पिछले साल मार्च के महीने में कोरोनावायरस (Coronavirus) ने भारत में दस्तक दी थी। उस समय शायद ही भारत में किसी को इसके बारे में जानकारी थी लेकिन अब 2021 में भी स्थिति एक बार फिर 2020 जैसी ही हो गई है। कोरोनावायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है और इस वजह से दुनियाभर में अब इसके अलग-अलग वेरिएंट्स मौजूद है और सभी पिछले वाले से अधिक खतरनाक हैं।
रिसर्चर्स का मानना है कि भारत में आया वायरस का नया म्यूटेंट (B.1.617) कोविड-19 की दूसरी वेव से पीछे है। लेकिन इससे अधिक सतर्क होने वाली बात ये है कि बहुत से लोग हैं, जिनका कोविड-19 (COVID-19) के लिए किए जाने वाला RT-PCR टेस्ट (RT-PCR Test) नेगेटिव आ रहा है लेकिन फिर भी उनमें कोरोनावायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं। वैसे तो दोनों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स की मानें तो वायरस नियमित रूप से बदल रहा है।
ये और भी खतरनाक हो सकता है कि यदि कोविड संक्रमित मरीज का टेस्ट नेगेटिव आता है तो उसे समय पर सही ट्रीटमेंट नहीं मिल पाएगा। इतना ही नहीं, हो सकता है कि आने वाले समय में उनके कारण अन्यों को भी कोविड-19 हो जाए। तो अगर आपके गले में खराश, खांसी, बुखार आदि लक्षण दिखते हैं लेकिन फिर भी आपका RT-PCR टेस्ट नेगेटिव आता है तो आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए और इसकी जगह नीचे बताई गई चीजें करनी चाहिए।
खुद को आइसोलेट करें
वैसे तो आपको ऐसा तब ही कर लेना चाहिए, जब आपको कोविड-19 के लक्षण दिखने लगे। शायद ऐसा वायरस की वजह से हो रहा है या फिर ना भी हो रहा है लेकिन सावधानी बरतना बहुत ही जरूरी है। इस तरह से आपके घर के अन्य लोगों को यह वायरस नहीं होगा।
आपको ये अजीब लग सकता है लेकिन फिर भी आपको एक बार फिर से अपना टेस्ट कराना चाहिए। कई बार टेस्ट की गलत रिपोर्ट आ सकती है। इस वजह से हो सकता है कि यदि आप एक बार फिर से टेस्ट करवाएं तो आपको अधिक सही नतीजा मिले।
भले ही आपका टेस्ट नेगेटिव आए लेकिन ध्यान रखें कि आप अपने लक्षणों को हर कुछ घंटों बाद ट्रैक करें। अपना तापमान चेक करें, ब्लड ऑक्सीजन लेवल, ब्लड प्रेशर और ब्लड ग्लूकोज आदि। अपना एक जर्नल बनाएं ताकि यदि आपको कुछ सही ना लगे तो आप डॉक्टर को दिखा सकें।
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डॉक्टर से कंसल्ट करें
खुद ही अनुमान लगाने की बचाए किसी डॉक्टर से कंसल्ट करें। वो आपको इसके लिए जरूरी दवाइयां देंगे और आपके लक्षण को देखते हुए अन्य कोई टेस्ट आदि करने की भी सलाह देंगे।
फिलहाल, ये बहुत ही सामान्य मेडिकल एडवाइज है, जो कोविड-19 के मरीजों को दी जा रही है। रिसर्चर का मानना है कि सीटी स्कैन कोविड-18 का पता करने में मदद करता है। हालांकि, ध्यान रखें कि आप अपने डॉक्टर द्वारा सलाह दिए जाने के बाद ही सीटी स्कैन कराएं।
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