बच्चों के लिए हाथ धोना कितना जरूरी है, बताने की जरूरत नहीं है। बच्चों को संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है और उन्हें जर्म्स भी सबसे जल्दी इफेक्ट करते हैं। इसलिए पेरेंट्स को बच्चों के हैंडवॉश का पूरा ख्याल जरूरी है। वैसे बच्चों के हाथ धोने की बात करें तो मार्केट में कई बेबी लिक्विड, फॉमिंग हैंडवॉश और साबुन मौजूद हैं। लेकिन बच्चों के लिए क्या सही है, यह जान लेना भी जरूरी है।
‘बंटी तेरा साबुन स्लो है’ यह एड तो आपने देखा ही होगा। आज हम बच्चों के स्वास्थ्य के लिहाज से हैंडवॉश लिक्विड और साबुन नहीं बल्कि बात करेंगे फॉमिंग हैंडवॉश की। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं फॉमिंग हैंडवॉश बच्चों की स्किन के लिए कितना फ्रेंडली है। साथ ही बताएंगे कि यह अन्य विकल्पों से कैसे बेहतर है?
बच्चों के लिए हैंडवॉश का इस्तेमाल क्यों हानिकारक है? (Effect of Handwash in Kids in Hindi)
आज तक हम लोग बच्चों के लिए साबुन बेहतर है या हैंडवॉश, इस पर ही चर्चा होते देखते आए थे। कुछ लोगों का मानना होता है कि हाथ धोने है, दोनों का काम बैक्टीरिया व कीटाणुओं को नष्ट करना है, जो मर्जी लगा लो। वहीं, सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार साबुन के जरिए बैक्टीरिया के फैलने का जोखिम रहता है। इस वजह से हैंडवॉश के इस्तेमाल को बेहतर माना गया है।
अब बात आती है बच्चों के लिए हैंडवॉश का इस्तेमाल हानिकारक कैसे हो सकता है। दरअसल, हैंडवॉश खरीदते समय ज्यादातर पैरेंट्स उसमें मौजूद केमिकल्स पर गौर नहीं करते हैं। ये केमिकल्स ही शिशुओं के लिए हैंडवॉश को हानिकारक बनाते हैं। दरअसल, ज्यादातर हैंडवॉश में ट्रिक्लोसन नामक एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल एजेंट मौजूद होता है।
ट्रिक्लोसन एक अत्यधिक विषैला पदार्थ है, जो त्वचा में अवशोषित होकर कई बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, हैंडवॉश में पाए जाने वाला बीएचटी एक और जहरीला तत्व है, जो लॉन्ग टर्म डैमेज का कारण बन सकता है।
बच्चों के हैंडवॉश के लिए क्या है बेहतर विकल्प? ( Better Handwash Alternatives for Kids in Hindi)
बाजार में ऐसे कई सारे हैंडवॉश उपलब्ध हैं, जिन्हें बच्चों के लिए खास तैयार किया गया है। इन प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए केमिकल की जगह नैचुरल प्रोडक्ट्स को तरजीह दी गई है। ऐसे में बेबी चकरा का नैचुरल फॉम हैंडवॉश फॉर किड्स एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
कंपनी का दावा है कि बच्चों के लिए इस फॉमिंग हैंडवॉश को सर्टिफाइड ऑर्गेनिक इंग्रीडिएंट्स से तैयार किया गया है। साथ ही यह प्रोडक्ट्स डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा टेस्टेड है। यह 99.9% कीटाणुओं से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें सल्फेट, ट्रिक्लोसन, बीएचटी और पैराबीन का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
सामग्री: बेबी चकरा नैचुरल फॉम हैंडवॉश फॉर किड्स को बनाने के लिए आम का तेल, नारियल का तेल और तुलसी का इस्तेमाल किया गया है। आम के तेल में एंटीऑक्सीडेंट्स और नारियल तेल में लॉरिक एसिड होता है, जो एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है।
वहीं, तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। ये सभी गुण स्किन संबंधित परेशानियों से बचाव में अहम भूमिका निभाते हैं। इसमें विटामिन-सी भी होता है, जो त्वचा को नॉरिश करता है।
बच्चों को सिखाएं हैंडवॉश का सही तरीका (Right Way of Handwashing in Hindi)
बच्चों के हाथों की सफाई के लिए सही प्रोडक्ट का चुनाव करने के साथ हैंडवॉश का सही तरीका सिखाना भी उतना ही जरूरी है। तो, चलिए जानते हैं बच्चों को हैंडवॉश का तरीका सिखाकर आप कैसे उन्हें बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
- सबसे पहले बहते हुए पानी या गुनगुने पानी से बच्चों के हाथों को गीला करें।
- अब उनके हाथ में बेबी चकरा नैचुरल फॉम हैंडवॉश फॉर किड्स की कुछ ड्रॉप्स डालें।
- कम से कम 15 से 20 सेकेंड के लिए हाथों को रगड़ें।
- हाथों के रगड़ते समय बच्चों को उंगलियों के बीच भी झाग रगड़ने की लिए कहें।
- अब हाथों को पानी से साफ करें।
- साफ टॉवल से हाथों को पोछें।
- बच्चों को खाना खाने से पहले, खेलकर वापस आने के बाद, वॉशरूम जाने के बाद, स्कूल से घर आने पर इन स्टेप्स को फॉलो कर हैंडवॉश करने के लिए कहें।
उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आपको समझ आया होगा कि हर हैंडवॉश बच्चों के लिए बेहतर नहीं होत है। इसके साथ ही नॉर्मल हैंडवॉश और बच्चों के लिए खास तैयार किए गए हैंडवॉश में क्या अंतर होता है। तो, बस फिर सोच क्या रहे हैं, अब तो जो गलती कर रहे थे उसे आगे न दोहराएं और ले आए बच्चों के लिए उनका अलग हैंडवॉश।
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