आमतौर पर महिलाओं में पीरियड के आखिरी तारीख के लगभग 4 साल पहले से मेनोपॉज के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कुछ महिलाओं को रजोनिवृत्ति होने के 1 साल पहले ही इसके संकेत (menopause ke lakshan) नजर आ सकते हैं। मेनोपॉज एक महिला के जीवन में एक कठिन समय है। जब महिला का मासिक धर्म धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। मेनोपॉज के दौरान किसी भी महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। रजोनिवृत्ति 45-50 वर्ष की महिलाओं में होती है। महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षण कुछ समय पहले ही नजर आने लगते हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
रुजुता दिवेकर ने बताई मेनोपॉज के दौरान ध्यान रखने वाली बातें | Dietitian rujuta diwekar for menopause health care tips in hindi
मेनोपॉज के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस बात की जानकारी डाइटीशियन मशहूर सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दी है। मेनोपॉज के टफ टाइम को कम करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं –
ज्यादा एक्सरसाइज न करें
मेनोपॉज को लेकर महिलाओं को कई तरह की सलाह दी जाती है। इस दौरान हॉर्मोनल बैलेंस के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए, यह सही है, लेकिन ज्यादा एक्सरसाइज करके शरीर को थकाएं नहीं। अगर आप इतना अधिक व्यायाम कर रहे हैं कि आप 48 घंटों तक थका हुआ या दर्द महसूस करते हैं, तो आप वास्तव में ज्यादा कसरत कर रही हैं। एक व्यायाम दिनचर्या का पालन करें लेकिन एक बार में बहुत ज्यादा एक्सरसाइज न करें।
लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान न दें
रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज एक महिला के लिए न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी कठिन होती है। वजन बढ़ना, उम्र बढ़ना, त्वचा में बदलाव और कई अन्य चीजें महिलाओं को तनाव देने लगती हैं। ऐसे समय कौन क्या कहता है इस पर ध्यान न दें।
क्या आपको भी पीरियड्स के दौरान चेस्ट पर होती है खुजली और रैशेज
खान-पान का ध्यान रखें
मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल परिवर्तन आपके आहार को भी प्रभावित करते हैं। महिलाएं अक्सर इस दौरान खान-पान पर पर्याप्त ध्यान नहीं देती हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है। मेनोपॉज के दौरान एक उचित आहार बहुत महत्वपूर्ण है। भोजन वास्तव में हमारे शरीर का ईंधन है, जिसकी शरीर को ठीक से काम करने के लिए आवश्यकता होती है, इसलिए स्वस्थ आहार लें। जब हम ठीक से नहीं खाते हैं, तो हमारा शरीर किसी भी परिवर्तन के अनुकूल नहीं हो पाता है, जिससे मेनोपॉज के परिवर्तनों से निपटना अधिक कठिन हो जाता है।
खुद को स्वीकार करें
अक्सर महिलाएं चालीस के बाद अपने शरीर को नजरअंदाज कर देती हैं। उन्हें अपने शरीर से प्यार नहीं है। लेकिन ऐसा बिल्कुल न करें, आप जैसे हैं वैसे ही खुद को स्वीकार करें। इस उम्र में आपके रूप-रंग से ज्यादा जरूरी है कि आपका अच्छा स्वास्थ्य, अच्छे हार्मोन और कंट्रोल हो।
पीरियड क्रैंप से लेकर ब्लोटिंग जैसे PMS के लक्षणों को कम करने के लिए ये घरेलू नुस्खें आएंगे काम
आराम भी जरूरी है
रुजुता दिवेकर ने कहा कि मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं को भी अपने आराम का पूरा ख्याल रखना चाहिए। सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, महिलाओं को रात में अच्छी नींद लेने के अलावा पूरे दिन आराम के लिए भी समय निकालना चाहिए। रिजुता महिलाओं को लंच के बाद कम से कम 20 मिनट के लिए पावर नैप लेने की सलाह देती हैं।
जानिए किस उम्र तक हो जाते हैं पीरियड्स बंद, क्या होते हैं मेनोपॉज के लक्षण