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सभी जानते हैं कि ऑलिव ऑयल यानी कि जैतून का तेल हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद होता है। यह हमारी त्वचा पर कई तरह से असर करता है। ऑलिव ऑयल में फ्लेवनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो त्वचा की कोशिकाओं को फ्री रैडिकल्स से खराब होने से बचाते हैं। ऑलिव ऑयल मौसम और पानी के असर से त्वचा को रूखा होने से भी बचाता है। कई लोग सिर में होने वाली डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए भी ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। जैतून के तेल (jaitun ka tel) की सबसे अच्छी बात है कि यह शरीर पर बाहरी तरफ से तो असर करता ही है, शरीर के अंदरूनी हिस्से पर भी प्रभाव डालता है। सौंदर्य बढ़ाने और स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता हैं।
आपको बता दें कि अगर आप तेल से बचना चाहते हैं और वजन भी कम करना चाह रहे हैं तो खाने में तेल की जगह ऑलिव ऑयल की कुछ बूंदें डाल सकते हैं। इससे आपके खाने का स्वाद नहीं बदलता है। जैतून के तेल (jaitun ka tel) में कैंसर को बढ़ाने वाले कारकों को कम करने की भी ताकत होती है। जानिए सोयाबीन खाने के फायदे और नुकसान
ऑलिव ऑयल के प्रकार – Types of Olive Oil in Hindi
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बाजार में कई तरह के ऑलिव ऑयल मिलते हैं। अगर आप ऑलिव ऑयल (jaitun ka tel) को इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं तो पहले यह जान लें कि जो ऑलिव ऑयल आप खरीद रहे हैं, वह किस प्रकार का है। बाजार में ऐसे कई तरह के ऑलिव ऑयल मौजूद हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक भी होते हैं। इसलिए हम आपको बता रहे हैं कि कौन से प्रकार का जैतून का तेल किस चीज के लिए होता है और वह किस तरह का होता है। अब आप जब भी ऑलिव ऑयल खरीदने जाएंगे तो आपको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
वर्जिन ऑलिव ऑयल
वर्जिन ऑलिव ऑयल इस तेल की सबसे प्रसिद्ध वैरायटी है। इसे खाना पकाने से लेकर सिर की मसाज करने तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी इतनी प्रसिद्धि का कारण है कि इसमें एसिड की मात्रा सबसे कम होती है और यह शरीर के लिए लाभदायक भी होता है। इस ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल) का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है।
एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
एक्सट्रा वर्जिन जैतून के तेल (jaitun ka tel) को कोल्ड प्रोसेसिंग प्रक्रिया के जरिए बनाया जाता है। शरीर के लिए इसे बेस्ट माना जाता है। हालांकि इसे हर कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है और उस कीमत पर आम तेल कई लीटर मिल जाता है।
प्योर ऑलिव ऑयल
प्योर जैतून के तेल की बात करें तो दरअसल यह ऑयल एक्सट्रैक्ट और वर्जिन ऑलिव ऑयल का मिश्रण होता है। इसके अलावा इस तेल में हाई एसिड कंटेंट पाए जाते हैं। इसीलिए इसे प्रयोग के लिये अनुपयुक्त माना जाता है और कोई भी इस तेल को खाने के लिए इस्तेमाल नहीं करता।
लेमपाटे ऑलिव ऑयल
इस जैतून के तेल (jaitun ka tel) का इस्तेमाल सिर्फ ईंधन के लिए किया जाता है और यह शरीर के लिए अच्छा भी नहीं होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल ज्यादा लोग नहीं करते।
हेल्थ के लिए जैतून के तेल के फायदे – Olive Oil ke Fayde
टीवी और अखबार में जैतून के तेल (jaitun ka tel) का विज्ञापन देखकर हम सिर्फ यही जानते हैं कि इसका इस्तेमाल वजन कम करने के लिए किया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि शरीर के लिए ऑलिव ऑयल कितना फ़ायदेमंद है और कैसे यह आपकी सेहत की रक्षा करता है।
कोलेस्ट्रॉल को करे कंट्रोल
आज की व्यस्त दिनचर्या में लोग बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की समस्या से ग्रस्त हैं। अगर आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो जैतून के तेल (jaitun ka tel) का इस्तेमाल कर इसे कम कर सकते हैं। दरअसल ऑलिव ऑयल में मुख्य रूप से मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है। जो लोग रोज़मर्रा में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करते हैं, उनका ब्लडप्रेशर कभी भी हाई नहीं होता। जैतून के तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही अन्य बीमारियों को भी दूर करता है। इसके साथ ही यह हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी कम करता है।
कम होता है शुगर का खतरा
जिन लोगों को हाई शुगर का खतरा होता है, उन्हें डेली रुटीन में जैतून के तेल का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। जिन खाद्य पदार्थों में मोनो और सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, उनका सेवन करने से शुगर की बीमारी कम होती है। जैतून के तेल (jaitun ka tel) में ये सभी फैट्स अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे यह मधुमेह से हमारी रक्षा करता है। इसके साथ ही यह टाइप 2 डायबिटीज़ को भी बढ़ने से रोकता है और धीरे-धीरे उसे कम भी कर देता है।
हड्डियां होंगी मज़बूत
जो लोग प्रतिदिन ऑलिव ऑयल का सेवन करते हैं, उनकी हड्डियां दूसरों की अपेक्षा ज्यादा मजबूत होती हैं क्योंकि जैतून के तेल में हड्डियों को मजबूत बनाने की शक्ति होती है। खाना पकाने के साथ ही मालिश करने के लिए भी ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है। जिन लोगों के जोड़ों में दर्द रहता है, वे भी ऑलिव ऑयल से अपनी मालिश कर सकते हैं। इससे दर्द में तो राहत मिलती ही है, सूजन भी कम होती है। अगर दर्द ज्यादा है और सिर्फ ऑलिव ऑयल से लाभ नहीं मिल रहा है तो ऑलिव ऑयल में फिश ऑयल मिलाकर मालिश करें। ये हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। मछली के तेल और ऑलिव ऑयल में ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है, जो एंटी इंफ्लेमेटरी होता है। इससे सूजन और लालिमा कम होती है।
कैंसर से बचाव
आज पूरी दुनिया के लिए कैंसर एक जानलेवा बीमारी बन चुका है। इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नई-नई दवाओं पर रिसर्च होती रहती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके घर की रसोई में रखा ऑलिव ऑयल भी कैंसर के खतरे को कम करने के लिए कारगर साबित हो सकता है? हाल ही में पाया गया है कि जिन घरों में रोज़ाना जैतून के तेल (jaitun ka tel) का इस्तेमाल किया जाता है, वहां के लोगों में कैंसर का खतरा कम पाया गया है। दरअसल ऑलिव ऑयल में एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स होते हैं, जो आक्सीडेटिव डैमेज को बहुत कम कर देते हैं।
दिमाग के लिए उपयोगी
दिमाग को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए हम क्या-क्या नहीं करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जैतून का तेल भी दिमाग के लिए बहुत फ़ायदेमंद माना जाता है? जैतून का तेल दिमाग की सबसे सामान्य बीमारी अल्जाइमर की रोकथाम करता है और दिमाग में बन रहे हानिकारक सेल्स को भी कम करता है। ऑलिव ऑयल में फोनोलिक नाम का घटक पाया जाता है, जो अल्जाइमर जैसी बीमारी को रोकने में मददगार साबित होता है। ज्यादा थकान या परेशान होने की अवस्था में भी जैतून के तेल से मसाज करने पर आराम मिलता है। जैतून का तेल तनाव को दूर करने का काम करता है।
वजन होगा कम
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं और लाख कोशिश करने के बाद भी वजन जैसा का तैसा बना हुआ है तो अपने खाने में जैतून का तेल इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। जैतून के तेल में कैल्शियम की काफी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है। खाने में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करने से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से निजात मिलती है। जैतून के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा भी काफी होती है। इसके साथ ही इसमें विटामिन ए, डी, ई, के और बी-कैरोटिन की मात्रा भी अधिक होती है।
ओलिव आयल फोर स्किन – Olive Oil Benefits for Skin in Hindi
निखरी और बेदाग त्वचा के लिए मार्केट में मिलने वाले कॉस्मेटिक्स पर भरोसा करना गलत बात है। ये इंस्टेंट निखार का दावा तो करते हैं मगर अंदर ही अंदर त्वचा को नुकसान भी पहुंचा रहे होते हैं। अगर आप सच में अपनी स्किन को खूबसूरत बनाना चाहती हैं तो जैतून के तेल का इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। इससे आपकी स्किन काफी अच्छी हो जाएगी।
त्वचा को करे मॉइस्चराइज़
विटामिन ई को त्वचा के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह स्किन को कई परेशानियों से बचाते हुए उसकी चमक को भी बढ़ाता है। ऑलिव ऑयल में काफी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से त्वचा पर धूप की किरणों और धूल का प्रभाव नहीं पड़ता है। ऑलिव ऑयल को एक नॉन स्टिकी मॉइस्चराइज़र क्रीम भी माना जाता है क्योंकि यह किसी भी क्रीम की अपेक्षा ज्यादा देर तक त्वचा पर टिका रहता है। हल्के हाथ से त्वचा पर ऑलिव ऑयल की मसाज भी अच्छा असर देती है।
ऑलिव ऑयल स्वस्थ त्वचा के लिए
बात जब सुंदरता की आती है तो हम महंगा और सस्ता नहीं देखते हैं बल्कि जो सबसे अच्छा होता है, बस वही देखते हैं। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि ऑलिव ऑयल में वे सभी गुण होते हैं, जो किसी भी महंगी क्रीम से अच्छा परिणाम दे सकते हैं। अगर आप जल्द से जल्द अच्छी और खूबसूरत त्वचा पाना चाहती हैं तो अच्छे खान-पान और वर्क आउट के साथ-साथ जैतून के तेल (jaitun ka tel) का इस्तेमाल भी करिए। आपको बता दें कि ऑलिव ऑयल त्वचा की सूजन, मुहांसे आदि को दूर करके हमारी स्किन को कैंसर से बचाने में मदद करता है।
मेकअप रिमूवर
मेकअप हटाने के लिए अक्सर लोग महंगे और अच्छे से अच्छे मेकअप रिमूवर की तलाश करते हैं। अगर आप भी अपने लिए उम्दा क्वॉलिटी का मेकअप रिमूवर तलाश कर रही हैं तो वर्जिन ऑलिव ऑयल बेस्ट रहेगा। यह न तो आपकी स्किन को कोई नुकसान पहुंचाएगा और न ही इससे किसी तरह की कोई एलर्जी होगी। साथ ही इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा। कई बार बाजार से लाए हुए मेकअप रिमूवर के कारण चेहरे पर लाल रेशैज आ जाते हैं लेकिन जैतून के तेल से ऐसा कुछ नहीं होता ।
कम होगी एजिंग की समस्या
उम्र बढ़ने के साथ ही चेहरे पर उसका असर भी नज़र आने लगता है। हालांकि अब बाजार में उम्र छिपाने के लिए कई तरह की क्रीम मौजूद हैं और सर्जरी भी होने लगी है लेकिन ये सब बहुत महंगा होता है और आम लोगों के बजट में भी नहीं होता। इसलिए झुर्रियों व बढ़ती उम्र के अन्य निशानों से परेशान लोगों को ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। यह चेहरे के डार्क सर्कल्स और निशानों को भी कम करता है।
होंठों के स्क्रब के रूप में
आज के समय में कुछ अच्छा हो या न हो, आपके होंठ ज़रूर अच्छे होने चाहिए क्योंकि उसी से खूबसूरती बढ़ती है और सेल्फी में पाउट भी उसी से बनता है। करीना कपूर तो अपने पाउट के लिए चर्चा में रहती ही हैं लेकिन आमतौर पर महिलाएं अपने होंठों को नज़रअंदाज़ कर देती हैं। अपने होंठों की खास देखभाल करने के लिए जैतून के तेल (jaitun ka tel) से उनकी मसाज करें। इससे आपको होंठ मुलायम और गुलाबी नजर आएंगे।
फटी एड़ियों को ठीक करे
अक्सर महिलाएं फटी एड़ियों को साड़ी के नीचे छिपाने की कोशिश करती हैं लेकिन कामयाब नहीं हो पातीं। पैर में सबसे जल्दी एड़ियां ही नजर आती हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आप जल्द से जल्द जैतून के तेल का इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। इसके लिए अपनी एड़ियों को नींबू मिश्रित गर्म पानी से स्क्रब करें और फिर उन्हें ऑलिव ऑयल से रगड़ें। ऐसा करने पर एक दिन में भले ही परिणाम नहीं मिलेगा लेकिन इससे उनमें स्मूदनेस आएगी और वे मॉइस्चराइज़ होंगी।
ओलिव आयल फॉर हेयर – Olive Oil Benefits for Hair in Hindi
यह तो सभी जानते हैं कि बालों की नियमित तौर पर ऑयलिंग की जानी चाहिए पर क्या आप जानते हैं कि सभी तेल बालों को फायदा नहीं पहुंचाते हैं? कुछ तेल तो बालों को इतना चिपचिपा कर देते हैं कि उससे बाल टूटने लगते हैं। ऐसे में जैतून के तेल की मदद से स्वस्थ, घने और लंबे बाल पाए जा सकते हैं।
बालों को स्वस्थ रखे
ऑलिव ऑयल में ऐसे कई तरह के लाभकारी तत्व शामिल होते हैं, जिनसे बालों का झड़ना बंद हो जाता है और वे घने होने लगते हैं। ऑलिव ऑयल में विटामिन ई की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिससे बालों की चमक बढ़ती है और उनसे जुड़ी सारी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं। आपको बता दें कि जैतून के तेल (jaitun ka tel) में मैग्नीशियम, जिंक, सल्फर, कैल्शियम और विटामिन बी के गुण भी पाए जाते हैं, जो बालों की लंबाई बढ़ाने में मदद करते हैं।
बालों की नैचुरल कंडीशनिंग
शैंपू करने के बाद बालों पर कंडीशनर लगाने से वे स्मूद होते हैं और आपस में उलझते भी नहीं है। ऑलिव ऑयल का प्रयोग कंडीशनर का रूप में किया जाता है और बालों पर उसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। जैतून के तेल की मसाज करने से बालों को मॉइश्चराइज़र मिलता है और रूखेपन की समस्या कम हो जाती है। इससे सिर में रूसी की समस्या नहीं होती है। इस तेल में कोई केमिकल्स नहीं होते हैं इसलिए बालों पर बुरा प्रभाव पड़ने का डर भी नहीं होता।
ऑलिव ऑयल के नुकसान – Side Effects of Olive Oil in Hindi
1- ऑलिव ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल करने से मुंहासों की दिक्कत हो सकती है।
2- इसे लगाते समय ध्यान रखें कि यह आंखों में न जाए वर्ना एलर्जी हो सकती है।
3- ऑलिव ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल करने से हाइपरटेंशन की समस्या पैदा हो सकती है।
4- अगर आप जैतून के तेल का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो उससे वजन कम होने की जगह बढ़ना शुरू हो सकता है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन न करें।
5- जैतून के तेल का इस्तेमाल करने से कुछ लोगों की त्वचा पर चकत्ते पड़ जाते हैं और वह लाल हो जाती है। तैलीय त्वचा वाले लोगों को इसका कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए।
6- जैतून के तेल का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल डायरिया की समस्या पैदा कर सकता है।
7- जैतून के तेल में फैट्स ज्यादा होते हैं, जिससे पाचन शक्ति खराब होने की आशंका बढ़ती है।
8- जैतून के तेल का ज्यादा सेवन करने से शरीर का रक्तचाप कम हो सकता है।
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