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Eating Curd In Monsoon: मानसून में दही क्यों नहीं खाना चाहिए? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Eating Curd In Monsoon: मानसून में दही क्यों नहीं खाना चाहिए? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

मानसून के दौरान सेहत का ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है। ये मौसम गर्मी से राहत दिलाने का भी काम करती है। लेकिन यह अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। बदलते मौसम में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। खान-पान को लेकर अधिक सावधान रहने की जरूरत है। लेकिन आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के दौरान दही खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है।

इसे खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मौसम में दही क्यों नहीं खाना चाहिए? इस मौसम में दही खाने से क्या स्वास्थ्य लाभ होते हैं? आइए जानते हैं आयुर्वेद विशेषज्ञ इस पर क्या कहते हैं।
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क्यों नहीं खाना चाहिए मानसून में दही?

दिल्ली एमसीडी के आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. आरपी पाराशर के मुताबिक, सावन में दही के सेवन से फोड़े-फुंसी जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा त्वचा में खुजली भी हो सकती है। इसलिए आपको इस मौसम में दही खाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही इस मौसम में दही खाने से फंगल इंफेक्शन की समस्या भी बढ़ जाती है। इसलिए बारिश के मौसम में दही खाने से बचें।

सावन में दही खाने के नुकसान

  • इस मौसम में दही खाने से मेटाबॉलिज्म खराब हो जाता है। 
  • आपको पाचन संबंधी समस्या हो सकती है। 
  • इससे एसिडिटी और कब्ज हो सकता है। 
  • इससे पेट में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। 
  • दही खाने से आपका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है।
  • मानसून के दौरान दही खाने से खांसी-जुकाम की समस्या और बुखार भी हो सकता है।
  • जिन लोगों को फेफड़ों की समस्या है। दही खाने से उनकी समस्या बढ़ सकती है। 
  • इस मौसम में दही खाने से हड्डियों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। दही खाने से जोड़ों में दर्द हो सकता है।

क्या कहता है आयुर्वेद

आयुर्वेद के अनुसार सावन के महीने में डेयरी प्रोडक्ट यानि दूध से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। खासतौर पर कच्चे दूध का। इससे वात (पित्त और कफ) रोग हो सकते हैं। दरअसल, बारिश के मौसम में जहरीले कीडे- मकौड़ों की संख्या बढ़ जाती है। गाय या भैंस घास के साथ कई कीड़े-मकौड़ों को भी खा जाती हैं। इसीलिए दूध गुणकारी के बजाय हानिकारक हो जाता है। इसलिए सावन में दूध नहीं पीना चाहिए। यही कारण है कि सावन में शिव का दूध-दही से अभिषेक किया जाता है।

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