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फिल्म ‘रेड’ का रिव्यू : ईमानदार ऑफिसर की सच्ची कहानी है अजय देवगन की ‘रेड’

फिल्म ‘रेड’ का रिव्यू : ईमानदार ऑफिसर की सच्ची कहानी है अजय देवगन की ‘रेड’

‘सिंघम’ और ‘गंगाजल’ जैसी बॉलीवुड फिल्मों में ईमानदार ऑफिसर का किरदार निभा चुके अजय देवगन फिल्म ‘रेड’ में फिर से उसी अवतार में नज़र आए हैं। फिल्म देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि अजय देवगन इस किस्म के रोल के साथ पूरा न्याय कर पाने में सक्षम रहते हैं। पढ़ें फिल्म रेड का रिव्यू।

हीरो को मिली एक नई टैगलाइन

फिल्म रेड की टैगलाइन है – हीरो हमेशा यूनिफॉर्म में नहीं आते। बॉलीवुड में पुलिस ऑफिसर्स पर तो अभी तक कई फिल्में बन चुकी हैं। उनमें हीरो पुलिस की वर्दी में अकेला ही गुंडों का सफाया करता हुआ दिख जाता है। यह फिल्म उन फिल्मों से ज़रा हटकर है। इसमें अजय देवगन को बिना किसी मारधाड़ के इनकम टैक्स रेड ऑपरेशन में 420 करोड़ की संपत्ति जब्त करते हुए दिखाया गया है। जानकारी के मुताबिक, फिल्म ‘रेड’ इनकम टैक्स रेड पर बनी दुनिया की पहली फिल्म है। यह एक हाई प्रोफाइल केस पर आधारित सच्ची कहानी है, जिसे अजय देवगन, सौरभ शुक्ला, इलियाना डिक्रूज और सानंद वर्मा जैसे मंझे हुए कलाकारों ने बड़े पर्दे पर उतारा है।

सधी हुई है कहानी

फिल्म रेड में अजय देवगन ने ईमानदार इनकम टैक्स ऑफिसर अमय पटनायक का किरदार निभाया है। फिल्म की शुरूआत होती है अमय के 49 वें ट्रांसफर से। ट्रांसफर के बाद जब वह लखनऊ शिफ्ट होता है तो उसे एक पार्टी में बुलाया जाता है, जहां पहले ही सीन में यह स्पष्ट हो जाता है कि अमय पटनायक रूल्स से कभी समझौता नहीं करता। उसे जानकारी मिलती है कि लखनऊ के एक बहुत बड़े व प्रभावशाली सांसद रामेश्वर सिंह उर्फ राजाजी ( सौरभ शुक्ला ) के पास 420 करोड़ की संपत्ति है, जिसका ब्योरा इनकम टैक्स विभाग के पास नहीं है। काफी रिसर्च के बाद वह अपनी टीम को इस रेड के लिए तैयार करता है। वह जहां भी डगमगाता है तो उसकी बीवी मालिनी ( इलियाना डिक्रूज ) उसे हिम्मत देती है। इस संदर्भ में फिल्म का एक डायलॉग बहुत सटीक है – भारत में ऑफिसर्स से ज्यादा उनकी बीवियों का हिम्मती होना ज़रूरी है।

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घर का भेदी लंका ढाए

रामेश्वर सिंह के घर में रेड पड़ने के बाद फिल्म में कई जगह रामायण व रावण का ज़िक्र आता है। दरअसल, पूरी फिल्म का सस्पेंस इसी पर है कि रामेश्वर सिंह के घर के ही किसी व्यक्ति ने इतनी बड़ी जानकारी लीक की होती है। फिल्म के कई सीन और डायलॉग ऐसे हैं कि गंभीर पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में भी आपके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाएगी। कुछ सीन इतने दमदार हैं कि हॉल में मौजूद दर्शक खुद को तालियां बजाने से रोक नहीं पाए। इस फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि किस तरह से रेड को रोकने के लिए विभागीय अफसर, सांसद व कई बड़े नेता अमय पटनायक पर जोर डालते हैं। रेड कामयाब हो जाने के बाद जेल जाने पर रामेश्वर सिंह पागलों की तरह घर के उस विभीषण को जानने की कोशिश करता है। हां, इस रेड के बाद अमय का 50 वां ट्रांसफर भी हो जाता है।

इस रेड की असल कहानी

फिल्म ‘रेड’ 1981 में लखनऊ में पड़े एक हाई प्रोफाइल छापे की सच्ची घटना पर आधारित है। इस केस में इनकम टैक्स कमिश्नर शारदा प्रसाद पांडे ने मशहूर उद्योगपति सरकार इंदर सिंह के यहां रेड मारी थी। इस रेड की खबरें लंबे समय तक अखबारों में छाई रही थीं। इस रेड में 420 करोड़ के गहने, प्रॉपर्टी और कैश बरामद हुआ था। 18 घंटे तक चली इस रेड में 45 लोग तो सिर्फ नोट गिनने के लिए ही लगाए गए थे। इस रेड की सबसे खास बात थी कि तमाम दबावों के बावजूद भी शारदा पांडे झुके नहीं थे और अंत में उन्हें हर किसी का सपोर्ट भी हासिल हो गया था।

क्यों देखें यह फिल्म

  1. डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता की कसी हुई एडिटिंग, जिससे फिल्म 2 घंटे 8 मिनट में ही खत्म हो जाती है।
  2. अजय देवगन की मज़बूत एक्टिंग और संवाद शैली।
  3. सौरभ शुक्ला का प्रभावशाली अभिनय।
  4. इलियाना डिक्रूज का हिम्मती बीवी वाला किरदार।
  5. इसकी पटकथा रितेश शाह ने लिखी है, जो इससे पहले ‘पिंक’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी फिल्मों की कहानी लिख चुके हैं।

इस वीकेंड अगर कुछ रोमांचक देखना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए है!

15 Mar 2018

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