Table of Contents
- बादाम का सस्ता विकल्प मूंगफली – Mungfali ke Fayde
- खजूर का सस्ता विकल्प केला – Kela Khane ke Fayde
- काजू का सस्ता विकल्प तरबूज के बीज – Tarbooj ke Beej ke Fayde
- अखरोट का विकल्प सनफ्लॉवर सीड्स – Sunflower Seeds ke Fayde
- पिस्ता का विकल्प अलसी – Alsi ke Fayde
- ड्राई फ्रूट्स से संबधित पूछे जाने वाले सवाल – FAQ’s
अगर आप अपनी हेल्थ को लेकर काफी चिंतित रहते हैं और आपको ड्राई फ्रूट्स खाना भी पसंद है तो यह बहुत अच्छी बात है। इससे बेहतर दूसरा कोई और ऑप्शन हो ही नहीं सकता है। रोजाना थोड़े-थोड़े ड्राई फ्रूट्स खाना आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है (dry fruits benefits in hindi) लेकिन महंगाई के इस दौर में जब हम ड्राई फ्रूट्स की कीमत सुनते हैं तो समझ में आता है कि ये तो आम आदमी के बजट से बाहर होते जा रहे हैं। हालांकि मायूस होने की जरूरत नहीं है क्योंकि मार्केट में इनके विकल्प भी मौजूद हैं। भुने चने खाने के फायदे
जी हां, बाजार में आपके सामने ऐसे कई सस्ते विकल्प मौजूद हैं जिन्हें खाने से आपको ड्राई फ्रूट्स के बराबर ही पोषक तत्व मिलते हैं और वे आपकी जेब पर भारी भी नहीं पड़ते। अगर आप उन्हें खाते हैं तो पाएंगे कि उनमें भी ड्राई फ्रूट्स के गुण होते हैं और वे भी आपकी सेहत के लिए उतने ही लाभदायक होते हैं। तो आज हम आपको ऐसे ही कुछ सस्ते ड्राई फ्रूट्स के विकल्प (dry fruits kon kon se hote hain) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिन्हें खाने से आपकी हेल्थ और बजट, दोनों बने रहेंगे।
बादाम का सस्ता विकल्प मूंगफली – Mungfali ke Fayde
ड्राई फ्रूट्स के फायदे- ड्राई फ्रूट्स में बादाम को सबसे पौष्टिक नट्स की श्रेणी में रखा जाता है। ये सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। बादाम शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं और इनमें विटामिन E भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन्हें रात भर भिगोकर रखने के बाद अगले दिन छिलका उतार कर खाने से काफी फायदा हो सकता है। लेकिन जो लोग बादाम की कीमत देखकर उसे खरीद नहीं पाते, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि बादाम की तरह ही पौष्टिक और कई गुणों से भरपूर होती है मूंगफली, जो सस्ते में मिल जाती है। जानिए, मूंगफली के वे पोषक तत्व, जो उसे बादाम की तरह पौष्टिक बनाते हैं।
मिनरल्स और विटामिन की भरमार
मूंगफली में ट्राइटोफन नामक अमीनो एसिड मौजूद होता है, जो ब्रेन में सेरोटोनिन के प्रोडक्शन में मदद करता है। यह मूड को ठीक रखता है। डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के लिए मूंगफली का सेवन बादाम की तरह ही फायदा करता है। मूंगफली में सभी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। भारत में इसे ‘गरीबों का काजू’ के नाम से भी जाना जाता है। मूंगफली में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन और खनिज होते हैं। मूंगफली जितना प्रोटीन बादाम, अखरोट जैसे मेवों में भी नहीं होता। यह विटामिन बी 6, विटामिन ई, नियासिन, मैंगनीज, कॉपर, जिंक, सोडियम, फोलेट, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम तथा फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत होती है।
एनर्जी बढ़ाने का करती है काम – Boost Energy
मूंगफली में प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। एक अंडे की कीमत के बराबर मूंगफलियों में जितना प्रोटीन होता है, उतना दूध व अंडे से संयुक्त रूप में भी नहीं मिलता। मूंगफली में 13 अलग-अलग तरह के विटामिन पाए जाते हैं, साथ ही कैल्शियम और आयरन भी भरपूर मात्रा में होते हैं। मूंगफली में पाया जाने वाला ज़िंक हमारे दिमाग को तेज़ बनाता है और शरीर को एनर्जी प्रदान करता है।
वजन कम करने में मददगार – Helps in Weight Loss
मूंगफली फाइबर का अच्छा स्रोत होता है। फाइबर पेट में पानी को अवशोषित करता है और पाचन की गति को धीमा करके लंबे समय तक आपके पेट को भरा हुआ रखता है। इसके अलावा फाइबर घ्रेलीन नामक हॉर्मोन को रिलीज़ करता है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। शरीर के मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने के लिए मूंगफली का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। जितना ज्यादा मेटाबॉलिक रेट होता है, कैलोरी भी उतनी ज्यादा बर्न होती है। अगर आपके शरीर का मेटाबॉलिक रेट ज्यादा होता है तो कैलोरी भी कम होती है और इससे वजन कम हो जाता है।
खजूर का सस्ता विकल्प केला – Kela Khane ke Fayde
खजूर के फायदे के बारे में सभी जानते हैं कि उसमें सेहत के कई राज छिपे हुए हैं। लेकिन खजूर खरीदकर खाना हर किसी के बस की बात नहीं है इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि खजूर के बदले आप ऐसा क्या खा सकते हैं जिससे आपको वही गुण भी मिल जाएं और जेब पर भारी भी न पड़े। खजूर के जितना ही फायदेमंद होता है केला, जिसमें सेहत के कई वरदान छिपे होते हैं। खजूर की तरह केले में भी कैल्शियम, सोडियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम के गुण मौजूद होते हैं, जो बॉडी पर जादुई असर करते हैं और बीमारियों से भी दूर रखते हैं। तो अगर आप खजूर खरीदने में असमर्थ हैं तो उसकी जगह केला खरीद लीजिए और पूरे परिवार को वही खिलाइए। आइए जानते हैं कि केले में और क्या-क्या विशेष गुण शामिल हैं।
ग्लूकोज का हेल्दी सोर्स – Healthy Source of Glucose
ग्लूकोज की मौजूदगी से खजूर में मिठास होती है। केला भी ग्लूकोज से भरपूर होता है, जो शरीर को तुरंत उर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। इसमें 75 प्रतिशत जल होता है। इसके अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, लोहा और तांबा भी इसमें पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
अनगिनत मिनरल्स, विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स
केले का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें फाइबर पाया जाता है, जो वजन घटाने और पाचन क्रिया को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है। केला रेज़िस्टेंट स्टार्च से भरपूर होता है, जो फाइबर के रूप में कार्य करता है और पेट के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसमें अनगिनत मिनरल्स, विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं और साथ ही मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो टाइप 2 मधुमेह को रोकने का काम करता है।
डाइजेस्टिव हेल्थ को सही करता है – Improve Digestive Health
पाचन स्वास्थ्य के लिए केले के फायदे बहुत हैं। केला फाइबर से समृद्ध होता है, जो पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करता है। फाइबर की वजह से भोजन सही तरीके से पच जाता है और मल निकासी की प्रक्रिया भी आसान हो जाती है। इसके अलावा, फाइबर कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्या से भी निजात दिलाने का काम करता है। केले में रेज़िस्टेंट स्टार्च भी पाया जाता है, जो पेट के लिए फायदेमंद रहता है।
काजू का सस्ता विकल्प तरबूज के बीज – Tarbooj ke Beej ke Fayde
काजू में बेहतर स्वास्थ्य और तंदरुस्ती के लिए सभी ज़रूरतमंद पौष्टिक तत्व मौजूद हैं। काजू काफी फैटी होते हैं। इनमें अच्छे फैट्स पाए जाते हैं
लेकिन जिन लोगों को दिल से जुड़ी समस्याएं होती हैं, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। इनमें विटामिन्स और कैल्शियम पाए जाते हैं। हड्डियों को मजबूत करने और एनर्जी देने में काजू मुख्य भूमिका निभाता है। इन्हें खाकर पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसलिए इन्हें सुपरफूड कहा जाता है। काजू खाने से जहां एक ओर कई तरह की बीमारियां नियंत्रित होती हैं, वहीं ये खूबसूरती बढ़ाने का भी काम करते हैं। हालांकि, इनका दाम इतना ज्यादा होता है कि हर कोई नहीं खरीद सकता इसलिए इनके विकल्प के तौर पर हम आपको बता रहे हैं कि आप तरबूज के बीज खा सकते हैं।
आयरन हीमोग्लोबिन की कमी को करेगा खत्म
काजू आयरन का अच्छा विकल्प है। यह आयरन की कमी को पूरा करने के साथ ही रक्त की कमी को भी दूर करता है। एनीमिया के मरीजों के लिए काजू फायदेमंद है। लेकिन काजू की तरह ही तरबूज के बीजों से भी आयरन की कमी पूरी हो सकती है। इसमें कैलोरी भी काफी कम होती है। साथ ही साथ इसमें काफी सारे विटामिन और मिनरल भी पाए जाते हैं।
बढ़ेगा प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन
तरबूज के बीजों में काजू की तरह आयरन तो होता ही है, साथ में प्रोटीन और कैल्शियम भी होता है। ये हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने का रामबाण उपाय हैं। काजू में मोनो सैचुराइड्स होते हैं, जो हड्डियों के साथ-साथ दिल को स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रखने में मददगार होते हैं। इसके अलावा काजू कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी फायदेमंद माना जाता है। वहीं तरबूज के बीज भी दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखते है। दरअसल ये कोलस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करते हैं, जिससे इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। विटामिन की प्रचुर मात्रा होने के कारण ये शरीर के इम्यून सिस्टम को भी अच्छा रखते हैं। वहीं विटामिन ए आंखों के लिए अच्छा साबित होता है।
जेब पर नहीं पड़ेगा भारी
जहां काजू आपको हजार रुपये किलो के आस-पास मिलता है, वहीं तरबूज के बीज आपको इससे आधी कीमत में मिल जाएंगे। तरबूज में लाइकोपीन पाया जाता है, जो त्वचा की चमक को बरकरार रखता है।
शांत रहेगा मन
ठंडी तासीर वालों के लिए काजू ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि काजू की तासीर गर्म होती है। यह शक्तिवर्धक एवं वीर्यवर्धक होता है। तरबूज खाने से भी दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम आता है। ठंडी तासीर वाले ड्राई फ्रूट्स (dry fruits in hindi) में से एक है तरबूज के बीज, यह दिमाग को शांत रखता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद – Beneficial for Bones
काजू की तरह तरबूज के बीज में भी मैग्नीशियम, पोटैशियम, कॉपर, आयरन, मैंगनीज, जिंक और सीलियम भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करते हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
अखरोट का विकल्प सनफ्लॉवर सीड्स – Sunflower Seeds ke Fayde
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अखरोट और पिस्ता को अमीरों के ड्राई फ्रूट्स में गिना जाने लगा है क्योंकि उनकी कीमत ही आम आदमी के बस से बाहर हो गई है। जो लोग महंगा पिस्ता और अखरोट नहीं खरीद सकते हैं, वे सनफ्लॉवर सीड्स खा सकते हैं। इनमें भी काफी मात्रा में मैंगनीज, कॉपर, फोलिक एसिड पाया जाता है। अखरोट में विटामिन E के मौजूद होने की वजह से दिमाग तेज और तंदुरुस्त रहता है। इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है। अखरोट के सेवन से लाइफ बढ़ती है। गर्भवती महिलाओं को अखरोट खाने की सलाह दी जाती है। इससे बच्चे को एलर्जी नहीं होती है और पोषक तत्व भी मिलते हैं।
हीमोग्लोबिन का महत्वपूर्ण सोर्स – Important Source of Hemoglobin
सनफ्लॉवर सीड्स को हीमोग्लोबिन का महत्वपूर्ण सोर्स माना जाता है। अखरोट की तरह सनफ्लॉवर सीड्स में भी मैंगनीज, कॉपर, फोलिक एसिड होते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे साबित होते हैं। अखरोट और सनफ्लॉवर सीड्स, दोनों में ही वे गुण होते हैं, जो आपको रिलैक्स रखते हैं, जिससे नींद अच्छी आती है। इनमें भी काफी सारे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आपको कई तरह से फायदे पहुंचाते हैं। ये पिस्ता और अखरोट की अपेक्षा काफी सस्ते होते हैं।
पिस्ता का विकल्प अलसी – Alsi ke Fayde
पिस्ता न सिर्फ आपके स्वाद को, बल्कि सेहत और त्वचा की खूबसूरती को भी बरकरार रखता है। यह न सिर्फ हेल्दी फैट, फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में फायदेमंद है, बल्कि प्रोटीन का भी बेहतरीन स्रोत है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अलसी में भी फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स होते हैं। इससे त्वचा पर झुर्रियां नहीं होतीं और कसाव बना रहता है। इससे त्वचा स्वस्थ व चमकदार भी बनती है।
पोषक तत्व
पिस्ता में हेल्दी फैट, फाइबर, प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें अच्छी कैलोरी, कार्ब, फाइबर, प्रोटीन, फैट, पोटैशियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी 6, कॉपर और मैंगनीज की प्रचुर मात्रा होती है, जिससे सेहत काफी अच्छी हो जाती है। जबकि अलसी भी ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी 1, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस, सेलेनियम, पोटैशियम, आयरन इत्यादि का एक बढ़िया स्त्रोत है और इसकी कीमत पिस्ता से काफी कम होती है।
ड्राई फ्रूट्स से संबधित पूछे जाने वाले सवाल – FAQ’s
क्या मूंगफली में बादाम के जितना प्रोटीन मिल जाता है?
मूंगफली में नॉनवेज की अपेक्षा 1.3%, अंडों से 2.5% और फलों की अपेक्षा 8 गुना प्रोटीन होता है। यह प्रोटीन का अच्छा सोर्स होता है। इसके साथ ही इसमें मैंगनीज, विटामिन-E, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम भी पाया जाता है। ये हमारे शरीर की मिनरल्स और विटामिन की जरूरत को पूरा करते हैं।
बादाम खाने से दिमाग तेज़ होता है तो क्या मूंगफली खाने से भी दिमाग पर प्रभाव पड़ता है?
मूंगफली में विटामिन ई की प्रचुर मात्रा होती है और विटामिन ई पूरे शरीर के लिए और खासकर दिमाग के लिए अच्छा होता है।
पेट की समस्या होने पर कौन सा फल खाना चाहिए?
पिस्ता की यह खूबी होती है कि इसके सेवन से आपको अपच जैसी बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। अगर इसे सही मात्रा में खाया जाए तो पेट से संबंधित कई बीमारियों से छुटकारा पाना आसान होता है। इसलिए डॉक्टर इसके सेवन की सलाह देते हैं।
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