2020 में बढ़ी हाइजीन प्रोडक्ट्स की मांग, बदला पूरे मार्केट का नज़ारा
कोरोनावायरस महामारी (coronavirus pandemic) ने हमारे जीने, काम करने और एक कंज्यूमर के तौर पर हमारी इच्छाओं व पसंद-नापसंद को काफी हद तक बदल दिया है। इस छोटे से वायरस ने हर इंडस्ट्री की कार्य प्रणाली और बिज़नेस को काफी प्रभावित किया है। हालांकि, हर क्राइसिस बदलाव, नयापन और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने का अवसर लेकर आती है। कोरोनावायरस महामारी ने न सिर्फ हमारी स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रश्न उठाए हैं, बल्कि पर्सनल हाइजीन के बारे में सोचने पर भी मजबूर कर दिया है। Mamaearth की को-फाउंडर ग़ज़ल अलघ (Ghazal Alagh, Co-founder of Mamaearth) से जानिए पर्सनल केयर इंडस्ट्री के बारे में।
कोरोना से पहले हाइजीन इंडस्ट्री Pre-COVID Hygiene Industry
हाइजीन इंडस्ट्री पर कोविड-19 का असर
हाइजीन इंडस्ट्री का भविष्य
Technavio की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में 2020-2024 के बीच हैंड सैनिटाइजर का मार्केट 405.31 मिलियन डॉलर (30,33,76,96,686.00 रुपये) तक बढ़ जाएगा। जहां फिलहाल इस मांग में बढ़ोतरी की वजह कोरोनावायरस के कारण उपजा डर है तो वहीं माना जा रहा है कि महामारी की स्थिति सामान्य हो जाने के बाद भी इसकी मांग अब यूंही बढ़ती रहेगी। पिछले कुछ महीनों में सैनिटेशन और हैंड हाइजीन के प्रति जागरूकता में काफी इजाफा हुआ है और आने वाले समय में लोग अपनी सेहत का और अधिक ख्याल रखने लगेंगे। इसके साथ ही ऑर्गेनिक और प्राकृतिक हाइजीन प्रोडक्ट्स की मांग भी बढ़ेगी। चूंकि सैनिटाइजर का इस्तेमाल बार-बार किया जाता है तो लोग अब इसमें शामिल सामग्रियों की ओर भी ध्यान देंगे और केमिकल व टॉक्सिन फ्री प्रोडक्ट्स की मांग को बढ़ावा देंगे।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान व इसके खत्म हो जाने के बाद भी अपनी सेहत के प्रति सचेत रहें और उसका ख्याल रखें।