नॉन वेज खाने वालों के लिए मछली एक स्वादिष्ट सुपरफूड की तरह है। मछली खाने के फायदे (machli khane ke fayde) इतने अधिक हैं कि जिन घरों में नॉनवेज खाया जाता है वहां बड़े बच्चों को भी मछली खाने के लिए जरूर प्रोत्साहित करते हैं। अगर आप भी ये सोचते हैं कि मछली खाने से क्या होता है, तो इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि कैसे फिश खाने के फायदे बहुत अधिक हैं। अगर आप किसी कारण से मछली नहीं खाते हैं तो आपको अपने डाइट में मछली का तेल (Fish Oil Benefits In Hindi) शामिल करना चाहिए। पोषक तत्वों और फैटी एसिड से प्रचूर लो फैट मछली अगर आप नहीं खा पाते हैं तो आप मछली के तेल के फायदे (Fish Oil Capsules Benefits In Hindi) जरूर उठाएं।
Table of Contents
Fish Nutrition in Hindi | मछली में पाए जाने वाले पोषक तत्व
मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड की अधिकता होती है। साथ ही इसमें कई तरह के विटामिन्स मौजूद होते हैं जैसे विटामिन डी और बी2 (राइबोफ्लेविन)। इसके साथ ही मछली में प्रचूर मात्रा में आयरन, जिंक, आयोडिन, मैग्नीशियम और पोटैशियम मौजूद होता है। मछली में फैट की मात्रा कम होती है और साथ ही इसमें हाई क्वालिटी प्रोटीन, आयोडीन बहुत अधिक होता है। विशेषज्ञ सप्ताह में कम से कम दो बार मछली खाने की सलाह देते हैं। ये भी बता दें कि ऐसी मछलियां जो फैटी होती हैं जैसे Tuna Fish In Hindi, सालमन, ट्राउट, मैकरेल, सारडाइन्स आदि में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा विशेष रूप से अधिक होती है।
Machhali Khane ke Fayde | मछली खाने के फायदे
1. दिमाग के लिए
2. आंखों के लिए
3. कैंसर से बचाव
4. बाल के लिए
5. ब्लड प्रेशर के लिए
6. एंटी एजिंग इफेक्ट
7. अवसाद कम करने के लिए
8. दिल के दौरे से बचाव
9. मजबूत हड्डियों के लिए
10. अच्छी नींद
11. अस्थमा से बचाव
1. दिमाग के लिए
मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड व अन्य पोषक तत्व दिमाग को तेज करने में मदद करते हैं। नियमित मछली खाने से मेमोरी पॉवर बढ़ती है और मछली में मौजूद प्रोटीन दिमाग में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद भी करता है।
कई शोध में ये सिद्ध हो चुका है कि जो लोग बहुत मछली खाते हैं उनका दिमाग उम्र के साथ तेजी से शिथिल नहीं होता है।
2. आंखों के लिए
आंखों की रोशनी को दुरुस्त रखने के लिए मछली खाना अच्छा विकल्प है। मछली का सेवन शरीर में ओमेगा 3 की कमी नहीं होने देता है और ये आंखों के हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है।
3. कैंसर से बचाव
ओमेगा 3 फैटी एसिड को कैंसर से बचाव के लिए भी अच्छा माना गया है और मछली में इसकी अधिकता होती है। इसलिए विशेषज्ञ कैंसर से बचाव के लिए मछली खाने की सलाह देते हैं। महिलाओं के लिए विशेष रूप से मछली खाना फायदेमंद है क्योंकि ये ब्रेस्ट कैंसर से भी बचाव करने में सक्षम है।
4. बाल के लिए
मछली में मौजूद पोषक तत्वों की अधिकता ही इसे बाल के लिए बहुत अच्छा फूड बना देता है। अगर आप काले, घने और मोटे बाल चाहती हैं तो मछली खाना शुरू करें। मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड बाल का ग्रोथ बढ़ाता है। इसके लिए फैटी मछली खाना ज्यादा फायदेमंद है।
5. ब्लड प्रेशर के
कई शोध में ये बात सामने आ चुकी है कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मछली का सेवन फायदेमंद होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
6. एंटी एजिंग इफेक्ट
मछली खाना सेहत के लिए जितना फायदेमंद होता है उतना ही अच्छा ये स्किन हेल्थ के लिए भी है। इसे खाने से स्किन में जल्दी एजिंग का प्रभाव जैसे झुर्रियां, महीन रेखाएं आदि जल्दी नहीं उभरती हैं।
7. अवसाद कम करने के लिए
ऑयली मछलियों में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन के निर्माण को बढ़ाता है। ये हार्मोन मूड को सही करने और अच्छी नींद लाने में मदद करता है। जो लोग बहुत स्ट्रेस, तनाव आदि महसूस करते हैं, उन्हें अपने डाइट में मछली जरूर शामिल करना चाहिए।
8. दिल के दौरे से बचाव
ओमेगा 3 फैटी एसिड एक तरह के अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं जो पूरी बॉडी की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। शरीर में किसी भी तरह का सूजन ब्लड वेसेल को डैमेज करता है और इसके परिणाम में हार्ट हेल्थ या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ हमेशा से ओमेगा 3 फैटी एसिड से हार्ट हेल्थ को बनाए रखने के लिए सप्ताह में दो बार मछली खाने की सलाह देते रहे हैं।
9. हड्डियों के लिए
फैटी मछलियों को हड्डियों के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड के साथ-साथ विटामिन डी भी होता है जो शरीर में कैल्शियम के अब्जॉर्बशन के लिए जरूरी होता है।
10. अच्छी नींद
फिश में विटामिन बी6 की अधिकता होती है जो कि शरीर में अच्छी नींद के लिए काम करने वाले हार्मोन को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है।
11. अस्थमा के लिए
मछली खाना अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अलसी के अलावा सैल्मन, टूना और सार्डीन जैसी मछलियों में मौजूद फैटी एसिड अस्थमा से राहत देता है, लेकिन अभी इस दिशा में और शोध होना बचा है।
Pyasi Fish Khane ke Fayde | प्यासी मछली खाने के फायदे
प्यासी मछली एक तरह की कैट फिश है जिसे पंगेशियस या पंगास भी कहा जाता है। ये मछली देशी और विदेशी मार्केट में तेजी से बिकती है।
मूल रूप से वियतनाम और थाइलैंड में होने वाली प्यासी मछली को पालन बहुत आसान है क्योंकि इसकी वृद्धि दर अधिक है और इसे घनत्व में रहने से परेशानी नहीं होती है। ये कम ऑक्सीजन वाले पानी में भी जिंदा रहती है।
इस मछली की लोकप्रियता बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ये है कि इसमें दस तरह के अमीनो एसिड होते हैं जो कि व्यक्ति के शरीर में पहुंचने पर कुपोषण की समस्या खत्म करते हैं। प्यासी मछली की ही तरह तिलापिया मछली (Tilapia Fish In Hindi) भी देसी और विदेशी बाजार में खूब पसंद किया जाता है।
बासा मछली खाने के फायदे
बासा मछली भी प्यासी मछली की तरह कैट फिश के परिवार से होती है। बासा मछली का साइंटिफिक नाम है पंगासियस बोकोर्टी (Pangasius bocourti)। इस मछली के दूसरे नामों में रिवर कॉब्लर, वियतनामी कॉब्लर, पंगेसियस और स्वाई शामिल है। वैसे इसे ज्यादातर बासा या बोकोर्टी के नाम से ही पहचाना जाता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छी है बासा मछली
बासा मछली के बारे में कम ही लोग जानते हैं कि ये मछली हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इस मछली में दूसरी मछलियों की तरह हाई क्वालिटी प्रोटीन तो होता ही है, साथ ही इसमें कैलोरी बहुत कम होती है जो कि इसे वेट लॉस वालों के लिए और हॉदय के लिए बहुत लाभकारी बनाते हैं। कई शोध में ये बात सिद्ध हो चुकी है कि बासा मछली से हृदय का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। दरअसल बासा मछली के सेवन से शरीर का कॉलेस्ट्रोल लेवल सही रहता है और हार्ट के ब्लॉकेज जैसी समस्या से बचाव होता है।
बासा मछली खाने से दूसरी मछलियों के सेवन की तरह दिमाग एक्टिव रहता है। इस मछली के सेवन से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है।
Machli Kab Khana Chahiye | मछली खाने का सही समय
मछली खाने का कोई निर्धारित समय नहीं है और आप इसे सुबह नास्ते से लेकर रात के डिनर तक किसी भी समय खा सकते हैं। हालांकि मछली में मौजूद सभी पोषक तत्वों को शरीर अच्छी तरह अब्जॉर्ब कर सके इसके लिए सलाह दी जाती है कि मछली को उस वक्त खाएं जब आप दिन का सबसे भारी भोजन कर रहे हों। इससे मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड दूसरी चीजों के फैट के साथ आसानी से शरीर में अब्जॉर्ब हो जाता है।
लेकिन क्योंकि मछली में मरकरी होने की संभावना होती है तो दिन में इसे कई बार न खाएं। मछली को लोग सावन के महीने में भी नहीं खाते हैं क्योंकि इस समय ज्यादातर मछलियों का गर्भकाल होता है। ऐसे कहा जाता है कि इस समय मछली में हमेशा के मुकाबले कम स्वाद होता है। दूसरा इसी मौसम में कई नदियों में बाढ़ आता है और मछली खाने से कई तरह के संक्रमण का डर बना रहता है।
दूध के साथ मच्छी खाने से क्या होता है, अगर आपके मन में भी ये सवाल है तो बता दें कि मछली और दूध, दोनों ही चीजें अलग अलग प्रवृत्ति के होते हैं और अछली के तुरंत बाद दूध पीने से उल्टी अपच, गैस इत्यादि हो सकते हैं। दूध पीने के बाद कुछ घंटे रुककर ही दूध पीएं।
साल्मन और टूना मछली को फैटी मछली की श्रेणी में रखा जाता है, जबकि कॉड और कैटफिश को लीन मछलियों की श्रेणी में रखा जाता है।
Machli Khane ke Nuksan | मछली खाने के नुकसान
मछली खाने के फायदों के सामने मछली खाने के नुकसान काफी कम हैं, लेकिन इनकी जानकारी होनी ही चाहिए। ऐसे तो सभी मछलियों में मरकरी की कुछ मात्रा होती ही है, लेकिन समुद्री मछलियों में मरकरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। नियमित या रोजाना मछली खाने से शरीर में धीरे-धीरे मरकरी का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए सप्ताह में दो सर्विंग तक ही मछली खाने फायदेमंद है। मछलियों की कुछ प्रजातियां जैसे अल्बाकोर, मैकरेल और स्वोर्डफिश में मरकरी का स्तर बहुत अधिक पाया जाता है। लो- फैट फिश या फार्म में पालन की गई मछलियां खाना अधिकरत सुरक्षित होता है।
छोटी और बड़ी दोनों तरह की मछली में मरकरी के अलावा पेस्टिसाइड व अन्य प्रदूषित केमिकल के होने की संभावना भी होती है।
ताजा पानी में मिलने वाली रोहू मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो दिल के लिए बहुत अच्छा होता है, लेकिन साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल भी होता है जो दिल के लिए अच्छा नहीं होता है। लेकिन रोहू मछली खाने के फायदे के सामने इस मछली से जुड़ा ये एक रिस्क कम ही लगता है।
मछली खाने के फायदे से जुड़ें कुछ सवाल – FAQ’s
1. मछली खाने से क्या लाभ होता है?
मछली खाने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं जैसे ये कैंसर से बचाव करता है, इससे हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है, ये हार्ट और आंखों के हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है। इसके अलावा मछली खाने से डिप्रेशन और नींद न आने जैसी समस्या से भी राहत मिलती है। इतना ही नहीं ये हेल्दी बाल और फ्लॉलेस स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है।
2. रोज मछली खाने से क्या होता है?
हमारे देश में बंगाल, असम व कई तटीय राज्यों में लोग रोज मछली खाते हैं। रोज सामित मात्रा में मछली खाने से दिमाग तेज होने के साथ बाल और त्वचा दोनों अच्छे होते हैं। लेकिन अगर इसकी मात्रा अत्यधिक हुई तो शरीर में मरकरी के स्तर के बढ़ने का डर बना रहता है।
3. मछली खाने के नुकसान क्या है?
मछली खाने के नुकसान में सबसे बड़ा नुकसान यही है कि इसके जरिए मरकरी और पेस्टिसाइड्स का स्तर हमारे शरीर में बढ़ सकता है। लगभग हर मछली में कुछ मात्रा में मरकरी होता ही है। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं को मछली का सेवन नियमित करना होता है और समुद्री मछलियां जैसे माइली मीन (स्वोर्डफिस), टूना और शार्क को खाने से बचना चाहिए। ताजा पानी या तालाब में पलने वाली मछलियां जैसे रोहू, हिलसा, सुरमई आदि में मरकरी का स्तर काफी कम होता है।
4. मछली कब नहीं खाना चाहिए?
दूध पीने के तुरंत बाद मछली नहीं खाना चाहिए। दूध और मछली दोनों विपरीत स्वभाव के हैं और इन्हें साथ में खाने से अपच, उल्टी की समस्या हो सकती है। साथ ही सावन के महीने में मछली खाने से बचना चाहिए क्योंकि इस समय नदियां उफान पर होती हैं और बाढ़ की हालत में मछलियां कई तरह के संक्रमण का कारण बन सकती हैं। साल के इसी समय अधिकतर मछलियां अपने गर्भकाल में भी होती हैं और इसलिए भी इस समय इन्हें खाने से बचना चाहिए।
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