यदि आप स्वस्थ जीवन चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप अपने खान-पान का भी ध्यान रखें। हालांकि, कई बार ये तय कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि स्वस्थ खान-पान में क्या शामिल करना चाहिए और क्या नहीं। इस वजह से आज हम आपकी इसमें थोड़ी मदद करने वाले हैं। दरअसल, आप अपने खान-पान में कलौंजी (kalonji in hindi) को शामिल कर सकते हैं और इसके कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ उठा सकते हैं। काले रंग के इस मसाले का सेवन करने से आप कई तरह की परेशानियों और बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। तो चलिए बिना कोई देरी किए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं। छुईमुई अका लाजवंती के फायदे और नुकसान
कलौंजी क्या है – Kalonji in Hindi
कलौंजी (kalonji kya hota hai) एक प्रकार का बीज है, जिसका पेड़ 12 इंच लंबा होता है और इसका मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। मूल रूप से कलौंजी का पौधा दक्षिण पश्चिम एशिया में पाया जाता है। इस कलौंजी का पौधा और काले बीज के नाम से जाना जाता है। सदियों से इसका सेवन भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के निवासियों द्वारा किया जा रहा है। इतना ही नहीं कलौंजी (कलौंजी के फायदे हिंदी) एक बेहद ही गुणकारी औषधी भी है और पौराणिक समय से इसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए भी किया जा रहा है। गोखरु के फायदे
कलौंजी के फायदे – Kalonji ke Fayde
कलौंजी का पानी पीने के फायदे
कलौंजी (कलौंजी के फायदे) की तरह इसका पानी भी स्वास्थ्य के लिए बेहद ही लाभकारी होता है। कलौंजी का पानी पीने से एनीमिया, दिल की बीमारी, जोड़ों का दर्द आदि बीमारियों का खतरा कम होता है। कलौंजी के पानी में काफी अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो जोड़ों के दर्द, आर्थराइटिस जैसी परेशानी से बचाने में मदद करता है। साथ ही इसमें प्रोटीन भी होता है, जो हमारी मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसमें विटामिन डी भी पाया जाता है। इसका पानी पीने से मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। साथ ही ये इंफेक्शन होने के खतरे को भी कम करता है। जानिए चिरौंजी के फायदे और नुकसान
कलौंजी का तेल पीने के फायदे
केवल कलौंजी (black seed in hindi) का पानी ही नहीं बल्कि इसका तेल भी बहुत ही फायदेमंद होता है। कलौंजी के तेल को गठिया के दर्द को दूर करने के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। इसके अलावा कलौंजी का तेल उच्च रक्तचाप और अस्थमा जैसी बीमारियों के रोकथाम के लिए भी उपयोगी होता है। यदि आप इसका नियमित रूप से सेवन करते हैं तो ये कई बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकता है। कलौंजी के तेल (kalonji ke tel ke fayde) को ब्लैक सीड ऑयल भी कहा जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के अंदर और त्वचा की सूजन को दूर करने में मदद करता है।
शुगर में कलौंजी के फायदे
एक रिसर्च में सामने आया है कि कलौंजी (kalonji seeds in hindi) या फिर कलौंजी का तेल ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। स्टडी के अनुसार यदि कलौंजी या फिर कलौंजी के तेल को नियमित रूप से डाइट में शामिल किया जाए तो ये डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
कलौंजी और शहद के फायदे
कलौंजी (kalonji benefits in hindi) और शहद का इस्तेमाल पेट दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके लिए आपको एक दिलास मौसमी के रस में दो चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में दो बार पीना चाहिए। आप चाहें तो कलौंजी या फिर चुटकी भर नमक और आधा चम्मच कलौंजी के तेल को हल्का गर्म पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं। ऐसा करने से भी पेट दर्द की परेशानी दूर होती है।
कलौंजी और दूध के फायदे
कलौंजी (nigella seed in hindi) वाला दूध पुरुषों और महिलाओं दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है। यदि आप रोजाना दूध में कलौंजी डालकर पीते हैं तो इससे महिलाओं में खून की कमी नहीं होती है। साथ ही प्रेग्नेंसी के समय में भी यह दूध महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। डिलीवरी के बाद इस दूध को पीने से यूटरस भी हेल्दी रहता है। साथ ही ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं यदि इस दूध का सेवन करती हैं तो मिल्क प्रोडक्शन भी बढ़ता है। साथ ही शिशु स्वस्थ रहता है।
कलौंजी से मोटापे का इलाज
कलौंजी एक हर्बल दवा का काम करती है और इस वजह से इसका इस्तेमाल वजन घटाने के लिए भी किया जाता है। इसमें एंटी-ओबेसिटी प्रभाव पाए जाते हैं जो शरीर में वजन, बॉडी मास इंडेक्स और कमर के आकार को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही कलौंजी का सेवन करने का कोई गंभीर नुकसान नहीं होता है। इस वजह से यदि आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो आप कलौंजी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि इसके साथ स्वस्थ आहार का सेवन करना और व्यायाम करना भी आवश्यक है।
कलौंजी के बीज के फायदे
जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं, कलौंजी का पानी और कलौंजी के तेल के कई फायदे होते हैं। उसी प्रकार से कलौंजी के बीज भी स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी होते हैं। कलौंजी के बीज का प्रयोग भी वजन घटाने, दिल की समस्या को दूर करने, बालों को बढ़ाने आदि के लिए किया जाता है।
कलौंजी के फायदे बालों के लिए
प्रदूषित पर्यावरण और सूरज की हानिकारक किरणों में बाहर निकलने के कारण, आज के समय में बालों के झड़ने की समस्या या फिर बालों के रूखे बेजान होने की समस्या बेहद ही आम हो गई है। यदि आप भी बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो कलौंजी का तेल आपके बहुत काम आएगा। आप कलौंजी के तेल से अपने बालों और जड़ों की मालिश कर सकते हैं। यदि आप नियमित रूप से हफ्ते में एक या दो बार इस तेल को अपने बालों में लगाते हैं तो इससे आपके बालों के झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी।
स्मरणशक्ति बढ़ाए
व्यस्कों के मुकाबले बुजुर्गों में याद रखने की क्षमता समय के साथ कम होने लग जाती है। ऐसे में कलौंजी का उपयोग करने से उनकी याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ ही इसका इस्तेमाल सतर्कता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। कलौंजी में थोड़ा शहद मिला कर इसका सेवन करना चाहिए। यदि आप इसे गर्म पानी में डाल कर पीते हैं तो ये बच्चों और युवाओं में अस्थमा जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है।
हृदय रोगों से बचाए
हृदय से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए भी कलौंजी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए आप एक चम्मच बकरी के दूध में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर रोजाना 1 हफ्ते तक पीएं। ऐसा करने से आपका हृदय मजबूत होता है और साथ ही आपको हार्ट अटैक होने का खतरा भी कम होता है।
कैंसर के खतरे को कम करे
कैंसर आज के वक्त में मनुष्यों के लिए बेहद ही खतरनाक बीमारी बन चुकी है। ऐसे में कलौंजी के बीज का सेवन करना आपके लिए बेहद ही फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, कलौंजी के बीज ट्यूमर के विकास को रोकते हैं और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को भी कम करते हैं। इसके लिए आप 1 चम्मच कलौंजी के तेल को एक गिलास अंगूर के रस में मिलाकर दिन में 2 से 3 बार पी सकते हैं।
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आंखों की रोशनी के लिए
आंखों से संबंधित परेशानी किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकती है। ऐसे में कलौंजी का तेल आपकी मदद कर सकता है। कलौंजी का तेल आंखों की रोशनी बढ़ाने और आंखों का इलाज करने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है और इसके लिए ये सबसे बेहतरीन घरेलू उपाय है। यह आंखों का लालपन या फिर आंखों से पानी आने की समस्या आदि को दूर करने में भी मदद करता है। साथ ही ये मोतियाबिंद जैसे रोगों को ठीक करने में भी मदद करता है।
प्रसव के बाद
प्रसव के बाद मां शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोरी, सुस्ती और थकावट महसूस करती है। ऐसे में प्रसव के बाद सुबह 15 एमएल कलौंजी से बने काढ़े को खाली पेट 2 से 10 दिन तक पीने से मां को राहत मिलती है और साथ ही कमजोरी भी दूर होती है। यह प्रसव के बाद के संक्रमण से लड़ने और मां की आंतरिक प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है।
सिर दर्द के लिए
सिर दर्द वैसे तो एक आम समस्या है और कई लोग इस परेशानी का सामना करते हैं लेकिन कई बार दर्द अधिक होने के कारण लोग पेनकिलर का इस्तेमाल करते हैं, जो शरीर के लिए बेहद ही नुकसानदायक होता है। ऐसे में आप कलौंजी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सिरदर्द को दूर करने के लिए बहुत ही उपयोगी है और इससे शरीर को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है।
त्वचा के लिए कलौंजी के फायदे
कलौंजी त्वचा के लिए भी बेहद लाभकारी होती है। इसका इस्तेमाल मुहांसों, फोड़े-फुंसी और शुष्क त्वचा को दूर करने के लिए किया जाता है। यह कील-मुहांसों को जन्म देने वाले बैक्टीरिया से लड़ती है और त्वचा को साफ और चमकदार बनाती है। इसका इस्तेमाल चेहरे से दाग-धब्बे मिटाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही इसके प्रयोग से आपकी त्वचा चमदार और निखरी दिखाई देगी।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए
यदि आप उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचना चाहते हैं को कलौंजी का सेवन आपको आज से ही शुरू कर देना चाहिए। दरअसल, एनसीबीआई की एक रिसर्च की माने तो तीन महीने तक रोजाना एक ग्राम कलौंजी का सेवन करने से हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल यानी के अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हो सकती हैं। वहीं यदि आप रोजाना 2 से 3 ग्राम कलौंजी का सेवन करते हैं तो टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड सीरम के स्तर के साथ लो डेंसिटी लेपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है। इस तरह से यदि आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित हैं तो कलौंजी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
रक्तचाप के लिए
कलौंजी उच्च रक्तचाप की समस्या को नियंत्रित करने में भी काफी उपयोगी होती है। एनसीबी की वेबसाइट पर इससे संबंधित प्रकाशित शोध के मुताबिक कलौंजी में एंटी हाइपरटेंसिव गुण होते हैं, जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
लिवर और किडनी की समस्या के लिए
कलौंजी में थाइमोक्किनोन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिवर इंजरी से बचाव का काम करता है। साथ ही इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण लिवर को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं और सुरक्षा देते हैं। इसके सुरक्षात्मक प्रभाव फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में भी मदद करते हैं।
बांझपन
बांझपन मतलब कि इंफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या है, जिसमें संतान का सुख नहीं मिल पाता है। पुरुषों में बांझपन की समस्या का मुख्य कारण स्पर्म की कमी होता है। ऐसा ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से होता है। इस वजह से एंटीऑक्सीडेंट को प्रजनन की क्षमता में सुधार करने के लिए अहम माना जाता है। यह स्पर्म काउंट और उसकी गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए बेहतर
कलौंजी हमारी इम्यूनिटी यानी कि प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में भी मदद करती है। एक शोध के मुताबिक कलौंजी में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और थेराप्यूटिक गुण पाए जाते हैं। ये गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और हमारे शरीर को बीमार होने से बचाने में मदद करते हैं।
कलौंजी के नुकसान – Kalonji ke Nuksan
कलौंजी के फायदे से जुड़े सवाल और जवाब
आप कलौंजी के बीज को अलग-अलग तरीकों से खा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप सुबह खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ कलौंजी का सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे शहद के साथ भी खा सकते हैं।
कलौंजी में आयरन, सोडियम, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर जैसे कई मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स होते हैं। यह शरीर को अहम प्रोटीन देता है और प्रोटीन की कमी को भी पूरा करता है। साथ ही कलौंजी एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट भी है।
कलौंजी एसिडिटी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, सिर दर्द आदि बीमारियों को दूर करने के काम आती है।
कलौंजी की तासीर गर्म होती है और इस वजह से कलौंजी का सेवन सर्दियों में करना चाहिए।
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