Table of Contents
- क्यों है फेसवॉश साबुन से बेहतर
- कैसे करें सही फेसवॉश का चुनाव
- फेसवॉश करने का सही तरीका
- फेसवॉश करते समय ध्यान रखें कुछ ये अहम बातें भी
- घर पर फेसवॉश कैसे बनाएं – How to make Homemade Face Wash in Hindi
- फेसवॉश करते समय की जाने वाली ग़लतियां – Mistakes While doing Face Wash in Hindi
- फेसवॉश के बारे में पूछे जाने वाले सवाल
क्यों है फेसवॉश साबुन से बेहतर
फेसवॉश चेहरे की साफ़-सफ़ाई के लिए हर लिहाज़ से बेहतरीन है, क्योंकि इसे हर स्किन टाइप की ज़रूरत को समझते हुए बनाया जाता है और यही साबुन का बेहतरीन विकल्प भी है। अगर हम आज के समय की बात करें तो किसी भी कॉस्मेटिक शॉप पर फेस क्लीनिंग के लिए क्लींज़िंग मिल्क, रेजुवेनटिंग सोप, क्रीम, जेल, लोशन जैसी इतनी सारी चीज़ें नज़र आती हैं कि किसी का भी चकरा जाना बड़ी स्वाभाविक सी बात है। इन सभी की अहमियत है, मगर हर चेहरे की ज़रूरत और समय के हिसाब से। बेसिक तौर पर आज भी चेहरे को साफ करने के लिए पहली ज़रूरत साफ़ पानी और अपनी स्किन टाइप को सूट करता क्लींजिंग फेसवॉश ही होता है।
कैसे करें सही फेसवॉश का चुनाव
अपनी त्वचा के अनुसार सही फेसवॉश का चुनाव करने के लिए सबसे ज़रूरी बात ये है कि पहले अपनी स्किन टाइप को समझें। तैलीय त्वचा, रूखी त्वचा, डैमेज त्वचा, मिली-जुली त्वचा, संवेदनशील त्वचा, सामान्य त्वचा आदि में से अपनी त्वचा को पहचानने के साथ ही अपनी त्वचा और रुटीन के अनुसार त्वचा की ज़रूरत को समझना भी बहुत ज़रूरी है, यानी की आपका ज़्यादातर समय घर के भीतर ही बीतता है या आपकी लाइफ स्टाइल बहुत ज़्यादा भागदौड़ और थकान भरी है। मेकअप कभी-कभी ही करना पड़ता है या आपका वर्क स्टाइल रोज़ाना मेकअप की मांग करता है। आप जहां रहती हैं, वहां का वातावरण कैसा है, मतलब आस-पास साफ़-सुथरी हवा और हरियाली वगैरह है या बहुत ज़्यादा प्रदूषण वगैरह है। एक फेसवॉश का चुनाव इन सब के आधार पर ही किया जाता है और यही वे बातें हैं, जिनकी आमतौर पर पूरी तरह से उपेक्षा कर दी जाती है। फिर दोष दिया जाता है कि महंगे से महंगा फेसवॉश भी असर नहीं करता। असल में दोष फेसवॉश का नहीं, उसका सही तरीके से चुनाव न करने का होता है।
सेंसटिव स्किन के लिए
अगर आपकी त्वचा सेंसेटिव है तो सबसे पहली बात तो आप ये समझ लीजिए कि साबुन आपकी त्वचा के लिए बना ही नहीं है। फेसवॉश हमेशा अपनी स्किन के अनुसार मेडिकेटेड माइल्ड सा ही चुनें। बहुत अधिक संवेदनशील त्वचा वालों को अपना चेहरा दो से ज्यादा बार नहीं धोना चाहिए। इसमें भी एक बार फेसवॉश और एक बार फेस क्लींज़िंग का इस्तेमाल करना चाहिए।
ऑयली स्किन के लिए
ऑयली स्किन वालों को आए दिन किसी न किसी समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इनकी त्वचा के लिए सैलिसिलिक एसिड वाले फेसवॉश ही प्रभावी रहते हैं, जो त्वचा से गंदगी व अतिरिक्त तेल को तो साफ़ करते हैं, लेकिन ज़रूरी कुदरती नमी बनाए रखते हैं।
ड्राई स्किन के लिए
रूखी त्वचा वालों के लिए ऐसे फेसवॉश की ज़रूरत होती है, जो त्वचा से गंदगी तो साफ़ करें, लेकिन ज़रूरी नमी बचाते हुए। इसके लिए आपको बहुत ही माइल्ड फेसवॉश की ज़रूरत होती है। साथ ही आपको बार-बार चेहरा धोने से भी बचना चाहिए।
पैची स्किन के लिए
जिन लोगों को आउटडोर वर्क ज्यादा करना पड़ता है, उनकी स्किन डस्ट और पल्यूशन की वजह से पैची बन जाती है। उनके लिए मेला फेसवॉश का इस्तेमाल ही अच्छा होता है।
फेसवॉश करने का सही तरीका
यह मान लेना कि चेहरा साफ़ करने के लिए पानी और फेसवॉश से मुंह को धो लेना ही काफ़ी है, ग़लत है। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखने की बहुत ज़रूरत होती है –
फेसवॉश करते समय ध्यान रखें कुछ ये अहम बातें भी
अपना चेहरा धोना हमारे रुटीन का वह काम है, जिसे हम बिना ध्यान दिए बस यूं ही कर लेते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस normal से दिखने वाले काम में भी कई छोटी-छोटी गलतियां हम कर बैठते हैं, जिससे हमें स्किन इंफेक्शन तक हो सकता है।
सही क्लींज़र का इस्तेमाल न करना
आपके cleanser का PH बैलेंस आपके चेहरे की skin टाइप के अनुसार होना चाहिए। ऑयली skin के लिए फोम बेस्ड क्लींजर और ड्राई स्किन के लिए क्रीम बेस्ड क्लींजर होना चाहिए। अगर फेसवॉश के बाद भी आपका चेहरा टाइट, ड्राई या डर्टी फील हो तो यह सीधा सा इशारा है कि आपको अपना क्लींजर बदलने की ज़रूरत है। एक और बात, अगर आपका चेहरा ड्राई है तो भूलकर भी अपने चेहरे पर साबुन का प्रयोग न करें, क्योंकि ये आपके चेहरे पर ड्राइनेस और जलन की वजह हो सकता है।
गंदे हाथ चेहरे पर न लगाए
क्या आप मुंह धोने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह धोती हैं? अगर नहीं तो आप गंदगी और वैक्टीरिया अपने हाथों के ज़रिये अपने चेहरे पर ट्रांसफर कर रही हैं। अगर आपको लगता है कि मुंह धोने के दौरान ही आपके हाथ भी धुल जाएंगे तो अपनी इस आदत पर आपको गौर करना चाहिए।
मेकअप भी धुल जाएगा
यह बिल्कुल सही है कि जब आप अपना चेहरा धोएंगी तो मेकअप तो धुल ही जाएगा, लेकिन इस सोच के चलते फेसवॉश से पहले चेहरे से मेकअप न उतारना अनहेल्दी स्किन और डार्क कॉम्पलैक्शन की वजह बन सकता है, क्योंकि मेकअप उतारे बिना फेसवॉश करने से स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं!
इसे भूलना! न.. न.. न..!
हम सभी जानते हैं कि मॉइश्चराइज़र लगाना हमारी स्किन के लिए कितना जरूरी है, लेकिन क्या वाकई हम हमेशा ऐसा करते हैं? कोमल और सौम्य त्वचा के लिए जरूरी है कि हर बार चेहरा धोने के बाद मॉइश्चराइज़र लगाया जाए। यह हमारे चेहरे को जल्द चिपचिपा होने से भी रोकता है।
दो बार है ज़रूरी!
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका दिन कितना थकान भरा रहा या पूरे दिन काम से फुर्सत ही नहीं मिली… कंडीशन कोई भी हो, दिन में दो बार फेसवॉश करना ही चाहिए। अगर आप सुबह ऐसा करती ही हैं तो रात सोने से पहले भी करना है, लेकिन बार-बार मुंह धोने से भी नेचुरल ph बैलेंस disturb हो सकता है या रेडनेस और बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है, इसलिए दो बार मुंह धोना काफी है।
इतनी भी क्या जल्दी है
क्लीजिंग, स्क्रबिंग और फेसवॉश को पूरा वक्त दें। जल्दबाजी स्किन पर रैशेज़ का करण हो सकती है। क्लींज़र को हल्के हाथों से फेस पर अप्लाई करें। चेहरे को साफ करते समय भी जेंटल रहने की ज़रूरत है, ताकि स्किन इरिटेशन न झेलनी पड़े !
घर पर फेसवॉश कैसे बनाएं – How to make Homemade Face Wash in Hindi
यूं तो बाज़ार में हर स्किन की ज़रूरत के हिसाब से फेसवॉश मौजूद हैं, लेकिन अगर आप उन्हें इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो हम आपको कुछ घरेलू फेसवॉश बनाने के उपाय बता रहे हैं, जो आसानी से घर पर ही तैयार किए जा सकते हैं-
फेसवॉश करते समय की जाने वाली ग़लतियां – Mistakes While doing Face Wash in Hindi
फेसवॉश के बारे में पूछे जाने वाले सवाल
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