पूरे देश में खासतौर पर देश की राजधानी दिल्ली शहर में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ, भारत में इस बीमारी का प्रकोप बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। भले ही हम इस बीमारी से बचाव के लिए सभी प्रकार की सावधानियां बरत रहे हैं, लेकिन हमें संक्रमित होने की स्थिति में और भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। डेंगू तेज बुखार (102-104 डिग्री फ़ारेनहाइट) से शुरू होता है, जिसे पेरासिटामोल के साथ ठीक करना भी मुश्किल होता है। यह लोगों को अस्पताल ले जा सकता है क्योंकि डेंगू शरीर में प्लेटलेट्स (platelets in hindi) को जल्दी कम कर देता है, जो काफी जोखिम भरा हो सकता है। जिस समय बुखार उतरता है, उस समय प्लेटलेट काउंट भी कम हो जाता है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय (platelet badhane ke upay) अपनाने चाहिए। पैनिक अटैक क्या होता है
प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय (Platelet Badhane Ke Upay) जानने से पहले यह जान लेना बेहद जरूरी है कि आखिर प्लेटलेट्स क्या होते हैं? (What are Platelets in Hindi). दरअसल कम प्लेटलेट्स काउंट्स को चिकित्सकीय शब्दों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रूप में जाना जाता है। लो प्लेटलेट काउंट एक स्वास्थ्य विकार (health disorder) है, जिसमें आपके खून में प्लेटलेट सामान्य से कम हो जाते हैं। प्लेटलेट आपके ब्लड सेल्स में सबसे छोटे होते हैं, लाल और सफेद ब्लड सेल्स से भी छोटे। वे रक्त के थक्के जमने में सहायता करते हैं और चोट लगने की स्थिति में शरीर से खून की कमी को रोकने में मदद करते हैं। 5 से 9 दिनों के जीवन काल के साथ, प्लेटलेट्स हमारे शरीर में बहुत बड़ी संख्या में मौजूद होते हैं। जानिए पेट साफ कैसे करे
प्लेटलेट्स की कमी एक गंभीर समस्या है क्योंकि इससे हमारे शरीर से खून की कमी हो जाती है। प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के पीछे दो कारण हो सकते हैं – या तो वे नष्ट हो रहे हैं या पर्याप्त मात्रा में नहीं बन रहे हैं। यह विभिन्न कारणों से हो सकता है जिनमें शामिल हैं। जानिए प्लेटलेट्स कम होने के कारण – (Reasons for Low Platelets Count in Hindi). हिचकी का इलाज
– एनीमिया, वायरल संक्रमण, ल्यूकेमिया, कीमोथेरेपी
– अत्यधिक शराब का सेवन और विटामिन बी 12 की कमी के कारण प्लेटलेट्स का उत्पादन कम होना।
– लीवर की किसी गंभीर बीमारी या कैंसर के कारण तिल्ली में प्लेटलेट्स की उपस्थिति।
– आईटीपी, टीटीपी, रक्त में जीवाणु संक्रमण, दवाओं की प्रतिक्रिया और ऑटोइम्यून बीमारी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण प्लेटलेट्स का टूटना।
कम प्लेटलेट्स के कुछ और कारण थकान, कमजोरी, चोट से लंबे समय तक खून बहना, त्वचा पर चकत्ते, मूत्र या मल के माध्यम से खून बह बहना हो सकता है। लेकिन जीवनशैली में कुछ बदलाव और कुछ घरेलू उपचारों को अपनाकर ब्लड प्लेटलेट काउंट को बढ़ाया जा सकता है।
शरीर में प्लेटलेट्स कम होने से रोकने के लिए, आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जो आपके शरीर को जल्दी से प्लेटलेट्स बनाने में मदद कर सकें। रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए आप जिन घरेलू तरीकों का उपयोग करेंगे, वे सामान्य रूप से आपके प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि प्लेटलेट बढ़ाने के लिए क्या किया जाये। तो इसके लिए हम आपको यहां कुछ आसान प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय (platelets kaise badhaye) बता रहे हैं।
विटामिन सी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो शरीर को प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। आप संतरा, आंवला, नींबू, शिमला मिर्च खा सकते हैं, क्योंकि इन सभी फलों और सब्जियों में विटामिन सी का उच्च स्तर होता है, जो प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने और डेंगू के दौरान आपके शरीर की मदद कर सकने में कारगर है। प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय में विटामिन सी एक महत्वपूर्ण आहार है।
किशमिश भी आयरन का एक समृद्ध स्रोत है और प्लेटलेट्स काउंट्स बढ़ाने मदद कर सकता है, जिनमें बहुत कम प्लेटलेट्स होते हैं। मुट्ठी भर किशमिश को रात भर भिगो कर रख दें और सुबह उन्हें उस पानी के साथ खाएं जिसमें वे भिगोए हुए थे। यह उपाय उन एनीमिक रोगियों के लिए भी बहुत प्रभावी है जिनका हीमोग्लोबिन का स्तर कम है।
अगर आपका प्लेटलेट काउंट कम है, तो इसका मतलब है कि आपका खून उतना अच्छा नहीं है जितना उसे बनना चाहिए। मछली के तेल की खुराक उस समस्या को और खराब कर सकती है। इसमें मौजूद यौगिक वास्तव में खून के थक्के जमने की क्षमता को कम कर देते हैं, इसलिए यदि आप अपने प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको इनसे बचना चाहिए।
पानी एक ऐसी चीज़ है, जिसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। शरीर में चाहे जो समस्या हो, डॉक्टर सबसे पहले खूब पानी पीने की सलाह देते हैं। आमतौर पर एक दिन में 8 से 10 ग्लास पानी पीना सही माना जाता है। एक्सपर्ट्स भी इसकी सलाह देते हैं। ऐसे में बात पर प्लेटलेट्स काउंट्स बढ़ाने की आती है तो भी खूब पानी पीना चाहिए। पानी शरीर को अंदर से स्वस्थ रखता है और अक प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में मदद करता है।
एलोवेरा प्रकृति का दिया हुआ एक अनमोल तोहफा है। इसका जूस रक्त शोधन प्रक्रिया में मदद करता है। यह रक्त संक्रमण को रोकने में भी कारगर है। यह सब रक्त प्लेटलेट्स की संख्या में वृद्धि करते हैं और कम प्लेटलेट्स की समस्या का प्रभावी ढंग से इलाज करते हैं।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय में नियमित व्यायाम भी आपकी काफी मदद कर सकता है। इसके लिए आप वॉकिंग, स्ट्रेचिंग या कोई स्टैंडिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। वहीं साइकिलिंग और गोल्फिंग जैसी गतिविधियों में शामिल होकर भी आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं और प्लेटलेट्स काउंट्स को बढ़ा सकते हैं।
प्लेटलेट्स रक्त कोशिकाएं होती हैं जो थक्के जमने में मदद करती हैं, और यह उनके स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। हालांकि, कुछ लोगों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, या कम प्लेटलेट काउंट होता है, जिसका अर्थ है कि उन्हें अपने स्तर को बढ़ाने के तरीके खोजने होंगे। इन्हीं तरीकों में से एक हैं पौष्टिक फल। फलों की पौष्टिक दुनिया में कुछ फल ऐसे भी हैं, जो प्लेटलेट्स काउंट्स बढ़ाने में मदद करते हैं। जानिए प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल (platelets badhane wale fruits) के बारे में।
अनार प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल में से एक है। अनार के लाल बीज न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि आयरन से भी भरपूर होते हैं, जो प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। अनार के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुण भी होते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि अनार ब्लड प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में कारगर है। यह कम प्लेटलेट काउंट के मामले में डॉक्टरों द्वारा भी निर्धारित किया जाता है।
पपीता और इसकी पत्तियां दोनों ही हमारे शरीर में प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में बहुत मददगार हैं। आप पके पपीते का सेवन कर सकते हैं और इसके पत्तों का रस तब तक पी सकते हैं, जब तक आपका प्लेटलेट काउंट सामान्य नहीं होता है। आप पपीते का रस भी पी सकते हैं। चाहें तो स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
कीवी एक ऐसा फल है जिसकी डेंगू के दौरान अत्यधिक अनुशंसा की जाती है। यह पोटेशियम और विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है, दोनों ही रक्त में प्लेटलेट्स को बढ़ा सकते हैं। कीवी प्लेटलेट्स को कम होने से रोक सकने की क्षमता रखता है और आपके शरीर को ऊर्जा की अच्छी खुराक भी प्रदान कर सकता है।
जैसा कि हम आपको पहले ही पता चुके हैं, विटामिन सी से भरपूर चीज़ों का सेवन आपके खून में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ा सकता है। ऐसे में संतरा विटामिन सी का सबसे अच्छा विकल्प और फल बनकर सामने आता है। एक छोटे संतरे में लगभग 51mg विटामिन सी होता है। इस प्रकार एक गिलास संतरे के रस का दैनिक सेवन सामान्य ब्लड काउंट को बनाए रखने के लिए फायदेमंद होता है।
आपके शरीर में प्लेटलेट्स की कमी के कारण थकान, मसूड़ों से खून आना, आसानी से चोट लगना आदि लक्षण हो सकते हैं। कम प्लेटलेट काउंट को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रूप में भी जाना जा सकता है। हालांकि अपने आहार में कुछ सब्जियों को शामिल कर आप इस समस्या का निदान कर सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए क्या क्या खाएं तो हम आपको बता दें कि कुछ सब्जियां ऐसी हैं, जो प्लेटलेट्स काउंट्स को बढ़ा सकती हैं। ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कुछ सब्जियां हैं, जिनके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं।
कद्दू के पोषक तत्व प्रभावी रूप से प्रोटीन के उत्पादन में सहायक होते हैं, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कद्दू में विटामिन ए भी होता है जो हमारे शरीर में प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद करता है। इसलिए, कद्दू और इसके बीजों का नियमित सेवन हमारे प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में हमारी मदद करता है।
पालक विटामिन K से भरपूर होता है, जो कटने और चोट लगने से होने वाले खून की कमी को रोकने में मदद करता है। साथ ही, पालक के रस के रोजाना सेवन से रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या में काफी सुधार हो सकता है। इन्हें कच्चा न खाएं। पका कर या सूप के रूप में इनका सेवन करें।
चुकंदर की जड़ प्लेटलेट्स के फ्री रेडिकल्स को होने वाले नुकसान से भी बचाती है और इसकी संख्या बढ़ाने में मदद करती है। अगर आप अपना प्लेटलेट काउंट जल्दी बढ़ाना चाहते हैं तो रोजाना चुकंदर का जूस पिएं। सिर्फ एक गिलास चुकंदर के रस का सेवन करने से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। आप चुकंदर को अपने सलाद और सूप में भी शामिल कर सकते हैं।
पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे केल और कोलार्ड में विटामिन के होता है, जो सीधे आपके प्लेटलेट के स्तर को तो नहीं बढ़ाएंगी लेकिन आपके रक्त के थक्के को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं। विटामिन के आपके शरीर को क्लॉटिंग प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण प्रोटीन का उत्पादन करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ब्रसेल्स स्प्राउट्स स्वाद में बहुत अच्छे नहीं होते हैं लेकिन उनके स्वास्थ्य लाभ इसे आहार में शामिल करना जरूरी बनाते हैं। ये विटामिन K का एक बड़ा स्रोत हैं और इनमें प्लेटलेट काउंट बढ़ाने की क्षमता होती है। विटामिन K की कमी से लगातार रक्तस्राव हो सकता है, जिसमें विटामिन k से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे ब्रसेल्स स्प्राउट्स शामिल हैं, जो इसे रोकने में मदद कर सकते हैं।
सवाल- प्लेटलेट्स कम होने पर क्या करना चाहिए?
जवाब- प्लेटलेट्स कम होने कीवी, संतरा, पपीता, चुकंदर या कद्दू जैसे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए, जो इसे बढ़ाने में मदद करते हैं।
सवाल- प्लेटलेट्स का जीवनकाल कितना होता है?
जवाब- प्लेटलेट्स का जीवनकाल 5 से 9 दिन तक का होता है।
सवाल- प्लेटलेट की कमी से कौन सी बीमारी पाई जाती है?
जवाब- प्लेटलेट की कमी से होने वाली बीमारी को थ्रोबोसाइटोपेनिया कहते हैं।
सवाल- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
जवाब- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए उन फलों और सब्जियों का सेवन करें, जो इसे बढ़ाने में मदद करते हैं।
सवाल- प्लेटलेट कम होने का क्या कारण है?
जवाब- डेंगू की बीमारी प्लेटलेट कम होने का बड़ा कारण है।
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