भारतीय घरों में दूध और चावल से बनी स्वादिष्ट और सदाबहार खीर की बहुत ही बेहतरीन यादें हैं, जो कई नट्स और किशमिश के साथ बनी होती हैं। इलायची पाउडर और दालचीनी पाउडर के साथ दूध में उबाले गए नरम चावल का स्वाद हमारी ज़ुबान पर लंबे समय तक चढ़ा रहता है। खीर काफी पौष्टिक होती है, क्योंकि इसमें मेवा, विशेष रूप से बादाम, पिस्ता और एक ऐसा ड्राई फ्रूट, जिसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है – चिरौंजी दाना, या चिरोला। खीर या हलवा सहित कई भारतीय मिठाइयां बनाने में चिरौंजी के बीजों का उपयोग किया जाता है। मगर क्या आप जानते हैं, चिरौंजी का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है। हम यहां आपको चिरौंजी के फायदे और नुकसान के बारे में बता रहे हैं। मगर उससे पहले जान लेते हैं, आखिर चिरौंजी क्या होता है (hironji kya hota hai)। कमरख फल के फायदे
चिरौंजी क्या होता है? – Chironji Kya Hota Hai
चिरौंजी (chironji in hindi) को बुकाननिया लैंजान नामक एक पेड़ से काटा जाता है, जो भारतीय उपमहाद्वीप का मूल निवासी है। चिरौंजी को भारत के मीठे और नमकीन दोनों तरह के व्यंजनों में मिलाया जाता है। हालांकि, यह केवल बुकानिया के बीज नहीं हैं, जो भारतीयों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। पेड़ के लगभग सभी हिस्सों, इसके फल, पत्ते, ट्रंक से गोंद और यहां तक कि जड़ों को भी आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है। इस पेड़ की खेती पूरे भारत में की जाती है, जो उत्तर-पश्चिम में लोकप्रिय है। एक चिरौंजी के पौधे में फल लगते हैं और प्रत्येक चिरौंजी के फल में एक चिरौंजी बीज होता है। बीजों को कच्चा खाया जा सकता है लेकिन स्वाद बढ़ाने के लिए ज्यादातर भुना या तला हुआ खाया जाता है।
चिरौंजी के फायदे – Chironji Khane ke Fayde
- कब्ज में दिलाए राहत – Chironji Benefits for Constipation in Hindi
- इम्यूनिटी बूस्ट करे – Charoli Kare Immunity Boost
- दिल का रखे ख्याल – Chironji Is Good to Keep Heart Healthy
- अल्सर में फायदेमंद – Chironji ke Fayde Ulcer Ke Liye
- डायरिया में दिलाए निजात – Charoli Benefits for Diarrhea in Hindi
- करे घाव का इलाज – Treat Your Wound With Chironji in Hindi
- डायबिटीज में फायदेमंद – Charoli Ke Fayde Diabetes Mai
- खून करे साफ
- सेक्स परफॉर्मेंस बढ़ाएं चिरौंजी
चिरौंजी के बीज प्रोटीन का काफी अच्छा स्रोत हैं। अपेक्षाकृत कम वसा सामग्री और कैलोरी वैल्यू के साथ ये स्वादिष्ट बीज दैनिक आहार के लिए एक बढ़िया विकल्प हैं। इसमें काफी प्रभावशाली फाइबर होता है, जो पाचन को आसान बनाता है। स्वस्थ पोषक तत्वों के साथ इसमें विटामिन बी 1, बी 2 और सी के अलावा नियासिन भी शामिल हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिज भी होते हैं। चिरौंजी का उपयोग खांसी, त्वचा पर चकत्ते, बांझपन, सिरदर्द, श्वसन संबंधी विकार, मुंह के छाले और कब्ज को ठीक करने के लिए किया जाता है। चिरौंजी के फायदे (chironji ke fayde) यहीं खत्म नहीं होते। इसके और भी कई फायदे हैं जो हम आपको यहां बताने जा रहे हैं।
कब्ज में दिलाए राहत – Chironji Benefits for Constipation in Hindi
चिरौंजी के बीज के तेल में कसैले गुण होते हैं, जो मल त्याग को नियमित करने में मदद कर सकते हैं। यह मल के कणों को आपस में बांधने में मदद करता है और इसलिए दस्त को ठीक करता है। चिरौंजी के तेल के फायदे भी देखने को मिलते हैं। इसके तेल की कुछ बूंदों को आपके ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन, या ओआरएस में मिलाया जा सकता है, और लूज मोशन की समस्या का इलाज करने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। चिरौंजी की जड़ का अर्क अल्सर के इलाज के लिए फायदेमंद माना जाता है जो पेट की समस्याओं का कारण है।
इम्यूनिटी बूस्ट करे – Charoli Kare Immunity Boost
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर चिरौंजी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार, रोगाणुओं से लड़ने और शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचाने के लिए कई घरेलू उपचार प्रदान करती है। इतना ही नहीं यह मजबूत एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटीफंगल गुणों से भी भरपूर है, जो बुखार, सामान्य सर्दी, गले में खराश और अन्य श्वसन संबंधी विसंगतियों जैसे संक्रमणों को रोकने में बेहद प्रभावी है।
दिल का रखे ख्याल – Chironji Is Good to Keep Heart Healthy
चिरौंजी की पत्तियों के भी कई स्वस्थ लाभ हैं। इन पत्तों से निकाले गए रस में कई गुण मौजूद होते हैं जूस का उपयोग कार्डियो टॉनिक के रूप में हृदय को मजबूत करने के लिए भी किया जाता है। यह थकान दूर करने के लिए एक अच्छा प्राकृतिक टॉनिक है और घावों के इलाज के लिए पत्तियों का पाउडर भी बनाया जा सकता है। साथ ही यह हार्ट ब्लॉक, दिल के दौरे, रक्त के थक्कों आदि के जोखिम को भी कम करता है।
अल्सर में फायदेमंद – Chironji ke Fayde Ulcer Ke Liye
चिरौंजी के पत्तों के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-अल्सर गुण विभिन्न प्रकार के अल्सर जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस, पेप्टिक अल्सर, नासूर घावों या मुंह के अल्सर आदि के इलाज में काफी फायदेमंद होते हैं। चिरौंजी के पौधे से बनी पारंपरिक औषधि का उपयोग मुंह के छालों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। यह भी माना जाता है कि चिरौंजी पाचन समस्याओं के उपचार के अलावा शरीर पर शीतलन प्रभाव भी डालती है, जो अल्सर के उपचार में काफी फायदेमंद है।
डायरिया में दिलाए निजात – Charoli Benefits for Diarrhea in Hindi
चिरौंजी डायरिया जैसी बीमारी से भी निजात दिलाती है। डायरिया होने पर चिरौंजी के फायदे देखे जा सकते हैं। चिरौंजी के पेड़ की छाल के चूर्ण को शहद के साथ लेने से संक्रामक डायरिया में मदद मिल सकती है। वहीं चिरौंजी की जड़ में एस्ट्रिंजेंट का प्रभाव पाया जाता है। यह प्रभाव डायरिया की समस्या में राहत पहुंचाने का काम कर सकता है।
करे घाव का इलाज – Treat Your Wound With Chironji in Hindi
चिरौंजी के बीजों के अर्क पर विभिन्न अध्ययनों के माध्यम से यह पाया गया है कि इनमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बायोफिल्म गुण होते हैं। इसलिए, चिरौंजी घाव भरने के गुणों के लिए भी जाना जाता है। चिरौंजी के बीजों के एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बायोफिल्म गुण इस घाव के प्रभाव का मुकाबला करते हैं, जिससे घाव का उपचार जल्दी होता है।
डायबिटीज में फायदेमंद – Charoli Ke Fayde Diabetes Mai
चिरौंजी के बीजों में स्ट्रॉन्ग एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज मौजूद होती हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कम करने में एक आवश्यक भूमिका निभाती हैं। चिरौंजी के बीज के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने या उससे बचाने में मदद करते हैं और परिणामस्वरूप मधुमेह के उपचार में मदद करते हैं।
खून करे साफ
चिरौंजी के बीजों के डिटॉक्सिफाइंग गुणों के कारण इसका पाउडर खून को शुद्ध करने और साफ करने में बेहद फायदेमंद होता है। खून को साफ करके यह यह रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और रक्तप्रवाह से विषाक्त पदार्थों और तनाव हार्मोन को निकालने में भी मदद करता है।
सेक्स परफॉर्मेंस बढ़ाएं चिरौंजी
वाइटैलिटी और यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए, भारत में जोड़े अपने विवाहित जीवन की शुरुआत मिठाई खाकर करते हैं और चिरौंजी के बीज से बने पेय लेते हैं। चिरौंजी के बीज अपने कामोत्तेजक गुणों के लिए लोकप्रिय हैं। इनमें से कुछ समस्याओं में शीघ्रपतन, कामेच्छा में कमी और नपुंसकता शामिल हैं।
चिरौंजी के नुकसान – Chironji Side Effects in Hindi
चारोली के बीज खाने के बाद कमजोर पेट या कमजोर पाचन तंत्र वाले व्यक्ति को भूख कम लग सकती है। दरअसल, चिरौंजी के बीज का चूर्ण यदि डॉक्टर की सहमति के बिना बड़ी मात्रा में सेवन किया जाए तो भूख कम हो सकती है। हालांकि, चिरौंजी का तेल पाचन तंत्र के कामकाज को बढ़ाता है। चिरौंजी की गुठली का सेवन करने पर एक और दुष्प्रभाव कब्ज है। इसके अलावा रात के दौरान बार-बार पेशाब आना उन रोगियों में होने वाले दुष्प्रभावों में से एक है, जो इसका मौखिक रूप से सेवन करते हैं या इसे बाहरी रूप से लगाते हैं।
चिरौंजी के फायदे को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – Chironji in Hindi FAQ’s
सवाल- चिरौंजी की तासीर क्या है?
जवाब- चिरौंजी की तासीर बहुत ठंडी होती है, यही वजह है कि इसे ज्यादातर गर्मियों के मौसम में खाया जाता है।
सवाल- चिरौंजी में कौन सा विटामिन होता है?
जवाब- चिरौंजी में विटामिन सी और बी पर्याप्त मात्रा में होता है।
सवाल- चिरौंजी में कितनी कैलोरी होती है?
जवाब- चिरौंजी में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है।
सवाल- चिरौंजी का उपयोग कैसे करें?
जवाब- चिरौंजी का उपयोग आप कई तरह से कर सकते हैं। इनमें से एक तरीका है, इसे खीर में मिलकर खाना।
सवाल- चिरौंजी कितने रुपए किलो है?
जवाब- चिरौंजी 500 से 700 रुपये किलो है।
सवाल- चिरौंजी लगाने से क्या होता है?
जवाब- चिरौंजी का पैक लगाने से मुहांसे, फुंसी और त्वचा के कई अन्य रोग दूर होते हैं।अगर आपको यहां बताए गए चिरौंजी के फायदे (chironji khane ke fayde) पसंद आए तो इन्हें अपने दोस्तों और परिवारजनों के साथ जरूर शेयर करें।
ये भी पढ़ें –
स्वास्थ्य के लिए ईसबगोल के फायदे और नुकसान