों को पाचन संबंधी बड़ी समस्या होती है। शहद के नियमित सेवन से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह आपके पाचन को नियमित करने में मदद करता है। शहद कब्ज और सूजन के लिए एक अच्छा उपाय है। शहद में मौजूद बिफीडोबैक्टीरिया पेट की इस परेशानी से निजात दिलाने में आपकी मदद करता है।
अगर आप रोजाना शहद का सेवन करेंगे तो आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। चीनी के सेवन से आपके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। लेकिन अगर आप रोजाना सही मात्रा में शहद का सेवन करते हैं तो इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। शहद में डेक्सट्रिन नाम का फाइबर होता है जो आपके शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
आयुर्वेद में जायफल और शहद के फायदे से संबंधित बहुत सारी जानकारी दी गई है। गठिया का दर्द दूर करने से लेकर शहद के फायदे चेहरे पर लगाने की भी हैं। जी हां, जायफल को पीसकर शहद मिला लें। इसे चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग और धब्बे मिटते हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर डाइजेशन दुरुस्त बनाने तक हल्दी दूध बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन दूध हल्दी और शहद के फायदे साथ में मिलकर और भी तेजी से अपना असर दिखाते हैं। यदि किसी का ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है तो उसे रोजाना रात में दूध हल्दी और शहद इन तीनों को एक साथ लेना है। कहने का मतलब है कि हल्दी वाले दूध में चीनी की जगह शहद डालकर पीने से ज्यादा लाभ होते हैं।
रात में सोने से पहले गुनगुने दूध में शहद डालकर पीने से नींद अच्छी आती है और पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है लेकिन इसी के साथ दूध और शहद के फायदे पुरुषों के लिए हिंदी भी देखने को मिलते हैं। इसका सेवन करने से पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
इन दोनों (दालचीनी और शहद के फायदे इन हिंदी) के फायदे साथ में मिलकर और भी तेजी से असर दिखाते हैं। दालचीनी और शहद को गुनगुने पानी में डालकर पीने से हार्ट अटैक के जोखिम से बचा जा सकता है। वहीं दालचीनी और शहद को मिलाकर रोज खाने से गठिया रोग के दर्द में भी राहत मिलती है। इसके अलावा इन दोनों का साथ में सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम रहता है। कई अध्ययनों से तो ये भी यह पता चला है कि दालनीची पाउडर और शहद के नियमित सेवन से पॉलीसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम (PCOS) में राहत मिलती है।
कलौंजी और शहद के फायदे भी बहुत से हैं। इन्हें साथ में लेने से सेहत अच्छी रहती हैं औऱ स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। कलौंजी के साथ, थोड़ा शहद मिला कर खाने से काफ़ी फ़ायदा होता है, अगर इसे गर्म पानी में पिया जाए, तो यह और लाभदायक होता है।
अदरक और शहद के फायदे के बारे में ज्यादातर लोग जानते हैं कि इसके सेवन से कैसी भी खांसी हो जल्द ठीक हो जाती है। NCBI ने भी खुद इस बात की पुष्टि की है कि अदरक और शहद में ऐसे औषधीय गुण मौजूद हैं जो सर्दी, खांसी और जुकाम की समस्या से राहत दिला सकते हैं और इसके जोखिम को भी कम कर देते हैं।
हम में से ज्यादातर लोगों को शहद खाना पसंद करते है, इसका स्वाद बहुत अच्छा होता है और यहां तक की बच्चे शहद खाना बहुत पसंद करते है। लेकिन शहद को कैसे खाना चाहिए, इसे खाने का सही तरीका और कितनी मात्रा में खाना चाहिए? ये नहीं जानते हैं। वैसे इसके बारे में हर किसी को जानकारी होनी ही चाहिए क्योंकि शहद के फायदे और नुकसान (shahad ke fayde) दोनों ही होते हैं। तो आइए जानते हैं कि शहद को कैसे खाना चाहिए –
इसमें तो कोई दो राय नहीं है कि शहद के फायदे और नुकसान दोनों ही हैं। अगर आप सही मात्रा में शहद का सेवन करते हैं तो यह आपकी सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता है। शहद आयुर्वेद में सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है। लेकिन कुछ चीजों के साथ इसे कभी नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से यह फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसानदायी हो सकता है. आयुर्वेद के अनुसार यहां जानिए किन चीजों के साथ शहद का सेवन कभी नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं ऐसी कौन सी चीजें हैं जिनके साथ शहद खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
शहद की तासीर वैसे भी गरम होती है। तो इसीलिए इसे ज्यादा गर्म पानी के साथ नहीं लेना चाहिए। गर्म पानी में शहद डालकर पीने से पेट गड़बड़ हो जाता है और दस्त की समस्या होने लगती है।
नॉनवेज में खासतौर पर मछली और मीट के साथ शहद का सेवन नहीं करना चाहिए। मांस, मछली के साथ शहद का सेवन करना जहर के समान माना जाता है। इससे सफेद दाग होने की आशंका रहती है। साथ ही ध्यान रखें कि नॉनवेज खाने के 1 घंटे पहले और बाद तक शहद का सेवन न करें।
घी और शहद समान मात्रा में मिलाकर खाने से वो सांप के जहर से भी ज्यादा जहरीला हो जाता है। शहद का गर्म करके खाना भी जहर खाने जैसा ही होता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शहद का बिल्कुल सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। इसके ज्यादा सेवन से आपको कई तरह की तकलीफें हो सकती है। खासतौर पर गर्भवती महिलाएं को, क्योंकि शहद की तासीर गर्म होती है और इसके ज्यादा सेवन से गर्भपात का खतरा हो सकता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर के मरीज या फिर वो लोग जिनका ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित रहता है उनके लिए भी शहद का ज्यादा सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है।
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असली या शुद्ध शहद की पहचान करने का सबसे सरल तरीका है आग से शहद की शुद्धता की चांज करना। इसके लिए माचिस की तीली के मसाले लगे भाग को काट दें और उस पर रूई लपेट कर ऊपर से शहद लगा दें। फिर इस शहद लगी रूई को मोमबत्ती की आंच पर रखें, अगर रुई जलने लगे, तो शहद शुद्ध है। अगर जलने में समय लेती है, तो शहद में पानी की मिलावट हो सकती है।
शहद का सेवन उस वक़्त नहीं किया जाना चाहिए जब आप गर्म वातावरण में काम कर रहे है या जहां आप अधिक गर्मी के संपर्क में है। शहद को गर्म खाद्य पदार्थों के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए। शहद की दैनिक खुराक एक व्यक्ति के लिए चिकित्सा के दौरान 100 ग्राम, दिन के दौरान 30-35 ग्राम और रात में 25-30 ग्राम होनी चाहिए।
शहद की तासीर गर्म होती है इसीलिए इसे अधिक मात्रा में नहीं लेना खाना चाहिए। इसका सेवन बहुत ज्यादा गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों के साथ भी नहीं करना चाहिए।
शुद्ध शहद की कोई एक्सपायरी डेट होती ही नहीं है। नेशनल हनी बोर्ड के अनुसार, अगर इसे एयरटाइट कंटेनर में सील बंद करके रख दें, तो यह अनंत काल तक खराब नहीं होता है।
शहद को गर्म खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा शहद को फर्मेन्टेड पेय पदार्थ जैसे व्हिस्की, रम, ब्रांडी, घी और सरसों जैसे पेय पदार्थ के साथ नहीं मिलाना चाहिए। घी, तेल, मक्खन के साथ शहद मिलाकर खाना किसी जहर से कम नहीं है।