खांसी एक ऐसी बीमारी है, जो मौसम बदलने के साथ हर किसी को हो सकती है। अगर आपका इम्यून सिस्टम ज्यादा मजबूत नहीं है तो महज ठंडा पानी पी लेने से भी आपको खांसी हो सकती है। खांसी खासतौर पर रात में अधिक परेशान करती है। फिर यह न सिर्फ आपकी बल्कि आपके साथ सोने वाले की नींद भी हराम कर देती है। लगातार आने वाली खांसी कई बार परेशानी का सबब बन जाती है। मगर ऐसा नहीं है कि खांसी से छुटकारा नहीं पाया जा सकता। बाजार में खांसी के लिए कई तरह के सीरप और दवाएं उपलब्ध हैं। मगर खांसी के लिए आज भी ज्यादातर भारतीय घरों में घरेलू इलाज ही किया जाता है। अब सवाल यह उठता है कि खांसी का इलाज क्या है। इसका जवाब हम आपको अपने इस लेख में विस्तार से देंगे। यहां जानिए खांसी के घरेलू उपाय (khansi ke gharelu nuskhe) मगर उससे पहले जान लेते है खांसी के प्रकार, उसके लक्षण और खांसी के प्रमुख कारण।
खांसी के प्रकार – Khansi ke Prakar
खांसी प्रायः दो प्रकार ही होती है पहली सूखी खांसी और दूसरी कफ यानी बलगम वाली खांसी। सूखी खांसी गले में खराश के साथ शुरू होती है। आपको खांसने में बार-बार लगेगा कि गले में कुछ फंसा है। खाना तो दूर की बात है पानी भी ठीक से गले के नीचे नहीं उतरता। इस तरह की खांसी में अक्सर गले में दर्द की शिकायत भी हो जाती है। इसमें कफ भी नहीं बनता। सूखी खांसी लगातार आने पर आपकी आवाज़ में भी फर्क पड़ सकता है। हो सकता है गाला भी बैठ जाये। वहीं कफ यानी बलगम वाली खांसी में लगातार गले में कफ बनता रहता है। दरअसल, इस तरह की खांसी में सीने में बलगम एकत्र हो जाता है। हर बार आपको खांसने पर लगेगा की कफ मुंह में आ गया है और आप इसे थूकने यानी बाहर निकालने के लिए बेचैन रहेंगे। बलगम वाली खांसी में आपको सांस लेने में भी दिक्कत आ सकती हैं।
खांसी के लक्षण – Khansi ke Lakshan
खांसी की तरह खांसी के लक्षण भी मरीज को परेशान कर देने वाले हैं। इसके लक्षणों में गले में खराश होना, गले में दर्द होना, खांसी आने पर उल्टी जैसा लगना, सिरदर्द होना, बुखार आ जाना, नाक बंद हो जाना, ज़ुकाम हो जाना, सीने में भारीपन व जलन जैसा महसूस होना, शरीर में दर्द होना, ठंड लगना आदि शामिल हैं। बेहतर होगा आप इसका इलाज शुरुआत में ही कर लें। खांसी आमतौर पर रात में अधिक बढ़ जाती है। यही वजह है कि खांसी बढ़ने पर मरीज को नींद न आने की शिकायत से भी दो-चार होना पड़ता है।
खांसी के कारण – Khansi ke Karan
हर समय खांसना भला किसे पसंद होता हो। आपके खांसने से न सिर्फ आपको बल्कि आपके साथ वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खांसी आने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे धूल-मिट्टी और पॉल्यूशन से एलर्जी, ट्यूबरक्लोसिस या टीवी की समस्या, मौसम का बदलना, मुंह सूखना, धूम्रपान करना, वायरल संक्रमण, सर्दी या फ्लू के कारण, फेफड़ों का कैंसर और ठंडी चीज़े जैसे आइसक्रीम और ठंडे पानी का सेवन करना, अधिक खट्टा खा लेना, जिससे गले में खराश की समस्या हो जाती है। बेमौसम दही का सेवन या अधिकतर रात में दही का सेवन आदि खांसी के प्रमुख कारण हैं।
खांसी के घरेलू उपाय – Kaf Wali Khansi ke Gharelu upay
घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर इस बात की सलाह देते हैं कि अगर ज्यादा खांसी हो रही है तो काली मिर्च काफी फायदेमंद होती है। आप रात भर के लिए मुंह में काली मिर्च के कुछ दाने डाल कर सो जाएं। ध्यान रहे इसे चबाना या निगलना नहीं है। बस मुंह में किनारे कहीं इसे दबा लें। इससे रात के समय आपको खांसी में राहत मिलेगी। वैसे तो बाजार में कई तरह के कफ सीरप भी मिलते हैं, जो खांसी को कुछ देर के लिए रोक देते हैं। मगर यह सब खांसी रोकने का अस्थायी इलाज है। अगर खांसी को खत्म करना है तो इसके लिए कुछ खांसी के घरेलू उपाय (khansi ka gharelu upay) अपनाने पड़ेंगे। यह घरेलू उपाय खांसी को जड़ से खत्म करने में मददगार होते हैं। हो सकता है इनमें से कुछ आपके घर में प्रयोग भी होते हों लेकिन अगर नहीं होते तो अब जान लीजिये ये खांसी के घरेलू उपाय (khansi ke gharelu nuskhe)।
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अदरक और शहद – Khansi ke Liye Adrak aur Shahad
शहद को खांसी के इलाज के लिए एक बेहतरीन उपाय माना जाता है। वहीं अदरक को खांसी के लिए प्राकृतिक इलाज माना जाता है। दोनों का मिश्रण खांसी को जड़ से खत्म करने में सक्षम है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। बस दो चम्मच शहद में अदरक का थोड़ा सा रस मिलाकर पिएं। इसे दिन में 2 से 3 बार लेने पर खांसी की समस्या से तुरंत राहत मिलती है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद होते है और यह एक प्राकृतिक इलाज है। यह कई तरह के औषधीय गुणों से समृद्ध होती है। यह खांसी और अस्थमा जैसी अन्य कई बीमारियों के इलाज में मदद करने में सक्षम है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल व एंटी फंगल गुण खांसी से निजात दिलाने में मददगार होते हैं। इसके लिए आपको बस तुलसी के कुछ पत्तों का सेवन करना है। आप चाहें तो तुलसी के पत्तों की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
दूध हल्दी
हल्दी कई तरह के एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। साथ ही हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है। यही वजह है कि अगर हल्दी को दूध के साथ लिया जाए, तो यह खांसी व श्वास संबंधी रोगों का इलाज कर सकती है। इसके लिए हल्दी पाउडर से अधिक कच्ची हल्दी फलदायी है। इसके लिए आप लगभग डेढ़ गिलास दूध में कच्ची हल्दी घिस कर डालें और इसे तब तक उबालें जब तक कि यह एक गिलास न रह जाये। स्वाद के लिए इसमें चीनी के बजह शहद का प्रयोग करें। अब इस दूध हल्दी का सेवन करें। इसे रात में ;लेना अधिक फायदेमंद रहता है।
शहद व दालचीनी पाउडर
दालचीनी भी खांसी के घरेलू उपाय में से एक है। दालचीनी में पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण खांसी का जड़ से इलाज करते हैं। इसके लिए एक बड़ा चम्मच शहद लेकर उसे तब तक गर्म करें जब तक कि वह पटना न हो जाये। अब इसमें चुटकीभर दाल चीनी मिलाएं और ठंडा होने पर इसका सेवन करें।
हल्दी से खांसी का उपाय
दूध हल्दी लेने के अलावा भी हल्दी को कई तरह से खांसी के घरेलू उपाय में शामिल किया जा सकता है। हल्दी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इसकी यही खासियत इसे सबसे अलग बनाती है। इसके लिए लगभग आधा कप पानी लें। अब इसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छे से उबाल लें। इसे पीने लायक बनाने के लिए आप इसमें एक चम्मच शहद भी मिला सकते हैं। जब तक खांसी में राहत न मिले इसे रोजाना बनाकर पियें।
सूखी खांसी का इलाज – Sukhi Khansi ka Ilaj
सूखी खांसी मरीज को काफी परेशान कर देने वाली होती है। यह गले में खराश के साथ शुरू होती है। इसमें कफ भी नहीं बनता। सूखी खांसी हो जाने पर खांसने में बार-बार लगता है जैसे गले में कुछ फंसा है। इस तरह की खांसी में अक्सर गले में दर्द की शिकायत भी हो जाती है। सूखी खांसी लगातार आने पर आपकी आवाज़ में भी फर्क पड़ सकता है। हो सकता है गाला भी बैठ जाये। मगर ऐसा नहीं है कि सूखी खांसी के घरेलू उपाय (sukhi khansi ke gharelu upay) नहीं हैं। बहुत हैं। आपको बस उन्हें आजमाने की जरूरत है। वैसे तो सूखी खांसी की दवा (sukhi khansi ki dawa) भी बाजार में उपलब्ध है लेकिन घरेलू उपाय सबसे बेहतर रहते हैं। जानिए सूखी खांसी के घरेलू उपाय (sukhi khansi ke gharelu upay)
गरम पानी में नमक
सूखी खांसी होने पर गरम पानी में नमक डालकर गरारे करने से काफी राहत मिलती है। यह घरेलू उपाय कई सालों से लगभग हर भारतीय घर में आजमाया जा रहा है। कुछ दिनों तक नियमित रूप से गरारे करने पर ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण से बचाव हो सकता है। इससे खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस गरारे करने लायक गरम पानी में थोड़ा नमक मिलाएं और गरारे करें। इसे दिनभर में 2-3 बार करें। खांसी में राहत मिलेगी।
गिलोय है कारगर
गिलोय का उपयोग वात-पित्त और कफ को ठीक करने में मददगार होता है। गिलोय नुकसानदायक बैक्टीरिया से लेकर पेट के कीड़ों को भी खत्म करती है। गिलोय के रस को रोज सुबह-शाम खाली पेट पीने से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है।
पीपल की गांठ
पीपल की गांठ भी सूखी खांसी में काफी लाभकारी होती है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस आपको एक पीपल की गांठ को पीस लें और उसे एक चम्मच शहद में मिलाकर खा लें। ऐसा रोजाना करने से कुछ ही दिन में सूखी खांसी ठीक हो जाएगी।
अदरक और नमक
अदरक सूखी खांसी में रामबाण की तरह काम करती है। इसके लिए अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें।
मुलेठी की चाय
मुलेठी के फायदे अनगिनत माने जाते है। मुलेठी का चाय पीने से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसे बनाने के लिए, दो बड़े चम्मच मुलेठी की सूखी जड़ को एक मग में रखें और इस मग में उबलता हुआ पानी डालें। 10-15 मिनट तक भाप लगने दे। दिन में दो बार इसे लें।
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