सेहत और ब्यूटी के लिए मछली खाने की सलाह तो हमेशा से दी जाती रही है, लेकिन बहुत कम लोग ये जानते हैं कि मछली का तेल (fish oil capsules benefits in hindi) इतना गुणकारी होता है कि उसे कैप्सूल के रूप में दिया जाता है। फिश ऑयल कैप्सूल के फायदे और नुकसान से लेकर फिश ऑयल कैप्सूल कब खाना चाहिए और मछली का तेल किस काम आता है जैसी जानकारी हम यहां आपके लिए लेकर आएं हैं।
Table of Contents
क्या होता है मछली का तेल
मछली का तेल मछली के टिशू या ऊतकों से निकाला गया फैट होता है। इसे ज्यादातर ऑयली फिश से निकाला जाता है जैसे हेरिंग, टूना, मैकरेल आदि। कभी-कभी इस ऑयल को सामान्य मछली के लिवर से भी निकाला जाता है और इसे कॉड लिवर आयल कहा जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) के अनुसार हर व्यक्ति को सप्ताह में 1 से 2 पोर्शन मछली के खाने चाहिए। ऐसा इसलिए कि मछली में मौजूद आमेगा 3 फैटी एसि़ड शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है और कई तरह की बीमारियों से बचाव भी करता है।
मछली के तेल का न्यूट्रिशनल वैल्यू
मछली के तेल का 30 प्रतिशत ओमेगा 3 फैटी एसिड्स से बना होता है। बचे हुए 70 प्रतिशत में दूसरे तेल होते हैं। इसके अलावा फिश ऑयल में कुछ विटामिन ए और विटामिन डी भी होते हैं। साथ ही ये भी नोट करना चाहिए कि मछली के तेल से मिलने वाले ओमेगा-3 पौधों से मिलने वाले ओमेगा 3 से ज्यादा उपयोगी होते हैं क्योंकि उनसे सेहत को ज्यादा फायदे मिलते हैं।
1 टीस्पून या 4.5 ग्राम मछली के तेल में 41 कैलोरी होता है। इसके अलावा इनमें 1 ग्राम सैचुरेटेड फैट और 26 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल भी होता है। इसके अलावा इसमें 1350.00 एमसीजी विटामिन ए और 11.25 एमसीजी विटामिन डी भी होता है। मछली खाने से क्या होता है
जानें क्या क्या हैं मछली के तेल के फायदे
सेहत ही नहीं मछली के तेल के फायदे स्किन और बालों के लिए भी होते हैं।
1. हार्ट के लिए हेल्दी
2. मेंटल हेल्थ
3. आंखों के लिए
4. प्रेगनेंसी के लिए
5.हड्डी के लिए
6. गठिया का दर्द
7. एंग्जाइटी और डिप्रेशन
8. रिप्रोडक्टिव हेल्थ ( प्रजनन क्षमता)
9. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण
10. कैंसर
11. वेट लॉस
12. इम्युनिटी में सुधार
13. किडनी के लिए
14. सेहतमंद स्किन
15. खूबसूरत बाल
1. हार्ट के लिए हेल्दी
शोध में ये बात सामने आई है कि जो लोग बहुत मछली खाते हैं उनमें हृदय से जुड़ी बीमारियां कम दिखती हैं। मछली का तेल खाने से दिल से जुड़ी कई बीमारियों में कई तरह से फायदा पहुंच सकता है जैसे-
1. ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एच डी एल को बढ़ाता है और बैड कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल को घटाता है।
2. ये ट्राईग्लिसराइड्स के स्तर को 15 से 30 प्रतिशत घटा सकता है।
3. ये आर्टरी के ऊपर प्लाक जमने नहीं देता है और उन्हें हार्ड होने से बचाता है।
2. मेंटल हेल्थ
इंसान का दिमाग लगभग 60 प्रतिशत फैट से बना है और इसमें अधिकतर ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं। इसलिए ओमेगा 3 को ब्रेन के सामान्य काम करने के लिए बहुत अनिवार्य माना गया है।
कुछ शोध ये भी बता चुके हैं कि जिन लोगों में मेंटल डिसॉर्डर देखा गया है उनमें ओमेगा 3 का स्तर कम पाया गया है। इसके अलावा कई शोध में ये भी पाया गया है कि ओमेगा 3 कई मानसिक बीमारियों की शुरूआत या लक्षण को कम करने में सहायक पाया गया है। सिजोफ्रेनिया और बाइपोलर डिसॉर्डर में भी मछली के तेल को उपयोगी पाया गया है।
3. आंखों के लिए
मछली खाना आंखों के हेल्थ के लिए हमेशा से फायदेमंद माना गया है क्योंकि आंखों को भी दिमाग की तरह ओमेगा 3 की जरूरत होती है। मछली के तेल के सेवन से भी ओमेगी 3 शरीर को मिलता है और इसलिए इसे आंखों के लिए उपयोगी माना जाता है, लेकिन इस दिशा में अभी और शोध की जरूरत है।
4. प्रेगनेंसी के लिए
ओमेगा 3 की जरूरत शुरुआती विकास के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। इसलिए प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दिनों में ओमेगा 3 का सेवन जरूर करना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान फिश ऑयल कैप्सूल खाने से शिशु के ब्रेन के विकास के साथ आंखों के विकास में भी मदद मिलती है।
5.हड्डी के लिए
शरीर में ओमेगा 3 के अच्छे स्तर को बोन हेल्थ के लिए भी अच्छा माना जाता है। मछली के तेल को हड्डियों के घनत्व यानि डेंसिटी को बढ़ाने में उपयोगी पाया गया है। ओमेगा 3 हड्डी के आसपास के टिशू में मौजूद मिनरल्स को कंट्रोल करता है और हड्डियों की मजबूती को बनाए रखता है।
6. गठिया का दर्द
फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा 3 में ईपीए (इकोसैपेंटिनॉइक एसिड) और डीएचए ( डोकोसाहेक्सिनॉइक एसिड ) नामक ओमेगा 3 अधिक होते हैं और ये सेहत के लिए ज्यादा गुणकारी होते हैं। मछली के तेल का एंटीइंफ्लेमेटरी गुण और ईपीए ओमेगा 3 गठिया में फायदेमंद पाया गया है। ये जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है। मछली का तेल शरीर में मौजूद प्रोटीन समूह साइटाकिन्स को कम करत है और ये ही गठिया या जोड़ों के दर्द का कारण बनती हैं।
7. एंग्जाइटी और डिप्रेशन
ओमेगा 3 मूड को सही करने और माइंड को रिलैक्स करने में भी मदद करता है। इसी वजह से इसे एंग्जाइटी और डिप्रेशन को कम करने के लिए यूजफुल पाया गया है।
8. रिप्रोडक्टिव हेल्थ ( प्रजनन क्षमता)
मछली का तेल पुरुष और महिलाओं दोनों के हार्मोन के स्तर को सुधारता है और इसकी वजह से प्रजनन क्षमता बढ़ती है। कई शोध में ये बात सामने आई है कि पुरुषों में भी मछली के तेल का सेवन से स्पर्म काउंट बढ़ता है और उनके हार्मोन का स्तर गड़बड़ होने से बचता है।
9. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण
इंफेक्शन और चोट से लड़ने के लिए शरीर सूजन का रास्ता खोजता है। ओबेसिटी, डायबिटीज, डिप्रेशन जैसी बीमारी में शरीर में क्रॉनिक सूजन दिखता है और मछली के तेल के सेवन से सूजन नियंत्रण में रहता है और धीरे-धीरे कम भी होता है।
मछली के तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और इसी वजह से ये अर्थराइटिस में भी मददगार साबित होते हैं।
10. कैंसर
ओमेगा 3 की अधिकता की वजह से मछली के तेल के सेवन से शरीर में स्वस्थ और नॉर्मल सेल्स का विकास होता है, इसलिए इसे कैंसर से बचाव व रोकथाम में उपयोगी पाया गया है। ये ब्रेस्ट, कोलन और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में खासतौर से उपयोगी है।
11. वेट लॉस
एक शोध में ये बात सामने आई है कि 6 ग्राम मछली के तेल का रोजाना सेवन शरीर से अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद ईपीए और डीएचए शरीर को सही शेप में रहने में मदद करते हैं। मोटापा घटाने का तरीका तो बहुत है, लेकिन अगर आप मछली के तेल को रेगुलर खाते हैं तो ये सेहत को सुधारने के साथ मोटापा घटाने में मदद करता है।
12. इम्युनिटी में सुधार
ओमेगा 3 को हमेशा से इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए जाना गया है। द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकेमिस्ट्री में छपे शोध के अनुसार फिश ऑयल में मौजूद डीएचए इम्युनिटी सिस्टम को सुधारने के लिए जाना जाता है। इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय में मछली के तेल के सेवन को शामिल किया जा सकता है।
13. किडनी के लिए
फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड किडनी की बीमारियों में राहत देने और लक्षण को कम करने में सहायक माना जाता है। जो लोग किडनी में बढ़े हुए क्रिएटिनिन कम करने के उपाय ढूंढते हैं उन्हें बता दें शोध में ये बात सामने आई है कि नियमित फिश ऑयल के सेवन से किडनी हेल्थ को सुधार सकते हैं और इससे धीरे-धीरे क्रिएटिनिन का स्तर भी घटता है। हाई क्रिएटिनिन लेवल आमतौर पर अनुचित किडनी फंक्शन या किसी अंदरूनी बीमारी के परिणामस्वरूप होता है।
14. सेहतमंद स्किन
स्किन हेल्थ के लिए मछली का तेल बहुत उपयोगी होता है। फिश ऑयल का एंटी इंफ्लेमेटरी गुण स्किन को इंफेक्शन से राहत देते हैं। फिश ऑयल में मौजूद ईपीए और डीएचए भी स्किन हेल्थ को मेंटेन करते हैं और स्किन को धूप से होने वाले नुकसान से भी राहत देते हैं। ओमेगा 3 स्किन को हाइड्रेट करके स्किन के बैरियर को सपोर्ट करते हैं ताकि स्किन से वॉटर लॉस न हो। फिश ऑयल खाने से स्किन पर एजिंग के साइन्स भी आसानी से नहीं उभरते और ये चमकदार त्वचा के उपायों में भी शामिल है।
15. खूबसूरत बाल
मछली के तेल के नियमित सेवन से बाल हेल्दी और मजबूत बने रहते हैं इसलिए इनका इस्तेमाल बाल बढ़ाने के तरीकों में शामिल है। मछली का तेल हेल्दी फैट है जो स्कैल्प को अंदर से नरिश और हाइड्रेट करता है और इसके परिणाम स्वरूप बाल कम गिरते हैं और बाल का ग्रोथ भी बढ़ता है।
कब, कैसे, कितना खाएं (फिश ऑयल कैप्सूल कब, कैसे, कितना खाना चाहिए )
अगर आप हर सप्ताह ऑयली मछली के 1 से 2 सर्विंग नहीं खाते हैं तो आप फिश ऑयल कैप्सूल को सप्लीमेंट के रूप में खा सकते हैं। इसका स्वाद और सुगंध इतनी तेज होती है कि इसे कैप्सूल के रूप में खाना सबसे अच्छा रहता है।
जो लोग इसके स्मेल को बर्दाश्त कर लेते हैं वो इसे अत्यधिक ड्राई स्किन पर किसी और तेल के साथ मिलाकर लगा सकते हैं।
फिश ऑयल कैप्सूल को खाना के साथ खाने से ओमेगा 3 फैटी एसिड का शरीर में अब्जॉर्बशन अच्छा होता है और साथ ही इससे इसके साइड इफेक्ट्स जैसे एसिड रिफलक्स आदि से। फिश ऑयल खाने के लिए सबसे जरूरी जो बात फॉलो करना है वो है नियमितता क्योंकि फिश ऑयल कैप्सूल के फायदे तुरंत न दिखकर लंबे समय के बाद दिखते हैं।
क्योंकि इस बारे में बहुत सटीक जानकारी नहीं है कि शरीर में ईपीए और डीएचए का स्तर प्रतिदिन 3 ग्राम होना चाहिए या 4 ग्राम, इसका सेवन शरीर की जरूरत को देखते हुए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद करना ही सबसे उचित होगा।
मछली के तेल खाने के नुकसान में मुंह में दुर्गंध, उबकाई आना, सिरदर्द, सीने में जलन, डायरिया और पसीने की बदबू शामिल है।
बेशक फिश ऑयल कैप्सूल के फायदे और नुकसान दोनों ही हैं, लेकिन फिर भी ये कहना बिलकुल गलत नहीं होगा कि फिश आयल कैप्सूल्स बेनिफिट्स (fish oil benefits in hindi) की तुलना जब फिश ऑयल कैप्सूल के नुकसान से की जाती है तो ये सेहत, स्किन और बाल तीनों के लिए कहीं ज्यादा उपयोगी लगते हैं। बस, इन्हें खद से खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
ये भी पढ़े-
रोहू मछली खाने के फायदे – रोहू मछली स्वाद में लाजवाब होने के साथ पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर है।