न्यू मॉम्स को स्किन केयर रूटीन में तमाम प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को लेकर मनाही होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स में ऐसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो माँ के जरिए शिशु के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। यह शिशु के लिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बन सकते हैं। न्यू मॉम को स्किन केयर रूटीन में किन इंग्रीडिएंट्स को शामिल नहीं करना यह तो मालूम होता है, लेकिन किसे नहीं करना है इसके बारे में खास जानकारी नहीं होती है। इस लेख में हम एक ऐसे इंग्रीडिएंट के बारे में चर्चा करेंगे जो न्यू मॉम की त्वचा के लिए सुरक्षित होने के साथ काफी फायदेमंद भी है। ये है नियासिनामाइड (Niacinamide)।
न्यू मॉम के लिए नियासिनामाइड के फायदे
न्यू मॉम के लिए नियासिनामाइड का इस्तेमाल सुरक्षित होता है। बात करें नियासिनामाइड क्या है, तो यह विटामिन बी 3 का एक रूप है, जो स्किन को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाता है। न्यू मॉम को नियासिनामाइड युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के निम्नलिखित फायदे होंगे।
1. त्वचा को करे हाइड्रेट
ज्यादातर न्यू मॉम त्वचा की ड्राईनेस से परेशान रहती हैं। नियासिनामाइड त्वचा को गहराई से हाइड्रेट करने के लिए जाना जाता है। यह हाइड्रेशन लेवल को बूस्ट कर त्वचा में जान भरने का काम करता है। साथ ही त्वचा की नमी को रिस्टोर करता है। इसलिए, ड्राई स्किन से परेशान न्यू मॉम्स नियासिनामाइड का नियमित इस्तेमाल कर इस परेशानी से राहत पा सकती हैं।
2. ऑयल को कंट्रोल करता है
कुछ महिलाओं को डिलीवरी के बाद ऑयली स्किन की परेशानी होती है। ऐसा त्वचा द्वारा ऑयल के अत्यधिक उत्पादन के कारण होता है। नियासिनामाइड त्वचा के सीबम के उत्सर्जन को विनियमित कर अतिरिक्त ऑयल को कंट्रोल करने में भी कारगर हो सकता है।
3. एक्ने और पिगमेंटेशन से राहत प्रदान करता है नियासिनामाइड
डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण एक्ने व पिगमेंटेशन की परेशानी बहुत कॉमन है। त्वचा के लिए नियासिनामाइड के फायदों की बात करें तो यह त्वचा को एक्ने व पिगनेंटेशन जैसी परेशानियों से भी काफी हद तक राहत प्रदान कर सकता है। इसके अलावा, यह ओपन पोर्स को टाइट कर स्किन को बेहतर कर सकता है।
4. यूवी किरणों से सुरक्षा
प्रदूषण व सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी नियासिनामाइड सुरक्षा प्रदान करता है। दरअसल, यह यूवी किरणों से बचाने वाली कोशिकाओं के पुन: विकास को प्रोत्साहित करता है। इस वजह से इसके इस्तेमाल से सूरज की किरणों से त्वचा को होने वाली क्षति के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
5. झुर्रियों को कम करता है
कई शोध में इस बात की पुष्टि होती है कि नियासिनामाइड सन डैमेज के कारण त्वचा पर होने वाली झुर्रियों को कम करने के लिए प्रभावी है। ऐसे में न्यू मॉम्स के लिए फाइन लाइन्स व रिंकल्स को कम करने के लिए स्किन केयर रूटीन में नियासिनामाइड को शामिल करना बेहतर विकल्प हो सकता है।
अगर आप नियासिनामाइड युक्त प्रोडक्ट तालाश कर रहे हैं, तो आप द मॉम्स को द्वारा उत्पादित नैचुरल नियासिनामाइड फेस सीरम का चुनाव कर सकती हैं।
किस तरह की स्किन के लिए उपयुक्त है नियासिनामाइड का इस्तेमाल?
लेख में ऊपर नियासिनामाइड के फायदों से तो आप अच्छे से वाकिफ हो चुके हैं, यहां किस-किस टाइप की स्किन के लिए इसका इस्तेमाल लाभकारी है इसके बारे में जानेंगे।
- नॉर्मल स्किन के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
- ऑयली-एक्ने प्रोन स्किन के लिए उपयुक्त।
- कॉम्बीनेशन स्किन वाली महिलाएं भी अपने स्किन केयर रूटीन में इसे शामिल कर सकती हैं।
- नियासिनामाइड का इस्तेमाल सेंसिटिव स्किन के लिए भी प्रभावी होता है।
किन-किन परेशानियों पर काम करता है:
- अनइवन स्किन टोन यानी त्वचा की असमान रंगत को दूर करने के लिए।
- झाइयां और मुंहासों के कारण होने वाले दाग-धब्बों को कम करता है।
- अत्यधिक ऑयल के उत्पादन को कम करने के लिए।
- बड़े रोम छिद्रों को कम करने के लिए प्रभावी है।
- त्वचा को हाइड्रेट और त्वचा की लोच में सुधार करता है।
तो नियामसिनामाइड के इन फायदों को जानने के बाद न्यू मॉम्स को स्किन केयर रूटीन में इसे शामिल करने में देरी नहीं करनी चाहिए। अगर आपको लेख में दी गई जानकारी पसंद आई तो इसे अपने फ्रेंड सर्कल में शेयर करना न भूलें।
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