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इन लोगों को तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए पपीते का सेवन, हो सकते हैं साइड इफेक्ट्स

Archana Chaturvedi  |  Nov 24, 2021
इन लोगों को तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए पपीते का सेवन, हो सकते हैं साइड इफेक्ट्स

पपीता एक ऐसा फल है जो हर मौसम में मिलता है और विटामिन और कई पोषक तत्व से भरपूर होते हैं, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। बहुत कम लोग होंगे जिन्हें पपीता पसंद नहीं है, क्योंकि इसका स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यह भारतीयों के पसंदीदा फलों में से एक है। लेकिन जहां एक तरफ पपीता खाने के फायदे और वहीं दूसरी तरफ ये कुछ लोगों के लिए बेहद नुकसानदेह होता है। 

जानिए किन लोगों को नहीं खाना चाहिए पपीता Who should not eat papaya?

जी हां, पपीते में मौजूद पपैन और बीटा कैरोटीन अस्थमा और पीलिया को बढ़ाते हैं। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से खून पतला हो जाता है। सर्जरी के बाद कुछ ही हफ्तों में पपीता खाने से घाव जल्दी नहीं भरता। आपने प्रेगनेंसी के दौरान तो पपीता ने खाने के बारे में सुना ही होगा लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे बीमारियों में पपीता फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचाता है। तो आइए जानते हैं कि किन लोगों को पपीता नहीं खाना चाहिए –

पेट के रोगियों को 

देखिए वैसे तो पपीता पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह कब्ज की समस्या दूर करने में रामबाण माना जाता है लेकिन बहुत अधिक पपीता खाने से पेट खराब हो सकता है और डायरिया की समस्या हो सकती है। पपीते में लेटेक्स भी होता है जिसकी वजह से पेट में दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है। वहीं अगर आपका पेट अक्सर गड़बड़ रहता है तो पपीते के सेवन न करें।

गर्भवती महिला

ये बात तो बहुत से लोग जानते हैं कि प्रेगनेंसी में पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? नहीं तो आपको बता दें कि पपीते के बीज, जड़ और पत्तियों का अर्क भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है। पपीते में कुछ ऐसे एंजाइम होते हैं, जो गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकती है। खासतौर पर कच्चे पपीते के सेवन तो भूलकर भी न करें, क्योंकि इससे गर्भपात हो सकता है।

अस्थमा रोगी

अगर कोई व्यक्ति ऐसा है जिसे अक्सर एलर्जी की समस्या, सांस से संबंधित कोई दिक्कत रहती है या फिर उसे अस्थमा रोग है, तो उसे भूलकर भी पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि पपीते में मौजूद पैपेन एक तरह का एंजाइन है जिसकी वजह से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से पूछे बिना पपीता न खाएं या फिर कम मात्रा में ही खाएं और कच्चा पपीता तो बिलकुल न खाएं। 

छोटे बच्चों के लिए

डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं कि एक साल से कम की आयु वाले बच्चे को पपीता बिल्कुल भी नहीं खिलाना चाहिए। क्योंकि छोटे बच्चे पानी बहुत कम पीते हैं। ऐसे में पर्याप्त पानी के सेवन के बिना उच्च फाइबर वाला ये फल मल को कठोर बना देता है, जिससे बच्चों को कब्ज की शिकायत हो सकती है। 

शुगर के मरीजों को

यदि कोई मरीज पहले से ही ब्लड शुगर की दवाएं ले रहा है, तो उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के पपीता नहीं खाना चाहिए क्योंकि पपीता (papita in hindi) ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकता है जो मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।

बीपी के मरीज को

जिन लोगों को बीपी की समस्या रहती है और दवाई का सेवन कर रहे हैं तो उन्हें पपीता नहीं खाना चाहिए। खासतौर पर लो बीपी वालों को तो बिल्कुल भी नहीं। क्योंकि पपीता खाने से ब्लड शुगर लेवल में गिरावट आ सकती है।

ये लोग भी न करें सेवन –

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