मच्छरों के प्रकोप के आगे अच्छो-अच्छों का पसीना छूट जाता है। बात करें बच्चों की तो न तो वो इन्हें हटा सकते हैं, न इन्हें मार सकते हैं। साथ ही मच्छर के काटने का दर्द भी नहीं बांट सकते हैं। मच्छरों के लिए भी शिशु ईजी टार्गेट होते हैं, जिस वजह से उन्हें वह सबसे पहले शिकार बनाते हैं। ऐसे में बच्चों को मच्छर से कैसे बचाएं, यह सवाल हर माता-पिता के मन में आना लाजमी है।
यही वजह है आज इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे जो आपके शिशु को मच्छर से बचाने में मदद करेंगे। साथ ही बच्चों को मच्छर के काटने पर आपको क्या करना चाहिए, यह भी जानेंगे। लेख में बच्चों को मच्छर के आतंक से बचाने के लिए बेबी मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे की भी जानकारी साझा करेंगे।
बच्चों को मच्छर से बचाने के असरदार उपाय (Tips To Protect Babies from Mosquitoes in Hindi)
मच्छर के काटने से कई बीमारियां फैलती हैं, जिस वजह से शिशुओं को इनसे सुरक्षित रखना जरूरी होता है। ऐसे में नीचे हम कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जो आपके बच्चों से मच्छरों को दूर रखने में सहायक हो सकते हैं।
1. पूरे कपड़े पहनाएं
मच्छरों से शिशु को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें पूरा ढक कर रखें। ध्यान रखें पतले कपड़ों में भी मच्छर आसानी से काट सकते हैं। वहीं, बच्चा पूरे कपड़ों में उलझन महसूस कर सकता है। इसलिए, बेहतर होगा कि बच्चे को कॉटन के पूरे कपड़े पहनाएं, जिससे बच्चा आरामदायक महसूस करे।
2. मच्छरदानी का इस्तेमाल
रात के समय मच्छर सबसे ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस समय बच्चों को मच्छर के काटने का खतरा अधिक रहता है। ऐसे में शिशु को मच्छरों से बचाने के लिए उनके पालने में मच्छरदानी लगाएं। अगर बच्चा आपके साथ बेड पर सोता है, तो आप उसके लिए मच्छरदानी कवर ला सकते हैं।
3. घर और आसपास की जगहों की सफाई रखें
घर में कहीं व घर के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें। ठहरा हुआ पानी मच्छर के पनपने के मुख्य कारण में से एक है। घर के बाहर कहीं पानी जमा है या खुली हुई नाली है, तो उन जगहों पर केरोसीन तेल का छिड़काव करें।
4. घर की खिड़की व दरवाजों को बंद रखें
बच्चों को मच्छर से बचाने के लिए घर में उनकी एंट्री पर रोक लगानी होगी। इसके लिएशाम होते ही घर की खिड़की व दरवाजों को बंद कर दें। चाहें तो दरवाजों व खिड़कियों पर जाली या नायलॉन की स्क्रीन लगवा सकते हैं। ध्यान दें कि दरवाजों व फ्रेम के बीच में मच्छरों के घर में प्रवेश करने के लिए स्पेस न हो। जाली या स्क्रीन लगी है तो समय-समय पर देखते रहें कि इनमें कोई छेद न हो गया हो।
5. मॉस्किटो रैपलेंट का इस्तेमाल
शिशुओं को मच्छरों से बचाने के लिए मॉस्किटो रैपलेंट का इस्तेमाल बेहतर विकल्पों में से एक है। बच्चों के लिए किसी भी मॉस्किटो रैपलेंट का चयन करते वक्त काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। बच्चों को कोई भी मॉस्किटो रैपलेंट नहीं लगा सकते हैं।
ध्यान दें कि बच्चों के मॉस्किटो रैपलेंट में नींबू व नीलगिरी का तेल या पैरा-मेंथेन-डायोल नहीं होना चाहिए। साथ ही यह बेबी फ्रेंडली व डर्मेटोलॉजिस्ट से एप्रूवड होना चाहिए। बच्चों के लिए मॉस्किटो रैपलेंट का इस्तेमाल करने से पहले उसके लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन जरूर करें। बच्चों के लिए बेबी चकरा का मॉस्किटो रैपलेंट का चयन किया जा सकता है।
बेबी चकरा मॉस्किटो रैपलेंट बॉडी स्प्रे को खास बच्चों के लिए नैचुरल प्रोडक्ट्स से तैयार किया गया है। इसे बनाने के लिए किसी तरह के टॉक्सिन या हानिकारक पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसे लेमनग्रास ऑयल, एलोवेरा, तुलसी, नीम की पत्तियां और नारियल तेल से तैयार किया गया है।
बच्चों को मच्छर से कैसे बचाएं, इसके बारे में आपने लेख में विस्तार से जाना। तो, इस गर्मियां मच्छरों को दें धोखा और अपने प्यारे बच्चे को रखें सुरक्षित।
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