नाभि हमारे शरीर का केंद्र है और शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग मानी जाती है। गर्भ में पल रहे बच्चे को मां के गर्भ में मौजूद गर्भनाल से पोषण मिलता है। नाभि खिसकना नाभि और पेट की मांसपेशियों की गलत स्थिति है। यह नाभि केंद्र का ज्यादातर ऊपर या नीचे की दिशा में बदलाव है और कई कारणों से हो सकता है। पेट में गोला चढ़ना या पेट में धरण के लक्षण या पेट की नाभि खिसकने के लक्षण, ये सभी एक ही चीज है। नाभि खिसकने को ही कुछ लोग पेट में गोला चढ़ना या पेट में धरण होना भी बोलते हैं। जब नाभि खिसकने या नाभि झारने की समस्या लंबे समय तक खिंच जाती है तो नाभि खिसकने के नुकसान या यूं कहे नाभि खिसकने से होने वाले रोग सामने आने लगते हैं। यदि नाभि खिसकने के लक्षण जानकर समस्या का समय पर इसका उपचार नहीं किया गया तो यह रोगी के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। वैसे तो नाभि में तेल लगाने के फायदे भी हैं लेकिन नाभि खिसकने के घरेलू उपाय या पेट की धरण का देसी इलाज के अलावा नाभि खिसकने की मेडिसिन भी बाजार में उपलब्ध है। हम यहां आपको nabhi khisakne ke lakshan नाभि खिसकने के लक्षण, नाभि खिसकने या धरण के इलाज (dharan ka ilaj) और नाभि खिसकने के घरेलू उपाय बता रहे हैं।
Table of Contents
- Nabhi Khisakne ke Lakshan | नाभि खिसकने के लक्षण
- Nabhi Khisakne ke Karan | नाभि खिसकने के कारण
- Nabhi Khisakne ke Upay | नाभि खिसकने के घरेलू उपाय
- Nabhi Khisakne par Kya Khaye | नाभि खिसकने पर क्या खाएं
- Nabhi Khisakne ke Nuksan | नाभि खिसकने के नुकसान
- Nabhi Khisakne se Hone Wale Rog | नाभि खिसकने से होने वाले रोग
Nabhi Khisakne ke Lakshan | नाभि खिसकने के लक्षण
नाभि खिसकने के लक्षण (nabhi khisakne ke lakshan) या पेट में घरण के लक्षण इस बात पर निर्भर करता है कि नाभि केंद्र की गति की दिशा क्या है। यदि ये नीचे की ओर चला जाए तो नाभि खिसकने के लक्षण में दस्त होने की संभावना होती है और यदि नाभि केंद्र ऊपर की ओर विस्थापित हो जाए तो इससे उल्टी, कब्ज और मतली हो सकती है। वैसे नाभि जिधर भी जाए पेट की नाभि खिसकने के लक्षण (navel displacement symptoms ) में पेट में दर्द होना आम है। ये दर्द नितंबों, जांघों और काफ मसल्स तक फैल सकता है। कुछ योग के प्रकार अपनाकर आप नाभि खिसकने की दशा में योग के लाभ उठा सकते हैं। इसे कुछ योग आसनों या घर पर कुछ अन्य तरीकों से प्राकृतिक रूप से ठीक किया जा सकता है। नाभि खिसकने के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं-
1. अचानक वजन बढ़ना।
2. नाभि के हिलने के कारण उस जगह पर दर्द होना।
3. पेट के बीचोंबीच यानि नाभि में लगातार दर्द होना।
4. कब्ज और दस्त (1)।
5. घबराहट, मतली के साथ-साथ उल्टी और दस्त भी।
6. महिलाओं में अनियंत्रित मासिक धर्म।
7. गुर्दे और आंतों में दर्द।
8.आंतों और मासिक धर्म में दर्द, प्रोस्टेट, दिल की जलन, अनिद्रा, खांसी आदि नाभि खिसकने के लक्षण हो सकते हैं। यदि ऊपर की ओर खिंचाव हो तो उपर्युक्त समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
Nabhi Khisakne ke Karan | नाभि खिसकने के कारण
नाभि का हटना (nabhi ka hatna ) या नाभि खिसकने (nabhi khisakna) के पीछे कई तरह की वजहें हो सकती हैं। कभी-कभी कमजोर पाचन भी नाभि खिसकने का कारण बन सकता है। नाभि खिसकने के लक्षण (nabhi khisakna symptoms) पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में आम है और इससे गंभीर मासिक धर्म दर्द और अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है। इसके पहले कि आप नाभि से होने वाले रोग या पेट की नाभि खिसकने का इलाज जानें, आपके लिए ये जानना जरूरी है कि नाभि विस्थापन के कई संभावित कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
1.अचानक मुड़ना या झुकना
2. भारी सामान उठाना
3. भारी सामान जैसे- सिलेंडर इत्यादि खिसकाने की कोशिश करना
4. गलत यौन गतिविधि
5. दौड़ना
6. असमान चलना
7. असमान कूद
Nabhi Khisakne ke Upay | नाभि खिसकने के घरेलू उपाय
नाभि खिसकने से होने वाले रोग, नाभि खिसकने के नुकसान या नाभि खिसकने की दवा जैसी जानकारी के पहले ये मालूम होना चाहिए कि यह कैसे पता लगाले हैं कि आपकी नाभि विस्थापित है या नहीं। उसके लिए, आपको अपने दोनों पैरों के बड़े पंजों और नाभि केंद्र के बीच की दूरी को मापने के लिए एक तार की आवश्यकता होगी। एक समतल और सपाट सतह पर लेट जाएं और ऊपर की ओर मुंह करें। अब पैर के अंगूठे और नाभि केंद्र के बीच की दूरी दोनों पैरों से नापें, अगर दोनों नापों में अंतर मिलता है तो आपकी नाभि विस्थापित हो जाती है। मापते समय सुनिश्चित करें कि आपका शरीर एकदम सीधा है और आप सही तरीके से लेटे हैं। सिर्फ इतना ही काफी नहीं हैं, सुनिश्चित करने के लिए अपने डॉक्टर से मिलकर परामर्श लें। वैसे नाभि खिसकने के घरेलू उपाय भी मौजूद हैं, जो हम आपको यहां बता रहे हैं।
1- आंवला और गिलोय का उपाय
2- सौंफ भी है फायदेमंद
3- सरसों के तेल का अचूक उपाय
4- नाभि के आसपास हल्की मालिश
5- योग भी है फायदेमंद
6- चाय की पत्ती
आंवला और गिलोय का उपाय
हमेशा से ही घर के बड़े-बुजुर्ग नाभि खिसकने पर डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ घरेलू उपाय आजमाने की सलाह देते रहे हैं। इन्हीं में से एक है आंवला और गिलोय का उपाय। अगर आप भी नाभि खिसकने की समस्या से जूझ रहे हैं तो एक चम्मच आंवला पाउडर में गिलोय का रस मिलाकर इस पेस्ट को नाभि के आसपास लगाएं। पेस्ट लगाने के बाद कुछ देर लेट जाएं। इस पेस्ट को दिन में दो बार इस्तेमाल करने से नाभि वापस अपनी जगह पर आ जाती है।
सौंफ भी है फायदेमंद
घर से बड़ों से अपने कई बार सौंफ खाने के फायदे के बारे में सुना होगा। मगर क्या आप जानते हैं कि नाभि खिसकने की दशा में सौंफ का इलाज काफी कारगर साबित हो सकता है। घर का भारी सामान उठाते वक्त या फिर अन्य किसी वजह से अचानक नाभि खिसकने की शिकायत हो जाये तो सौंफ का यह घरेलू नुस्खा बहुत असरदार साबित होता है। इसके लिए 10 ग्राम सौंफ को पीसकर उसमें 50 ग्राम गुड़ मिला लें। इसे 2 से 3 दिन तक खाली पेट सेवन करने से नाभि अपनी जगह पर वापस आ जाएगी।
सरसों के तेल का अचूक उपाय
नाभि खिसकने के घरेलू उपाय में सरसों के तेल के फायदे भी देखने को मिलते हैं। इसके लिए मिट्टी का दीपक या आटे से बना दीपक जलाएं। फिर बत्ती को दीपक के बीच में रखें। दीपक में सरसों के तेल का प्रयोग करें। रोगी को आराम से पीठ के बल लेटा दें, ठुड्डी ऊपर और दोनों पैरों को एक साथ बंद कर दें और टांगों को सीधा ऊपर की ओर करने का इशारा करें। अब जले हुए दीपक को रोगी की नाभि-केंद्र पर रखें। इसे स्टील के गिलास से ढक दें। 2 मिनिट बाद गिलास निकाल लीजिए। आप पाएंगे कि दीया अब नहीं जल रहा है। इस प्रक्रिया से उत्पन्न खिंचाव के कारण रोगी की खिसकी हुई नाभि अपनी मूल स्थिति में आ जाएगी। रोगी को धीरे-धीरे एक तरफ मुड़ने और आराम से उठने को कहें। फिर, रोगी को कुछ हल्का नाश्ता या भोजन कराएं।
नाभि के आसपास हल्की मालिश
नाभि खिसकने की स्थिति में अक्सर तेज दर्द होता है। इस दौरान नाभि के आसपास के हिस्से की मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है। इसके लिए आप Best Body Massage Oil का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि, यह मालिश स्वयं नहीं करनी चाहिए, बल्कि किसी विशेषज्ञ द्वारा कराई जानी चाहिए। ऐसे में पीड़ित को भारी सामान उठाने से बचना चाहिए।
योग भी है फायदेमंद
कहते हैं, योग में हर बीमारी का इलाज छुपा होता है। नाभि खिसकने पर भी योग आपकी मदद कर सकता है। पीड़ित को अर्ध हलासन, उत्तानपादासन, नौकासन और अर्ध पवनमुक्तासन जैसे योगासन करने चाहिए।समस्या को दूर करने में ये आसन काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इन आसनों को नियमित रूप से करने से ये समस्याएं दूर हो जाती हैं।
चाय की पत्ती
चाय की पत्ती भी नाभि खिसकने के घरेलू उपाय में से एक है। नाभि खिसकने के बाद लोगों को अक्सर डायरिया हो जाता है। ऐसे में एक चम्मच चाय में एक चम्मच चाय मिलाकर उबाल लें और छान लें और गुनगुनी चाय पीएं। इससे दर्द तो कम होगा ही साथ ही नाभि भी अपनी जगह आ जाएगी।
Nabhi Khisakne par Kya Khaye | नाभि खिसकने पर क्या खाएं
नाभि खिसकने से होने वाले रोग से बचने के लिए ज़रूरी है कि हम अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि मामला पेट से जुड़ा होता है इसलिए नाभि खिसकने की दशा में अधिक भारी खाना नहीं चाहिए। यही वजह है कि इस दौरान तला और अधिक मसाले वाला भोजन खाने से बचना चाहिए। इसके बजाय आप मूंग दाल की खिचड़ी खा सकते हैं। इससे पेट पर कम दबाव पड़ता है। इसके अलावा गुड़ व नमक को एकसाथ मिलाकर खाने से भी खिसकी हुई नाभि अपनी जगह पर आ जाती है। इसे पेट की धरण का देसी इलाज भी कहा जाता है।
Nabhi Khisakne ke Nuksan | नाभि खिसकने के नुकसान
पेट में धरण, नाभि का गोला चढ़ना, नाभि के रोग या नाभि खिसकने के नुकसान ये सभी एक ही चीज हैं। नाभि खिसकने के निकसान नाभि खिसकने के लक्षण (nabhi khisakne ke lakshan)जैसे ही होते हैं। नाभि किसी भी दिशा में अपनी जगह से हटकर जाए इससे होने वाले नुकसान उसी अनुसार होते हैं। यदि नाभि ऊपर की ओर खिसक जाए तो इससे कब्ज, घबराहट, उल्टी, जी मिचलाना की समस्या हो सकती है। नाभि नीचे की ओर खिसकने से दस्त, स्वप्न दोष और पाचन तंत्र का समस्या आने लगती है। नाभि के आगे पीछे खिचकने से पेट में दर्द होने लगता है। महिलाओं में ये गर्भाशय और पीरियड से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा देना का कारण बन जाता है। इससे किठनी में कठोरता और आंतों में दर्द जैसी समस्या भी होती है।
Nabhi Khisakne se Hone Wale Rog | नाभि खिसकने से होने वाले रोग
नाभि खिसकने से होने वाले रोग बहुत बड़े या खतरनाक तो नहीं होते हैं, लेकिन ये आपको शारीरिक रूप से कमजोर और असहज जरूर महसूस कराते हैं। नाभि खिसकने से होने वाले रोग में मुख्य रूप से कब्ज और अनपच, पेट का फूलना जैसी पेट से जुड़ी परेशानियां शामिल हैं।
छोटे बच्चे खेल कूद में या महिलाओं किसी भारी सामान को उठाने के बाद यदि बार-बार पेट में दर्द या शरीर में दर्द की शिकायत करें तो ये सोचना कि ये नाभि का हटना है गलत नहीं होगा। नाभि का हटना (nabhi ka hatna) या नाभि खिसकना(nabhi khisakna) को लोग पेट में गोला चढ़ना भी कहते हैं। यही नहीं यदि कोई आपसे ये पूछे कि धरण क्या होती है (dharan kya hoti hai ), धरण किसे कहते हैं (dharan in stomach in hindi) या धरण केसे ठीक करें (dharan kaise thik kare) तो कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सभी सवाल नाभि खिसकने (navel displacement symptoms in hindi) से जुड़े ही हैं।
FAQ’s
नाभि खिसकने से क्या क्या दिक्कत होती है?
नाभि खिसकने से पेट में से दर्द से लेकर कब्ज, अनपच, पेट फूलना, जी मिचलाना जैसी समस्या से लेकर किडनी और गर्भाशय तक की समस्या हो सकती है। इससे आंतों में दर्द जैसी परेशानियां भी होती हैं।
नाभि खिसकने का पता कैसे लगाएं?
नाभि खिसकने का पता लगाने के लिए आप दो तरीके का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आराम से लेट जाएं और किसी धागे या टेप से नाभि से लेकर अपने पैर के अंगूठे तक की लंबाई नापे। अगर दोनों अंगूठे की दूरी अलग आती है तो समझ लें कि नाभि खिसक गई है। नाभि खिसकने का पता लगाने का दूसरा तरीका ये है कि पहले पीठ के बल लेट जाएं। फिर नाभि पर हाथ का अंगूठा रखकर दबाएं। अगर आपको नाभि में धक-धक महसूस होती है तो आपकी नाभि सही है, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो आपकी नाभि खिसक गई है।
नाभि खिसकने पर क्या खाना चाहिए?
क्योंकि नाभि खिसकने पर पेट की समस्याएं सबसे पहले उभरती है तो इस समय बहुत हल्का खाना ही खाना चाहिए और तेल मसाले या किसी भी तरह के गरिष्ट भोजन से बचना चाहिए।
नाभि कैसे चेक करें?
नाभि चेक करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और उसके बाद या तो पैर के अंगूठे से नाभि की दूरी नापकर या फिर हाथ के अंगूठे से इसकी स्थिति का पता लगाएं।
नाभि खिसकना क्या होता है?
नाभि खिसकने के दौरान व्यक्ति की नाभि, जिसे की शरीर का फोकल पॉइंट भी माना जाता है, अपनी जगह से नीचे या ऊपर हो जाती है। इस स्थिति को ही नाभि खिसकना कहा जाता है। आमतौर नाभि खिसने की समस्या ज्यादा वजन उठाने, ज्यादा ऑयली फूड खाने या फिर अचानक से गिरने की वजह से हो सकती है। वैसे तो नाभि खिसकने के हर इंसान के शरीर में अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं।
क्या नाभि खिसकना एक बीमारी है?
नहीं, नाभि खिसकना को किसी बीमारी की श्रेणी में नहीं रख सकते हैं, लेकिन इसके होने से शरीर में दूसरी बामिरियां होने का डर जरूर रहता है।
नाभि का खिसकना बच्चों में होता या बड़ों में?
नाभि खिसकना बच्चों में ज्यादा कॉमन दिखता है, लेकिन ये महिलाओं और बुजुर्गों में भी दिखता है।
क्या बार-बार नाभि खिसकना जानलेवा साबित हो सकता है?
बार-बार नाभि खिसकना जानलेवा तो नहीं होता है, लेकिन ये पेट की समस्या और दर्द की वजह से असहज जरूर होती है।
नाभि खिसकने पर डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
यदि पेट में दर्द लंबे समय तक रहे और नाभि खिसकने के घरेलू उपाय कारगर ,साबित न हो तो डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है।
क्या महिलाओं में नाभि खिसकना आम बात है?
हां, जो महिलाएं बहुत ऑयली खाना खाना या घर के सभी भारी काम करती हों, उनमें नाभि खिसकने कीसमस्या आम है।
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