छोटे बच्चों में हाइजीन मेंटेन करने के लिए बेबी वाइप्स का इस्तेमाल अमूमन हर महिला करती है। शिशु के डायपर बदलने से लेकर चेहरा पोंछना, हाथ साफ करना आदि के लिए बेबी वाइप्स की जरूरत होती है। बच्चों के लिए बाजार में वेट वाइप्स कई तरह की मौजूद हैं, परंतु सभी का इस्तेमाल बच्चों की नाजुक त्वचा के लिए सेफ नहीं होता है। इसलिए, इस लेख में बेबी वाइप्स खरीदते समय पेरेंट्स को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इससे जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं।
बेबी वाइप्स चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें (Tips To Choose Baby Wipes For Newborns in Hindi)
नीचे शिशु के लिए किस तरह की वेट वाइप्स का इस्तेमाल सुरक्षित होता है, यह बता रहे हैं। साथ ही इनका चुनाव करते समय पेरेंट्स को किन बातों पर गौर करने की जरूरत होती है, इससे जुड़ी जानकारी शेयर करेंगे।
नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से तैयार
शिशु के लिए वेट वाइप्स खरीदते समय जिस बात का सबसे पहले रखें वो यह कि बेबी वाइप्स नैचुरल इंग्रीडिएंट्स से बनी होनी चाहिए। वेट वाइप्स में पानी की उच्च मात्रा होनी चाहिए। क्योंकि शिशु की सफाई व त्वचा पर ड्राइनेस न हो इसके लिए वाटर-बेस्ड वाइप्स बेहतर माने जाते हैं।
बेबी वाइप्स में बैम्बू वाटर
अच्छा होगा कि बेबी वाइप्स में साधारण पानी की बजाय बैम्बू वाटर यानी बांस के पानी का प्रयोग किया गया हो। क्योंकि बैम्बू वाटर में नेचुरल फ्लेवोनॉइड्स के साथ कई आवश्यक मिनरल्स मौजूद होते हैं। बैम्बू वाटर वाइप्स एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करती हैं।
बैम्बू फाइबर
बाजार में मौजूद कई बेबी वाइप्स में पॉलिएस्टर का इस्तेमाल किया जाता है। यह शिशु की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी बजाय बैम्बू फाइबर यानी बांस के रेशे से तैयार बेबी वाइप्स का चुनाव करना बेहतर होता है। पॉलिएस्टर वाइप्स की तुलना में ये अल्ट्रा सॉफ्ट होते हैं। साथ ही ये एंटीबैक्टीरियल के रूप में कार्य कर शिशु की त्वचा पर बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं।
आर्टिफिशियल फ्रेगरेंस का प्रयोग नहीं किया गया है
शिशु की बेबी वाइप्स में आर्टिफिशियल फ्रेगरेंस का इस्तेमाल, उनकी संवेदनशील त्वचा के लिए सेफ नहीं होता है। बेहतर होगा कि बेबी वाइप्स में कृत्रिम खुशबू हो। जैसे बैम्बू फाइबर व पानी के इस्तेमाल से वाइप्स में से नैचुरल फ्रेगरेंस आती है। यदि आप शिशु के लिए बैंबू वाइप्स से तैयार बेबी वाइप्स खोज रहे हैं, तो बेबीचक्रा बैम्बू वाइप्स (BabyChakra Bamboo Wipes) का चुनाव कर सकते हैं।
एलोवेरा
बेबी वाइप्स में एलोवेरा भी मुख्य सामग्रियों में से एक है। यह शिशु की त्वचा को हाइड्रेट कर शांत करता है। साथ ही बच्चों की त्वचा पर होने वाले रैशेज को काफी हद तक कम कर सकता है। इसके पीछे इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण को प्रभावी माना जाता है।
विटामिन-ई
वेट वाइप्स में विटामिन-ई महत्वपूर्ण इंग्रीडिएंट है। बेबी वाइप्स खरीदते समय यह जरूर गौर करें कि इसमें विटामिन-ई है या नहीं। यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। इससे शिशु की त्वचा को पोषण मिलता है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी प्रभाव भी होता है, जो शिशु की त्वचा पर होने वाली इरिटेशन जैसे सूजन, जलन आदि लक्षणों को दूर करने में सहायक होता है।
नेचुरल ऑयल
बेबी वाइप्स में आल्मंड, जैस्मीन और जेरेनियम ऑयल का होना इसे और प्रभावी बनाता है। दरअसल, आल्मंड विटामिन-ई से भरपूर होता है। यह त्वचा को पोषित कर रैशेज से बचाव करता है। जैस्मीन ऑयल शिशु की त्वचा को आराम पहुंचाता है और जेरेनियम ऑयल रूखी, खुजलीदार व जलन युक्त त्वचा से राहत प्रदान करता है।
बेबी वाइप्स की सामग्री में नहीं होनी चाहिए ये चीजें
- शिशु के लिए बेहतर वेट वाइप्स वही है जिनमें किसी तरह के टॉक्सिन्स व केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया हो।
- बेबी वाइप्स में अल्कोहॉल, सॉप यानी साबुन, पॉलिएस्टर नहीं होने चाहिए।
- फेनोक्सीइथेनोल, टीसीसी, पैराबींस, फथालेट, सिलिकॉन फ्री हो।
- किसी तरह के मिनिरल ऑयल का इस्तेमाल न किया गया हो।
- सल्फेट, सोडियम बेंजोएट व अन्य हानिकारक केमिकल न हो।
बाजार में शिशुओं के वेट वाइप्स तमाम ब्रांड में मौजूद हैं। सभी कंपनियां अपने-अपने प्रोडक्ट के सुरक्षित होने का दावा भी करती हैं। लेकिन इन्हें खरीदने से पहले ऊपर बताई गई बातों का विशेष ख्याल रखें। इस लेख को पढ़ने के बाद आप यह समझ गई होंगी की शिशु के लिए पॉलिएस्टर फ्री बेबी वाइप्स सबसे बेहतर होती हैं। शिशु की नाजुक और संवेदनशील त्वचा के लिए नॉर्मल पानी की जगह बैम्बू वाटर युक्त बेबी वाइप्स का उपयोग करना चाहिए। एक बात पर गौर करना न भूलें, वो यह कि बेबी वाइप्स डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा टेस्टेड जरूर होनी चाहिए।
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