माथे पर दाने होना आम बात है और कुछ लोगों में कॉस्मेटिक का ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से यह समस्या हो सकती है। माथे पर दाने निकलने के कारण आमतौर पर मुंहासे होते हैं, लेकिन वे सिस्टिक मुंहासे, वसामय अल्सर और केराटोसिस पिलारिस सहित त्वचा की अन्य स्थितियों से भी बन सकते हैं। मगर हार्मोनल परिवर्तन, तनाव और खराब स्वच्छता भी मुंहासे के सामान्य ट्रिगर हैं। ये समस्याएं आम तौर पर अत्यधिक सीबम उत्पादन, बंद रोमछिद्रों, आनुवंशिकी, त्वचा की उम्र बढ़ने और पोमेड्स के उपयोग के परिणामस्वरूप विकसित होती हैं। ऐसी चिंताओं को चिकित्सा उपचार और घरेलू उपचार के साथ भी संबोधित किया जा सकता है। मगर जिस तरह गर्मी के दाने का इलाज संभव है ठीक उसी तरह माथे पर दाने हटाने के उपाय भी मौजूद हैं। हम आपको यहां इसी के बारे में बता रहे हैं।
Table of Contents
माथे पर दाने होने के कारण
माथे पर छोटे दाने होने के कई संभावित कारण हैं। अक्सर लोग इन दानों को मुंहासों से जोड़ते हैं, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। वे डेड स्किन सेल्स, क्षतिग्रस्त बालों के रोम, या एलर्जी जैसी चीजों से संबंधित हो सकते हैं। सामान्य तौर पर, माथे पर होने वाले छोटे दाने गंभीर नहीं होते हैं। माथे पर पिम्पल होने के कारण का पता लगा लिया जाये तो समय रहते माथे पर होने वाले दाने हटाए जा सकते हैं। हम यहां आपको ऐसे ही कुछ कारणों के बारे में बता रहे हैं।
– इनग्रोन हेयर
– चेरी एंजियोमास
– वसामय अल्सर
– शारीरिक आघात
– डर्मेटोसिस पैपुलोसा नाइग्रा (DPN)
– सेबोरहाइक केराटोस
– रूसी जैसे फंगल संक्रमण
– प्राथमिक और माध्यमिक मिलिया
– रोसैसिया
– सम्पर्क से होने वाला चर्मरोग
– फोड़े
– वसामय हाइपरप्लासिया
– यौवन, गर्भावस्था, या कुछ मेडिकल डिसऑर्डर जैसे पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग (पीसीओडी) से उत्पन्न हार्मोनल उतार-चढ़ाव
माथे पर दाने हटाने के उपाय
शरीर से गर्मी मिटाने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते। Garmi ke Kapde पहनते हैं, एसी-कूलर में बैठते हैं और यहां तक घमौरियां होने पर घमौरियों का पाउडर भी लगाते हैं। मगर इसके बावजूद शरीर की गर्मी किसी न किसी रूप में बाहर आने ही लगती है। फिर चाहे वो माथे पर होने वाले दाने ही क्यों न हों। ऐसे में सवाल यह उठता है कि माथे पर दाने कैसे हटाए। तो इसका जवाब हम आपको यहां देने जा रहे हैं।
अपना चेहरा साफ रखें
जिन लोगों की स्किन ऑयली होती है उनके माथे पर दाने निकलने की सम्भावना भी उतनी ही अधिक होती है। यही कारण है कि ऑयली स्किन वालों को दिन में कम से कम दो बार चेहरा धोने की सलाह दी जाती है। ताकि उनकी त्वचा में एकत्र हुआ पसीना निकल जाये। किसी सौम्य क्लींजर से अपना चेहरा धोने से अतिरिक्त तेल, पसीना और अन्य गंदगी निकल जाती है। अगर आपकी त्वचा में जलन या सूजन है तो सावधान रहें। ऐसे में इस खस स्थिति के लिए तैयार किए गए क्लीन्ज़र का उपयोग करना सबसे अच्छा रहता है।
कोल्ड कंप्रेस
जल्दी राहत पाने के लिए कोल्ड कंप्रेस आपके दाने के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। दाने वाली जगह पर ठंडा लगाने से उस क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को रोकने के लिए अंतर्निहित रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ दिया जाता है, जिससे सूजन कम हो जाती है। इसे आप घर पर भी आसानी से बना सकते हैं। इसके लिए एक पतले तौलिये/सूती कपड़े में कुछ बर्फ के टुकड़े लपेटकर घर पर कोल्ड कंप्रेस बनाएं। इसे प्रभावित क्षेत्र पर 1 मिनट से अधिक समय तक सेक सेंकें। लगातार न रखें बीच में 5 मिनट का ब्रेक भी लेते रहें।
शहद और दालचीनी
शहद त्वचा को ठीक करने वाले पोषक तत्वों से समृद्ध होता है जो शक्तिशाली रोगाणुरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों को प्रदर्शित करता है। शहद और दालचीनी का यह उपाय आपके उभार को शांत कर सकता है और इसके कारण होने वाले अंतर्निहित संक्रमण से भी लड़ सकता है। इसके लिए 2 चम्मच शहद में 1 चम्मच दालचीनी या हल्दी मिलाकर पेस्ट बना लें। संक्रमित त्वचा को धीरे से साफ करें। इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। बाद में इसे धो लें।
नियमित रूप से मॉइस्चराइज़ करें
पानी से अपना चेहरा साफ करने के बाद, रोज़ाना किसी सौम्य क्रीम या लोशन से चेहरे को मॉइस्चराइज़ करें। ध्यान रहे आपका मॉइस्चराइज़र ऑयल फ्री और गैर-कॉमेडोजेनिक होना चाहिए, जिसका अर्थ है कि यह आपके छिद्रों को बंद नहीं करेगा। मॉइस्चराइजिंग जलन के कारण होने वाले दानों को शांत करने में मदद कर सकता है। यह हाइड्रेशन बनाए रखने और रूखेपन को रोककर आपकी त्वचा को स्वस्थ भी रख सकता है।
हल्दी करे कमाल
हल्दी को ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटी-बैक्टीरियल गतिविधि का श्रेय दिया जाता है, जिसे कर्क्यूमिन नामक इसके मुख्य जैव सक्रिय यौगिक में वापस खोजा जा सकता है। इस प्रकार, हल्दी आपके दानों को तेजी से दूर करने के लिए मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने में मदद कर सकती है। इसके अलावा हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दानों को सिकोड़ने और उनके आसपास के दर्द या कोमलता को दूर करने में मदद करते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए हल्दी पाउडर में पानी की कुछ बूंदों को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। पेस्ट को सीधे संक्रमित जगह पर लगाएं। इसे सूखने दें और फिर धो लें।
संतरे के छिलके
संतरे के छिलके में बहुत सारा विटामिन सी होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो स्किन रिपेयर में मदद करता है। यह कोलेजन के प्रोडक्शन को ट्रिगर करके ऐसा करता है, जो मुख्य संरचनात्मक प्रोटीन है, जिसका उपयोग डैमेज स्किन सेल्स को बदलने के लिए और नई स्किन सेल्स को बनाने के लिए किया जाता है। इसे बनाने के लिए संतरे के छिलके का पेस्ट और बिना पकी पिसी हुई दाल या अखरोट को मिला लें। मिश्रण को गाढ़ा करने के लिए आप इसमें ओटमील या चंदन पाउडर मिला सकते हैं। पेस्ट को अपने माथे पर या अपने पूरे चेहरे पर हल्के गोलाकार गति में मालिश करें। इसे 5 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर इसे धो लें।
दही का मास्क
दही में लैक्टिक एसिड होता है, जो एक प्राकृतिक एक्सफोलिएटिंग एजेंट है जो त्वचा की मृत ऊपरी परतों को हटाने में मदद करता है। इसके अलावा दही त्वचा की कई परेशानियों को कम करने का काम भी करता है। यह न सिर्फ त्वचा में चमक लता है बल्कि इसे शाइन और ब्राइट भी बनाता है। इसे बनाने के लिए 3 से 4 बड़े चम्मच दही में 1 बड़ा चम्मच शहद या एलोवेरा जेल मिलाएं। आप थोड़ी हल्दी या गुलाब जल मिला सकते हैं। अगर पेस्ट पतला है, तो इसे गाढ़ा बनाने के लिए इसमें ओटमील पाउडर मिलाएं। पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 1-2 मिनट तक मसाज करें। इसे धोने से पहले 10 मिनट तक सूखने दें।
अगर आपको यहां दिए गए माथे पर दाने हटाने के उपाय पसंद आए तो इन्हें अपने दोस्तों व परिवारजनों के साथ शेयर करना न भूलें।