फिल्म: स्त्री
सितारे: राजकुमार राव, श्रद्धा कपूर, पंकज त्रिपाठी, अपारशक्ति खुराना, अभिषेक बनर्जी
डायरेक्टर: अमर कौशिक
‘अब मर्द को दर्द होगा’, “स्त्री” मूवी इस टैग लाइन पर पूरी तरह से खरी उतरती है। जरा सोचिए, एक ऐसा शहर जहां लड़के सुरक्षित नहीं हैं। एक स्त्री आती है और उन्हें उठा कर ले जाती है और पीछे छोड़ जाती है उनके कपड़े। वैसे तो हॉरर- कॉमेडी फिल्मों से ज्यादा उम्मीद नहीं होती क्योंकि एक साथ डराने और हंसाने के चक्कर में कहीं न कहीं फिल्म की कहानी खो जाती है। मगर “स्त्री” देखते हुए एक ही समय पर आपको डर भी लगेगा और साथ ही हंसी भी आएगी। खास बात यह कि कहानी की पकड़ कहीं भी छूटती सी नहीं लगेगी। “स्त्री” के बारे में ज्यादा जानने के लिए पढ़िए कुछ ऐसी खास बातें जिनके लिए इसे मिस तो बिलकुल नहीं किया जाना चाहिए।
1- फिल्म की कहानी
“स्त्री” की कहानी चंदेरी शहर की है जहां हर घर के बाहर लिखा है, “ओ स्त्री कल आना”। दरअसल, इस शहर में चार दिन के माता पूजन के दौरान स्त्री नाम की चुड़ैल का खौफ छाया रहता है, जो सिर्फ मर्दों को उठा कर ले जाती है। जैसे ही मर्द इसके वश में आते हैं, वैसे ही यह उनको दबोच लेती है। इसके खौफ से मर्द घर के अंदर बंद होकर रहने और साड़ी पहनकर शहर में घूमने को मजबूर हो जाते हैं। आखिर यह स्त्री कौन है और ये सिर्फ पुरुषों को ही अपना निशाना क्यों बनाती है, यह जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी होगी।
2- राजकुमार राव
राजकुमार राव अपने आप में एक बहुत बड़ा कारण हैं, इस फिल्म को देखने के लिए। वो जब भी पर्दे पर आते हैं पूरी लाइमलाइट अपनी तरफ खींच लेते हैं। उनके चेहरे पर डर के भाव इतने रियल हैं जैसे सच में उनके सामने कोई चुड़ैल खड़ी हो। उनकी कॉमेडी टाइमिंग से लेकर चुड़ैल को डांटने तक का अंदाज बहुत ही निराला है। फिल्म में वो एक दर्जी की भूमिका में हैं और उन्होंने हर फिल्म की तरह इस फिल्म में भी अपनी भूमिका के साथ पूरा न्याय किया है।
3- कलाकारों का अभिनय
फिल्म में अपारशक्ति खुराना और अभिषेक बनर्जी जैसे सपोर्टिंग स्टार्स ने लाजवाब एक्टिंग की है। वहीं श्रद्धा कपूर भी आपको निराश नहीं करेंगी। पंकज त्रिपाठी के रूप में सिनेमा जगत को एक ऐसा एक्टर मिला है, जिसे देखते हुए आप कभी भी बोर नहीं हो सकते। कुछ ऐसा ही इस फिल्म में भी देखने को मिला। खासतौर पर फिल्म में पंकज त्रिपाठी की एंट्री को आप बिलकुल मिस नहीं कर सकते, क्योंकि वो काफी डरा देने वाली है। फिल्म में विजय राज सरप्राइज एलिमेंट की तरह हैं।
4- डायलॉग्स
“कभी सुना है कि अम्बानी की लड़की पर चुड़ैल चढ़ गई या टाटा- बिड़ला की लड़की को माता आ गई….” या फिर “जब तक शादी नहीं होती तब तक स्वयंसेवी बनो…” यहां इस जैसे कुछ नहीं बल्कि काफी डायलॉग्स हैं जो आपको फिल्म देखने के बाद भी याद रह जाएंगे। डायरेक्टर अमर कौशिक की फिल्म पर पकड़ इतनी मजबूत है कि वो आपको सीट से हिलने भी नहीं देगी।
इमेज सोर्सः instagram
ये भी पढ़ें
देह व्यापार पर बनी फिल्म “लव सोनिया” में नजर आएंगे राजकुमार राव, देखें ट्रेलर
“ये रिश्ता…..” में फिर होगी कार्तिक और नायरा के प्यार की बारिश, घर वाले बनेंगे प्यार के दुश्मन
अरे, अपना काम छोड़ ये किसका वीडियो बनाने लगीं काजोल और माधुरी दीक्षित, देखें वीडियो
वीडियो: देखिए करणवीर बोहरा की जुड़वां बेटियां जब कई दिन बाद एक दूसरे से मिलीं तो क्या हुआ