कहते हैं गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर होता है। अगर अच्छा शिक्षक मिल जाये तो वो आपकी ज़िंदगी को रोशन कर सकता है वहीं बुरा शिक्षक आपकी ज़िंदगी को खराब। शिक्षक यानि गुरु की खासियत ही यही होती है कि वो अपने बारे में न सोचकर पहले अपने छात्र के बारे में सोचता है। उसका भला बुरा सोचकर ही एक शिक्षक उसे ज़िंदगी की सीख देता है। अब ये हमारे ऊपर है कि शिक्षक का मान रखते हुए हम उसके बताये रास्ते पर चल सकते है या नहीं। आम ज़िंदगी की तरह बॉलीवुड में भी पुराने समय से ही शिक्षक को एक बड़ा दर्जा दिया गया है। बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में और गाने हैं, जो एक शिक्षक और छात्र के बीच की बॉन्डिंग को दर्शाते हैं। वैसे तो हर टीचर्स डे पर आप शिक्षक दिवस पर कोट्स के जरिये अपने शिक्षक को विश कर ही देते होंगे लेकिन अगर इस टीचर्स डे आप अपने फेवरेट टीचर को कोई गाना समर्पित (songs dedicated to teachers in hindi) करना चाहते हैं, तो यहां दिए कुछ शिक्षक दिवस पर गाने (teachers day songs in hindi) आपकी मदद कर सकते हैं।
शिक्षक दिवस पर गाने – Teachers Day Songs in Hindi
शिक्षक दिवस पर बॉलीवुड में कई गाने बने हैं। यहां इस खूबसूरत रिश्ते को लेकर कई फिल्में भी बनी हैं। इनमें से कुछ फिल्में तो देखने वालों को काफी इमोशनल भी कर देती हैं। गुरु और शिष्य एक दुसरे के पूरक होते हैं। शिष्य को देखकर उसके गुरु की दी हुई शिक्षा का पता लगाया जा सकता है। एकलव्य ने तो अपने गुरु को दीक्षा देने के लिए अपना अंगूठा भी दान में दे दिया था। बॉलीवुड में भी कई ऐसी फिल्मों के उदाहरण और गाने भरे पड़े हैं। इनमें से कुछ हम आपके लिए यहां लेकर आये हैं।
सर सर ओ सर- सर
ये गाना ‘सर सर ओ सर’ 1993 की एक कल्ट क्लासिक फिल्म ‘सर’ का है। फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी एक्ट्रेस पूजा भट्ट और अतुल अग्निहोत्री ने। इस फिल्म को महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने एक फ्रेंडली ‘सर’ का किरदार निभाया था, जो अपने छात्रों के साथ दोस्तों की तरह व्यवहार करता था। ये गाना उसी सर को उसके छात्रों के द्वारा दिया गया ट्रिब्यूट था।
ऐ खुदा- पाठशाला
मिलिंद यूके की डायरेक्ट की हुई इस फिल्म में शहीद कपूर, आयशा टाकिया और श्रद्धा आर्या, नाना पाटेकर और अली हाजी मुख्य भूमिका में थे। फिल्म आधुनिक शिक्षा प्रणाली और कई विचारधाराओं के व्यावसायीकरण के बारे में है। यह गाना एक शिक्षक के जीवन पर आधारित है जिसे फिल्म में शाहिद कपूर ने निभाया है। इस इमोशनल गाने को सलीम मर्चेंट ने अपनी आवाज दी है।
खोलो खोलो दरवाजे- तारे जमीन पर
आमिर खान की ‘तारे जमीन पर’ निसंदेह एक बेहतरीन फिल्म थी। 2007 में आई इस फिल्म ने एक आर्ट टीचर और एक डिस्लेक्सिक छात्र के बीच संबंधों की खोज की। एक आर्ट टीचर की भूमिका में आमिर खान बाल कलाकार दर्शील सफारी द्वारा निभाए गए एक प्रतिभाशाली लड़के की असली प्रतिभा दिखाते हैं। वैसे तो फिल्म में कई गाने थे, जो दर्शकों के साथ जुड़े थे। मगर ‘खोलो खोलो दरवाजे’ गाना एक ऐसा गाना है, जो छात्रों को अपने सपनों को पूरा करने और अपने कौशल की पहचान करने के लिए प्रेरित करता है। गाने के बोल प्रसून जोशी के हैं, संगीत शंकर एहसान लॉय ने दिया है और इसे रमन महादेवन की आवाज में गाया गया है।
अपनी तो पाठशाला- रंग दे बसंती
‘रंग दे बसंती’ 2006 की एक ब्रिटिश डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माता के बारे में है, जो अपने दादा, भारतीय शाही पुलिस के एक पूर्व अधिकारी द्वारा लिखी डायरी के आधार पर भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों पर एक फिल्म बनाने की ठानती है। फिल्म का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया है। हालांकि फिल्म का शिक्षकों से कोई संबंध नहीं है, लेकिन शिक्षक दिवस के अवसर पर यह गीत अपने विचित्र और मस्ती भरे लिरिक्स के कारण बजाया जा सकता है।
शिक्षक प्रेरणा गीत – Songs on Teachers in Hindi
जब एक शिक्षक सीखने पर आता है तो वो अपने शिष्य को खुद से भी बेहतर बना देता है। घर के बाद स्कूल और शिक्षक ही हैं, जो हमें ज़िंदगी जीने की राह दिखाते हैं। उनकी बताई हुई सीख भले ही उस समय हमें समझ न आये लेकिन बाद में उनकी दी हुई सीख हमारी राहों को आसान कर देती है। बॉलीवुड में भी शिक्षक पर बनी फिल्मों के जरिये आखिर में हमें कोई न कोई सीख देने की कोशिश जरूर की जाती है। देखिये कुछ और शिक्षक दिवस पर गाने (songs on teachers in hindi)।
ऐ ज़िंदगी- चॉक एंड डस्टर
जयंत गिलेटर द्वारा निर्देशित, ‘चॉक एन डस्टर’ 2016 में रिलीज़ हुई। यह फिल्म शिक्षकों और छात्रों के कम्यूनिकेशन गैप के बारे में है और एक शैक्षिक प्रणाली में शिक्षकों और छात्रों की समस्या पर प्रकाश डालती है जो दिन-प्रतिदिन बदल रही है। इसमें जूही चावला, शबाना आज़मी, जरीना वहाब, गिरीश कर्नाड और दिव्या दत्ता प्रमुख भूमिकाओं में हैं। गाना ‘ऐ जिंदगी’ मजबूत शिक्षक-छात्र संबंधों के साथ-साथ पारिवारिक बंधनों का चित्रण है। गाने को सोनू निगम ने गाया है, बोल जावेद अख्तर ने और संगीत शांडिल्य ने कंपोज किया है।
रुक जाना नहीं- इम्तिहान
‘इम्तिहान’ मदन सिन्हा द्वारा निर्देशित 1974 की फिल्म है। फिल्म में विनोद खन्ना, तनुजा और बिंदु मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म एक आदर्शवादी प्रोफेसर के बारे में है जो कॉलेज में उपद्रवी छात्रों के एक समूह को सुधारने का फैसला करता है। फिल्म में विनोद खन्ना शिक्षक की भूमिका में हैं। ‘रुक जाना नहीं’ गाने में बहुत ही इमोशनल म्यूजिक और लिरिक्स हैं। मजरूह सुल्तानपुरी द्वारा लिखित, गीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा रचित और किशोर कुमार द्वारा गाया गया है। गीत इतना प्रेरक है कि आज भी जब भी इसे बजाया जाता है तो यह हमारे दिल को छू लेता है।
मास्टर जी की आ गई चिट्ठी- किताब
गुलजार द्वारा लिखित और निर्देशित ‘किताब’ एक छोटे लड़के की जिंदगी में शिक्षा के महत्व को समझने वाली फिल्म है। ‘मास्टर जी की आ गई चिट्ठी’ गीत में बाल कलाकार मास्टर राजू पूरी कक्षा के साथ कक्षा में गीत गाते हुए दिखाई दे रहे हैं। शिवांगी कोल्हापुरे द्वारा गाया गया, यह गीत आपको याद करने और स्कूली दिनों को याद करने के लिए मजबूत कर देता है।
बम बम बोले- तारे जमीन पर
फिल्म ‘तारे जमीन पर’ का एक और गाना गुरु और शिष्य के बीच रिश्ते को परिभाषित करता है। इस गाने में आर्ट टीचर बने आमिर खान बच्चों को कुछ अलग और क्रिएटिव तरीके से पढ़ाने की कोशिश करते हैं। वे बच्चों को न सिर्फ क्लास के बाहर की दुनिया में ले जाकर पढ़ाते हैं बल्कि इसके जरिये उसने अंदर छिपी प्रतिभा को भी बाहर लाने की कोशिश करते हैं।
POPxo की सलाह : MYGLAMM के ये शानदार बेस्ट नैचुरल सैनिटाइजिंग प्रोडक्ट की मदद से घर के बाहर और अंदर दोनों ही जगह को रखें साफ और संक्रमण से सुरक्षित!