यह बात तो सबने सुनी है कि सफेद बाल अनुभव की गहराई की जानकारी देता है। लेकिन सोचिए अगर किसी बच्चे के बाल सफेद हो जाते हैं तो उसके लिए क्या कहेंगे। असमय सफेद बाल की समस्या बच्चे के आत्मविश्वास को हिला देता है। अब सवाल यह आता है कि आखिर बच्चों में सफेद बाल की समस्या क्यों होती है? कहीं यह किसी बीमारी का संकेत तो नहीं है, लेख में बच्चों में सफेद बाल की परेशानी के बारे में विस्तार से जानेंगे।
बच्चों में सफेद बाल होने के कारण क्या होते है? (Causes of Grey Hair in Kids in Hindi)
नीचे बच्चों में सफेद बाल की समस्या होने के कुछ कारण बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:
- तनाव:
तनाव या स्ट्रेस ऐसी समस्या है कि जो उम्र के बंदिश को नहीं मानता है। आजकल की पढ़ाई तो बच्चों के लिए स्ट्रेस का बहुत बड़ा कारण बन गया है।
- आनुवांशिकता
बच्चों में असमय बाल सफेद होने के पीछे जो एक मूल कारण होता है, वह है आनुवांशिकता। अगर माता-पिता, या दादा-दादी, चाचा-चाची में से किसी को भी असमय बाल सफेद होने की समस्या है तो बच्चे को भी यह समस्या होने का खतरा हो सकता है।
- विटामिन बी12
रिसर्चों में यह पाया गया है कि जिन बच्चों में विटामिन बी12 की कमी पाई जाती है, उनमें असमय सफेद बालों की समस्या होती है। जिन बच्चों का परिवार में शाकाहारी भोजन करने की परंपरा है, उनमें विटामिन बी 12 की कमी पाई जाती है। विटामिन बी 12 की कमी के कारण कम उम्र में ही बालों के सफेद होनी की समस्या हो जाती है। अगर कमी ज्यादा है तो उनको सप्लीमेंट खाने की सलाह दी जाती है।
- साबुन और शैंपू
शायद आपको पता नहीं कि साबुन और शैंपू के केमिकल बच्चों के बालों को न सिर्फ रूखे-सूखे बनाते हैं बल्कि असमय सफेद बाल होने की समस्या भी पैदा कर देते हैं। पहले के जमाने में या दादी-नानी के बालों को धोने के लिए या बालों में तेल लगाने के लिए प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करती थी लेकिन अब लोग जो भी मिला उससे बच्चों के बाल धो देते हैं। बच्चों के बालों के लिए सिर्फ बेबी शैंपू या बेबी सोप का इस्तेमाल करना ही सेफ होता है।
- थॉयराइड
थॉयराइड के कारण शरीर के हार्मोन में बदलाव होता रहता है, जिसका सीधा असर बालों पर पड़ता है। बालों के असमय सफेद होने के पीछे थॉयराइड की भूमिका भी कम नहीं होती है।
- एनीमिया
रक्ताल्पता या एनीमिया शरीर में अनेक रोगों का कारण होता है। उसी तरह आयरन की कमी भी एनीमिया की कमी का एक कारण होता है यानि शरीर में खून की कमी। जिसका सीधा असर मेलानीन पर पड़ता है, जो बाल में रंगों का कारण होता है।
- रूसी या डैंड्रफ
कई अध्ययनों से यह साबित होता है कि रूसी का सीधा संबंध बालों के सफेद होने से होता है। अगर बच्चों के बालों में बार-बार रूसी होने की समस्या है तो उनके सफेद होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
- बीमारियाँ
ट्यूबरस स्केलेरोसिस और विटिलिगो जैसे कुछ विशेष प्रकार की बीमारियों के कारण बालों के रंग को नुकसान पहुँचता है।
सफेद बालों का इलाज घरेलू तरीके से कैसे करें (Home Remedies for Grey Hair in Hindi)
दादी के जमाने से बालों की सफेदी से बचने के लिए घरेलू नुस्खों का सहारा लिया जाता रहा है।
- आंवला
सफेद बालों के लिए आंवला एक ऐसा नेचुरल हर्ब है जिसका इस्तेमाल बालों के लिए किया जाता रहा है। नारियल तेल में आंवला डालकर उबालकर ठंडा करके बालों में लगाने से फायदा मिलता है।
- बादाम का तेल
सफेद बालों के लिए आंवला के साथ बादाम तेल भी बालों के लिए फायदेमंद होता है।
- करी पत्ता
एक शोध से पता चला है कि करी पत्ता को पीसकर बालों में लगाने से असमय सफेद बालों की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
- रीठा
इसका इस्तेमाल से तो सदियों से बालों के विकास और समस्याओं के लिए घरेलू इलाज के रूप में चला आ रहा है। रीठा का इस्तेमाल करके न सिर्फ बालों को धोया जा सकता है बल्कि बालों को असमय सफेद होने से भी बचाया जा सकता है। बाल सफेद होने से रोकने के उपाय
- एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन
अक्सर स्ट्रेस के कारण भी बालों के मेलानिन पर असर पड़ता है जिसके कारण बाल सफेद होने लगते हैं। इसलिए बच्चों के डाइट में अमरूद, चुकंदर, आम, खजुर जैसे फलों को शामिल करें।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि आखिर बच्चों के बाल सफेद क्यों हो जाते हैं। इससे बचने के लिए किन बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है।
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