एक समय था जब बच्चों को साफ करने के लिए गीले कपड़े का इस्तेमाल किया जाता था। आज बच्चे की साफ-सफाई के लिए वाइप्स का चलन चल पड़ा है। ये शिशु की नाजुक त्वचा को साफ रखने के साथ हाइजीन को मेंटेन करने के लिए बेहद उपयोगी माने जाते हैं। परंतु, बच्चे के लिए वाइप्स (Best Baby Wipes in Hindi) का चुनाव करने से पहले पेरेंट्स को कुछ बातों के बारे में मालूम होना चाहिए। लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे।
बच्चों के लिए किस प्रकार के बेबी वाइप्स लेने चाहिए व इन्हें खरीदते समय पेरेंट्स को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, नीचे क्रमानुसार इससे जुड़ी जानकारी साझा कर रहे हैं।
बाजार में कई तरह के वाइप्स (baby wipes) उपलब्ध है। पेरेंट्स को समझना होगा कि हर तरह के वाइप्स बच्चे के लिए सेफ नहीं है। उन्हें शिशु के लिए बनाए गए वाइप्स का चुनाव करना होगा। क्योंकि उसमें सौम्य इंग्रीडिएंट्स होंगे, जिनका इस्तेमाल शिशु की नाजुक त्वचा को ध्यान में रखते हुए किया गया होगा। इसलिए, शिशु के लिए किसी भी वाइप्स का प्रयोग करने से बचें।
यह तो आप जान ही चुके हैं कि शिशुओं के लिए बेबी सेफ वाइप्स लेनी चाहिए। अब इनके इंग्रीडिएंट्स की बात करते हैं। बेबी वाइप्स हमेशा नेचुरल और सॉफ्ट होने चाहिए। क्योंकि बाजार में कई ब्रांड की बेबी वाइप्स मौजूद हैं, तो पेरेंट्स का कंफ्यूज होना लाजमी है। ऐसे में हमेशा प्लांड बेस्ड मेटिरियल से बनी बेबी वाइप्स का चुनाव करें।
आप ‘द मॉम्स को’ की नेचुरल बेबी वाइप्स भी खरीद सकते हैं, यह पूरी तरह बेबी सेफ प्रोडक्ट है। इसमें एलोवेरा, कैलेंड्यूला एक्स्ट्रैक्ट, एलैनटोइन के साथ विटामिन-ई का इस्तेमाल किया गया है। ये सभी पदार्थ शिशु की त्वचा को मॉइश्चराइज कर ड्राइनेस और इरिटेशन से बचाते हैं। कंपनी का दावा है कि इसे 99 प्रतिशत पानी और प्लांड बेस्ड मेटिरियल से तैयार किया गया है।
बेबी वाइप्स के बाद बेबी पाउडर लगाया जाता है। इसके लिए नैचुरल टैल्क फ्री बेबी पाउडर का चयन कर सकती हैं।
बाजार में कई बेबी वाइप्स ऐसी मिलती हैं जिसमें खुशबू व अन्य कई तत्व शामिल होते हैं। इस तरह की बेबी वाइप्स शिशु के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इससे शिशु की नाजुक त्वचा को इरिटेशन व त्वचा संबंधित अन्य समस्या हो सकती है। हमेशा 99% वाटर बेस्ड (अनसेंटेड) ऑर्गेनिक बेबी वाइप्स का चयन करें। अच्छे और सुरक्षित बेबी वाइप्स की तलाश कर रही हैं, तो ‘द मॉम्स को’ द्वारा तैयार की गई बेबी वाइप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।
जैसा कि हम जानते हैं कि बच्चों की त्वचा बेहद नाजुक और संवेदनशील होती है। इस वजह से उनके प्रोडक्ट्स लेते समय पेरेंट्स को हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखने की जरूरत होती है। एक जरूरी बात जिसका बेबी वाइप्स खरीदते वक्त हर पेरेंट को खास ख्याल रखना है वो यह कि बेबी वाइप्स डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा टेस्टेड जरूर होनी चाहिए।
बाजार में मौजूद कई बेबी वाइप्स कुछ ऐसे रसायन व पॉलीमर्स होते हैं, जो शिशु के साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह के बेबी वाइप्स को पूरी तरह नष्य होने में सालों लग जाते हैं। शिशु के लिए हमेशा प्लांट बेस्ड मेटेरियल से बने वाइप्स चुनें। ये बायोडिग्रेडेबल होने के साथ सॉफ्ट होते हैं। साथ ही पर्यावरण को किसी तरह की हानि नहीं पहुंचाते हैं।
अगर बच्चे को डायपर रैशेज हुए हैं, तो शिशु का डायपर बदलते वक्त प्राइवेट पार्ट के आस-पास वाटर वाइप्स से क्लीन करें। इसके बाद डायपर रैशेज क्रीम लगाएं और फिर डायपर पहनाएं।
शिशु के लिए वाइप्स खरीदते समय इंग्रीडिएंट्स में गौर करें। इसमें एल्कोहॉल, पैराबीन्स, टॉक्सिन्स आदि का इस्तेमाल नहीं किया गया हो, तभी इसका चुनाव करें।
तो ये थी कुछ वो बातें जिनका पेरेंट्स को बेबी वाइप्स खरीदते समय ख्याल रखना चाहिए। आशा करते हैं लेख में दी गई जानकारी आपके बहुत काम आएगी। तो अगली दफा बच्चे के लिए वाइप्स लेख में दिए गए सभी बिंदुओं पर आंकलन करने के बाद ही खरीदें।
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