xSEO

Zucchini in Hindi – जानिए क्या है जुकिनी, इसे खाने के हैं कई फायदे

Garima Anurag  |  Jun 30, 2022
Zucchini in Hindi

हेल्थ कॉन्शियस फूड खाने के शौकीन लोगों को पता है कि जुकिनी की सब्जी (zucchini in hindi ) कैसी होती है और इसके फायदे क्या हैं (zucchini benefits in hindi)। अमेरिका और फिर इटली से प्रचलित हुई इस सब्जी को अब दुनियाभर में कई तरह से खाया जाता है। लेकिन कई लोग अभी भी इसे और इसके फायदों को सही तरह से नहीं जानते हैं। अगर आपको भी ये नहीं पता कि जुकिनी क्या होती है (zucchini vegetable in hindi) तो जानिए कि कैसे ये हरे और पीले रंग की ये सब्जी( yellow zucchini in hindi)  कैसे हमारे सेहत के लिए उपयोगी है। 

What is Zucchini Called in Hindi – जुकिनी क्या है

हरी सब्जी की श्रेणी में आने वाली जुकिनी समर स्क्वैश की एक किस्म होती है। इसे कुर्जेट ( Courgette) भी कहते हैं। ये खीरा, स्पेगेटी स्क्वैश और खरबूजे के परिवार कुकुरबिटेसी (cucurbitaceae) का हिस्सा है। गर्मियों में मिलने वाली ये सब्जी गहरे हरे रंग की होती है और ये देखने में लंबे बेलन आकार की दिखती है। कई बार लोग इसे खीरे से कंफ्यूज करते हैं क्योंकि ये देखने में खीरे की तरह होती है, लेकिन इसका छिलका कद्दू की तरह होता है। हिन्दी में जुकिनी को कई लोग तोरी या मोटी तोरई भी कहते हैं।  बाजार में ये आठ इंच लंबी होते होते बेच दी जाती है, लेकिन ये खेत में 3.2 फीट या एक मीटर तक लंबी हो सकती है। आमतौर पर ये हरे और पीले रंग की होती है। 

जुकिनी को खाया भले ही सब्जी की तरह जाता है, लेकिन वनस्पति शास्त्र में इसे फल की श्रेणी में रखा जाता है।

Zucchini Nutritional Value in Hindiजुकिनी का न्यूट्रिशनल वैल्यू

जुकिनी में कई तरह के विटामिन, मिनरल और एंटी ऑक्सीडेंट्स की अधिकता होती है, लेकिन इसका शुगर, फैट और कैलोरी कंटेंट काफी कम होता है। इस सब्जी में पानी और फाइबर बहुत अधिक होता है। जुकिनी के प्रति 100 ग्राम में 94.79 ग्राम पानी होता है और 17 किलो कैलोरी एनर्जी होती है। इसके अलावा इसमें  इसमें विटामिन ए, फोलेट, पोटेशियम, मैग्नीजियम,  फॉसफोरस की भी अधिकता होती है। इसमें विटामिन के भी मौजूद होता है साथ में कैल्शियम, आयरन, जिंक भी मौजूद होता है।

जुकिनी खाने के फायदे

1. हार्ट हेल्थ

2, वेट लॉस

3. आंखों की रोशनी के लिए

4. ब्लड शुगर के लिए

5. डाइजेशन के लिए

6. ब्लड प्रेशर के लिए

7. अस्थमा के लिए

8. हड्डियों के लिए

9. कैंसर से बचाव के लिए

10. प्रेगनेंसी के लिए

जुकिनी के फायदे- 

हार्ट हेल्थ

शोध के अनुसार जुकिनी खाने से हार्ट हेल्थ बेहतर रहता है। जुकिनी में मौजूद फाइबर, पोटेशियम और कैरोटीनॉयड ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखते हैं जिसकी वजह से हार्ट भी सही तरह से काम करता रहता है।

वेट लॉस

क्योंकि जुकिनी में पानी और फाइबर दोनों ज्यादा है, इसलिए इसे वेट लॉस के लिए भी अच्छा फूड माना जाता है। फाइबर की अधिकता की वजह से इन्हें खाने पर पेट लंबे समय तक भरा-भरा लगता है और भूख भी नहीं लगती है। इतना ही नहीं कैलोरी के हिसाब से भी ये लो कैलोरी फूड की श्रेणी में आता है और इसलिए इसे डाइट फूड में शामिल किया जाता है।

आंखों की रोशनी के लिए

जुकिनी में बीटा कैरोटीन और विटामिन सी दोनों हैं और आंखों की रोशनी के लिए ये दोनों ही बहुत जरूरी माने जाते हैं। हेल्दी आंखों और क्लियर विजन के लिए कुछ खास एंटीऑक्सिडेंट्स जिसमें विटामिन सी, ल्यूटीन, जियाजैंथिन, विटामिन ई, मैंगनीज और जिंक को जरूरी माना जाता है। जुकिनी में लगभग ये सभी चीजें मौजूद हैं। आंखों की रोशनी में सुधार के लिए एक्सरसाइज के साथ हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, मछलीस बादाम जैसी चीजों का सेवन बढ़ाना फायदेमंद होता है।

ब्लड शुगर के लिए

जुकिनी में कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होता है। यही वजह है कि इसका सेवन शुगर को नियंत्रित कर सकता है। जुकिनी में फाइबर भी मौजूद होता है, इसलिए इसे खाने के बाद ब्लड में शुगर तेजी से नहीं बढ़ता है। जुकिनी जैसी हरी सब्जियां खान पान में शामिल करके डायबिटीज के लक्षण से बचा जा सकता है।

डाइजेशन के लिए

जुकिनी में सॉल्युबल और इंसॉल्यूबल, दोनों ही तरह के फाइबर हैं और फाइबर युक्त खाना हमेशा ही पेट के लिए अच्छा रहता है। साथ में इस हरी सब्जी में पानी भी भरपूर मात्रा में होता है, जो इसे डाइजेशन को सुचारू बनाने वाली सब्जी बनाती हैं। पेट, आंतों और पाचन क्रिया के ठीक से काम करने के लिए जुकिनी की सब्जी खाना अच्छा होता है। ये कॉन्स्टिपेशन की स्थिति से बचाता है। पाचन शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय में जुकिनी खाना भी ऐड हो सकता है।

ब्लड प्रेशर के लिए

बीपी कम करने के उपाय में खाने पीने में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जिसमें पोटैशियम मिले। पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और जुकिनी में भी पोटैशियम मौजूद होता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी अपनी डाइट में जुकिनी शामिल करना चाहिए।

अस्थमा के लिए

अस्थमा के मरीजों के लिए जुकिनी खाना फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन सी के साथ-साथ और भी कई प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। विटामिन सी की वजह से जुकिनी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो अस्थमा से राहत देते हैं।

हड्डियों के लिए

हड्डियों को स्वस्थ और स्ट्रॉन्ग रखने में भी जुकिनी बहुत उपयोगी है। जुकिनी में मैग्नीशियम और फॉसफोरस की भी अधिकता होती है और इन दोनों को हड्डियों के लिए जरूरी माना जाता है। साथ ही जुकिनी में कैल्शियम भी मौजूद होता है जो कि हड्डियों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। जुकिनी खाने से हड्डी तो स्ट्रॉन्ग रहेंगे ही, ये दांत को भी मजबूती देता है।

कैंसर के लिए

जुकिनी में ल्यूटिन और जियाजैंथीन जैसे कैरोटिनॉयड्स मौजूद होते हैं जिन्हें कैंसर, खासतौर से ब्रेस्ट कैंसर में उपयोगी पाया गया है। कई शोध में ये बात सामने आई है कि ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को ऐसे डाइट से कम किया जा सकता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं।

इसके साथ जुकिनी में बायोकेमिकल कम्पाउंड कुकुर्बिटासिन बी और ई, दोनों मौजूद होते हैं और अन्य एंटीऑक्सिडेंट्स के साथ इन्हें भी कैंसर से लड़ने के लिए अहम पाया गया है। जुकिनी का सीधे कैंसर में उपयोग पर अभी और शोध करना बचा है, लेकिन इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर के लिए उपयोगी पाए गए हैं। 

प्रेगनेंसी में भी फायदेमंद

जुकिनी में ऐसे कई पोषक तत्व हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला के लिए जरूरी होते हैं। कई तरह के मिनरल और विटामिन के अलावा जुकिनी फोलेट और पोटैशियम का बहुत अच्छा स्रोत होता है और ये दोनों ही चीजें प्रेगनेंसी के दौरान मां और बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं। प्रेगनेंसी के दौरान इसे डाइट में शामिल करने से इस समय महिलाओं को होने वाली कब्ज जैसी पेट की परेशानी भी कम हो सकती है। 

How to Use Zucchini in Hindi – जुकिनी खाने का तरीका

जुकिनी ऐसी सब्जी है जिसे अकेले भी खाया जा सकता है और किसी और सब्जी के साथ ब्लेंड करके भी। इसकी सबसे अच्छी खासियत ये है कि इसे कच्चा भी खा सकते हैं और स्टीम, बेक, ग्रिल, फ्राई करके भी खाया जा सकता है।

  1. जुकिनी को कच्चा, छिलके के साथ क्यूब्स या स्लाइस में काटकर इसे सलाद की तरह खाया जा सकता है। सिर्फ जुकिनी के दोनों एंड वाले हिस्से को न खाएं। 
  1. इसे छिलकर दूसरी चीजों के सलाद के साथ मिक्स करके खा सकते हैं।
  1. इसे पिज्जा टॉपिंग की तरह या रैप के अंदर डालकर खा सकते हैं।
  1. हेल्थ कॉम्शियस लोग जुकिनी को स्टीम करके सीधे खा सकते हैं या इसे मिक्स वेजीटेबल सूप की रेसिपी में ऐड कर सकते हैं।
  1. इंडियन स्टाइल में जुकिनी की सब्जी सभी मसालों के साथ लौकी, तोरई की तरह भी लोग बनाते हैं और इसे फ्राई सब्जी की तरह भी बनाकर खाते हैं।
  1. जुकिनी को लंबे स्लाइस में काट कर तंदूर पर सीधे ग्रिल करके खा सकते हैं या इसे मसाले में लपेट कर तवे पर फ्राई कर सकते हैं। 

जुकिनी एक ऐसी सब्जी है (what is zucchini in hindi) जो बहुत वर्सटाइल है और इसे कई तरह से खाया और खिलाया जा सकता है। समर स्क्वैश, कुर्जेट, तोरी, बड़ी तोरई नाम से जानी जाने वाली ये सब्जी (what is zucchini called in hindi) सेहत के लिए कई कारणों से फायदेमंद है और इसे फैट लॉस डायट प्लान से लेकर स्ट्रॉन्ग बोन्स के लिए डाइट में भी शामिल किया जा है। ये हार्ट हेल्थ से लेकर प्रेगनेंसी और कई लाइफस्टाइल डीसीज के लिए भी खाने की सलाह दी जाती है। 

ये भी पढ़े-

हार्ट ब्लाॅकेज के कारण – विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में होने वाली मृत्यु में 31प्रतिशत मृत्यु हार्ट ब्लॉकेज की वजह से होती है। जानिए क्या और क्यों होता है हार्ट ब्लॉकेज।
सफेद पेठा के फायदे – सफेद पेठा या ऐश गॉर्ड पूरे भारत में मिलता है और अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। जानें सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है सफेद पेठा।

Read More From xSEO