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प्राणायाम के प्रकार और इसके लाभ - Pranayam in Hindi, Pranayam ke Fayde

प्राणायाम के प्रकार और इसके फायदे – Pranayam in Hindi (Pranayam ke Fayde)

प्राणायाम यानी अपनी सांसों पर नियंत्रण रखना। योग क्रिया में प्राणायाम की अहम भूमिका होती है। यान न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी काफी फायदेमंद है। इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि मनुष्य जब जन्म लेता है तो सांस लेना भी शुरू कर देता है और उसकी मृत्यु के साथ सांस भी रुक जाती है। यानी जीवन जीने के लिए श्वास की सबसे अहम भूमिका है। श्वास के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं। इसी श्वास को नियंत्रित करने और इसमें सुधार लाने के लिए प्राणायाम करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। आज हम आपको प्राणायाम (pranayam in hindi) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। जानिए प्राणायाम क्या है (pranayam kya hai), प्राणायाम करने का सही क्रम, प्राणायाम के प्रकार और प्राणायाम के फायदे (pranayam ke fayde)

प्राणायाम क्या है – Pranayam Kya Hai

Pranayam Kya Hai

प्राणायाम दो शब्दों से मिलकर बना है। प्राण और आयम। प्राण का अर्थ है जीवन या फिर ऊर्जा वहीं आयम का अर्थ है विस्तार। दोनों को मिलकर प्राणायाम का अर्थ निकलता है प्राणों का विस्तार। प्राणायाम माध्यम से श्वास के जरिए ऊर्जा शरीर की सभी नाड़ियों में पहुंचती है। प्राणायाम योग के आठ अंगों में से एक है। यह आठ योग इस प्रकार हैं- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, तथा समाधि। श्वास को धीमी गति से गहरी खींचकर रोकना व बाहर निकालना प्राणायाम के क्रम में आता है। श्वास न सिर्फ आपके पूरे शरीर को चलाना जानती है बल्कि वो आपके शरीर को दुरुस्त करने की भी ताकत रखती है।

प्राणायाम के फायदे – Pranayam ke Fayde

कोरोना काल के दूसरे चरण लोगों को सबसे ज्यादा श्वास लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा था। ऐसे में लोगों को इससे बचने के लिए प्राणायाम करने की सलाह दी जाती थी। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए प्राणायाम काफी फायदेमंद है, क्योंकि यह श्वास को नियंत्रित करता है और इसे अव्यवस्थित होने से बचाता है। मगर प्राणायाम के फायदे (pranayam ke fayde) बस यहीं तक सीमित नहीं है। इसके और भी कई फायदे हैं, जिससे शायद आप अब तक अनजान हों। यहां जानिए प्राणायाम के फायदे। 

Pranayam ke Fayde

1- प्राणायाम तनाव को कम करने का सबसे अच्छा साधन है। नियमित प्राणायाम करने से तनाव नहीं होता और शरीर के साथ दिमाग भी स्वस्थ बना रहता है। 

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2- प्राणायाम करते रहने से अस्थमा जैसी बीमारी में भी काफी फायदा मिलता है। इतना ही नहीं हकलाने जैसी समस्या से भी छुटकारा मिलता है। 

3- प्राणायाम का शाब्दिक अर्थ प्राणों का विस्तार है। यही वजह है कि नियमित रूप से प्राणायाम करने पर लंबी आयु प्राप्त होती है। 

4- अवसाद यानी डिप्रेशन आजकल एक आम बात हो गई है। प्राणायाम करते रहने से अवसाद का इलाज भी किया जा सकता है। 

5- प्राणायाम का अभ्यास करते रहने से मोटापा,कोलेस्ट्रोल, मधुमेह, कब्ज, गैस, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर,किडनी के रोग आदि में भी काफी फायदा मिलता है। 

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6- प्राणायाम करने से पाचनतंत्र स्वस्थ हो जाता है और उदर रोग दूर हो जाते है।

7- प्राणायाम करने से मस्तिष्क में सकारात्मक विचारों का आदान-प्रदान होता है। 

प्राणायाम के प्रकार – Pranayam ke Prakar

प्राणायाम का योग में बहुत महत्व है। योग शरीर और मन का विकास करता है। मगर क्या आप जानते हैं, प्राणायाम कई प्रकार का होता है। प्राणायाम के हर प्रकार का अपना अर्थ और लाभ होता है। यह कई प्रकार से शरीर और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है। जानिए प्राणायाम कितने प्रकार के होते हैं, हर प्राणायाम के फायदे, प्राणायाम करने की विधि और उसके तौर-तरीके। 

Pranayam ke Prakar

भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे

भस्त्रिका प्राणायाम करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे आपका स्ट्रेस, डिप्रेशन आदि कम होता है। इतना ही नहीं ये आपके स्वास्थ्य को सुधारता है और सेल्स, टिशू और ग्लैंड्स को मजबूत करता है। भस्त्रिका प्राणायाम करने के लिए आपको सबसे पहले किसी शांत जगह पर सीधे बैठना होगा। अब अपनी आंखें बंद कर लें और अपने शरीर को शांत कर लें। अपने हाथों को घुटनों पर रख लें। इस दौरान मन में गिनती करते हुए कम से कम 10 बार नाक से तेज गति से सांस लें और छोड़ें। रोजाना कम से कम 10 मिनट के लिए ये एक्सरसाइज करें। इससे आपका जुखाम, खांसी आदि ठीक होगा। 

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भ्रामरी प्राणायाम के फायदे

भ्रामरी शब्द का अर्थ है भिनभिनाने वाली काली मधुमक्खी। इस प्राणायाम में श्वास लेने की आवाज़ ऐसी आती है, जैसे कोई मधुमक्खी भिनभिना रही हो। यह प्राणायाम मस्तिष्क को शांत करने के साथ तनाव से भी राहत पहुंचाता है। इसके लिए दोनो अंगूठों से कान पूरी तरह बन्द करके, दो उंगलियों को माथे पर रख कर बची हुई छः उंगलियों को दोनो आंखों पर रख दे। अब लंबी सांस लेते हुए गले  मधुमक्खी जैसा स्वर निकालें। 

कपालभाति प्राणायाम के फायदे

प्राणायाम के प्रकार में कपालभाति सबसे प्रचलित प्राणायाम है। यह न सिर्फ इम्युनिटी को मजबूत करता है बल्कि बालों को भी झड़ने से रोकता है। कपालभाति प्राणायाम के फायदे कई बार हैरान कर देने वाले होते हैं। यह एक प्राणायाम हमारी ज़िंदगी की कई मुश्किलों का हल है। या वजन घटाने के साथ शरीर में चुस्ती बनाये रखता है और कब्ज में भी राहत पहुंचाता है। 

KapalBhati Pranayam ke Fayde

अनुलोम विलोम प्राणायाम के फायदे

इस प्राणायाम का मुख्य उद्देश्य शरीर की ऊर्जा बहन करने वाली सभी नाड़ियों को शुद्धिकरण करके पूरे शरीर का पोषण करना है। अनुलोम विलोम  करने से ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रोल कंट्रोल में रहता है। अनुलोम विलोम प्राणायाम ऐसी योग प्रक्रिया है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से आपको शांत करने का काम करती है। इतना ही नहीं इसका अभ्यास करने से सिरदर्द, माइग्रेन, मानसिक तनाव आदि दूर होता है। 

उज्जाई प्राणायाम के फायदे

उज्जाई प्राणायाम का अर्थ है वह प्राणायाम, जो बंधनों से स्वतंत्रता दिलाता है। यह प्राणायाम गले की थायराइड की समस्या से छुटकारा दिलाता है। यह एकलौता ऐसा प्राणायाम है, जिसके नियमित अभ्यास से आप एजिंग प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं। यह प्राणायाम बहुत लंबे समय तक आपको जवां रखता है, मस्तिष्क को ठंडक पहुंचाता है और शरीर में ऊर्जा बनाये रखने में मदद करता है। 

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23 Aug 2021
good points

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