फैमिली प्लानिंग (Family Planning), ये शब्द सुनने में कितना अच्छा लगता है न। लेकिन सुनने में ये जितना मधुर है इसे निभाना उतना ही मुश्किल। खासतौर पर वो लोग, जो पहले बार माता-पिता बनने की सोच रहे हैं। शादी के बाद घर के आंगन में एक नन्हा फूल खिले, यह तो हर कोई चाहता है लेकिन कम ही लोग हैं, जो उसके आने से पहले तैयारी करके रखते हैं। याद कीजिये, अगर घर में किसी मेहमान को एक दिन के लिए भी आना होता है तो उसके लिए हम कितनी तैयारियां करके रखते हैं। घर साफ करते हैं, खाने का मेन्यू तय करते हैं, नाश्ते के लिए बाहर से सामान मंगवाते हैं और भी पता नहीं क्या-क्या। फिर ये तो आपका बच्चा है, जो एक दिन के लिए नहीं बल्कि पूरी ज़िंदगी आपके साथ बिताने आ रहा है। ऐसे में पूरी प्लानिंग के साथ फैमिली प्लानिंग (Family Planning) करना और भी जरूरी हो जाता है।
इसका कोई सही समय नहीं होता, बस जब आपको ठीक लगे और आप इसके लिए पूरी तरह से तैयार हो, तब फैमिली प्लानिंग (Family Planning) कर लीजिये। मगर उससे पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। हम इन्हीं कुछ बातों की तरफ आपका ध्यान खींचना चाहते हैं।
आर्थिक स्थिति बेहतर होनी चाहिए
अगर आप फैमिली प्लानिंग (Family Planning) के बारे में सोच रहे हैं तो अपनी आर्थिक स्थिति का आंकलन जरूर कर लें। याद रखें, आप एक नहीं जान को इस दुनिया में लाने की सोच रहे हैं। ऐसे में उसके आने से पहले ही अपनी आर्थिक स्थिति और आर्थिक जरूरतों के बारे में पता कर लीजिए। अपने बच्चे को खूबसूरत और स्वस्थ जीवन देना आपका कर्तव्य है। और इसके लिए पैसों की बहुत जरूरत है ताकि आप बच्चे की हर जरूरत को पूरा कर सकें। बच्चे की स्कूली शिक्षा, चिकित्सा खर्च और आसपास के अन्य खर्च भी परिवार में बढ़ जाते हैं। इसे ध्यान में रखकर निर्णय लें।
मानसिक रूप से तैयार हों
फैमिली प्लानिंग (Family Planning) के लिए रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर का मानसिक रूप से तैयार होना बहुत जरूरी है। घरवाले बच्चा करने पर जोर डाल रहे हैं या फिर दोस्तों के बच्चे हो चुके हैं, यह सोच कर फैमिली प्लानिंग कतई न करें। घरवाले और समाज तो शादी के अगले दिन से ही बच्चे करने पर जोर डालने लगते हैं। उनकी सुनकर बच्चे कर लेंगे तो खुद कभी मानसिक रूप से खुश नहीं रह पाएंगे। याद रखिये बच्चे आपको पालने हैं, रिश्तेदारों को नहीं। इसलिए उनकी बातों में न आएं और जब आप इसके लिए मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार हों, तभी फैमिली प्लानिंग करें।
फिटनेस भी है जरूरी
आजकल की लाइफस्टाइल अपने साथ कई बीमारियों को साथ लेकर आती है। कई महिलाओं को पीसीओडी या अन्य शारीरिक समस्याएं भी होती हैं। यदि आप भी PCOD या थायराइड से पीड़ित हैं, तो गर्भधारण करना मुश्किल हो सकता है। यदि आपके पति को भी कोई शारीरिक बीमारी है, तो उन्हें भी अच्छे इलाज की आवश्यकता है। इसके अलावा, आजकल कई लोग विभिन्न जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि से पीड़ित हैं। अपना परिवार शुरू करने से पहले, आप दोनों को एक अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए और उनकी सलाह का पालन करना चाहिए।
बच्चे के लिए पर्याप्त समय
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आजकल लगभग सभी पति-पत्नी काम करते हैं। आप भी कामकाजी माता-पिता हो सकते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप फैमिली प्लानिंग (Family Planning) नहीं कर सकते। अगर आप भी परिवार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आपस में इस बारे में बात कर लें कि आप दोनों में से अपने बच्चे को कौन ज्यादा समय दे सकता हैं। बच्चे को कभी भी अकेला महसूस नहीं होना चाहिए। यदि आप घर से काम करती हैं, तो आप अपने बच्चे को ज्यादा समय दे पाएंगी अगर स्थिति इससे विपरीत है तो आपके पार्टनर बच्चे को अधिक समय दे पाएंगे। इसलिए आप दोनों इस बारे में पहले ही विचार-विमर्श कर लें।
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