हिन्दू धर्म में भाई-बहन (भाई दूज क्या होता है) के स्नेह-प्रतीक दो त्योहार मनाए जाते हैं, एक रक्षाबंधन, जो श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसमें भाई बहन की रक्षा करने की प्रतिज्ञा करता है। दूसरा त्योहार, ‘भाई दूज’ होता है। इसे बहनें भाई की लम्बी उम्र के लिए मनाती हैं। आप सभी जानते ही हैं कि भाई दूज (bhaiya dooj kab ki hai) पर्व भाइयों के प्रति बहनों की श्रद्धा और विश्वास का पर्व है। इस पर्व को हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन ही मनाया जाता है, लेकिन इसे मनाने की वजह क्या है, इस बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है। दरअसल, भाई-बहन (bhaiya dooj kab ka hai) के स्नेह का प्रतीक यह पर्व दीपावली के एक दिन बाद मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया भी कहते हैं। पूरे देश में भाई-बहनों (भाई दूज में क्या-क्या लगता है) के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है और वे इसका इंतजार दिल से करते हैं। यहां जानिएं भाई दूज और रक्षाबंधन के बीच अंतर के बारे में।
Bhai Dooj kab Hai | भाई दूज कब है
भाई दूज (bhaiya dooj kitni tarikh ki hai) का त्योहार 27 अक्टूबर 2022 (bhaiya dooj kitni tarikh ko hai) को मनाया जाएगा। हिंदू पंचाग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का त्योहार भी बहन और भाई के रिश्ते का प्रतीक है।
Bhai Dooj ka Mahatva | भाई दूज का महत्व
यह पर्व भाई-बहन (भाई दूज का क्या महत्व है) के बीच स्नेह के बंधन को और भी मजबूत करता है। भारतीय परंपरा के अनुसार विवाह के बाद कन्या का अपने घर, मायके में कभी-कभार ही आना होता है। मायके की ओर से भी परिवार के सदस्य कभी-कभार ही उससे मिलने जा पाते हैं। ऐसे में भाई अपनी बहन (bhai dooj ka matlab kya hota hai) के प्रति उदासीन न हों, उनमें सदा स्नेह बना रहे, बहन के सुख:दुख का पता चलता रहें, भाई अपनी बहनों की उपेक्षा न करें और दोनों के संबंध मधुर बने रहें, इन्हीं भावनाओं के साथ भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। यमुना अपने भाई यमराज के यहां प्राय: जाती और उनके सुख-दुख की बातें पूछा करती। यमुना यमराज को अपने घर पर आने के लिए कहती, किंतु व्यस्तता तथा दायित्व बोझ के कारण वे उसके घर न जा पाते थे। एक बार कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमराज अपनी बहन यमुना के घर अचानक जा पहुंचे। बहन यमुना ने अपने सहोदर भाई का बड़ा आदर-सत्कार किया। विविध व्यंजन बनाकर उन्हें भोजन कराया तथा भाल पर तिलक लगाया। यमराज अपनी बहन के निश्छल स्नेह और आतित्थ्य को देखकर बहुत प्रसन्न हुए, जिससे उन दोनों भाई-बहन (भाई दूज में क्या होता है) का प्यार और गहरा होकर मिसाल बन गया और भाई दूज (bhai dooj ka mahatva) को इसी संबंध के जश्न के रूप में मनाया जाने लगा। यहां पढ़ें Bhai Dooj Wishes in Hindi।
bhai dooj muhurat in Hindi | भाई दूज मुहूर्त
- भाई दूज- 27 अक्तूबर 2022
- भाईदूज पर तिलक का समय: 12:14 से 12:47 तक
- तिलक अवधि :0 घंटे 33 मिनट
bhai dooj thali samagri | भाई दूज थाली में क्या रखें
भाई दूज की पूजा थाली में बहनें अपने भाइयों के सिर पर टीका करने के लिए रोली रखती हैं और उसके साथ ही कुछ साबुत चावल रखती हैं। भाइयों के लिए दिया जलाती हैं और साथ ही उनका मुंह मीठा करने के लिए उनकी पसंद की एक मिठाई या फिर दो-तीन मिठाइयां रखती हैं। इसके बाद बहनें भाई दूज (भाई दूज में क्या क्या सामान लगता है) पर भाइयों को तिलक लगाती हैं और उनका मुंह मीठा कराती हैं।
bhai dooj ki kahani | भाई दूज की कहानी
शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने जाते हैं। उन्हीं का अनुकरण करते हुए यह भारतीय भ्रातृ परंपरा अपनी बहनों से मिलती है और उनका यथेष्ट सम्मान पूजनादि कर, उनसे आशीर्वाद स्वरूप तिलक प्राप्त कर कृतकृत्य होती है। बहनों को इस दिन नित्य कर्म से निवृत्त होकर अपने भाई की दीर्घ आयु, कल्याण एवं उत्कर्ष तथा स्वयं के सौभाग्य के लिए अक्षत (चावल) कुंकुमादि से अष्टदल कमल बनाकर इस व्रत का संकल्प कर मृत्यु के देवता यमराज की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। इसके पश्चात यमभगिनी यमुना, चित्रगुप्त और यमदूतों की पूजा करनी चाहिए। तदंतर भाई को तिलक लगाकर भोजन कराना चाहिए। इस विधि के संपन्न होने तक दोनों को व्रती रहना चाहिए। भाई दूज (bhai dooj me kya hota hai) पर आप भी सुनिए Bhaiya Dooj ke Geet aur Gane 2022।
इस पर्व के संबंध में भाई दूज की कथा (bhai dooj ki katha) इस प्रकार मिलती है। सूर्य की संज्ञा से 2 संतानें थीं- पुत्र यमराज तथा पुत्री यमुना। संज्ञा सूर्य का तेज सहन न कर पाने के कारण अपनी छायामूर्ति का निर्माण कर उसे ही अपने पुत्र-पुत्री को सौंपकर वहां से चली गई। छाया को यम और यमुना से किसी प्रकार का लगाव न था, किंतु यम और यमुना में बहुत प्रेम था। बहन के स्नेह से एक बार यमराज बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने यमुना को विविध भेंटें अर्पित कीं। जब वे वहां से चलने लगे, तब उन्होंने यमुना से कोई भी मनोवांछित वर मांगने का अनुरोध किया। यमुना ने उनके आग्रह को देखकर कहा- भैया! यदि आप मुझे वर देना ही चाहते हैं तो यही वर दीजिए कि आज के दिन प्रतिवर्ष आप मेरे यहां आया करेंगे (bhai dooj ki kahani in hindi) और मेरा आतिथ्य स्वीकार किया करेंगे। इसी प्रकार जो भाई अपनी बहन के घर जाकर उसका आतिथ्य स्वीकार करे तथा उसे भेंट दें, उसकी सब अभिलाषाएं आप पूर्ण किया करें एवं उसे आपका भय न हो। यमुना की प्रार्थना (bhai dooj ki lok katha) को यमराज ने स्वीकार कर लिया। तभी से बहन-भाई का यह त्योहार (bhai dooj mein kya hota hai) मनाया जाने लगा।
bhai dooj vidhi | भाई दूज पूजा विधि
भाई दूज (bhai dooj ki puja vidhi) के दिन बहनों को सुबह पहले स्नान करके भगवान विष्णु और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। इसके उपरांत भाई को तिलक लगाना चाहिए। स्कंदपुराण के अनुसार इस दिन पूजा की विधि कुछ इस तरह है। इस दिन भाई को बहन के घर जाकर भोजन करना चाहिए। अगर बहन की शादी न हुई हो तो उसके हाथों का बना भोजन करना चाहिए। अपनी सगी बहन न होने पर चाचा, ताऊ, मामा आदि की पुत्री अथवा पिता की बहन के घर जाकर भोजन करना चाहिए। साथ ही भोजन करने के पश्चात बहन को उपहार स्वरूप कुछ देना चाहिए। इस दिन यमुना जी में स्नान का विशेष महत्व है।
bhai dooj gift ideas in Hindi | भाई दूज गिफ्ट में क्या दें
भाई दूज के मौके पर आज के वक्त में केवल भाई ही बहन को गिफ्ट नहीं देते हैं बल्कि बहनें भी अपने भाइयों को तोहफे देती हैं। ऐसे में भाई दूज 2022 (bhai dooj ki pooja kaise kare) के मौके पर हम यहां आप लोगों के लिए भाई दूज गिफ्ट भाई के लिए और भाई दूज गिफ्ट बहन के लिए के ऑप्शन लेकर आए हैं और आप इन चीजों को अपने बहन या फिर भाई को गिफ्ट में दे सकते हैं।
bhai dooj gifts for brother | भाई दूज गिफ्ट भाई के लिए
आज के वक्त में कई तरह से चीजें बदल गई हैं। अब बहनें भी इंडीपेंडेंट हैं और ऐसे में वो भी अपने भाइयों को भाई दूज या फिर टिक्के के मौके पर उपहार देना पसंद करती हैं। इस वजह से हम यहां bhaubij gift for brother के कुछ ऑप्शन लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आपको अपने भाई के लिए उपहार लेने में मदद हो सकती है।
कुर्ता-पजामा
भाई दूज के खास मौके पर आप अपने भाई के लिए कुर्ता-पजामा, शेरवानी या फिर धोती आदि कपड़े ले सकती हैं और उनके लिए भाई दूज यादगार बना सकती हैं।
गैजेट्स
लड़कों को गैजेट्स काफी पसंद आते हैं और इस वजह से आप चाहें तो भाई दूज के मौके पर उन्हें नया फोन, आई पैड या फिर लैप्टॉप आदि गैजेट्स गिफ्ट कर सकती हैं।
स्मार्ट वॉच
आज के वक्त में रिस्ट वॉच कम और स्मार्ट वॉच अधिक पसंद की जाती है और जैसा कि हमने ऊपर ही बताया, लड़कों को गैजेट्स काफी पसंद आते हैं और इस वजह से आप चाहें तो उन्हें अच्छी सी स्मार्ट वॉच भी गिफ्ट कर सकती हैं।
bhai dooj gift for sister | भाई दूज गिफ्ट बहन के लिए
बदलते समय के साथ त्योहार पर बहनों को दिए जाने वाले तोहफे में भी बदलाव होने लगा है। आपको अपनी बहन की पसंद और मौजूदा ट्रेंड के हिसाब से कोई गिफ्ट (bhaubij gift for sister) लेना चाहिए, जो उन्हें पसंद आए और आपके बजट पर भी भारी न पड़े। इस भाई दूज पर आप अपनी बहन को कुछ खास देना चाहते हैं तो इससे आपको मदद मिल सकती है।
जूलरी से करें खुश
लड़कियों को ज्वेलरी से काफी प्यार होता है, इसलिए आप उन्हें ज्वेलरी दे सकते हैं। ज्वेलरी में पतली रिंग्स, छोटे ईयररिंग, नोजपिन और ब्रेसलेट भी गिफ्ट कर सकते हैं। बहनों के लिए उनके भाई का दिया हुआ तोहफा बहुत खास होता है, इसलिए जब भी आपकी बहन आपका दिया हुआ तोहफा देखेंगी तो वे बहुत खुश हो जाएंगी।
एसेसरीज कर सकते हैं गिफ्ट
आजकल बाजार में ऐसे कई तोहफे मौजूद हैं, जो हर उम्र की महिलाओं को पसंद आते हैं। बहनों के लिए वॉलेट्स, हेयर एसेसरीज, परफ्यूम, वॉचेस, आर्टिफिशियल ईयर रिंग, ब्रेसलेट, नेक पीस की भी बड़ी रेंज मार्केट में है। वहीं हैंड मेड चॉकलेट, परफ्यूम, वॉच, मिलाकर स्टायलिश गिफ्ट हैंपर भी उपलब्ध हैं, जिन पर प्यार भरा मैसेज लिख सकते हैं। इनमें से आप अपने बजट के अनुसार अपनी बहन के लिए तोहफा ले सकते हैं।
मेकअप बॉक्स
अगर आप कुछ क्लासिक और स्टाइलिश देना चाहते हैं तो इस भाई दूज पर उन्हें लेदर का मेकअप बॉक्स दे सकते हैं। वे इसमें अपने रोजाना की ज्वेलरी, मेकअप प्रोडक्ट्स वगैरह रख सकती हैं।
स्पेशल केक या चॉकलेट
स्पेशल केक आप अपने हाथों से उनके लिए छोटा सा केक या चॉकलेट तैयार कर सकते हैं। भले ही ये परफेक्ट न हो, लेकिन आपका एफर्ट उन्हें जरूर अच्छा लगेगा।
भाई दूज के संबंध में पूछे जाने वाले सवाल FAQ’s
- क्या भाई दूज और रक्षा बंधन एक ही त्यौहार है?
नहीं, भाई दूज और रक्षा बंधन दोनों अलग-अलग त्योहार हैं और इन्हें मनाने के तरीके में भी थोड़ा अंतर होता है। राखी पर बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं लेकिन भाई दूज के मौके पर बहन केवल अपने भाई का टीका करती है।
- भाई दूज कहा मनाया जाता है?
भाई दूज का त्योहार भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है।
- भाई दूज के त्यौहार को और किन नामों से जाना जाता है?
भाई दूज को भैजा दूज, भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रात द्वितीया आदि नामों से जाना जाता है।
- 2022 में भाई दूज कब है?
2022 में भाई दूज का त्योहार 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा।