वर्ष 2000 में एक कैंपेन शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य विश्व के 7 वंर्डर्स (7 wonders of World in Hindi) को खोजना था और इसके लिए 200 स्मारकों की एक सूची बनाई गई थी। फ्री वेब-आधारित वोटिंग और टेलीफोन वोटिंग की छोटी मात्रा के माध्यम से लोकप्रियता सर्वेक्षण का नेतृत्व कनाडा-स्विस बर्नार्ड वेबर ने किया था और स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में स्थित न्यू 7 वंडर्स फाउंडेशन (N7W) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें विजेताओं की घोषणा 7 जुलाई 2007 को लिस्बन में की गई थी और आज हम अपने इस लेख में आपको विश्वभर के उन 7 वंडर्स (दुनिया के 7 अजूबे) के बारे में बताने वाले हैं।
Table of Contents
विश्व के 7 अजूबे
- ग्रेट वॉल ऑफ चाइना – Great Wall of China in Hindi
- चिचेन इट्जा – Chichen Itza in Hindi
- पेट्रा – Petra in Hindi
- माचू पिच्चू – Machu Picchu in Hindi
- क्राइस्ट दा रिडीमर – Christ the Redeemer in Hindi
- कोलोसियम – Colosseum in Hindi
- ताज महल – Taj Mahal in Hindi
ग्रेट वॉल ऑफ चाइना
7 अजूबों (seven wonders of the world in hindi) में से एक है ग्रेट वॉल ऑफ चाइन (great wall of china in hindi) के लिए ग्रेट शब्द काफी नहीं माना जा सकता है। दरअसल, यह सबसे बड़े बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में से एक हैं और यह कम से कम 5,500 माइल्स (8,850 किलोमीटर) लंबी है। हालांकि, चीनी स्टडी के दावे के मुताबिक यह 13,170 माइल्स (21,200 किलोमीटर) लंबी है और इसपर 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व में काम शुरू हुआ था और दो सहस्राब्दियों तक जारी रहा था। वैसे इसे दीवार जरूर कहा जाता है लेकिन इसकी संरचना की बात करें तो ये तो वास्तव में लंबी दूरी के लिए दो समानांतर दीवरें हैं। हालांकि इसे आक्रमणों और छापेमारी को रोकने के लिए बनाया गया था, लेकिन दीवार वास्तविक सुरक्षा प्रदान करने में काफी हद तक विफल रही। इसके बजाय, विद्वानों ने नोट किया है कि यह “राजनीतिक प्रचार” के रूप में अधिक कार्य करता है।
चिचेन इट्जा – Chichen Itza in Hindi
चिचेन इट्ज़ा (chichen itza in hindi) मेक्सिको में युकाटन प्रायद्वीप पर एक माया शहर है, जो 9वीं और 10वीं शताब्दी सीई में विकसित हुआ था। माया जनजाति के तहत इट्ज़ा-जो टॉलटेक से बहुत प्रभावित थे-कई महत्वपूर्ण स्मारक और मंदिर बनाए गए थे। सबसे उल्लेखनीय में से सीढ़ीदार पिरामिड एल कैस्टिलो (“द कैसल”) है, जो मेन प्लाजा से 79 फीट (24 मीटर) ऊपर है। मायाओं की खगोलीय क्षमताओं के लिए एक वसीयतनामा, संरचना में कुल 365 कदम हैं, जो एक साल में आने वाले 365 दिनों जितने हैं। वसंत और शरद ऋतु के दौरान डूबता हुआ सूरज जब सीढ़ियों पर छाया डालता है तो नीचे की ओर फिसलते हुए सांप का रूप दिखाई देता है (world ke 7 ajoobe)।
पेट्रा – Petra in Hindi
जॉर्डन में स्थित पेट्रा (petra in hindi) एक प्राचीन शहर है जो सुदूर घाटी में स्थित है और यह शहर बलुआ पत्थरों के पहाड़ों और चट्टानों के बीच में बसा हुआ है। इस जगह को उनमें से एक होने का दावा किया जाता है, जहां मूसा ने एक चट्टान पर मारा था और पानी निकल आया था। इसके बाद एक अरब जनजाति नबातियन ने इसे अपनी राजधानी बना लिया और उस दौरान यह शहर काफी फला-फूला और यह मसालों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र भी बन गया। नबातियन लोगों ने अपने घरों, मंदिरों और मकबरों को बलुआ पत्थरों में तराशा था, जो बदलते सूरज के साथ रंग बदला करते थे। इसके अलावा लोगों ने एक जल प्रणाली का भी निर्माण किया, जिससे बगीचों और खेतों में पानी जाता था। इसकी ऊंचाई पर स्थित पेट्रा में लगभग 30,000 की आबादी थी। हालांकि, व्यापार मार्ग बदलने की वजह से शहर में गिरावट शुरू हो गई। इसके बाद 363 सीई में एक बड़े भूकंप ने लोगों के लिए कठिनाइयां पैदा कर दी और 551 ईसा में एक अन्य झटके के बाद लोगों ने पेट्रा में रहना छोड़ दिया। हालांकि, इसके बाद 1912 में इसे दोबारा खोजा गया और फिर 20वी सदि के अंत तक पुरातत्वविदों ने इसे काफी हद तक नजरअंदाज कर दिया (world ke 7 ajube)।
माचू पिच्चू – Machu Picchu in Hindi
कुज़्को, पेरू के पास स्थित इस इंकान साइट की खोज 1911 में हिरम बिंघम ने की थी, जिनका मानना था कि यह विलकाबांबा है, जिसका इस्तेमाल 16वीं शताब्दी में स्पेनिशन शासन के खिलाफ विद्रोह के दौरान किया गया था। हालांकि बाद में इस दावे को खारिज कर दिया गया था और माचू पिच्चू के उद्देश्य ने विद्वानों को भी काफी भ्रमित कर दिया था। बिंघम का मानना था कि यह वर्जिन ऑफ द सन का था, जो महिलाएं पवित्रता की शपथ के तहत मठों में रहा करती थी। वहीं दूसरों का मानना था कि यह एक तीर्थ स्थ है और कुछ अन्यों का मानना था कि यह एक शाही स्थल है। माना जाता है कि माचू पिच्चू (machu picchu in hind) कुछ प्रमुख पूर्व-कोलंबियाई खंडहरों में से एक है (7 ajube duniya ke)।
क्राइस्ट दा रिडीमर – Christ the Redeemer in Hindi
क्राइस्ट द रिडीमर (christ the redeemer in hindi), जीजस की एक विशाल प्रतिमा है जो रियो डी जनेरियो में माउंट कोरकोवाडो के ऊपर स्थित है। इसकी उत्पत्ति प्रथम विश्व युद्ध के ठीक बाद हुई थी, जब कुछ ब्राजीलियाई लोगों को ‘ईश्वरीयता की ज्वार’ का डर था। उन्होंने एक मूर्ति का प्रस्ताव रखा, जिसे अंततः हेटर दा सिल्वा कोस्टा, कार्लोस ओसवाल्ड और पॉल लैंडोव्स्की द्वारा डिजाइन किया गया था। इसका निर्माण 1926 में शुरू हुआ था और 5 साल बाद पूरा हुआ था। यह स्मारक 98 फीट (30 मीटर) लंबा है और इसकी फैली हुई भुजाएं 92 फीट (28 मीटर) तक फैली हुई हैं। इसे दुनिया की सबसे बड़ी आर्ट डेको मूर्ति माना जाता है। क्राइस्ट द रिडीमर प्रबलित कंक्रीट से बना हुआ है और इसे लगभग 6 मिलियन टाइलों से ढका गया है। हालांकि, इस मूर्ति पर अक्सर ही बिजली गिरती रहती है और 2014 में एक तूफा के दौरान जीसस के दाहिन अंगूठे की नोक क्षतिग्रस्त हो गई थी।
कोलोसियम – Colosseum in Hindi
रोम में स्थित कोलोसियम (Colosseum in Hindi) का निर्माण पहली शताब्दी में सम्राट वेस्पासियन के आदेश पर किया गया था। इसे इंजीनियरिंग की एक उपलब्धि माना जाता है क्योंकि इसका एम्फीथिएटर 620 गुणा 513 फीट है और इसमें वाल्टों की एक जटिल प्रणाली भी है। यहां पर एक साथ 50,000 दर्शक विभिन्न ईवेंट्स को देख सकते थे। इनमें सबसे उल्लेकनीय ग्लैडीएटर झगड़े थे लेकिन जानवरों से लड़ने वाले पुरुष भी आम ही थी। साथ ही नकली नौसैनिक गतिविधियों के लिए कभी-कभी कोलोसियम में पानी भी डाला जाता था। हालांकि, माना जाता है कि यहां पर बहुत से ईसाई शहीद हुए थे और उन्हें शेरों के आगे फेंका जाता था। कुछ अनुमानों के मुताबिक, कोलोसियम में 50,000 लोग मारे गए थे। इसके अलावा यहां पर कई सारे जानवरों को पकड़ कर भी मारा गया था और माना जाता है कि कुछ प्रजातियां कथित तौर पर विलुप्त हो गई हैं।
ताज महल – Taj Mahal in Hindi
भारत के आगरा में स्थिति इस समाधि परिसर को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित स्मारकों में से एक माना जाता है और शायद यह मुगल वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण भी है। ताज महर (Taj Mahal in Hindi) का निर्माण सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के लिए कराया था, जिनकी मृत्यु 1631 में उनके 14वें बच्चे को जन्म देते हुए हो गई थी। इसे बनाने में लगभग 22 वर्ष का समय लगा था और इसे 22,000 श्रमिकों द्वारा बनाया गया था और इसमें एक परावर्तक पूल और साथ ही विशाल बगीचा भी शामिल है। इस मकबरे को सफेद संगमरमर से बनाया गया है, जिसमें जयमितीय और फूलों के पैटर्न ने हुए हैं। इसका राजसी केंद्रीय गुंबद चार छोटे गुंबदों से घिरा हुआ है। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो शाहजहां चाहते थे कि उनका मकबरा काले संगमरमर से बना हो लेकिन इस पर काम शुरू होने से पहले ही उनके बेटे ने उन्हें पदच्युत कर दिया था।
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