सफेद दाग एक ऐसी बीमारी है, जिसमें स्किन का रंग अपने आप ही पैचेस के रूप में गायब होने लग जाता है और यह पूरी बॉडी में किसी भी हिस्से पर हो सकता है। इतना ही नहीं ये पैचेस समय के साथ बढ़ते चले जाते हैं। यह दिक्कत केवल त्वचा ही नहीं बल्कि बालों और मुंह के अंदर भी हो सकती है। इस वजह से हम यहां आपको सफेद दाग के शुरुआती लक्षण (safed daag ke suruati lakshan) के बारे में डिटेल में बताने वाले हैं।
जानिए, सफेद दाग के प्रारंभिक लक्षण | Vitiligo Symptoms in Hindi
किसी भी इंसान में सफेद दाग की बीमारी तब शुरू होती है जब बॉडी में मेलानिन को बनाने वाले सेल्स मर जाते हैं या फिर काम करना बंद कर देते हैं। Vitiligo किसी भी तरह की स्किन टाइप के लोगों को हो सकता है लेकिन मुख्य रूप से यह बीमारी ब्लैक या फिर ब्राउन स्किनटोन के लोगों में ही देखने को मिलती है। वैसे तो यह बीमारी आपकी जिंदगी के लिए जानलेवा नहीं होती है लेकिन इससे आपको खुद के लिए बुरा महसूस हो सकता है। तो चलिए आपको सफेद दाग के प्रारंभिक लक्षण (vitiligo symptoms in hindi) के बारे में बताते हैं।
– सफेद दाग का सबसे मुख्य लक्षण स्किनकलर का गायब होना ही है, जिसे डीपिगमेंटेशन भी कहा जाता है। ये डीपिगमेंटिड पैच आपके शरीर पर कहीं भी दिखाई दे सकते हैं और आपकी स्किन को अफेक्ट कर सकते हैं।
– हो सकता है कि जिस स्किन के हिस्से का पिगमेंट खोया है वहां के बाल भी सफेद हो जाएं। ऐसा आपकी स्कैल्प, आईब्रो, आइलैश, दाड़ी या फिर शरीर के बालों पर कहीं भी हो सकता है।
– म्यूकस मेंब्रेन भी इसकी वजह से सफेद हो सकती है, जो आपके मुंह या फिर नाक के अंदर होती है।
सफेद दाग से परेशान लोगों को ये दिक्कते भी हो सकती हैं-
– कम सेल्फ एस्टीम या फिर अपने अपीयरेंस की वजह से खराब सेल्फ इमेज हो सकती है जो आपकी जिंदगी की क्वालिटी पर असर करती है।
– यूवाइटिस, एक सामान्य शब्द है जो आंखों में सूजन या सूजन का वर्णन करता है।
– कान में इंफ्लामेशन।
यह भी पढ़ें:
जायफल के फायदे चेहरे के लिए – जानिए चेहरे के लिए जायफल के क्या फायदे होते हैं।
जानिए, सफेद दाग कितने प्रकार के होते है | Types of White Spots in Hindi
सफेद दाग 6 प्रकार के होते हैं –
- जेनरलाइज्ड
- सेगमेंटल
- मुकोसल
- फोकल
- ट्रीकोम
- युनिवर्सल
जेनरलाइज्ड – जो सबसे आम प्रकार है, जब शरीर पर विभिन्न स्थानों पर धब्बे दिखाई देते हैं।
सेगमेंटल – जो शरीर के एक तरफ या एक क्षेत्र, जैसे हाथ या चेहरे तक ही सीमित है।
मुकोसल – जो मुंह और/या जननांगों की श्लेष्मा झिल्लियों को प्रभावित करता है।
फोकल – जो एक दुर्लभ प्रकार है जिसमें मैक्युल एक छोटे से क्षेत्र में होते हैं और एक से दो साल के भीतर एक निश्चित पैटर्न में नहीं फैलते हैं।
ट्रीकोम – जिसका अर्थ है कि एक सफेद या रंगहीन केंद्र होता है, फिर हल्के रंजकता का क्षेत्र होता है, और फिर सामान्य रूप से रंगीन त्वचा का एक क्षेत्र होता है।
युनिवर्सल – एक अन्य दुर्लभ प्रकार का विटिलिगो, और एक जिसमें शरीर की 80% से अधिक त्वचा में वर्णक का अभाव होता है।
यह भी पढ़ें:
त्वचा पर काले धब्बे के कारण और घरेलू उपाय – अगर आपके त्वचा पर भी काले धब्बे हैं तो यहां जानिए इनके कारण और घरेलू उपाय।
FAQ – सफेद दाग के बारे में कुछ सवाल जवाब
- सफेद दाग किसकी कमी से होते हैं?
सफेद दाग विटामिन बी12 की कमी की वजह से होते हैं।
- क्या आपको किसी भी उम्र में सफेद दाग की बीमारी हो सकती है?
हां, सफेद दाग की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन आमतौर पर यह 30 की उम्र से पहले ही होता है।
- सफेद दाग को ठीक होने में कितना समय लगता है?
सफेद दाग का कोई इलाज नहीं होता है लेकिन दवाई की मदद से डिस्कलरेशन को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है।
- क्या सफेद दाग छुआछूत की बीमारी है?
सफेद दाग छुआछूत की बीमारी नहीं होती है। यह एक ओटोइम्यून बीमारी है।
- क्या सफेद दाग अनुवांशिक होता है?
चिकित्सकों का कहना है कि सफेद दाग अनुवांशिक बीमारी नहीं होती है।
यह भी पढ़ें:
जानिए तुलसी के फायदे चेहरे के लिए – आप भी जानिए तुलसी के चेहरे के लिए अनेक फायदे।
त्वचा के लिए चिया के बीज के फायदे – यहां जानिए त्वचा के लिए चिया सीड के फायदे।