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Chandraprabha Vati ke Fayde in hindi | चंद्रप्रभा वटी के फायदे और नुकसान

जानिए क्या है चंद्रप्रभावटी? और क्या हैं इसके फायदे – What is Chandraprabha Vati & its Benefits in Hindi

चंद्रप्रभा वटी या बोलचाल की भाषा में चंद्रप्रभा गुलिक या चंद्रप्रभा एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी आयुर्वेदिक उपचार है जिसका उपयोग मूत्र पथ, गुर्दे, अग्न्याशय, थायरॉयड ग्रंथि, हड्डियों और जोड़ों के कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इसका संधिविच्छेद करें तो चंद्र-प्रभा बनता है। चंद्र यानि ‘चंद्रमा’ और प्रभा यानि ‘चमक’। इसका मतलब है कि चंद्रप्रभा वटी आपके शरीर में एक चमक लाती है, जो शक्ति और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देती है। हम यहां आपको चंद्रप्रभा वटी के फायदे (chandraprabha vati ke fayde) व चंद्रप्रभा वटी के नुकसान के बारे में बता रहे हैं। मगर उससे पहले जान लेते हैं, ये चंद्रप्रभा वटी क्या है और चंद्रप्रभा वटी का उपयोग कैसे किया जाता है। व्हीटग्रास के फायदे

क्या है चंद्रप्रभावटी? – Chandraprabha Vati in Hindi 

Chandraprabha Vati in Hindi

चंद्रप्रभा वटी (जिसे चंद्रप्रभा गुलिका और चंद्रप्रभा वाटिका भी कहा जाता है) एक प्राचीन आयुर्वेदिक दवा है। इसका उपयोग गुर्दे, मूत्राशय, मूत्र पथ, अग्न्याशय, हड्डियों, जोड़ों और थायरॉयड ग्रंथि के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। मधुमेह, पुरुषों की समस्याओं, महिलाओं की समस्याओं और मानसिक बीमारियों के लिए भी चंद्रप्रभा वटी का उपयोग किया जाता है। बाजार में आपको पंतजलि से लेकर कई आयुर्वेदिक ब्रांड में चंद्रप्रभा वटी की टेबलेट मिल जाएंगी। इनका सेवन आप पैकेट में दिए निर्देशानुसार कर सकते हैं। इसके अलावा आयुर्वेदिक डॉक्टर से भी आप चंद्रप्रभा वटी के डोसेज के बारे में जानकारी ले सकते हैं। स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान

चंद्रप्रभावटी के फायदे – Chandraprabha Vati ke Fayde 

चन्द्रप्रभा वटी के फायदे एक नहीं अनेक हैं। यह आपकी कई परेशानियों का हल बन सकती है। चंद्रप्रभा वटी (chandraprabha vati in hindi) पेशाब करने में कठिनाई, गुर्दे की पथरी, बार-बार पेशाब आना, मूत्र असंयम, प्रोस्टेट वृद्धि, पुरुष बांझपन, नपुंसकता, नाइटफॉल, मधुमेह, पीरियड का दर्द, ओलिगोमेनोरिया, एमेनोरिया, पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग, चिंता, मानसिक तनाव, और डिप्रेशन आदि में सहायक होती है। जानिए चंद्रप्रभा वटी के फायदे (chandraprabha vati ke fayde) विस्तार से। 

चंद्रप्रभावटी के फायदे - Chandraprabha Vati ke Fayde

नपुंसकता और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का करे इलाज  – chandraprabha vati helps in infertility in hindi

नपुंसकता और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन आजकल काफी आम हैं। चंद्रप्रभा वटी का कामोत्तेजक प्रभाव होता है और इसलिए यह पुरुषों में प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में बेहद फायदेमंद है। यह प्रजनन हार्मोन के स्राव को भी उत्तेजित करता है, जो बदले में पुरुषों में कामेच्छा और स्टैमिना को बढ़ाता है।

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ब्लड प्रेशर रखे सामान्य – Chandraprabha Vati Ke Fayde to Maintain Blood Sugar in Hindi 

प्रबल एंटी-हाईपरटेंसिव प्रभाव होने के कारण चंद्रप्रभा वटी (chandraprabha vati in hindi) हाई ब्लड प्रेशर के मामले में एक बेहतर उपचार मानी जाती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति शराब का सेवन करता है, तो इसके अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और सिर में तेज़ दर्द हो सकता है। चंद्रप्रभा वटी रक्त वाहिकाओं को आराम देने के साथ हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। 

जोड़ों के दर्द और गठिया के लिए बेहतर – Chandraprabha Vati for Joint Pain in Hindi 

चंद्रप्रभा वटी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण जोड़ों, पीठ के निचले हिस्से, घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और रीढ़ की हड्डी के गठिया में सूजन और दर्द को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि आयुर्वेद में हड्डियों से जुडी शिकायत होने पर चंद्रप्रभा वटी के गुण और फायदे बताये जाते हैं। 

तनाव और थकान को करे कम – Chandraprabha Vati Ke Fayde to Reduce Stress in Hindi 

चंद्रप्रभा वटी में कई शक्तिशाली तत्वों के मिश्रण मौजूद हैं, जो इसे एक संपूर्ण स्वास्थ्य टॉनिक बनाते हैं। यह न सिर्फ थकान और तनाव को कम करती है बल्कि शारीरिक शक्ति को भी बढ़ावा देती है और शरीर को पूर्ण विश्राम प्रदान करती है। यह शरीर को फिर से जीवंत करने के साथ उसमें नई ऊर्जा की चमक लाती है।

प्रजनन क्षमता को बढ़ाए – Chandraprabha Vati helps to Improve Fertility in Hindi 

चंद्रप्रभा वटी का व्यापक रूप से महिलाओं और पुरुषों दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न बीमारियों में उपयोग किया जाता है। यह हार्मोन को संतुलित करता है और मासिक धर्म, पेट में ऐंठन, एमेनोरिया, ओलिगोमेनोरिया और डिसमेनोरिया से संबंधित समस्याओं को ठीक करता है। यह गर्भाशय पॉलीप्स और गर्भाशय रक्तस्राव के लिए भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। यह गर्भाशय की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है और इसलिए अचानक गर्भपात होने का खतरा भी नहीं रहता। पुरुषों में, चंद्रप्रभा वटी के नियमित सेवन से शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में वृद्धि होती है और समग्र यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।

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डायबिटीज में फायदेमंद – Chandraprabha Vati to Control Diabetes in Hindi 

चंद्रप्रभा वटी के लाभ डायबिटीज के मरीजों में भी देखने को मिलते हैं। इतना ही नहीं चंद्रप्रभा वटी ग्लाइकोसुरिया के उपचार के लिए भी एक प्रभावी उपाय है और मूत्र में असामान्य ग्लाइसेमिक सामग्री को कम करने में उल्लेखनीय परिणाम दिखाती है। यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो आपको नियमित रूप से ब्लड शुगर के स्तर की जांच करनी चाहिए और इसे अच्छे नियंत्रण में रखना चाहिए।

मूत्र संबंधी विकारों को दूर करता है – Chandraprabha Vati Ke Fayde for Urinary Tract Infection in Hindi

यह हर्बल उपचार मूत्र पथरी, मूत्र पथ के संक्रमण और दर्दनाक पेशाब के खिलाफ बेहद प्रभावी है। यह शरीर से यूरिया, क्रिएटिनिन और यूरिक एसिड जैसे हानिकारक एएमए (यानी विषाक्त पदार्थों) को निकालने में मदद करता है। यह क्रोनिक किडनी रोग, गुर्दे की पथरी और सिस्टिटिस के लिए भी लाभकारी सिद्ध होता है।

बेहतर पेनकिलर (Chandraprabha Vati  works like a painkiller)

चंद्रप्रभा वटी के गुण और फायदे में यह शामिल करना भी जरूरी है कि चंद्रप्रभा वटी का उपयोग एक दर्दनिवारक दवा यानि पेनकिलर के रूप में भी किया जा सकता है। या कई तरह के दर से रहत दिलाने में कारगर है। जोड़ों के दर्द, गठिया वात के दर्द, जोड़ों के सूजन आदि को कम करने में सहायक है। इतना ही नहीं यह कमर दर्द में आराम दिलाने के साथ पीरियड की अनियमितताएं ठीक करने में भी कारगर है।  

चंद्रप्रभावटी के नुकसान – Side Effects of Chandraprabha Vati in Hindi 

चंद्रप्रभावटी के नुकसान - Side Effects of Chandraprabha Vati in Hindi

चंद्रप्रभा वटी लेने का तरीका आपके डॉक्टर ही बेहतर बता सकते हैं। आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किए जाने पर ही यह फॉर्मूलेशन उपयोग करने के लिए सुरक्षित है। लेकिन इसके अधिक सेवन से अल्सरेटिव कोलाइटिस, पेट में अल्सर, थैलेसीमिया, पेट में जलन हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को यह दवा उचित परामर्श पर ही लेनी चाहिए क्योंकि इसमें नमक होता है। गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान भी चंद्रप्रभा वटी का उपयोग परामर्श के बाद ही करना चाहिए। 

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चंद्रप्रभावटी  को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s Chandraprabha Vati in Hindi

सवाल- चंद्रप्रभा वटी कैसे खाना चाहिए?

जवाब- सामान्य तौर पर चंद्रप्रभा वटी पानी या दूध के साथ लेनी चाहिए। आप डॉक्टर द्वारा बताये गए डोसेज ही लें। 

सवाल- चंद्रप्रभा वटी कितने दिन तक ले सकते हैं?

जवाब- वैसे तो इसका सेवन लगातार 10-12 दिन करना चाहिए मगर डाॅक्टर द्वारा बताए गए अनुसार ही इसका सेवन करें।

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सवाल- चंद्रप्रभा वटी में क्या क्या मिलाया जाता है?

जवाब- चन्द्रप्रभा वटी में कपूर कचरी, गिलोय, देवदारु, हल्दी, पीपलामूल, चित्रकमूल-छाल, धनिया, बड़ी हरड़, बहेड़ा, आंवला, छोटी पीपल, सोंठ, कालीमिर्च, सेंधा नमक, सोंचर नमक, साँभर लवण, छोटी इलायची के बीज आदि कई प्राकृतिक चीजें मिलाई जाती हैं।

अगर आपको यहां दिए गए चंद्रप्रभा वटी के फायदे (chandraprabha vati benefits in hindi) और चंद्रप्रभा वटी का उपयोग (chandraprabha vati uses in hindi) पसंद आए तो इन्हें अपने दोस्तों और परिवारजनों के साथ शेयर करना न भूलें।  

21 Oct 2021

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