प्रेगनेंसी अपने आप में ही एक बहुत ही ओवरवेल्मिंग एक्सपीरियंस होता है और इसके साथ ही कुछ करने और ना करने की एक बड़ी सी लिस्ट भी आती है। साथ ही जब हर हफ्ते आपका पेट बढ़ने लग जाता है तो आपकी सोने की पॉजिशन भी सोचने की लिस्ट में शामिल हो जाती है। इस वजह से आज हम आपकी मदद के लिए यहां बताने वाले हैं कि प्रेगनेंसी में आपको कैसे सोना चाहिए और आपके सोने का तरीका (प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए) किस तरह से आपके बेबी और आपकी सेहत को प्रभावित करता है। प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए
प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए
डॉक्टर आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान आपको अपनी साइड सोने के लिए कहते हैं। अब अगर आफ सोच रहे हैं कि इसका क्या मतलब है तोत आपको बता दें कि जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, तो आपके यूट्रेस तक ब्लड फ्लो के कंप्रेशन बढ़ने के चांस बढ़ जाते हैं। हालांकि, जब पेशेंट का सीजेरियन किया जा रहा होता है, जिसे सी सेक्शन बोलते हैं तो उस समय पर डॉक्टर पेशेंट को टिल्ट करते रहते हैं।
मेडिकल स्टडीज के 2019 के एक रिव्यू के मुताबिक यदि आप कमर के बल सोते हैं तो इससे रिस्क बढ़ता है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप अपने सीधे हाथ पर सोते (pregnancy me kaise sona chahiye) हैं या फिर उलटे हाथ पर। हालांकि, ये स्टडीज पूरी तरह से सही नहीं हैं क्योंकि तीसरी तिमाही में प्रेगनेंसी लॉस होना बहुत ही असामान्य है। इस वजह से इस तरह के बहुत मामले नहीं हुए हैं, जिनसे किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। इसके अलावा अगर आप जानना चाहती हैं कि गर्भवती महिलाएं पहली तिमाही में क्या करें तो आप हमारा ये लेख पढ़ सकती हैं।
गर्भावस्था में क्यों सोना होता है मुश्किल?
गर्भावस्था में महिलाओं के लिए कई बार सो पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसका कारण उनका बढ़ता हुआ पेट होता है और इसके साथ आनी वाली कुछ बीमारियां भी। जैसे मॉर्निंग सिकनेस होना, या फिर रात में सो ना पाना। हालांकि, यदि आप प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाती हैं तो आपको शायद इसमें आराम मिल सकता है और आपकी परेशानी कम हो सकती है।
क्या प्रेगनेंसी में दाई ओर सोना चाहिए कि नहीं?
वैसे डॉक्टर्स का मानना है कि बाईं ओर सोना प्रेगनेंसी (गर्भावस्था में सोने का सही तरीका) में अच्छा मानते हैं। जब आप बाईं ओर सोते हैं तो इससे आपके शरीर का ब्लड फ्लो अच्छे से होता है। यह लार्ज वेन आपकी स्पाइन के पैरलल राइट साइड होती है और ब्लड को दिल तक और फिर बेबी तक फ्लो करने में मदद करता है। लेफ्ट साइड सोने से आपके लीवर और किडनी पर प्रेशर नहीं आता है। इसका मतलब है कि आपकी बॉडी अच्छे से फंक्शन कर रही है और आपके हाथ, एंकल और पैरों में स्वेलिंग भी कम होती है।
तो अगर लेफ्ट साइड सोना अच्छा होता है तो इसका मतलब क्या आपको सीधी साइड नहीं सोना चाहिए? लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। 2019 के एक रिव्यू के मुताबिक सीधे और उल्टी ओर दोनों साइड सोना (pregnancy me kis side sona chahiye) ही सेफ होता है। हालांकि, IVC के साथ सीधे हाथ पर सोने से कंप्रेशन की परेशानी हो सकती है लेकिन यह आपके आराम का मामला है और आपको तय करना है कि आप किस तरह से अधिक कंफर्टेबल होते हैं।
क्या प्रेगनेंसी में पेट के बल सोना चाहिए?
अगर आप सोच रहे हैं कि क्या प्रेगनेंसी में पेट के बल सोना चाहिए या सोया जा सकता है तो हां आप कुछ समय के लिए तो ऐसा कर ही सकते हैं। दरअसल, 16 से 18 हफ्तों तक आप पेट के बल सो सकते हैं। हो सकता है कि उस समय आपका पेट बढ़ रहा हो और इस वजह से आपको इस पॉजिशन (pregnancy me kaise soye) में सोने का ज्यादा मन नहीं करेगा क्योंकि आपको लग सकता है कि आप तरबूज के ऊपर सो रहे हैं। कंफर्ट के अलावा आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है कि पेट के बल सोने से आपका बच्चा प्रभावित होगा क्योंकि आपकी यूट्रिन वॉल और एमनिऑटिक फ्लूयड आपके बेबी को प्रोटेक्ट करने का काम करता है।
गर्भावस्था में नींद जितनी महत्वपूर्ण है उतनी ही महत्वपूर्ण महिला की सेहत भी है और इस वजह से गर्भावस्था के दौरान योगा करने के फायदे के बारे में आप यहां जान सकती हैं। साथ ही अगर आप चाहती हैं कि आपका बेबी नॉर्मल डिलिवरी से हो तो आप नॉर्मल डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज भी ट्राई कर सकती हैं, लेकिन इन्हें करने से पहले अपनी डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें।
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