बालों को हाईलाइट कराना काफी रोमांचक होता है। लेकिन सलोन जाने से पहले कुछ खास बातों का ख्याल रखें। तो यहां जानें कि क्या हैं हेयर कलर और हाइलाइटिंग के बारे में ज़रूरी बातें !
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जाने बालों को हाईलाइट करने का तरीका – How To Highlight Your Hair
जानें कि आप क्या करने जा रही हैं
हाईलाइट्स का मतलब ये है कि आप अपने बालों के नैचुरल कलर से कुछ शेड लाइट कलर ऐड करने जा रही हैं ( अगर आप डार्क कलर चाहती हैं तो उसे लोलाइट्स कहते है)। हेयर कलर का इस्तेमाल इस पर निर्भर करेगा कि आप किस तरह की हाईलाइट चाहती हैं जैसे बोल्ड कंट्रास्ट के लिए आपके बालों पर दो कलर का इस्तेमाल भी हो सकता है। हाईलाइट्स करवाते वक़्त बालों की रूट्स पर इसे ना करवाएं वरना जब भी आपके बाल ग्रो होंगे, आपको फिर से सलोन जाकर उन्हें हाईलाइट करवाना पड़ेगा। हेयर हाईलाइटिंग के बारे में पढ़ें, सेलिब्रिटीज़ के फोटो देखें ताकि आपको ये क्लियर हो जाए कि आपको क्या चाहिए और आप कलर के बाद उसकी केयर के लिए टाइम निकालने के लिए तैयार रहें।
अपने नैचुरल कलर को पहचानें
पर्फेक्ट लुक के लिए अपने नैचुरल हेयर कलर व स्किन टोन को जानें और ये पता करें कि इनके साथ क्या अच्छा लगता है। जनरली, हम में से अधिकतर लोग या तो कूल टोंड होते हैं जिनकी नीली-ब्राउन अंडरटोन्स होती हैं, या वार्म टोंड होते हैं जिनकी ऑरेंज-येलो अंडरटोन्स होती हैं। अगर आपकी वेंस आसानी से नज़र आती हैं और आपकी कलाई कुछ पीलापन लिए है तो आप कूल टोंड हैं। और अगर आपकी वेंस इतनी आसानी से नज़र नहीं आती हैं तो आप वार्म टोंड हैं। हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल तय करता है कि हम कूल या वार्म टोंड हैं। इससे तय करना होगा कि कौन सा हेयर कलर या हेयर हाईलाइट आप पर जंचेगा।
आपके कलर के साथ क्या अच्छा लगता है ये जानें
अगर आप कूल टोंड हैं और आपका कॉम्प्लेक्शन मीडियम से डार्क है तो आपके कलर को “डार्क कूल” कहा जा सकता है। ऐश-टोंड हेयर हाईलाइट्स आपके नैचुरल कलर को कॉम्प्लीमेंट करके, आपके लुक में फ्रेशनेस की लेयर ऐड करेगी।
अगर आप कूल टोंड और फेयर हैं तो आपके संपूर्ण कलर को “लाइट कूल” कहा जा सकता हैं। आप पर ऐश-ब्लोंड हेयर हाईलाइट्स बहुत जंचेगा।
अगर आप वार्म टोंड हैं और आपका कम्प्लेक्शन मीडियम से डार्क है तो आपके संपूर्ण कलर को “डार्क वार्म” कहा जा सकता है। आप कैरामेल के शेड्स के साथ कंट्रास्ट आज़मा सकती हैं, ये आपके लुक में एक डायमेंशन ऐड करेगा।
और आखिर में “लाइट वार्म” – आपका कलर ये है अगर आप फेयर और वार्म टोंड हैं। न्यूट्रल गोल्ड हेयर हाइलाइट्स आप पर कमाल लगेगा।
अधिकतर इंडियंस “डार्क कूल” और “लाइट कूल” श्रेणी में आते हैं और इसलिए आपको उस आधार पर कलर का चुनाव करना चाहिए। ये सब अपनी जगह है…..लेकिन अगर आप इंडिगो ब्लू का सेमी-परमानेंट हेयर कलर शेड आज़माना चाहती हैं तो शेड कार्ड को साइड में रखें और बेहिचक उसे करवाएं! ये अपने आप को एक्सप्रेस करने का भी जरिया है – इसलिए नियमों को फॉलो करना ज़रूरी नहीं है।
कंजूसी ना करें
अपनी सिटी के बेस्ट कलरिस्ट/ हेयर स्टाइलिस्ट से ही अपने हेयर कलर करवाएं। खासकर अगर आप ये पहली बार कराने जा रही हैं। दोस्तों से अच्छे प्रॉफेशनल के बारे में जानकारी लें, ना कि सलोन चान्स लें। हेयर एक्सपर्ट से इसके प्रोसेस व कलर शेड के बारे में अच्छे से डिसकस व कंसल्ट करें। ये आपको अपने आप पर और अपने हेयर हाईलाइटिंग के डिसिज़न पर कॉन्फिडेंस देगा। हम आपको घर पर ये करने की सलाह नहीं देंगे, लेकिन अगर आप इसे घर पर करना ही चाहती हैं तो प्लीज, एक अच्छे हाईलाइटिंग किट पर खर्च करें और प्रीसाइस एप्लिकेशन के लिए टूथब्रश का इस्तेमाल करें।
ट्रेंड्स में क्या चल रहा है
हाईलाइट्स लंबे समय तक रहते हैं इसलिए इन्हें कराने से पहले रिसर्च ज़रूर कर लें। फॉयल हाईलाइटिंग जो सबसे आम तरीका है, इसके अलावा भी 3 और तरीके हैं हेयर में हाईलाइटिंग कराने के। इनमें से एक तरीका है “बलायागे” जो वेस्ट में बहुत प्रचलित है। इसमे कलरिस्ट हाथों से हाईलाइट्स पेंट करता है, जिससे वो ज़्यादा नैचुरल लगते हैं। एक और तरीका पॉपुलर है, वो है “सोम्बर” – इसमे एन्ड्स पर हाईलाइट्स होती हैं और रूट्स पर आते-आते वो बालों के कलर में एकदम ब्लेन्ड हो जाती हैं। इसलिए ट्रेंड में क्या चल रहा है उसका ध्यान रखें ताकि आपको सबसे बेहतर लुक मिल सके। ☺
हेयर हाईलाइट्स कराने से पहले बाल हों स्वस्थ
बालों पर किसी भी प्रकार का कलर उनको कुछ हद तक डैमेज करता ही है, फिर चाहे आप बेस्ट क्वालिटी का प्रोडक्ट ही क्यों न इस्तेमाल कर रही हों। चूंकि आप रूट्स को हेयर कलर नहीं लगाती हैं इसलिए हाईलाइट्स बालों को इतना नुकसान तो नहीं पहुंचाते हैं, लेकिन किसी भी तरह का कलर बालों को कमजोर बना ही देता है। इसलिए हाईलाइट्स कराने से पहले अपने बालों की अच्छे से देखभाल करें। हेयर हाईलाइट्स कराने के कुछ महीने पहले इन्हें तेल मालिश, हेयर स्पा या हेयर मास्क से ट्रीट करते रहें, ताकि जब आप हाईलाइट करवाएं तब आपके बाल स्वस्थ हों और वो कलर के असर को झेल सकें!
बहुत ज़्यादा लाइट शेड ना चुनें – Don’t Choose Extra Light Hair Color
जी हां, हम ये पहले ही बता चुके हैं लेकिन एक बार फिर बता देते हैं। अगर आप एकदम ही अलग हेयर कलर चुन रही हैं – पर्पल, ब्लू, हरा या ऐसा कोई रंग – लेकिन अगर आप ऐसे कलर नहीं चुन रही हैं तो आपको अपनी स्किन टोन जितना लाइट शेड कभी नहीं चुनना चाहिए। इससे आप एकदम बीमार और डल लगेंगी। आपको अपने बालों के नैचुरल कलर से 3 शेड से ज़्यादा लाइट शेड नहीं चुनना चाहिए – क्योंकि ज़्यादा लाइट शेड मिसमैच और पैची लगता है।
कितने बाल हाईलाइट करवाना चाहती हैं
एक बार जब आपको पता हो कि आपको कौन सा कलर चाहिए, तो आपको ये भी पता होना चाहिए कि आप अपने कितने बालों को हाईलाइट कराना चाहती हैं – सारे या थोड़े से? कुछ लोग चेहरे को फ्रेम करने व ब्राइटेनिंग इफेक्ट के लिए चेहरे के आस-पास ही हेयर हाईलाइट्स करवाते हैं। वहीं कई लोग आगे से लेकर पीछे तक सारे बाल हाईलाइट करवाते हैं। ऐसा अधिकतर ग्रे हेयर को छुपाने के लिए किया जाता है। तो इसलिए हाईलाइट करवाने से पहले ये तय कर लें कि आप कितने बाल कलर करवाना चाहती हैं और क्यों।
हाईलाइट्स की देखभाल है ज़रूरी
हेयर हाईलाइटिंग कराने के बाद बालों की देखभाल, ज़्यादा नहीं तो कम से कम उतनी तो करें जितनी आप कलर करवाने से पहले करते थे। कम से कम हफ्ते में एक बार बालों को डीप कंडिशन ज़रूर करें और ऐसे हेयर प्रोडक्टस चुनें जो कलर फ्रेंडली हों यानि जो खास कलर किए हुए बालों के लिए बने हों। बालों को ज़्यादा ना धोएं और उन्हें स्टाइल करने से पहले हेयर प्रोटेक्टेंट का इस्तेमाल करें।