अक्सर हमने देखा है कि हम जो काम करते हैं उसका फल हमें मनमाफिक नहीं मिलता। चाहे हम कितनी ही मेहनत क्यों न कर लें। इसके पीछे का कारण है ग्रहों की चाल। जी हां, ग्रहों के बुरे प्रभाव के कारण हमें जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बनने वाले काम भी बिगड़ जाते हैं, इसीलिए कुछ रत्नों से ग्रहों को शांत किया जाता है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि हर राशि का स्वभाव एक- सा नहीं होता है। इसी वजह से हर रत्न का प्रभाव राशि के हिसाब से अलग- अलग पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र का मानना है कि व्यक्ति अगर अपनी राशि के हिसाब से रत्न धारण करता है तो उसे जल्दी और आसानी से सफलता मिलती है। तो आइए जानते हैं कि किस राशि के लिए कौन- सा रत्न शुभ माना जाता है और कौन- सा रत्न अशुभ।
मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल)
इस राशि के लोगों की नाक पर गुस्सा रखा ही रहता है। कहने का मतलब है कि मेष राशि वाले लोग बहुत ही क्रोधी स्वभाव के होते हैं। इसी वजह से इन जातकों के लिए मूंगा रत्न शुभ माना जाता है। ये इनके जिद्दी व क्रोधी स्वभाव को कंट्रोल करता है और सफलता प्रदान करता है। इन लोगों को तो भूलकर भी हीरा नहीं पहनना चाहिए।
वृषभ ( 20 अप्रैल – 20 मई)
इस राशि के लोग बेहद ही जेंटल स्वभाव के होते हैं लेकिन साथ ही भावुक भी। इनकी इसी कमजोरी का लोग जमकर फायदा उठाते हैं। ये लोग बहकावे में जल्दी आ जाते हैं और अपना नुकसान कर बैठते हैं। इससे बचने के लिए इन जातकों के लिए हीरा शुभ माना जाता है। क्योंकि हीरा पहनने से ये लोग बुरी नजर और संगत दोनों ही दूर रहते हैं। ये लोग चाहे तो हीरे की जगह ओपल भी पहन सकते हैं लेकिन माणिक बिल्कुल भी नहीं धारण करना चाहिए।
मिथुन (21 मई – 21 जून)
इस राशि के लोगों में सब्र की बहुत कमी होती है और हर काम की जल्दबाजी रहती है। जिसकी वजह से ये लोग अक्सर सफलता पाने से चूक जाते हैं। इसीलिए इस राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न शुभ माना जाता है। ये इनकी सफलता में सहायक होता है। लेकिन इन्हें नीलम रत्न नहीं धारण करना चाहिए, क्योंकि ये इनके लिए अशुभ माना जाता है।
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कर्क (22 जून – 22 जुलाई)
इस राशि के लोग बहुत मूडी किस्म के होते हैं। अपने जिद्दी स्वभाव के कारण अपनी जिंदगी खुद बर्बाद करते हैं। इसीलिए इस राशि के लोगों के लिए मोती पहनना शुभ माना जाता है। ये उनके मन में उठ रहे गलत भावों को कंट्रोल करता है। वैसे इन्हें मूंगा रत्न धारण नहीं करना चाहिए।
सिंह (23 जुलाई- 22 अगस्त)
इस राशि के लोग दोहरी जिंदगी जीते हैं। अंदर कुछ और बाहर कुछ। जिस वजह से लोग इनपर बहुत कम विश्वास करते हैं। लेकिन इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि इनका जीवन संघर्षों से भरा रहता है। इतनी मेहनत करने के बाद भी ये उस मुकाम को नहीं पा पाते हैं जिसके ये हकदार हैं। इसी वजह से इस राशि के लोगों के लिए माणिक और लाल ओपल शुभ रत्न माने जाते हैं। लेकिन इन्हें हीरा सूट नहीं करता और न ही उसे धारण करना चाहिए।
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कन्या (23 अगस्त – 22 सितम्बर)
वैसे तो इस राशि के लोगों की पर्सनैलिटी काफी कूल और शांत होती है। ये पहली ही मुलाकात में सभी को अपना दीवाना बना देते हैं। लेकिन इनका चंचल और शरारती स्वभाव किये कराये पर पानी फेर देता है। विपरीत लिंग वाले लोग इन्हें अपनी तरफ आकर्षित करते हैं और ये लोग अनजाने में ही किसी साजिश में फंस जाते हैं। इसीलिए इन जातकों को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। ये इन्हें भविष्य में होने वाली परेशानियों से दूर रखता है। इन्हें माणिक रत्न बिल्कुल भी नहीं पहनना चाहिए।
तुला (23 सितम्बर – 22 अक्टूबर)
इस राशि के लोगों को हर चीज नई चाहिए होती है। कहने का मतलब है कि इन्हें पुरानी चीजें बिल्कुल पसंद नहीं इसीलिए हर नई सोच और तरीके का स्वागत करते हैं। लेकिन ये लोग दूसरे पर हावी होने की हमेशा कोशिश करते हैं जिसकी वजह से हर किसी पर इनका निगेटिव प्रभाव पड़ता है, जिसे कम करने के लिए इस राशि के जातकों को टोपाज या हीरा धारण करना चाहिए। ये इनके लिए भाग्यशाली रत्न माना जाता है। लेकिन इन्हें मूंगा रत्न नुकसान करता है।
वृश्चिक (23 अक्टूबर – 21 नवंबर)
इस राशि के लोगों कि मैंग्नेटिक पर्सनैलिटी किसी को भी आपका दीवाना बनाने के लिए काफी है। इनके अंदर सब्र और शांति दोनों ही कूट- कूट कर भरी होती है। लेकिन जहां किसी चीज को पाने के लिए लोगों को थोड़ी ही मेहनत करनी पड़ती है वहां इन्हें खून- पसीना बहाना पड़ जाता है, यानि कि जी- तोड़ मेहनत। इसीलिए इस राशि के लोगों के लिए मूंगा रत्न भाग्यशाली माना जाता है। इन्हें बस हीरा नहीं पहनना चाहिए।
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धनु (22 नवंबर – 21 दिसम्बर)
इस राशि के लोगों का दिल से जवां रहने वाला नेचर इन्हें हमेशा कुछ नया करने के लिए उकसाता रहता है और ये लोग भी अपनी सीमा से बाहर निकलने के लिए बेताब रहते हैं। ये राशि शक्तिशाली राशियों में से एक मानी जाती है। लेकिन कभी- कभी घृणा का शिकार हो जाती है। इस राशि के जातकों के लिए पुखराज पहनना शुभ माना जाता है। ये रत्न इनके भाग्यवर्धन का काम करती है, लेकिन इन्हें पन्ना रत्न धारण नहीं करना चाहिए।
मकर (22 दिसम्बर – 19 जनवरी)
इस राशि के लोगों को पार्टनर के साथ तरह- तरह के एक्सपेरिमेंट करने में काफी मजा आता है। ये अपनी इच्छाओं और चाहतों के बारे में बताने से कभी नहीं हिचकते। ये लोग काफी मेहनती और केयरिंग भी होते हैं लेकिन इन्हें इनके कर्म का फल देरी से मिलता है। इसीलिए इन राशि के जातकों को नीलम रत्न पहनना शुभ रहता है और पुखराज अशुभ रत्न साबित होता है।
कुंभ (20 जनवरी – 18 फरवरी)
इस राशि के लोगों को हर दशा में खुद को ढालना आता है। कोई भी बदलाव इनको बेचैन नहीं कर सकता। ये लोग हर हाल में खुश रहने जानते हैं लेकिन इनका स्वास्थ ज्यादातर खराब रहता है। इसीलिए इस राशि के जातकों के लिए नीलम और पन्ना दोनों ही रत्न शुभ माने जाते हैं। लेकिन इन्हें पुखराज नहीं पहनना चाहिए।
मीन ( 19 फरवरी – 20 मार्च)
इस राशि के लोग अपने स्वभाव के कारण अपनी जिंदगी खुद खराब कर लेते हैं। सेहत के मामले में इनका हाथ भी तंग रहता है। इन्हें एक साथ कई बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है। इसीलिए इस राशि के लोगों के लिए पुरखराज रत्न शुभ माना जाता है और पन्ना अशुभ फलों का कारण बनता है।
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