जब भी भारतीय राजनीति की बात होती है कही न कही इंदिरा गाँधी, सोनिया गांधी और जयललिता जैसी पावरफुल महिलाओं के नाम सामने आते ही आते है। इतिहास हमेशा से राजनीति में महिलाओं का गवाह रहा है। इतनी ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर भी जब राजनीति की बात होती है तो हम मैरी एंटोनेट से लेकर क्वीन एलिजाबेथ को एक बार जरूर याद करते है। विश्व में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहाँ महिलाओं ने अपना परचम बुलंद न किया हो। भारत की राजनीति में भी महिलाओं का इतिहास उतना ही पुराना और ऊर्जावान रहा है। तो चलिए आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (Mahila Divas) के मौके पर भारत की फेमस राजनेता महिलाओं के बारे में बताते हैं। आप भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day History in Hindi) के मौके पर अपने आस पास की सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं (Womens Day Quotes in Hindi) और सन्देश शेयर करें और उन्हें बताएं भलेवह होम मेकर हो या राजनीतिक हस्ती आज के जमाने में महिलाएं किसी से कम नहीं है। यही कारण है की हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (2022) सेलिब्रेट किया जाता है और विश्व स्तर पर महिलाओं को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है।
महिला दिवस विशेष 2022 : भले आज भी जब किसी महानता भरी बात का उदहारण देना हो तो पुरुषों को सबसे पहले याद किया जाता है और हम महिलाओं की गिनती करना भूल जाते है। मगर क्या आप जानते हैं पूरे विश्व में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहाँ महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन न किया हो। ठीक वैसे ही जब भी पॉलिटिक्स और नेताओं की बात होती है तो हमे बड़े बड़े महान पुरुषों के नाम याद आने लगते है पर क्या हम उन महिलाओं के बारे में जानते हैं जिनकी योजनाओं और राजनीतिक विषेशताओं के चर्चे विदेशों तक है। भारत ने समय-समय पर ऐसी प्रभावशाली महिला राजनीतिक हस्तियों को भी देखा है, जिन्होनें दोनों हाथों से राजनितिक पकड़ बनाने में महारथ हासिल की हुई है। जिन्होनें सरहाना और आलोचनाओं को नए मौकों में बदल कर नए आयाम स्थापित किये है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आज हम आपके साथ ऐसी ही कुछ फेमस महिलाओं की लिस्ट शेयर करने जा रहे हैं जिनकी सूझ बूझ और अलग तरीके से सोचने की शक्ति ने भारतीय राजनीति में महिलाओं का मान बढ़ाया।
हमेशा से महिलाओं को लेकर यह बयान दिया गया है वह घर संभाल लें काफी होगा। मगर हम राजनितिक जगत की इस हस्ती इंदिरा गांधी को देखें तो यह कहावत बिलकुल झूटी लगने लगती है। वह उन महान और ताकतवर महिलाओं में से एक हैं जिन्होनें देश को भी संभाला और यह साबित कर दिया कोई भी क्षेत्र हो महिलाएं किसी से कम नहीं होती। इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री रह चुकी है और साल 1971 में उन्हें भारत रत्न अवार्ड से नवाज़ा गया। वह भारत की पहली महिला थी जिसे भारत रत्न अवार्ड मिला।
निर्मला सीतारमण का नाम उन महिलाओं में से एक है जिसे सुनते ही सबसे पहले एक प्रतिभाशाली स्पीकर की छवि मन में उभरने लगती है। वह देश की दूसरी पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में वे दूसरी पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री भी रह चुकी है। उनसे पहले इस पद पर इंदिरा गांधी थी। साल 2008 में निर्मला सीतारमण ने भाजपा का रूख करते हुए राजनितिक जगत में शामिल हुई। वही साल 2014 में वह नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होने तक पार्टी की प्रवक्ता के रूप में काम किया।
महिला राजनेता होने के साथ-साथ सुषमा स्वराज का नाम कई बार देश की प्रगति के लिए किये गए कामों में जोड़ा जाता रहा है। वह अपने कार्यकाल में सात बार संसद सदस्य और तीन बार विधान सभा सदस्य रह चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि इंदिरा गाँधी के बाद भारत के विदेश मामलों की केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी है और इंदिरा गांधी के बाद यह पद संभालने वाली दूसरी महिला हैं।
राजनीति जगत में ममता बनर्जी एक ऐसा नाम है जो हमेशा खबरों का हिस्सा बना रहती है। पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ममता दीदी के नाम से जाना जाता है। उनकी लोकप्रियता इस बात से है की उन्होंने राज्य में 34 वर्षीय वाम मोर्चा सरकार को गद्दी से उतार दिया। वह देश की पहली महिला रेल मंत्री भी रह चुकी है। साल 1997 में, उन्होंने पश्चिम बंगाल में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए एक वामपंथी विरोधी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की शुरुआत की। आज भी जब राजनितिक जगत में जब स्ट्रांग विमेंस के इतिहास को देखा जाता है तो ममता बनर्जी का नाम जरूर शामिल किया जाता है।
कई लोग सरोजिनी नायडू को केवल फेमस कवियत्री के तौर पर जानते है। मगर वह देश के पहली महिला गवर्नर थीं। जिन्होनें अपने दम ख़म से यह बात साबित की महिलाओं को कम आंकना बंद करो। 13 फरवरी 1879 में जन्मी सरोजिनी नायडू ने भारत की आज़ादी में अहम् योगदान दिया था।
पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार भी भारतीय राजनीति में एक बड़ा नाम है। साल 1985 में वो पहली बार सांसद बनी और महिला राजनेता होने के नाते उनकी छवि राजनीति में पूरी तरह उभर कर आयी। दलित समुदाय की बेटी मीरा कुमार ने पहली बार बिजनौर से चुनाव लड़ा था और साल 2009 में वह पहली महिला स्पीकर चुनी थी। पहली महिला स्पीकर बनने के बाद राजनीति जगत में महिलाओं की छवि और उभरी और अन्य महिलाओं के लिए प्रोत्साहन बना।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आप भी अपने आस पास की सभी महिलाओं को प्रोत्साहित करें और उन्हें राजनीतिक जगत की इन फेमस हस्तियों के बारे में विस्तार से बताएं। आजकल की महिलाएं कही भी किसी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है, अब वह चाहें कोई बॉलीवुड दिवा हो या फिर अरुणिमा सिन्हा जैसी भारत की महान महिला। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को और स्पेशल बनाने के लिए अपनी चाहिति वूमेन को प्यारा सा तौहफा दें और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस शायरी (Womens Day Shayari in Hindi), महिला दिवस सुविचार (Womens Day Message in Hindi) और ढेर सारी बधाइयाँ शेयर करें।
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Womens Day Wishes In Marathi