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बार बार छींक आने का कारण - छींक रोकने के उपाय - home remedies for sneezing in hindi

जानिए बार-बार छींक आने के कारण और छींक रोकने के घरेलू उपाय – Home Remedies For Sneezing in Hindi

छींकना एक प्राकृतिक क्रिया है, जो नाक से जलन को दूर करने में मदद करती है। जब भी कोई बाहरी पदार्थ जैसे गंदगी, बारीक कण, धुआं या धूल नाक में प्रवेश करता है, तो हमारी नाक की संवेदनशील परत में जलन या गुदगुदी होने लगती है। इससे हमें छींक आती है जिससे वायु मार्ग साफ हो जाता है और धूल के कण निकल जाते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, लगातार छींकने से हम बेहद असहज हो सकते हैं और हमें सांस लेने में परेशानी हो सकती है। हम यहां आपको छींक आने के कारण बताने के साथ छींक रोकने के उपाय (home remedies for sneezing) और नाक की एलर्जी का घरेलू उपचार (sneezing problem solution in hindi) बता रहे हैं।  दस्त रोकने के घरेलू उपाय

छींक आने के कारण – Causes of Sneezing in Hindi  

अब सवाल यह उठता है कि आखिर लगातार छींक आने का कारण क्या है? लगातार छींक आने का कारण आपका ट्रिगर हो सकता है। सबसे पहले अपने ट्रिगर्स की पहचान करें। यानी इस बात को जानें कि आपको बार बार छींक आने का कारण क्या है? आपकी नाक में जलन पैदा करने वाली लगभग कोई भी चीज आपको छींक ला सकती है। ट्रिगर की पहचान करने से आपको सही उपचार प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। हम यहां आपको छींक आने के कुछ सामान्य कारण बता रहे हैं।

Causes of Sneezing in Hindi
  • धूल
  • फफूंदी 
  • पालतू पशुओं की रूसी
  • तेज प्रकाश
  • तेज महक 
  • चटपटा खाना
  • काली मिर्च
  • सामान्य सर्दी के वायरस
  • सायनस की समस्या 

अगर आप अपना ट्रिगर निर्धारित करने में असमर्थ हैं, तो अपने डॉक्टर से मिलें। वह एलर्जी परीक्षण की मदद से यह पता लगा कर सकते हैं कि आपको लगातार छींक आने का कारण क्या है। एक बार जब आप ट्रिगर की पहचान कर लेते हैं, तो आप राहत पाने के लिए छींक रोकने के उपाय अपना सकते हैं। 

छींक रोकने के घरेलू उपाय – Sneezing Home Remedies in Hindi 

बार-बार छींक आना (Sneezing in hindi) कोई बड़ी बात नहीं है। हम सभी समय-समय पर इसका अनुभव करते हैं। लेकिन जब छींकें काफी बढ़ जाती हैं, तो यह काफी परेशान करने वाली हो सकती है। चाहे सर्दी हो या किसी विशिष्ट गंध से अचानक एलर्जी, यहां तक कि एक छोटा सा ट्रिगर भी आपको लगातार छींकने पर मजबूर कर सकता है। आपको बार बार छींक आने का कारण जानने के बाद घरेलू उपचार द्वारा छींक का इलाज (cheek aane ka ilaj) कर सकते हैं। 

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Sneezing Home Remedies in Hindi

शहद रोके छींक – Honey for Sneezing in Hindi 

शहद सर्दी और फ्लू से संबंधित छींक को रोकने में मदद कर सकता है। शहद हमारे शरीर को पर्यावरण में मौजूद एलर्जी के अनुकूल बनाने में मदद कर सकता है।  शहद में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम आदि गुणकारी तत्व होते हैं, जो आपको बीमारियों से महफूज रखते हैं। शहद की एक चम्मच भी छींक को कम कर सकती है और तुरंत राहत प्रदान कर सकती है। 

भाप लें – Steam for Sneezing in Hindi 

छींक रोकने के उपाय का एक और तरीका गर्म पानी की भाप लेना है। आपको बस इतना करना है कि एक बड़े कटोरे में थोड़ा गर्म पानी लें और इससे निकलने वाली भाप के ऊपर झुकें। भाप को अच्छी तरह से अंदर लेने के लिए अपने सिर को तौलिये से ढक लें। गर्म भाप लेने से नासिका मार्ग साफ हो सकता है और बहती नाक का भी इलाज हो सकता है। यह सर्दी और फ्लू के लिए भी एक प्रभावी उपाय है। 

ध्यान भटकाने की कोशिश करें – Distract Yourself to Stop Sneezing in Hindi

छींक रोकने के उपाय में ध्यान भटकाना भी sneezing ka ilaj हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि अजीबोगरीब या जुबान मोड़ने वाले शब्द भी छींकने से आपका ध्यान हटा सकते हैं और आपको बेहतर महसूस करा सकते हैं। इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई शोध नहीं है, लेकिन आप कोशिश कर सकते हैं और देख सकते हैं कि यह काम करता है या नहीं।

विटामिन सी है फायदेमंद – Vitamin C Benefit in Hindi 

संतरे और नींबू जैसे खट्टे फलों में फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) नामक एक रसायन होता है, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। फ्लेवोनोइड्स इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और ठंड और अन्य एलर्जी पैदा करने वाले अवांछित बैक्टीरिया से लड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं। आप अपने आहार में विटामिन सी की खुराक भी शामिल कर सकते हैं, यह प्राकृतिक फल की तरह ही फायदेमंद है।

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दूध-हल्दी रोके छींक आना – Doodh and Haldi for Sneezing in Hindi

दूध-हल्दी के फायदे हैरान कर देने वाले हैं। इनमें से एक नाक की एलर्जी का घरेलू उपचार भी शामिल है। दूध-हल्दी पीने से आप लगातार छींक आने की समस्या को दूर सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस एक ग्लास गर्म दूध में थोड़ी सी शक्कर और चुटकी भर हल्दी मिलाकर पिएं। आपको छींक में काफी राहत मिलेगी। 

Doodh and Haldi for Sneezing in Hindi

यूकेलिप्टस का तेल – Eucalyptus Oil for Sneezing in Hindi

धूल एलर्जी के कारण छींकने के लिए नीलगिरी का तेल सूंघना एक और बढ़िया उपाय है। यह एसेंशियल ऑयल सिट्रोनेला नामक एक यौगिक से भरा होता है, जो एक expectorant के रूप में काम करता है यानी वायु मार्ग द्वारा थूक के स्राव को बढ़ावा देता है और इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण भी होते हैं। अपने रूमाल में यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें डालें और इसे सूंघते रहें। यह नासिका मार्ग को साफ करने में मदद करेगा और धूल के कण को हटा देगा।

काली इलाइची करे छींक का इलाज – Kali Elaichi for Sneeze in Hindi  

काली इलायची एक और बेहतरीन सामग्री है जिसमें ऐसे गुण होते हैं जो आपकी छींक को कम करने में आपकी मदद करेंगे। सर्दी-जुकाम होने पर इसे दिन में 2-3 बार चबा सकते हैं। इसकी मजबूत सुगंध और तेल सामग्री नाक बहने को सामान्य करने और जलन को दूर करने में मदद कर सकती है।

नाक साफ करें – Naak Saaf Kaise Kare for Sneeze

अपनी नाक से धूल के कण को हटाने के लिए, अपनी नाक को ब्लो करने यानी अंदर से बाहर की ओर झटकने की कोशिश करें। यदि आप कणों को महसूस कर सकते हैं, तो नाक को झटकने से आपको उनसे छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। एक बार जब आपकी नाक से जलन दूर हो जाए, तो आप रैशेज पर कुछ लोशन लगा सकते हैं। इसके अलावा आप पानी से अपनी नाक भी साफ कर सकते हैं। 

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ज्यादा भोजन करने से बचें – Avoid Large Meals

यह सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन कुछ लोगों को ज्यादा खाना खाने के बाद छींक भी आने लगती है। चिकित्सा की भाषा में इसे snatiation कहा जाता है, जो दो शब्दों “छींक (Sneez)” और “तृप्ति (satiation)” से मिलकर बना है। ऐसा क्यों होता है, यह अभी तक विशेषज्ञ समझ नहीं पाए हैं। लेकिन कम खाने या फिर खाने का छोटा हिस्सा खाने से इसे आसानी से रोका जा सकता है।

अदरक और तुलसी – Ginger and Tulsi

सर्दी से लड़ने के लिए अदरक और तुलसी आपकी बहुत मदद कर सकते हैं। छींक से निपटने का सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका है इन्हें अपनी चाय में शामिल करना। अतिरिक्त लाभ के लिए आप तुलसी के 3-4 पत्तों को अदरक के साथ उबाल भी सकते हैं। 

छींक आने से बचाव – Prevention of Sneezing in Hindi

Prevention from Sneezing in Hindi

छींक आने का कोई स्थाई इलाज नहीं है लेकिन आप इससे अपना बचाव जरूर कर सकते हैं। हालांकि, कुछ चीजें हैं जो आप अपनी नाक को साफ और अतिरिक्त बलगम से मुक्त रखने के लिए कर सकते हैं, जो छींक को कम करने में मदद कर सकती हैं।

  • ढेर सारा पानी पीना
  • नैजल स्प्रे का उपयोग करना
  • अपने घर में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना
  • दिन भर में एक साथ ज्यादा खाने के बजाय थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करना। 
  • मसालेदार भोजन से परहेज करना 
  • अपने शराब का सेवन सीमित करना

छींक रोकने को लेकर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब – FAQ’s on Sneezing in Hindi

सवाल- बार बार छींक आने से कौन सी बीमारी हो सकती है?

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जवाब- बार बार छींक आने से सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा यह सर्दी या फिर वायरल के लक्षण भी हो सकते हैं।

सवाल- तीन बार छींक आने से क्या होता है?

जवाब- लोगों का मानना है कि किसी शुभ काम से पहले या फिर घर से निकलते समय तीन बार छींक आना अशुभ होता है। हालांकि यह सिर्फ आपके मानने या न मानने पर निर्भर करता है।

सवाल- बार बार छींक आना कैसे बंद करें? 

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जवाब- बार बार छींक आ रही हो तो सबसे पहले अपना ध्यान भटकाने की कोशिश करें। अगर उससे भी काम न हो तो बताए गए घरेलू उपचार आजमाकर देखें।

सवाल- नाक की एलर्जी को कैसे ठीक करें? 

जवाब- शहद नाक की एलर्जी को दूर करना एक बेहतर उपाय है। इसके लिए सवेरे खाली पेट दो चम्मच आंवले का रस, एक चम्मच गिलोय का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर हर रोज इसका सेवन करें।

सवाल- छींक के अशुभ प्रभाव को कैसे दूर किया जा सकता है?

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जवाब- छींक कभी अशुभ नहीं होती। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जो कभी भी ट्रिगर होते ही आ जाती है।

अगर आपको भी हमारे द्वारा बताए गए छींक आने के कारण और छींक रोकने के उपाय (home remedies for sneezing) पसंद आए तो इन्हें अपने जानने वालों के साथ शेयर करना न भूलें।

26 Sep 2021

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