न्यू पैरेंट्स बच्चे के दुनिया में आने से पहले ही उसके कमरे की डेकोरेशन से लेकर कपड़े, डायपर आदि जरूरी सामानों की शॉपिंग में जुट जाते हैं। लेकिन, इसके साथ ही ओर भी कई ऐसी चीजें हैं जिसकी बच्चे के आते ही आपको जरूरत हो सकती है। ऐसे समय में आपका बच्चे को अकेले छोड़कर बाजार जाना भी मुनासिब नहीं होगा। इसलिए, इस लेख में फर्स्ट टाइम पैरेंट के लिए कुछ ऐसे ही जरूरी सामानों की लिस्ट लेकर आए हैं, जो आपके लिए बच्चे के आने के बाद की लाइफ को थोड़ा आसान बना सकती हैं।
फर्स्ट टाइम पैरेंट्स के लिए जरूरत का सामान-न्यू पैरेंट्स के लिए एसेंशियल्स (Essentials For New Parents in Hindi)
गर्भावस्था के आखिरी चरण में पैरेंट्स को बच्चे व न्यू मॉम के लिए जरूरी सामानों की शॉपिंग कर लेनी चाहिए। क्योंकि बच्चे के दुनिया में आने के कुछ दिन तक पैरेंट्स को अपने लिए तक समय निकालना मुश्किल हो जाता है। बच्चे के जन्म के तुरंत बाद पैरेंट्स को किन-किन चीजों की जरूरत हो सकती है, नीचे क्रमानुसार इसके बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं।
1. एक अच्छा ब्रेस्ट पंप (Breast Pump)
जो महिलाएं पहली बार माँ बनती हैं, शुरुआत में उन्हें शिशु को फीड कराने में परेशानी हो सकती है। कुछ महिलाओं को थकावट के चलते बच्चे को हर समय दूध पिलाने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ब्रेस्ट पंप एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
ब्रेस्ट पंप के माध्यम से बच्चे के लिए माँ के दूध को निकालकर स्टोर किया जा सकता है। यदि न्यू मॉम बार-बार फीड कराने से थक गई है और इससे थोड़ा ब्रेक चाहती है, तो वह दिन में एक-दो बार बच्चे को अपना स्टोर किया हुआ दूध दे सकती हैं। इसका एक फायदा यह भी है कि यह दूध की सप्लाई को बढ़ाने में भी मदद करता है।
2. निप्पल क्रीम (Nipple Cream)
बच्चों को फीड कराते-कराते ज्यादातर मां को ड्राई निप्पल्स का सामना करना पड़ता है। कई बार यह उनके लिए काफी तकलीफदेह भी हो सकता है। क्योंकि ड्राइनेस के चलते फीड कराते समय उन्हें दर्द भी हो सकता है।
इससे बचाव के लिए न्यू मॉम्स को पहले से निप्पल क्रीम मंगाकर रखनी चाहिए। जिस तरह रोजाना नहाने के बाद बॉडी को हाइड्रेट करने के लिए मॉइश्चराइजर लगाती हैं, ठीक उसी तरह निप्पल्स को भी डेली निप्पल बटर से मॉइश्चराइज करें। निप्पल क्रीम खरीदते समय न्यू मॉम उसे इंग्रीडिएंट्स पर गौर करना न भूलें। नैचुरल प्रोडक्ट्स से बनी निप्पल क्रीम का चुनाव करें और बेहतर होगा इसमें किसी तरह की फ्रेगरेंस का इस्तेमाल न किया गया हो।
3. बेबी मोनिटर (Baby Monitor)
न्यू पैरेंट्स को इसकी जरूरत न भी हो, लेकिन वे अपने बेबी को हर समय अपनी नजरों के सामने रखना चाहते हैं। अब बच्चे के साथ आप अपने काम कैसे करें, यह हर न्यू पैरेंट्स की प्रोब्लम होती है। क्योंकि हर समय दोनों में से एक बच्चे के साथ हो, ऐसा जरूरी नहीं है।
आपकी इस परेशानी का हल है बेबी मोनिटर। अब आप किचन में काम कर रही हो या वॉशरूम में हो, हर समय आप अपने बच्चे पर नजर रख सकती हैं। बच्चा सो रहा है और आप अपना काम करना चाहती हैं, तो आप बेझिझक कर सकती हैं। जब वह नींद से उठेगा तो आप मॉनिटर के माध्यम से ट्रैक करके दूसरे सेकेंड उसके सामने हो सकती हैं।
बाजार में कई टेक्नॉलजी एडवांस बेबी मॉनिटर आ गए हैं। आप दूसरे कमरे से बेबी के कमरे में जूम करके सब देख सकती हैं। आप वही से बच्चे के कमरे का टेंपरेचर कम या ज्यादा कर सकती हैं, उसके लिए लोरी गा सकती हैं। तो न्यू पैरेंट्स अपने बजट के अनुसार बेबी मॉनिटर का चुनाव कर सकते हैं।
4. नर्सिंग पैड (Nursing Pad)
न्यू मॉम्स की ब्रेस्ट से दूध का लीक होना कॉमन है, जो ज्यादातर महिलाओं को पसंद नहीं आता। बार-बार कपड़ों का गीला होने की वजह से कई बार उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। इसका सॉल्यूशन है नर्सिंग पैड। यह खास ब्रेस्ट मिल्क के रिसाव को सोक करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे न्यू मॉम के कपड़े खराब होने की टेंशन दूर हो सकती है। नर्सिंग पैड का इस्तेमाल ब्रा के अंदर लगाकर किया जाता है। बाजार में बहुत सारी कंपनियों के नर्सिंग पैड उपलब्ध हैं। आप अपनी चॉइस के अनुसार इसका चुनाव कर सकते हैं।
5. न्यू पैरेंट्स एसेंशियल्स लिस्ट: नर्सिंग तकिया (Nursing Pillow)
न्यू मॉम के लिए सबसे ज्यादा थकान वाला काम होता है बच्चे को बार-बार फीड कराना। खासकर शुरुआत के महीनों में उनके लिए बच्चे को सही पोजीशन में फीड कराना काफी मुश्किल काम लग सकता है। कई बार उन्हें उस पोजीशन में बैठे-बैठे दर्द भी हो सकता है। ऐसे समय में नर्सिंग तकिये उनको थोड़ी राहत प्रदान कर सकता है।
बच्चे को फीड कराना, माँ की यह एक ऐसी ड्यूटी है जिससे वह चाहकर भी इग्नोर नहीं कर सकती हैं। बाजार में इसके लिए नर्सिंग पिल्लो मौजूद हैं जिन्हें खास ऐसे डिजाइन किया गया है, जिससे ब्रेस्टफीडिंग के दौरान माँ को पूरा सपोर्ट मिल सके। ओवरऑल इसकी मदद से माँ के लिए ब्रेस्टफीडिंग सेशन थोड़ा आसान हो सकता है।
6. न्यू पैरेंट्स के लिए बहुत काम आएगा डायपर बैग (Diaper Bag)
आप सोच रहे होंगे डायपर बैग की क्या जरूरत है। बेबी डायपर तो किसी भी बैग में कैरी किया जा सकता है। लेकिन, डायपर बैग को न्यू मॉम्स की जरूरतों के अनुसार खास डिजाइन किया गया है। इसमें कई सारी पॉकेट्स और पार्टिशियन होते हैं, जिसमें बेबी के जरूरी सामानों को अच्छे तरीके से कैरी किया जा सकता है।
डायपर बैग में डायपर के अलावा, बेबी वाइप्स, डिस्पोजेबल चेंजिंग वाइप्स, गार्बेज बैग, डायपर रैश क्रीम, फीडिंग बोतल, बच्चे के एक जोड़ी कपड़े, स्पून, बाउल आदि कैरी कर सकते हैं।
7. डायपर रैशेज क्रीम (Diaper Rash Cream)
न्यू बॉर्न बेबी की त्वचा काफी सेंसिटिव होती है, जिस वजह से उनमें डायपर रैशेज होना बहुत कॉमन है। डायपर रैशेज को हील करने व इससे बचाव के लिए एक अच्छी डायपर रैशेज क्रीम का चुनाव करें।
बच्चे के लिए डायपर रैशेज क्रीम लेते समय यह ध्यान रखें कि इसमें किसी तरह के हानिकारक केमिकल्स न हों। अच्छा होगा यदि डायपर रैशेज क्रीम में नैचुरल इंग्रीडिएंट्स होंगे। एक बात और जान लें वो यह कि हमेशा क्लीनिकली और डर्मेटोलॉजिस्ट टेस्टेड बेबी प्रोडक्ट्स का चयन करना चाहिए।
8. न्यू पैरेंट्स के लिए जरूरी है बेबी कैरी बैग (Baby Carry Bag)
बच्चे को हर जगह गोद में उठाकर ले जाना पैरेंट्स के लिए काफी मुश्किल और थकान भरा होता है। बच्चे को थोड़ी दूर उठाना पड़ जाए तो पैरेंट्स के हाथों में दर्द होना आम बात है। इसके लिए बाजार में अब कैरी बैग (Baby Carrier in hindi) आ गए हैं, जिन्होंने माता-पिता के लिए बच्चे को लेकर घूमना आसान कर दिया है। इसमें पैरेंट्स के हाथ फ्री रहते हैं।
बेबी कैरी बैग्स मे दो साल तक के बच्चों को कंफर्टेबल उठाया जा सकता है। इन्हें एडजस्टेबल डिजाइन किया गया है कि बच्चे के अनुसार इसे एडजस्ट कर सकते हैं।
9. सीरम (Serum)
न्यू मॉम्स को शिशु के साथ-साथ अपनी भी देखभाल करने की जरूरत होती है। शरीर में होने वाले हार्मोन्स चेंजेज की वजह से उन्हें त्वचा संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि इस समय अपना ध्यान न रखा जाए तो आगे चलकर इन परेशानियों से निजात पाना मुश्किल हो सकता है।
बात करें न्यू मॉम्स को होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स की तो हाइपरपिगमेंटेशन, एक्ने, ड्राई स्किन, झाइयां आदि। इन सबसे बचाव के लिए सीरम का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। ध्यान रखें न्यू मॉम्स को हर तरह के सीरम के इस्तेमाल करने की आजादी नहीं होती है। क्योंकि कई सारे एंटी-एजिंग सीरम में ऐसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो उनके जरिए बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
न्यू मॉम्स के लिए विटामिन-सी युक्त सीरम का इस्तेमाल सुरक्षित माना जाता है। हालांकि इसे खरीदते समय उसकी सामग्रियों पर ध्यान देना न भूलें। अगर उसमें कोई भी ऐसी सामग्री है जो शिशु के लिए हानिकारक हो सकती है उसे बिल्कुल न खरीदें।
10. स्ट्रेच मार्क्स क्रीम (Stretch Marks Cream)
किसी भी महिला को अपने शरीर पर स्ट्रेच मार्क्स अच्छे नहीं लगते हैं। डिलीवरी के बाद इनकी सही केयर की जाए तो इन्हें काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए एक अच्छी स्ट्रेच मार्क्स क्रीम पहले से मंगा कर रखें। बात करें बेस्ट स्ट्रेच मार्क्स क्रीम की तो ऐसी क्रीम का चयन करें जिसमें कोकोआ और शिया बटर मौजूद हो। इन दोनों सामग्रियों को स्ट्रेच मार्क्स के लिए काफी प्रभावी माना जाता है।
स्ट्रेच मार्क्स क्रीम के साथ स्ट्रेच मार्क्स ऑयल का भी इस्तेमाल करेंगे, तो इसके परिणाम ओर बेहतर हो सकते हैं। क्योंकि ऑयल त्वचा में गहराई तक समां जाता है। साथ ही स्ट्रेच मार्क्स ऑयल का इस्तेमाल कोलेजन को बूस्ट करने में भी सहायक हो सकता है।
10. स्वैडल ब्लैंकेट (Swaddle Blanket)
बहुत सारे पैरेंट्स इस बात से वाकिफ नहीं होंगे कि स्वैडल ब्लैंकेट क्या होते हैं। तो सबसे यह जान लेते हैं। स्वैडल ब्लैंकेट बच्चे के मूवमेंट्स को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसमें पैरेंट्स बच्चे को इस तरह फोल्ड करके लिटा सकते हैं, जिससे बच्चे को वॉम्ब जैसी फीलिंग आती है और वह अच्छे से सो पाते हैं। ये अल्ट्रा सॉफ्ट, कंफरटेबल, फ्लैक्सिबल, ड्यूरेबल व ब्रीथेबल होते हैं। बच्चे की नाजुक त्वचा के लिए ये एक बेहतरीन प्रोडक्ट है।
तो ये थी न्यू पैरेंट्स के लिए जरूरत के सामान की लिस्ट। इन प्रोडक्ट्स की डिलीवरी से पहले ही जाकर शॉपिंग कर लें, जिससे बादमें आपको जल्दबाजी में कोई प्रोडक्ट न खरीदना पड़े। उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा शेयर की गई न्यू पैरेंट्स के लिए एसेंशियल्स इन हिंदी से जुड़ी जानकारी आपके काम आएगी।
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