रंगों के त्योहार होली (Holi) का इंतज़ार हर किसी को रहता है। हालांकि, बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो होली के खास मौके पर रंगों से दूर भागते हैं। किसी को केमिकल युक्त रंगों से एलर्जी होती है तो किसी का रंग खेलने का अनुभव बहुत अच्छा नहीं होता है। हेल्थियंस की लाइफस्टाइल मैनेजमेंट कंसल्टेंट डॉ. स्नेहल सिंह के मुताबिक, होली मौज-मस्ती का त्योहार है। (happy holi) इसलिए इस दिन कोशिश की जानी चाहिए कि हमारी वजह से किसी को भी कोई नुकसान न पहुंचे। तो क्यों न इस बार घर में ही नैचुरल होली के रंग (holi colour) तैयार किए जाएं!?
मार्केट का पीला या गोल्डन रंग लगाने के बाद उसे छुड़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस रंग से अकसर लोगों को एलर्जी हो जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप होली के रंग (holi colour) कम समय में आसानी से घर पर ही बना लें। चमकीले पीले रंग के लिए हल्दी पाउडर को बेसन में मिला लें। अगर गीला रंग बनाना है तो गेंदे के फूलों को पानी में उबाल लें। इससे वह पानी पीला हो जाएगा और उससे होली खेलने पर किसी को कोई समस्या भी नहीं होगी।
होली के मौके पर पूरा आसमां नीले रंग के बजाय रंगबिरंगा सा नज़र आने लगता है। जिस तरफ भी देखो, बस रंग उड़ता हुआ नज़र आता है। मार्केट का लाल रंग तो आपने बहुत बार यूज़ किया होगा, उसे लगाने के बाद आपकी क्या हालत होती है, यह हमें बताने की ज़रूरत नहीं है। इसलिए इस बार घर पर ही होली के रंग (holi colour) लाल रंग बनाकर देखिए। इसके लिए आपको आटे में सूखे गुड़हल के फूल का पाउडर मिलाना है। देखिए, है न कितना आसान!
छोटे बच्चों व लड़कियों को गुलाबी रंग विशेष तौर पर पसंद होता है। जब सारे रंग नैचुरल (natural colour) ही रखने हैं तो गुलाबी रंग क्यों बाहर से लाया जाए? अगर घर में चुकंदर या अनार के दाने न हों तो जल्दी से बाहर से मंगवा लीजिए क्योंकि अपना गुलाबी रंग तो इसी से तैयार होना है। अगर पानी वाली होली खेलनी है तो चॉप किए हुए चुकंदर या अनार के दानों को पानी में भिगो कर रख दीजिए। बस, आपका गुलाबी रंग तैयार है।
होली के त्योहार पर रंगों वाले गाने भी खूब चलते हैं। जब कोई केसरिया थीम वाला गाना चल रहा हो तो अपने आसपास मौजूद लोगों पर केसरिया रंग बरसाना न भूलें। ऑरेंज या केसरिया रंग के लिए केसर को पानी में भिगो कर रखें। ऑरेंज कलर के पानी के लिए अच्छी क्वॉलिटी वाली नैचुरल (natural colour) मेहंदी या हिना को भी पानी में भिगो कर रख सकते हैं।
होली की मस्ती हरे रंग के बगैर कुछ अधूरी सी लगती है। हरे रंग से आपको मार्केट वाला गहरा हरा रंग याद आ रहा होगा। मगर यह घर वाला नैचुरल (natural colour) हरा रंग उससे बिल्कुल अलग है। इसके लिए बस नीम की कुछ पत्तियों को पानी में उबाल लें। अगर हरे रंग का थोड़ा गहरा शेड बनाना हो तो उसी नीम के उबले पानी में हरे धनिए या पालक का पेस्ट भी मिला लें।
ज्यादातर नैचुरल कलर्स (natural colors) फल, फूल व दूसरी नैचुरल सामग्रियों से बने होते है। फिर भी अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए ही होली पर रंगों से खेलें। स्वस्थ व सुरक्षित रहकर होली के त्योहार को यादगार और ऑर्गेनिक (organic) बनाएं। हैप्पी होली!