सोयाबीन को वेजिटेरियन मीट के रूप में भी जाना जाता है और यह अपने अद्भुत स्वाद और बनावट के साथ एक बोरिंग से खाने के स्वाद को भी बढ़ा सकता है। सोयाबीन पोषण का एक पावरहाउस है और प्लांट बेस्ड प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। सोयाबीन के बारे में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि वे बहुमुखी हैं और सोया आटा, सोया प्रोटीन, टोफू, सोया दूध, सोया सॉस और सोयाबीन तेल जैसे विभिन्न तरीकों से इसका सेवन किया जा सकता है। प्रकृति की अच्छाइयों से भरपूर सोयाबीन में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जिनके पर्याप्त स्वास्थ्य लाभ होते हैं। सिर्फ सोयाबीन ही नहीं सोयाबीन के बीज (soyabean ke beej) भी फायदेमंद होते हैं। हम यहां आपको सोयाबीन के फायदे और नुकसान का बारे में बता रहे हैं। मगर उससे पहले जान लेते हैं कि सोयाबीन क्या है (soybean kya hota hai)।
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सोयाबीन क्या है? – Soybean Kya hota Hai
सोयाबीन पूर्वी एशिया के मूल निवासी हैं, लेकिन आज, वे दुनिया भर के कई देशों में उगाए जाते हैं। यह हमेशा दक्षिण पूर्व एशियाई आहार का एक अनिवार्य हिस्सा रहा है। यहां हजारों वर्षों से इसका सेवन किया जाता रहा है। बाजार में सोया आटा, सोया प्रोटीन, टोफू, सोया दूध, सोया सॉस और सोयाबीन तेल सहित विभिन्न सोया प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं। यह फास्फोरस, फोलेट, मैंगनीज, विटामिन K1 और थायमिन जैसे खनिजों और विटामिनों का भी एक अच्छा स्रोत हैं। सोयाबीन के बीज, soyabean ke beej क्रीम कलर के होते हैं। इसके गुणों को देखते हुए डॉक्टर में इसे आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं। जानिए अशोकारिष्ट के फायदे और नुकसान
सोयाबीन खाने के फायदे – soyabean khane ke fayde
यह एक हाई प्रोटीन वाला भोजन है जो कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। सोयाबीन मेटॉबॉलिज्म में सुधार करता है, हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है, मोटापे को रोकता है, कोलोरेक्टल कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है और मेनोपॉज के प्रभाव को भी कम करता है। ये न सिर्फ बेहतर पाचन करता हैं बल्कि मधुमेह के खतरे को भी कम करता हैं। इतना ही नहीं, सोयाबीन के नियमित सेवन से स्वस्थ और मजबूत हड्डियां और बेहतर सर्कुलेशन हो सकता है। हम आपको यहां सोयाबीन खाने के फायदे (soybean benefits in hindi) के बारे में बता रहे हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद – Soyabean Benefits for Diabetes in Hindi
यह हाई फाइबर और हाई प्रोटीन भोजन आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर सकता है। सोयाबीन शरीर में इंसुलिन रिसेप्टर्स को बढ़ा सकता है। साथ ही इसमें मौजूद लो कार्ब कॉन्टेंट इसे मधुमेह रोगियों के लिए एकदम सही भोजन बनाते हैं। सोयाबीन में आइसोफ्लेवोन्स नामक बायोएक्टिव यौगिक होते हैं। यह मधुमेह और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। इसे अपने आहार में शामिल करने से आपको कोलेस्ट्रॉल कम करने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है
अच्छी नींद के लिए – Soyabean Benefits for Proper Sleep in Hindi
बहुत से लोग नहीं जानते कि सोयाबीन खाने से आपको अच्छी नींद मिल सकती है। यह सोयाबीन के फायदे में से है। सोयाबीन अनिद्रा के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सोयाबीन नींद संबंधी विकारों के साथ-साथ अनिद्रा को कम करने में मदद कर सकता है। चूंकि सोयाबीन में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम होता है, जो आपकी नींद की गुणवत्ता, आराम और अवधि को बढ़ाने से जुड़ा है, इसलिए यह फायदेमंद होगा कि आप इसे अपने दैनिक आहार में सोयाबीन को शामिल करें।
ब्लड सर्कुलेशन करे बेहतर – Benefits of Soyabean for Blood Regulation in Hindi
आयरन और कॉपर दो आवश्यक मिनरल्स हैं, जो सोयाबीन में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये दोनों कॉम्पोनेंट्स लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की उचित मात्रा के साथ, सोयाबीन शरीर के अंगों सहित आवश्यक अंग प्रणालियों को उचित ऑक्सीजन और रक्त प्रवाह प्रदान करने में मदद करता है, जिससे वे कुशलतापूर्वक कार्य कर सकें।
गर्भावस्था में सहायक – Health Benefits of Soyabean for Pregnancy in Hindi
सोयाबीन फोलिक एसिड और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरपूर होता है जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। गर्भवती महिलाओं को सोया आधारित जैविक उत्पादों का सेवन करने के लिए कहा जाता है क्योंकि सोयाबीन में मौजूद फोलिक एसिड शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष की रोकथाम में मदद करता है, स्वस्थ प्रसव के साथ-साथ स्वस्थ बच्चे के लिए भी सोयाबीन खाना अति आवश्यक है।
मजबूत हड्डियों के लिए – Benefits of Soyabean for Strong Muscle in Hindi
सोयाबीन में हाई मिनरल्स और विटामिन होते हैं। सोयाबीन में जिंक, सेलेनियम, कॉपर, मैग्नीशियम और कैल्शियम का प्रभावशाली स्तर हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है। सोया में ये सभी तत्व ऑस्टियोट्रोपिक गतिविधि को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इतना ही नहीं यह हड्डी के उपचार प्रक्रिया को भी तेज करते हैं। सोयाबीन खाने से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं के इलाज के लिए एक दीर्घकालिक समाधान हो सकता है, जो वृद्धावस्था को प्रभावित करने वाली एक सामान्य स्थिति है।
पीरियड में है मददगार – Health benefits of Soyabean for Periods in Hindi
सोयाबीन महिलाओं को होने वाले पीरियड में भी काफी मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद प्लांट एस्ट्रोजेन जैसे तत्व शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन के निर्माण में मदद करते हैं। यह पीरियड की अनियमितता को कम करने और उन्हें नियमित बनाने का काम आते हैं। इतना ही नहीं सोयाबीन को अपने दैनिक आहार में शामिल करने से मेनोपॉज के लक्षणों से भी राहत पाने में मदद मिल सकती है।
दिल के स्वास्थ्य का रखे ख्याल – Use Soyabean for Health Benefit of Heart in Hindi
सोयाबीन अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है। इसके नियमित सेवन से आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो सकता है। यह बदले में, एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। सोयाबीन में आइसोफ्लेवोन्स नामक एक सूक्ष्म पोषक तत्व होता है। ये आइसोफ्लेवोन्स धमनियों में प्लाक के निर्माण से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
वजन घटाने के लिए – Use Soyabean to Reduce Weight in Hindi
सोयाबीन दुनिया भर में एक प्रसिद्ध भोजन क्यों है इसका एक सबसे बड़ा कारण यह है कि यह वजन कम करने में आपकी मदद कर सकता है। सोयाबीन में मौजूद हाई प्रोटीन कॉम्पोनेंट्स पतली मांसपेशियों के विकास में मदद करती हैं और साथ ही, इसमें मौजूद प्रोटीना आपके पेट को भरा हुआ रहने में मदद करता है। इतना ही नहीं सोयाबीन के सेवन से आपको बीच-बीच में कुछ ऊट-पटांग खाने का मन भी नहीं करेगा। इसके अलावा, यह इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे स्वस्थ तरीके से मोटापा कम होता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि सोयाबीन में मोटापा-रोधी प्रभाव होता है।
कोलेस्ट्रॉल करे नियंत्रण – Control your Cholesterol with Soyabean in Hindi
सोयाबीन के फायदे बस यहीं तक सीमित नहीं हैं। सोयाबीन के बीज में पाए जाने वाले आइसोफ्लेवोंस आपके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करते हैं। शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते हैं, अच्छे और खराब। सोयाबीन के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा तो कम होती है लेकिन अच्छे कोलेस्ट्रॉल पर इसका कोई बुरा असर नहीं पड़ता।
अंकुरित सोयाबीन खाने के फायदे – Soyabean Sprout Health Benefits in Hindi
क्या आप जानते हैं सोयाबीन को अंकुरित करके भी खाया जा सकता है। जी हां, अंकुरित सोयाबीन खाने के फायदे भी होते हैं। सोयाबीन को अंकुरित करके खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह हमारे शरीर में आयरन की मात्रा को बढ़ाने के साथ खून को बढ़ाने, पेट की बीमारियों को ठीक करने व वजन बढाने में भी सहायक है।
सोयाबीन और चना खाने के फायदे – Benefit of Eating Soyabean & Chickpeas in Hindi
सोयाबीन और चना खाने के फायदे भी हैरान कर देने वाले हैं। इससे न सिर्फ शारीरिक कमजोरी दूर होती है बल्कि दिमाग को तेज करने और मानसिक रोगों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है। चने में प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, वहीं सोयाबीन भी प्रोटीन की कमी को पूरा करने का काम करता है। यह पेट के कीड़े और बैक्टीरिया को खत्म करने के साथ कब्ज और पेट से संबंधित समस्याओं से छुटकारा भी दिलाता है।
भीगे सोयाबीन खाने के फायदे – Soaked Soyabeans Benefit in Hindi
भीगे सोयाबीन खाने के फायदे भी हैरान कर देने वाले हैं। सोयाबीन में कैल्शियम व ऑयरन होता है। इसमें मौजूद तत्व हड्डी रोगों से ग्रसित मरीजों के लिए भी लाभदायक होते हैं। ये तत्व हड्डी को मजबूत बनाने के साथ अन्य रोगों से लडऩे की प्रतिरोधक क्षमता का विकास करते हैं। वहीं इसमें 20 फीसदी फैट होता है, जिसमें अम्ल अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
सोयाबीन कितना खाना चाहिए – Soyabean Kitna khana Chahiye
अपने दैनिक आहार में सोयाबीन को शामिल करने से आपको स्वस्थ शरीर के साथ-साथ पूरी तरह स्वास्थ्य बने रहने में मदद मिल सकती है। मगर अब सवाल यह उठता है कि आखिर सोयाबीन कितना खाना चाहिए। एक दिन में दो बार से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप पुरुष हैं और फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो सोयाबीन और इसके प्राडक्ट रोजाना खाने से बचें। इसके अलावा आपकी उम्र क्या है, आपकी लाइफ स्टाइल क्या है और क्या आप बॉडी बिल्डिंग करते हैं। इस तरह के सवाल भी यह तय करते हैं कि आपको सोयाबीन कितना खाना चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपकी उम्र 26 से ऊपर है तो आपको सोयाबीन का सेवन थोड़ा लिमिट में करना चाहिए।
सोयाबीन खाने के नुकसान – Soyabean ke Nuksan
सोया का सेवन आमतौर पर खाद्य पदार्थों में किया जाता है। सोया कुछ हल्के पेट और आंतों के दुष्प्रभाव जैसे कब्ज, सूजन और मतली पैदा कर सकता है। यह कुछ लोगों में दाने, खुजली और सांस लेने में समस्या सहित एलर्जी का कारण भी बन सकता है। अगर पुरुष अधिक मात्रा में सोयाबीन या सोया दूध का सेवन करते हैं तो कभी-कभी उनमें हार्मोनल असंतुलन भी विकसित हो सकता है। पुरुषों में, इससे बांझपन, यौन रोग, शुक्राणुओं की संख्या कम हो सकती है और यहां तक कि कुछ कैंसर की संभावना भी बढ़ सकती है। इसके अलावा सोयाबीन में कुछ एंटी-थायरॉइड यौगिक भी होते हैं, जो थायरॉयड ग्रंथि की गतिविधि को बाधित कर सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप घेंघा हो सकता है, साथ ही शरीर में सामान्य हार्मोनल गतिविधि में रुकावट भी हो सकती है।
सोयाबीन के फायदे को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s
सवाल- सोयाबीन भिगोकर खाने से क्या फायदा है?
जवाब- सोयाबीन भिगोकर खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और दिल की बीमारी का खतरा भी कम रहता है।
सवाल- सोयाबीन को कैसे खाना चाहिए?
जवाब- सोयाबीन को कई तरह से खाया जा सकता है। आप चाहें तो इसे सब्जी के रूप में का सकते हैं। इसके अलावा स्नैक्स के रूप में भी यह खाया जा सकता है।
सवाल- 50 ग्राम सोयाबीन में कितना प्रोटीन होता है?
जवाब- 50 ग्राम सोयाबीन में 18.25 ग्राम प्रोटीन होता है।
सवाल- एक दिन में कितना सोयाबीन खाना चाहिए?
जवाब- एक दिन में दो बार से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
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