आपको अपने आस- पास मोमोज़ खाने के शौकीन कुछ लोग तो जरूर मिल जायेंगे। मोमोज का नाम सुनते ही इनके मुंह में पानी आने लगता है। मैदा और सब्जियों की स्टफिंग से बने मोमोज का स्वाद तब और बढ़ जाता है जब उसे लाल चटनी के साथ खाया जाता है। क्या बच्चे, क्या बड़े और क्या बूढ़े सभी उम्र के लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं। मोमोज़ एक ऐसी डिश है जिसे एक बार खाने पर दिल बार- बार खाने को करता है। लेकिन क्या आपको पता है कि मोमोज़ खाने से शरीर को एक नहीं बल्कि कई नुकसान होते हैं। एक रिसर्च मे खुलासा हुआ कि स्ट्रीट फूड में मोमोज़ सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं और साथ ही दूसरे फूड्स के मुकाबले कहीं ज्यादा अनहाईजीनिक होते हैं। इन्हें बनाने के लिए कई तरह केमिकल्स का भी इस्तेमाल होता है।
मोमोज को लेकर जानिए क्या कहती है रिसर्च
नई दिल्ली, पूसा रोड स्थित केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग एंड न्यूट्रीशन की एक रिसर्च में मोमोज़ को लेकर एक नहीं बल्कि कई चौंका देने वाले खुलासे हुए। रिसर्च में सामने आया कि मोमोज़ के साथ मिलने वाली लाल तीखी चटनी इंसान को बीमार कर सकती है। मोमोज़ में जरूरत से ज्यादा फीकल मैटर पाया जाता है यानि कि खाने के माध्यम से शरीर में अनहाईजीनिक तरीके से जाने वाली गंदगी। एक अच्छे- खासे स्वस्थ इंसान को ये फूड कई तरह की बीमारियां दे देता है।
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सफेद दिखने वाले मोमोज़ हैं सबसे ज्यादा खतरनाक
आपने इस बात पर अक्सर गौर तो किया होगा कि आप जो घर में मोमोज़ बनाते हैं वो बाजार वालों की तुलना में पीले या फिर ऑफ व्हाइट रंग के दिखते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि मैदा में फाइबर नहीं होता, सफेद और चमकदार बनाने के लिए इसे बेंजोइल परऑक्साइड से ब्लीच किया जाता है जो शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता है।
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मोमोज़ खाने से होती हैं ये खतरनाक बीमारियां
कमजोर हड्डियां– अगर आप लगातर मोमोज़ का सेवन कर रहे हैं तो तय है कि आपकी हड्डियां धीरे- धीरे कमजोर होने लगेंगी। क्योंकि मोमोज़ को जब भाप दी जाती है तो इसमें मैदा का सारा प्रोटीन निकल जाता है और ये एसिडिक बन जाता है और इससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
डायबिटीज़– मोमोज ज्यादा खाने से डायबिटीज होने का खरता हो सकता है क्योंकि मैदा ग्लाइसीमिक इंडेक्स में हाई होता है, इसीलिए शरीर में शुगर की मात्रा को बढ़ाता है।
शरीर में कमजोरी– जो लोग रोजाना मोमोज़ या मैदे से बनी चीजें खाते हैं उनकी इम्यूनिटी पावर कमजोर हो जाती है। इससे वह हमेशा बीमार रहते हैं और खुद को हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं।
कब्ज और गैस– दरअसल मैदा में फाइबर तो होता नहीं है, जिससे इसे खाने से कब्ज हो जाता है। साथ ही सिर दर्द और गैस जैसी कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। इसकी चटनी इतनी ज्यादा तीखी होती है कि इससे पाइल्स यानि कि बवासीर की बीमारी भी हो सकती है।
दिल को खतरा– जी हां अगर आप बहुत ही ज्यादा मोमोज़ या मैदा से बनी डिशेज के शौकीन हैं तो आपको दिल से संबंधित बीमारियां होने की भी आशंका होती है। क्योंकि इस तरह के फूड को खाने से खून में ग्लूकोज जमने लगता है और आपका दिल खतरे में पड़ सकता है।
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ऐसे में क्या करना चाहिए ?
पहली बात तो ये अच्छी तरह से जान लीजिए कि किसी भी चीज की अति बुरी होती है। अगर आपको मोमोज़़ खाना बहुत पसंद है तो आप किसी अच्छी जगह से खा सकते हैं या फिर घर पर बना सकते हैं। कोशिश करें कि मैदा की जगह घर में आटे के मोमोज़ बनाएं और खाएं। स्ट्रीट फूड खाने के इतने ही शौकीन हैं तो ऐसे फूड को खाने के 1 घंटे बाद गुनगुने या हल्के गर्म पानी का सेवन जरूर करें।
ये मोमोज़ आखिर आए कहां से ?
पूरे भारत में बिकने वाले ये मोमोज़ आज देश के कोने- कोने में स्ट्रीट फूड के तौर पर मौजूद हैं। लेकिन ये इतने कम समय में इतना फेमस स्ट्रीट फूड बना कैसे? … दरअसल, सिक्किम में जो मोमोज़ बनाए जाते हैं, वह तिब्बती मोमोज़ जैसे ही होते हैं, जिन्हें नाश्ते के तौर पर खाया जाता है। इन्हें मैदे की परत के अंदर अपनी मनपसंद स्टफिंग भरकर भाप पर पकाया जाता है।
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