सदियों से भोजन, मालिश व मंगल कार्यों में तिल के तेल (Sesame Oil) का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वास्थ्य की दृष्टि से तिल का तेल बेहद फायदेमंद माना जाता है। शायद इसी वजह से भारत में धार्मिक एवं मांगलिक कार्यों में तिल का तेल रखने पर जोर दिया जाता है। तिल के तेल का इस्तेमाल खाने की चीजों में तो किया ही जाता है, मगर यह अपने औषधीय गुणों के चलते त्वचा में निखार लाने व बालों की सेहत सुधारने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। तिल का तेल तिल के बीजों (sesame seeds) से निकाला जाता है। तो चलिए आपको तिल के तेल के अन्य फायदों (Til ke Tel ke Fayde) के बारे में बताते हैं। मूंगफली के तेल के फायदे
तिल के तेल के फायदे – Til ke Tel ke Fayde
तिल के तेल के नुकसान – Side Effects Of Sesame Oil
तिल के तेल के फायदे – Til ke Tel ke Fayde
तिल के तेल में विटामिन ई (Vitamin E), कैल्शियम (Calcium), मैग्नीशियम (Magnesium), फॉस्फोरस (Phosphorus) और प्रोटीन (Protein) पाया जाता है। जो स्किन और बालों के संपूर्ण पोषण के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। त्वचा का ख्याल रखने व निखार पाने के लिए नियमित तिल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। तिल के तेल के इतने सारे फायदे हैं कि आप उनके बारे में जानकर हैरान रह जाएंगे।
दांतों की सेहत के लिए तिल का तेल
तिल के तेल को अपने मुंह के अंदर चारों तरफ लगाने से मसूड़ों की सूजन कम होती है। सुबह ब्रश करने से पहले 10 मिनट तक दांतों में तिल का तेल रगड़ने से फायदा मिलता है। तिल के तेल का इस्तेमाल ऑयल पुलिंग (oil pulling) प्रक्रिया के दौरान भी किया जाता है। इस प्रक्रिया में कुछ समय के लिए तेल को मुंह के अंदर भरकर कुल्ला कर दिया जाता है। माना जाता है कि तिल के तेल का इस्तेमाल करने से मुंह के सारे हानिकारक कीटाणु खत्म हो जाते हैं और दांत चमकने लगते हैं। तो यदि आपको दांतों को सफेद और चमकदार रखना है तो तिल के तेल का उपयोग ज़रूर करे।
बालों में चमक लाने के लिए तिल का तेल
बालो का रूखापन दूर करना हो तो तिल का तेल ज़रूर लगाए। इससे रूखापन दूर होता है और खोई हुई चमक भी लौट आती है। अगर आपके बाल रूखे और बेजान हो गए हैं तो तिल के तेल का इस्तेमाल ज़रूर करें। तिल के तेल को हल्का गर्म कर लें, फिर हल्के हाथों से स्कैल्प पर मसाज करें। कुछ देर तक तेल को बालों में लगाए रखने के बाद नॉर्मल पानी से धो लें। इससे बालों को भीतर से पोषण (nutrition) मिलता है।
तिल का तेल करे सूजन कम
तांबा (Copper) स्वाभाविक रूप से सूजन को कम करने वाला पदार्थ माना जाता है। तिल के तेल में तांबे का स्तर काफी ज्यादा होता है, जिससे सूजन व गठिया जैसी कई गंभीर परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। यह जोड़ों की सूजन को कम करते हुए हड्डियों और रक्त वाहिकाओं को मजबूती भी प्रदान करता है। लंबे समय से माना जा रहा है कि तिल का तेल (til ka tel) अस्थि पंजर को मजबूत रखता है और सालों से शरीर में जमी हुई दर्दनाक सूजन को भी खत्म करने का गुण रखता है।
बालों का झड़ना रोकें
तिल के तेल में बालों को मजबूती देने का गुण पाया जाता है। अगर आप बालों के झड़ने (hair fall) की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसका उपयोग फायदेमंद साबित होगा। यह बालों का झाड़ा बहुत हद तक कम कर देता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद है तिल का तेल
यदि आपको कैल्शियम की कमी है तो तिल का तेल काफी लाभदायक है। तिल के तेल में तांबा, जस्ता और कैल्शियम (Calcium) पाए जाते हैं। ये तीनों ही खनिज हड्डियों के विकास में सहायता करते हैं। अगर खाने में तिल के तेल का इस्तेमाल करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। तिल का तेल वृद्ध लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) और उम्र से संबंधित हड्डियों की विभिन्न बीमारियों से बचाव करता है। तिल के तेल में मौजूद जस्ता और तांबा रेड ब्लड सेल्स (red blood cells), ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) और मेटाबॉलिज्म (metabolism) के उत्पादन में मदद करता है। यह हड्डियों की पुनर्वृद्धि की गति को भी सुधारता है।
तिल का तेल भगाए डिप्रेशन को दूर
तिल का तेल डिप्रेशन के घरेलु इलाज में से एक है। तिल के तेल में टायरोसिन (tyrosine) नामक अमीनो एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है। टायरोसिन शरीर को कुछ ऐसे एंजाइम (enzyme) और हार्मोन (hormone) से भर देता है, जिससे व्यक्ति का मूड अच्छा होता है और वह खुश महसूस करने लगता है। तिल के तेल में सेरोटोनिन (serotonin) भी मौजूद होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन फूड प्रोडक्ट्स में सेरोटोनिन मौजूद होता है, इसका सेवन करने से व्यक्ति सकारात्मक महसूस करने लगता है और उसका अवसाद (stress/ depression) भी दूर होता है।
तिल का तेल रखे हृदय को स्वस्थ
तिल में सेसमीन और सेसमॉल की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। ये पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स (polyunsaturated fatty acids) होते हैं, जिनसे भोजन का स्वाद भी बेहतर होता है। यह हृदय प्रणाली को संतुलित और कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) के स्तर को कम रखता है। यह शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी खत्म कर देता है। अगर आप खानपान में तिल के तेल का इस्तेमाल करते हैं तो स्ट्रोक (stroke) व दिल का दौरा पड़ने से सुरक्षित रह सकते हैं।
कैंसर से बचाए तिल का तेल
तिल के तेल में फाइटेट (phytate) नामक कंपाउंड (compound) मौजूद होता है, जो सीधे कैंसर (cancer) के विकास को रोकने के लिए जाना जाता है। तिल के तेल में मैग्नीशियम (magnesium) का स्तर भी अधिक होता है, जो कोलोरेक्टल कैंसर (coloractal cancer) की आशंका को कम करने के लिए मददगार साबित होता है। तिल के तेल में मौजूद कैल्शियम पेट के कैंसर से बचाव करने में सहायक माना जाता है।
तिल के तेल से होगा वजन कम – Til Ka Tel for Weight Loss in Hindi
यदि आपको वज़न कम करना है तो तिल के तेल का उपयोग अवश्य कीजिए। तिल के तेल में पाए जाने वाले पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड वजन को घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये लेप्टिन के प्लाज्मा (plasma) स्तर को बढ़ाते हैं, यह एक ऐसा हार्मोन है, जो एनर्जी के बैलेंस को बनाए रखता है और भोजन के सेवन को भी दबाता है। जो लोग नियमित तौर पर तिल के तेल से बना हुआ खाना खाते हैं, उन्हें अपने वजन को नियंत्रित रखने में काफी मदद मिलती है।
आंखों का ख्याल रखे तिल का तेल
लीवर (Liver) के लिए तिल का तेल प्राकृतिक टॉनिक के तौर पर काम करता है। यह रक्त का प्रवाह बेहतर करता है, जिससे आंखों को पोषण मिलता है। जिन लोगों को धुंधला दिखता हो या जिनकी आंखें थकी- थकी रहती हों, यह उनका इलाज भी कर सकता है।
एनीमिया का करे इलाज – Sesame Oil For Anemia
तिल के तेल में लौह (iron) तत्व की काफी अच्छी मात्रा पाई जाती है। अपने इसी गुण के कारण यह एनीमिया का इलाज करने में मददगार साबित होता है। सिर्फ एनीमिया ही नहीं, बल्कि शरीर में लोहे की कमी से होने वाली अन्य बीमारियों का भी इलाज तिल के तेल से किया जा सकता है।
डायबिटीज दूर करे तिल का तेल – Sesame Oil To Fight Diabetes
डायबिटीज को कंट्रोल करने के सबसे बेहतरीन घरेलू उपाय में से एक तिल का तेल है। अगर 45 दिनों तक खाना पकाने के लिए किसी दूसरे कुकिंग ऑयल (cooking oil) के बजाय तिल के तेल का इस्तेमाल किया जाए तो डायबिटीज (diabetes) यानी कि मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों में ब्लड शुगर का लेवल कम हो जाता है। तिल के बीज मैग्नीशियम के साथ ही कई अन्य पोषक तत्वों का भी अच्छा स्त्रोत हैं। ये सब मिलकर ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए तिल को सक्षम बनाते हैं, जिससे डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए
तिल के तेल से बालों की मसाज करने पर ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) बेहतर होता है, यह करने से बाल तेजी से बढ़ते हैं। अगर बाल पूरी तरह बढ़ने से पहले ही टूट जाते हैं तो भी तिल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। लंबे घने बालों की चाह रखने वालों को तिल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
डैंड्रफ को जड़ से मिटाने के लिए
बालों से रुसी और जुऐं कम करनी है? बालों में डैंड्रफ (dandruff) यानी कि रूसी हो गई हो या सिर में जुएं (lice) की समस्या से परेशान हों तो भी तिल का तेल आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
तिल का तेल स्किन पर मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है
नियमित सुबह- शाम चेहरे पर तिल का तेल लगाने से चेहरे को नमी मिलती है। खासकर सर्दियों में चेहरे पर तिल का तेल लगाने से त्वचा पर ग्लो (glow) आता है। यह स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इसके अलावा तिल के तेल में एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) और विटामिन ई (Vitamin E) मौजूद होते हैं, जो स्किन को फ्री रेडिकल्स (free radicals) से बचाकर सनस्क्रीन का काम करता हैं।
तिल के तेल की मालिश के फायदे
तिल के फायदों (Til ke Tel ke Fayde) के बारे में तो आपने जान ही लिया, अब हम आपको बताएंगे कि इसके तेल से मालिश करने से आपको क्या- क्या फायदे हो सकते हैं।
1. बालों में तिल के तेल से मालिश करने से पतले, कमजोर और दोमुंहे बालों को ठीक किया जा सकता है। अगर तिल के तेल में ब्राह्मी या अन्य कोई जड़ी- बूटी भी मिला दी जाए तो अधिक फायदा मिल सकता है।
2. सर्दियों में तिल के तेल से शरीर की मालिश करने से सर्दी से बचाव किया जा सकता है। तिल और मिश्री का काढ़ा बनाकर पीने से जमा हुआ कफ बाहर निकल जाता है।
3. अगर छोटे बच्चों की मालिश तिल के तेल से की जाए तो उनका शारीरिक विकास बेहतर होता है। 4 सप्ताह तक तिल के तेल से मालिश करने से शिशु विकास में सुधार होता है।
4. तिल के तेल की रोज़ाना मालिश से हर तरह के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं और त्वचा की नमी भी लौट आती है।
5. कमर और पीठ में दर्द होने की स्थिति में तिल के तेल में हींग और सौंठ मिलाकर मालिश करने से लाभ मिलता है।
तिल के तेल के नुकसान – Side Effects of Sesame Oil in Hindi
जहां इतने सारे तिल के तेल के फायदे (Til ke Tel ke Fayde) हैं, वहीं उसके नुकसान से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जानिए, तिल के तेल का ज्यादा इस्तेमाल करने पर होने वाले नुकसान के बारे में।
1. शरीर के वजन में वृद्धि हो सकती है।
2. तिल का सेवन करने से एलर्जी (allergy) हो सकती है। तिल हो या उसका तेल, अगर आप उसके प्रति संवेदनशील हैं तो आपको पाचन संबंधी समस्या, आंखों में सूजन, नाक का बहना व दमा आदि हो सकता है।
3. तिल का तेल अगर अधिक इस्तेमाल किया जाए तो कोलन कैंसर (colon cancer) का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
4. अगर आप खून को पतला करने वाली कोई दवा खा रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही तिल के तेल का सेवन करें।
5. तिल के तेल का ज्यादा सेवन करने से अपेंडिक्स संक्रमण (appendix infection) भी हो सकता है।
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